Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) Tag: दोहा 32 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 29 Sep 2020 · 1 min read 【32】 %^% मन मीत %^% मन को मीत बनाकर कठिन से, कठिन परिश्रम कर लो तुम मन यदि मीत बन गया तेरा, सारे दु:ख हो जाएंगे गुम Hindi · दोहा 3 358 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 28 Sep 2020 · 1 min read 【31】*¡* वक्त जाता रहा *¡* वक्त जाता ही रहा, तेज तीर रफ़्तार से। जैसे-तैसे मैं बचा, वक्त भीषण वार से।। Hindi · दोहा 5 360 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 22 Oct 2019 · 1 min read 【30】 चंचल मन चंचल मन नटखट बड़ा, करता उल्टे काम। लाए संकट बड़े - बडे़, जीना करे हराम।। Hindi · दोहा 4 760 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 22 Oct 2019 · 1 min read 【29】 चिंता देखो चिता जलाए मृत को, चिंता जिंदा खाती है चिंता ना करना कोई, चिंता सर्वस्व मिटाती है।। Hindi · दोहा 3 580 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 17 Mar 2019 · 1 min read 【28】 नींद { निद्रा } नींद बडी़ बेसुध होती, कभी प्यार करे - कभी वार करे। कम निद्रा बेकार करे, ज्यादा निद्रा तकरार करे।। Hindi · दोहा 3 368 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 17 Mar 2019 · 1 min read 【27】 मेहनत { परिश्रम } चादर मेहनत की जब ओढी़, मन से मैं तो अमीर बना। मिट गया मेरा खेद गरीबी का, परिश्रम मेरा तकदीर बना।। Hindi · दोहा 4 319 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 17 Mar 2019 · 1 min read 【26】 जख्म { घाव } दिल के जख्मों को भरने मैं, दवा ढूंढने गया जिधर । दवा नहीं मुझे जख्म मिले, मैं जीने लगा हूँ डर - 2 कर।। Hindi · दोहा 3 678 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 1 Mar 2019 · 1 min read 【25】 कोयल मधुर स्वरों में कोयल बोले, मन को जो अति भाती है। कटु वचन ना कोई बोले, हमको याद दिलाती है।। Hindi · दोहा 3 446 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 1 Mar 2019 · 1 min read 【24】 समय { वक्त } वक्त का पहिया फुर्तीला, जो बड़ी तेज से चलता है। वक्त के साथ चले जग में, उसे जीवन नहीं खललता है।। Hindi · दोहा 2 316 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 1 Mar 2019 · 1 min read 【23】 पीपल पीपल पेड़ परोपकारी, परोपकार कर जीता है दिन छाया रात - दिन ऑक्सीजन, दे उसका दिन बीता है Hindi · दोहा 2 320 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 1 Mar 2019 · 1 min read 【22】 मोर बारिश के मौसम में मोर, नाँच - नाँच के गाता है। जश्न मनाए हर पल का, हमको पाठ पढ़ाता है।। Hindi · दोहा 2 548 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 1 Mar 2019 · 1 min read 【21】 भगवान { ईश्वर } भगवान हमें हर दुविधा में, अनजान हो राह दिखाते हैं। मूरख बुद्धि इंसान हैं हम, ये राज़ समझ नहीं पाते हैं।। Hindi · दोहा 3 627 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 27 Feb 2019 · 1 min read 【20】 महंगाई महंगाई एक कमरतोड़ है, महंगे हुए यहाँ सब सामान सिर धुनकते कृषक देखा हैं, सस्ते सभी उनके अन्ऩ धान Hindi · दोहा 2 509 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 27 Feb 2019 · 1 min read 【19】 फैशन का दौर फैशन का अब दौर है आया, पैसे खर्च रहा इंसान मन बुद्धि मूरख हैं उसके, समझे वह कपड़ों को शान Hindi · दोहा 2 297 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 23 Feb 2019 · 1 min read 【18】 बचपन बचपन था रोमांस भरा, अब चिंताएं खाती रहती बचपन ही था प्यार का सागर, अब तन्हाई सी रहती Hindi · दोहा 2 579 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 23 Feb 2019 · 1 min read 【17】चाँदनी रात के अंधियारे में देखो, चाँदनी मुस्का रही जो भी गुजरा चाँदनी से, चाँदनी