sushil sarna 1174 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 8 Next sushil sarna 31 Jul 2024 · 1 min read नेताओं के पास कब , नेताओं के पास कब , जाता भला गरीब । अपने श्रम से वो गढ़े , अपना सुप्त नसीब ।। सुशील सरना / 31-7-24 Quote Writer 70 Share sushil sarna 31 Jul 2024 · 1 min read कुर्सी मिलते ही हुआ, कुर्सी मिलते ही हुआ, नेताओं का हाल । गाड़ी बँगला अरु मिला, गुप्त रूप से माल । सुशील सरना / 31-7-24 Quote Writer 54 Share sushil sarna 31 Jul 2024 · 1 min read पावन मन्दिर देश का, पावन मन्दिर देश का, संसद होता मित्र । नेता लड़ कर देश का, धूमिल करते चित्र ।। सुशील सरना / 31-7-24 Quote Writer 88 Share sushil sarna 31 Jul 2024 · 1 min read संसद में लो शोर का, संसद में लो शोर का, शुरू हुआ नव सत्र । आरोपों की फैलती, बौछारें सर्वत्र ।। सुशील सरना / 31-7-24 Quote Writer 86 Share sushil sarna 31 Jul 2024 · 1 min read संसद में लो शोर का, संसद में लो शोर का, शुरू हुआ नव सत्र । आरोपों की फैलती, बौछारें सर्वत्र ।। सुशील सरना Quote Writer 74 Share sushil sarna 31 Jul 2024 · 1 min read कितने ही वादे करें, कितने ही वादे करें, नेता चाहे आज । नग्न नयन के स्वप्न तो, टूटें बिन आवाज । । सुशील सरना / 31-7-24 Quote Writer 92 Share sushil sarna 30 Jul 2024 · 1 min read रिमझिम सावन की रुकी, रिमझिम सावन की रुकी, जैसे ही बरसात । आँखों मे तूफान की , उभरी बीती रात ।। सुशील सरना / 30-7-24 Quote Writer 56 Share sushil sarna 30 Jul 2024 · 1 min read दरारों में .... दरारों में .... मैं कब से तुम्हारे अहम् की प्राचीर के बाहर खड़ा रहा तुम्हारी प्रतीक्षा में और तुम अपने अहम् की प्राचीर के समस्त द्वार बंद कर ढूंढती रही... 35 Share sushil sarna 30 Jul 2024 · 1 min read सात जनम की गाँठ का, सात जनम की गाँठ का, मन में बड़ा मलाल । एक जनम ने कर दिया, अपना बिगड़ा हाल ।। सुशील सरना Quote Writer 58 Share sushil sarna 30 Jul 2024 · 1 min read कहते- कहते थक गए, कहते- कहते थक गए, वो कब मानी बात । रोज सवेरे हाथ में, थैला दे सौगात ।। सुशील सरना / 30-7-24 Quote Writer 85 Share sushil sarna 30 Jul 2024 · 1 min read अब लगती है शूल सी , अब लगती है शूल सी , जो लगती थी फूल। स्वप्न सभी लगने लगे, इच्छा के प्रतिकूल ।। सुशील सरना / 30-7-24 Quote Writer 59 Share sushil sarna 30 Jul 2024 · 1 min read शादी करके सब कहें, शादी करके सब कहें, शादी तो है भूल। जीवन में होते नहीं, संग सभी अनुकूल ।। सुशील सरना / 30-7-24 Quote Writer 88 Share sushil sarna 29 Jul 2024 · 1 min read आभास (वर्ण पिरामिड ) आभास (वर्ण पिरामिड ) मैं तुम यथार्थ और हम एक विश्वास जीवन है माया देह सिर्फ आभास सुशील सरना Quote Writer 52 Share sushil sarna 29 Jul 2024 · 1 min read दोहा पंचक. . . . वक्त दोहा पंचक. . . . वक्त हर करवट में वक्त की,छिपी हुई है सीख । आ जाए जो वक्त तो, राजा मांगे भीख ।। डर के रहना वक्त से, ये... 42 Share sushil sarna 29 Jul 2024 · 1 min read अब शिक्षा का हो रहा, अब शिक्षा का हो रहा, खुलेआम व्यापार । बच्चे लेकर घूमते , रोजगार अखबार ।। सुशील सरना / 29-7-24 Quote Writer 57 Share sushil sarna 29 Jul 2024 · 1 min read डिग्री लादी काँधे पर, डिग्री लादी काँधे पर, आँखों में अवसाद । दुर्लभ है अब नौकरी, का मिलना उस्ताद ।। सुशील सरना / 29-7-24 Quote Writer 99 Share sushil sarna 29 Jul 2024 · 1 min read रोजगार मिलता नहीं, रोजगार मिलता नहीं, परेशान परिवार । भारी- भारी डिग्रियाँ, लगती हैं बेकार ।। सुशील सरना / 29-7-24 Quote Writer 60 Share sushil sarna 28 Jul 2024 · 1 min read ये कैसा घर है .... ये कैसा घर है .... ये कैसा घर है जहां सब बेघर रहते हैं दो वक्त की रोटी उजालों की आस हर दिन एक सा और एक सी प्यास चेहरे... 