निंदा से घबराकर अपने लक्ष्य को कभी न छोड़े, क्योंकि लक्ष्य म
Ranjeet kumar patre
अपने अंदर करुणा रखो आवेश नहीं मेघ की वर्षा से पुष्प खिलते है
Ranjeet kumar patre
" समय "
Dr. Kishan tandon kranti
एक चाय में बेच दिया दिल,
TAMANNA BILASPURI
निगाहें प्यार की ऊंची हैं सब दुवाओं से,
TAMANNA BILASPURI
प्रिय, बीत गये मधुमास....
TAMANNA BILASPURI
बधईया बाजे नंद बाबा घर में
singh kunwar sarvendra vikram
सिद्धार्थ "बुद्ध" हुए
ruby kumari
I know
Bindesh kumar jha
चौपाई - तिरंगा
Sudhir srivastava
हर काम की कोई-ना-कोई वज़ह होती है...
Ajit Kumar "Karn"
" परीक्षा "
Dr. Kishan tandon kranti
" घर "
Dr. Kishan tandon kranti
चौपाई - तुलसीदास
Sudhir srivastava
**हाल मेरे देश का मंदा है दोस्तों**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
शिव जी
Sudhir srivastava
आंखें हमारी और दीदार आपका
Surinder blackpen
यूं तो गुल-ए-गुलशन में सभी,
TAMANNA BILASPURI
ए चांद आसमां के मेरे चांद को ढूंढ ले आ,
इंजी. संजय श्रीवास्तव
कसक
Sudhir srivastava
The moon you desire to see everyday, maybe I can't be that
Chaahat
कृष्ण जन्माष्टमी
रुपेश कुमार
4073.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
4072.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
और एक रात! मध्यरात्रि में एकाएक सारे पक्षी चहचहा उठे। गौवें
पूर्वार्थ
4071.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
कुंडलिया
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
चिरैया (कविता)
Indu Singh
4070.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर #विशेष_कविता:-
*प्रणय प्रभात*
4069.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
वो आँखें
Kshma Urmila
माना इंसान अज्ञानता में ग़लती करता है,
Ajit Kumar "Karn"
आँखें
Kshma Urmila
" कृष्णक प्रतीक्षा "
DrLakshman Jha Parimal
चांद दिलकश चेहरा छुपाने लगा है
नूरफातिमा खातून नूरी
ज़रूरत नहीं
Dr fauzia Naseem shad
4068.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
" कृष्णा का आवाहन "
DrLakshman Jha Parimal
गुरु चरणों की धूल*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
औरों के लिए जो कोई बढ़ता है,
Ajit Kumar "Karn"
मैं ज्यादा पूजा-पाठ में यकीन नहीं करता। मैं ज्यादा मंदिर जान
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
कृष्णा तेरी बांसुरी , जब- जब छेड़े तान ।
sushil sarna
सदैव मेहनत करके ही आगे बढ़ें,
Ajit Kumar "Karn"
बाल गोपाल
Kavita Chouhan
"जिन्दगी के इस युद्ध में अपने हिस्से आये कृष्ण को संभाले रखन
पूर्वार्थ
संविधान के पहरेदार
Shekhar Chandra Mitra
हम तो हैं इंसान के साथ
Shekhar Chandra Mitra
कृष्ण कन्हैया घर में आए
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
आज का वक्त कभी गुजरे
रेवा राम बांधे