सरोज यादव 8 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सरोज यादव 1 Jul 2023 · 1 min read फितरत इल्जाम दूं किसीको फितरत में ये नही। हर दांव जीत जाऊं हसरत में ये नहीं।। जीवन के रास्ते में ठोकर मिली बहुत , शिकवा करूं सभी से आदत में ये... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता 3 2 196 Share सरोज यादव 30 Jun 2023 · 1 min read आ ठहर विश्राम कर ले। आ ठहर विश्राम कर ले। भार उर का कुछ तो हर ले।। तू समझता है कि जग में, तू ही केवल जड़ बना है। हां यही स च मानकर, शायद... 2 373 Share सरोज यादव 29 Jun 2023 · 1 min read जख्म से रिसते लहू की धार हैं हम।। जख्म से रिसते लहू की धार हैं हम।। सैंकड़ों गम से हुए दो चार हैं हम।। लहरों के बोझिल थपेड़े मुंह चिढ़ाते, डूबने को नाव, बिन पतवार हैं हम। अपने... 77 Share सरोज यादव 24 Jun 2023 · 1 min read सूरज आज किधर निकला है पंख परिंदे का क्यों फड़का, नया नया सा पर निकला है। सघन अंधेरा दिन में छाया, सूरज आज किधर निकला है।। क्यों आई है याद दुबारा, उनकी जिनको भूल चुके... 73 Share सरोज यादव 23 Jun 2023 · 1 min read मुझे ऐ नदी !तुझ सा होना नहीं है। मुझे ऐ नदी !तुझ सा होना नहीं है। समंदर की बांहों में खोना नहीं है।। मेरी धार मोड़ेगा क्या कोई पर्वत। मेरा हौसला इतना बौना नहीं है।। थके बिन, रुके... Hindi 87 Share सरोज यादव 23 Jun 2023 · 1 min read सूरज आज किधर निकला है पंख परिंदे का क्यों फड़का, नया नया सा पर निकला है। सघन अंधेरा दिन में छाया, सूरज आज किधर निकला है।। क्यों आई है याद दुबारा, उनकी जिनको भूल चुके... 70 Share सरोज यादव 6 Jun 2023 · 1 min read निठारी का दर्द नित्य नई रचते रहते क्यों? लाखों साजिश गहरी हैं? गांव- गांव में शहर-शहर में , बने हुए जो प्रहरी हैं । सुधी जनों को पीड़ित करने, का पाया अधिकार कहाँ... Hindi 1 204 Share सरोज यादव 23 May 2023 · 1 min read चाहत मेरी भले कभी कामिल नहीं हुई।। चाहत मेरी भले कभी कामिल नहीं हुई।। मैं साजिशों की दौड़ में शामिल नहीं हुई।। पुरजोर कोशिशें रही सबको समेट लूं। बदले में किसी से कोई आमिल नहीं हुई। ये... Hindi 2 195 Share