65 Share sushil sarna 28 Jul 2024 · 1 min read बहुत धूप है बहुत धूप है आजकल अपनों के सायों में सुशील सरना Quote Writer 86 Share sushil sarna 28 Jul 2024 · 1 min read दोहा सप्तक. . . . शिक्षा दोहा सप्तक. . . . शिक्षा नम्बर वन की रेस का, सबको चढ़ा बुखार । बिना लक्ष्य के दौड़ते, बच्चे कई हजार ।। धन अर्जन का बन गई, शिक्षा अब... 2 62 Share sushil sarna 27 Jul 2024 · 1 min read किसकी सदा.... किसकी सदा.... मैं तेशे के वार से मिट जाता मगर , ...जाने किसकी सदा ने बचाया मुझे । ........कटी शाख़ों पे मौसम हुआ मेहरबाँ , .............नन्हीं कोपलों ने फिर सजाया... Quote Writer 1 62 Share sushil sarna 27 Jul 2024 · 1 min read कुछ चुटकियाँ .... कुछ चुटकियाँ .... वो चाय क्या जिसमें भाप न हो वो नींद क्या जिसमें ख्वाब न हो ............. वो प्याला क्या जिसमें शराब न हो वो हिजाब क्या जिसमें शबाब... 1 54 Share sushil sarna 27 Jul 2024 · 1 min read नकाब .... नकाब .... तमाम शब् अधूरी सी इक नींद ज़हन की अंगड़ाई में छुपाये रहती हूँ इक *मौहूम सी मुस्कान लबों पे थिरकती रहती है सुर्ख रूख़सारों पे ज़िंदा है तारीकी... 47 Share sushil sarna 26 Jul 2024 · 1 min read खत्म हो चुका खत्म हो चुका फासला कभी का बुझा दो शमा कि रोशनी सितम ढाने लगी है सुशील सरना Quote Writer 65 Share sushil sarna 26 Jul 2024 · 1 min read उल्फ़त .में अज़ब बात हुआ करती है । उल्फ़त .में अज़ब बात हुआ करती है । ख़्वाबों में ही मुलाक़ात हुआ करती है । नज़रें इशारों को. समझ ही नहीं पाती - बस खामोशियों से बात हुआ करती... Quote Writer 52 Share sushil sarna 26 Jul 2024 · 1 min read वो रात कुछ और थी । वो रात कुछ और थी । वो बात कुछ और थी । वो जीत कुछ और थी - वो मात कुछ और थी । सुशील सरना Quote Writer 66 Share sushil sarna 26 Jul 2024 · 1 min read प्रश्न ...... प्रश्न ...... प्रश्न प्रश्न प्रश्न स्वयं को तलाशते सैंकड़ों प्रश्न क्या मैं सदियों से वीरान किसी पूजा गृह की काल धूल के आवरण से लिपटी कोई खंडित प्रतिमा हूँ या... 55 Share sushil sarna 26 Jul 2024 · 1 min read छल ...... छल ...... कल फिर एक कल होगा भूख के साथ छल होगा आशाओं के प्रासाद होंगे तृष्णा की नाद होगी उदर की कहानी होगी छल से छली जवानी होगी एक... 23 Share sushil sarna 26 Jul 2024 · 1 min read दोहा त्रयी. . . . . दोहा त्रयी. . . . . मर्यादा की तोड़ते , सम्बोधन प्राचीर । सम्बन्धों में भर दिया, नवयुग ने अब नीर ।। शब्द शरों से भेदते,दिल को अपने मीत ।... Quote Writer 102 Share sushil sarna 26 Jul 2024 · 1 min read मर्यादा की तोड़ते , मर्यादा की तोड़ते , सम्बोधन प्राचीर । सम्बन्धों में भर दिया, नवयुग ने अब नीर ।। सुशील सरना / 26-7-24 Quote Writer 1 87 Share sushil sarna 25 Jul 2024 · 1 min read चाँदनी ,,,,,,, चाँदनी ,,,,,,, चमकने लगे हैं केशों में चाँदी के तार शायद उम्र के सफर का है ये आखिरी पड़ाव थोड़ा जलता थोड़ा बुझता साँसों का अलाव क्षितिज पर साँझ की... 