Sarla Sarla Singh "Snigdha " Tag: कुण्डलिया 11 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Sarla Sarla Singh "Snigdha " 11 Oct 2024 · 1 min read अनमोल रतन कुंडलिया करते सारे याद हैं, टाटा जी को आज। एक रतन अनमोल थे, जग करता है नाज़। जग करता है नाज़, काम अद्भुत थे सारे। भारत के वे मान, सभी... Hindi · कुण्डलिया 4 4 115 Share Sarla Sarla Singh "Snigdha " 22 Sep 2024 · 1 min read बेटी कुंडलिया बेटी को कहते सभी, देवी का हैं रूप। नवरात्रों में पूजते, सभी रंक व भूप। सभी रंक व भूप, मानते देवी जैसा। झुका चरण में शीश, चढ़ाते रुपया पैसा।... Hindi · कुण्डलिया 286 Share Sarla Sarla Singh "Snigdha " 21 Sep 2024 · 1 min read कुंडलिया कुंडलिया होना भी तो चाहिए, मन में सच्ची प्रीत। दौड़े आयेंगे सखी, जो राधे के मीत। जो राधे के मीत, सभी को लगते प्यारे। नटवर नागर देख, लगें सबको ही... Hindi · कुण्डलिया 1 378 Share Sarla Sarla Singh "Snigdha " 11 Sep 2024 · 1 min read राधे कुंडलिया गाते मंगलगीत सब, ढोल मंजीरा साज। बरसाने में धूम है, झूम रहा जग आज। झूम रहा जग आज, बधाई गाते न्यारे। प्रकट हुई थीं मात, राधिका कहते सारे। राधा... Hindi · कुण्डलिया 139 Share Sarla Sarla Singh "Snigdha " 8 Sep 2024 · 1 min read कुंडलिया कुंडलिया बढ़ती देखो जा रही, मंहगाई सरकार। नहीं किसी को है पड़ी, दुखियों से दरकार। दुखियों से दरकार, कोई कब उनका सोचे। मौका पाकर देख, मांस सब उनका नोंचे। उनपर... Hindi · कुण्डलिया 102 Share Sarla Sarla Singh "Snigdha " 4 Sep 2024 · 1 min read कुंडलिया कुंडलिया जिसमें सबका हो भला, करना बस वह काम। पुण्य यही सबसे बड़ा, मिले जगत में नाम। मिले जगत में नाम, लोग सम्मानित करते। लगते देव समान, पीर जो जन... Hindi · कुण्डलिया 139 Share Sarla Sarla Singh "Snigdha " 28 Aug 2024 · 1 min read कुंडलिया कुंडलिया मनमानी किसकी चली, इस दुनिया में देख। कर्ता तो कर्तार है, लिखे भाग्य के लेख। लिखे भाग्य के लेख, सभी को वही नचाता। कठपुतली संसार, कहां कुछ भी कर... Hindi · कुण्डलिया 122 Share Sarla Sarla Singh "Snigdha " 26 Aug 2024 · 1 min read कुंडलिया कुंडलिया बलिहारी बृज धाम ये, आये हैं गोपाल। झूम उठे सब लोग हैं, माता हुई निहाल। माता हुई निहाल, खुशी छलकी है जाती। निरख निरख के रूप,अमित सुख वे हैं... Hindi · कविता · कुण्डलिया 1 117 Share Sarla Sarla Singh "Snigdha " 21 Aug 2024 · 1 min read कुंडलिया कुंडलिया बढ़ता दिखे गुनाह ये, बना जगत हित शूल। एक बार की बात हो, तो भी जायें भूल। तो भी जायें भूल, पिसे है इसमें नारी। दुर्बल पाकर गात, राक्षसों... Hindi · कुण्डलिया 169 Share Sarla Sarla Singh "Snigdha " 20 Aug 2024 · 1 min read कुंडलिया कुंडलिया मानव तन में भेड़िए, घूम रहे हैं आज। इनको ही राक्षस कहें, समझो इनका राज। समझो इनका राज, दण्ड हो इनको भारी। फांसी पर दो टांग, सभ्यता इनसे हारी।... Hindi · कुण्डलिया 97 Share Sarla Sarla Singh "Snigdha " 11 Aug 2024 · 1 min read कुंडलिया दुनिया लोभी लाभ की कहते ज्ञानी लोग हैं, अजब गजब संसार। दुनिया लोभी लाभ की, यही दिखे व्यापार। यही दिखे व्यापार, मोह के सारे मारे। मन्दिर जाते लोग, स्वार्थ को... Hindi · कविता · कुण्डलिया 123 Share