अति भा रही Hindi · दोहा 2 1 504 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 22 Feb 2019 · 1 min read 【16】 बगिया सुबह हुई रवि किरण पसारी, बगिया में फैले मोती बगिया सोचे में अति सुंदर, काश मैं भी दुल्हन होती Hindi · दोहा 3 2 440 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 22 Feb 2019 · 1 min read 【15】 माँ की ममता अटूट प्यार है माँ की ममता, टूट कभी जो ना पाये अनन्त दुआओं से देती है जो, जग माँ की ममता गाये Hindi · दोहा 2 1 624 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 22 Feb 2019 · 1 min read 【14】 राही { राहगीर } हम सब राही हैं जीवन के, लगातार हमको चलना आलस कर जो बैठ गए हम, वो चलना भी क्या चलना Hindi · दोहा 2 295 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 22 Feb 2019 · 1 min read 【13】 बचपन बचपन धूल भरा था सबका, धूल के हीरे कहलाये लोट - लोट कर खेले मरु, मात - पिता को हम भाये Hindi · दोहा 2 354 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 22 Feb 2019 · 1 min read 【12】"*" देश का सिपाही "*" फौलादी जिसका सीना है, खड़ा हुआ है बॉर्डर पर मौत भी आए लड़ जाएगा, उसको नहीं मरने का डर Hindi · दोहा 2 273 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 14 Feb 2019 · 1 min read 【11】 दादी माँ छोटे बच्चों को दादी, अपने अनुभव समझाती है। बिन सोचे जो काम करे, उसे चिंता बहुत सताती है।। Hindi · दोहा 3 556 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 14 Feb 2019 · 1 min read 【10】 पडौसी पास पडौसी दुःख - सुख साथी, बैर कबहु न करियो कोय। बुरा समय जो आयो अचानक, उस पल सहायक कोय न होय।। Hindi · दोहा 3 289 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 14 Feb 2019 · 1 min read 【9】 "*" गुरु ज्ञान दीप है "*" ज्ञान का दीपक जला रहा जो, मिटा रहा सबका अग्यान। गुरु बडे़ उस परमेश्वर से, गुरु चरणों का करलो ध्यान।। Hindi · दोहा 2 386 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 14 Feb 2019 · 1 min read 【8】 भाई की कलाई भाई की सजी कलाई, जिसको बहना ने राखी बाँधी। रक्षा कवच बनी जिसे राखी, रुक गईं जीवन की आँधी।। Hindi · दोहा 2 268 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 14 Feb 2019 · 1 min read 【7】 बहन { दीदी } बहन की आँखें कूट - कूट कर, भरी हुई हैं प्यार से। भाई की मिटें अमंगल घडीयाँ, बहना के दीदार से।। Hindi · दोहा 1 403 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 14 Feb 2019 · 1 min read 【6】 भाई भाई - भाई का बाहुबल है, भाई से सीना चौड़ा हो। भाई रहे नजदीक भाई के, भाई से ड़र भी डौडा { दूर } हो।। Hindi · दोहा 1 426 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 14 Feb 2019 · 1 min read 【5】 पिता पिता सभी को पेड़ की छाँया, जो घर की रक्षा करता। घर के सभी सदस्यों की वह, हर कठिनाई को हरता।। Hindi · दोहा 1 290 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 14 Feb 2019 · 1 min read 【4】 माँ माँ की ममता है सुखसागर, सागर से गागर भरलो। माँ के चरणों की सेवा कर, निज जीवन उत्तम करलो।। Hindi · दोहा 2 302 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 14 Feb 2019 · 1 min read 【3】 अव्वल आगाज़ नया अंदाज नया, कुछ नया ही तुम कर दिखलाओ। इस भीड़ भरी हुई दुनियाँ में, तुम अपने को अव्वल पाओ।। Hindi · दोहा 1 251 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 14 Feb 2019 · 1 min read 【2】 बड्ड़पन घटिया सोच गिरावे नीचे, रखो बड्ड़पन मेरे यार। बडी सोच का जादू देखो, सत्कारे तुम को संसार।। Hindi · दोहा 1 444 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 13 Feb 2019 · 1 min read 【1】सिद्धी विनायक पहले गणपति पूंजके, करो काम आरंभ। विघ्न मिटे मंगल होवें, कभी न फैले भंग।। Hindi · दोहा 1 1 497 Share