सगीता शर्मा Tag: कविता 10 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सगीता शर्मा 19 Mar 2017 · 1 min read मॉ भारती के सपूत माँ भारती के सपूत. ??????????. नींद से तुम जाग लो. मन में कुछ ठान लो. हार कर रूको नही. भारती पुकारती. जो मौत को लगा गले. जान वो दे कर... Hindi · कविता 538 Share सगीता शर्मा 19 Mar 2017 · 1 min read नैना विषय नैना. नैनो से नैना कहे ,सुन नैनो की बात. नैना तो नटखट सखी,समझे दिल की बात. नैनो से नैना मिले ,नैना लिये झुकाय. नैनो के रस्ते पिया,दिल में लिया... Hindi · कविता 3k Share सगीता शर्मा 16 Mar 2017 · 1 min read प्रियतम ??????????????. प्रियतम अपनी प्रेम कहानी. लगती है कोई प्रीत पुरानी. जनम जनम की चाहत अपनी मैं हूँ तेरी प्रेम दिवानी. तू मेरे मैं तेरे दिल में. मिलकर हमने प्रीत निभीनी.... Hindi · कविता 3 1 1k Share सगीता शर्मा 28 Feb 2017 · 1 min read सौगात ????सौगात. ????? मुक्तक????. ????? सौगात ये रिश्तो की हम दिल में बसाते है. सोये सोये अरमां हम उनको जगाते है. रिश्तो को मोती को धाँगे में पिरो लेंगे. जो रूठे... Hindi · कविता 490 Share सगीता शर्मा 28 Feb 2017 · 1 min read जिन्दगी जिन्दगी.???? ????? ????? मिली जिन्दगी हँसाने को. चले आये मनाने को. रहे हम तो सदा नादां समझना है जमाने को. छुपाया है सनम हमने. सुनाना है फसाने को. भरे है... Hindi · कविता 676 Share सगीता शर्मा 27 Feb 2017 · 1 min read बादल_____ गगन बादल - गगन मुक्त सृजन. मनभावन. ??????? सागर सी गहराई दिल में चाहत उतनी बसी है दिल में छू लूँ गगन ये दिल मेरा चाहे. रोको न यू अब तुम... Hindi · कविता 753 Share सगीता शर्मा 27 Feb 2017 · 1 min read राम नाम ???????????? ?????? ?????? राम नाम की जपलो माला. काहे इंसा मोह को पाला वांट जोहती सबरी देखी काहे करे अधर्म अनदेखी पार लगाये थे रधुरइया बन जाओ तुम एसे खिवैया... Hindi · कविता 2 612 Share सगीता शर्मा 27 Feb 2017 · 1 min read मनहरण मनहरण. ????? 8887+4. ????? देख सको तो देख लो प्रेम इन से सीख लो दिलो में अपने सदा प्यार रखना जिन्दा. मन की आँख खोल लो दिल में जो है... Hindi · कविता 708 Share सगीता शर्मा 27 Feb 2017 · 1 min read भूख ??????. भूख. ??????? इंसा भूख के आगे हारा. कित जाये फिर वो बेचारा. इक टुकडा रोटी को तरसा. चोर बना जग उसपे बरसा घर में माँ भी भूखी बैठी. किसमत... Hindi · कविता 668 Share सगीता शर्मा 27 Feb 2017 · 1 min read दहेज कुछ न देना दहेज कुछ न देना. विधा आप हमें बता देना कौन सी है. ????????? हमें कुछ नही चाहिये. बस लड़की संस्कारी चाहिये. शादी ऐसी कर देना. दहेज कुछ न देना. बारात... Hindi · कविता 583 Share