1 29 Share sushil sarna 25 Jul 2024 · 1 min read हरिक मोड़ पर जिंदगी, हरिक मोड़ पर जिंदगी, पूछे एक सवाल । क्या पाने की होड़ में, जीवन दिया निकाल ।। सुशील सरना / 25-7-24 Quote Writer 2 107 Share sushil sarna 25 Jul 2024 · 1 min read वक्त के आगे जीव की, वक्त के आगे जीव की, कभी न गलती दाल । सुलझ न पाया आज तक, वक्त का उलझा जाल ।। सुशील सरना / 25-7-24 Quote Writer 55 Share sushil sarna 25 Jul 2024 · 1 min read निश्चित जो संसार में, निश्चित जो संसार में, उस पर कैसा भेद । आदि- अन्त के प्रश्न पर, क्यों करना निर्वेद ।। सुशील सरना / 25-7-24 Quote Writer 55 Share sushil sarna 25 Jul 2024 · 1 min read बहुतेरे हैं प्रश्न पर, बहुतेरे हैं प्रश्न पर, उत्तर भी कुछ मौन । क्या है आखिर जीव में, सूक्ष्म बताए कौन ।। सुशील सरना / 25-7-24 Quote Writer 61 Share sushil sarna 25 Jul 2024 · 1 min read फिसला जाता रेत सा, फिसला जाता रेत सा, जीवन जरा संभाल । क्या जानें किस मोड़ पर, मिले अचानक काल ।। सुशील सरना / 25-7-24 Quote Writer 52 Share sushil sarna 25 Jul 2024 · 1 min read तोड़ सको तो तोड़ दो, तोड़ सको तो तोड़ दो, प्रश्नों का हर जाल । यह जीवन तो पूछता, हरदम नया सवाल ।। सुशील सरना / 25-7-24 Quote Writer 109 Share sushil sarna 25 Jul 2024 · 1 min read यह जीवन तो शून्य का, यह जीवन तो शून्य का, आभासी है रूप । पग - पग पर संघर्ष की, फैली तीखी धूप ।। सुशील सरना / 25-7-24 Quote Writer 50 Share sushil sarna 25 Jul 2024 · 1 min read उत्तर सारे मौन हैं, उत्तर सारे मौन हैं, प्रश्न सभी वाचाल । किसने जानी आज तक, भला काल की चाल ।। सुशील सरना / 25-7-24 Quote Writer 44 Share sushil sarna 24 Jul 2024 · 1 min read पीतल सोना एक से, पीतल सोना एक से, कैसे हो पहचान । किसके अन्तस साधु है, किसके मन शैतान ।। सुशील सरना / 24-7-24 Quote Writer 64 Share sushil sarna 24 Jul 2024 · 1 min read तन्त्र- मन्त्र बेकार सब, तन्त्र- मन्त्र बेकार सब, इनसे रहना दूर । यह ढोंगी संसार में, अक्सर देखे क्रूर ।। सुशील सरना / 24-7-24 Quote Writer 106 Share sushil sarna 24 Jul 2024 · 1 min read भस्म लगाई जिस्म पर, भस्म लगाई जिस्म पर, बन बैठे फिर भक्त । थोड़ा इन पर सोच कर, ही होना आसक्त ।। सुशील सरना / 24-7-24 Quote Writer 78 Share sushil sarna 24 Jul 2024 · 1 min read गल माला है काठ की, गल माला है काठ की, माथे लगा त्रिपुंड । भरा हुआ है पाप से, पाखंडी मन कुंड ।। सुशील सरना / 24-7-24 Quote Writer 60 Share sushil sarna 24 Jul 2024 · 1 min read माला फेरें राम की, माला फेरें राम की, करते गंदे काम । ऐसे ढोंगी धर्म को, करते हैं बदनाम ।। सुशील सरना / 24-7-24 Quote Writer 65 Share sushil sarna 24 Jul 2024 · 1 min read मुकम्मल आसमान ..... मुकम्मल आसमान ..... कल जो गुजरता है जिन्दगी में एक मील का पत्थर बन जाता है और गिनवाता है तय किये गये सफर के चक्र की नुकीली सुइयों पर रखे... 61 Share sushil sarna 24 Jul 2024 · 1 min read कुण्डलिया कुण्डलिया श्यामल- श्यामल मेघ हैं, मेघ रंग के श्याम । झूला -झूला ढूँढती , कहाँ छुपे घनश्याम । कहाँ छुपे घनश्याम,कहीं वो नज़र न आये । लुकछुप करके रास, साँवरा... Quote Writer 61 Share sushil sarna 23 Jul 2024 · 1 min read माला फेरें राम की, माला फेरें राम की, करते गंदे काम। ऐसे ढोंगी धर्म को, करते हैं बदनाम।। सुशील सरना Quote Writer 68 Share sushil sarna 23 Jul 2024 · 1 min read पागल मन ..... पागल मन ..... एक लम्बे अंतराल के बाद एक परिचित आभास अजनबी अहसास अंतस के पृष्ठों पे जवाबों में उलझा प्रश्नों का मेला एकाकार के बाद भी क्यूँ रहता है... 2 93 Share sushil sarna 23 Jul 2024 · 1 min read क्यों अपने रूप पर ....... क्यों अपने रूप पर ....... क्यों अपने रूप पर ऐ चाँद तू इतराया है तू तो मेरे चाँद का बस हल्का सा साया है केसरिया है रूप तेरा केसरिया परछाईं... 14 Share sushil sarna 23 Jul 2024 · 1 min read निश्चित जो संसार में, निश्चित जो संसार में, उस पर कैसा क्षोभ । इस जीवन की श्वांस का, सदा व्यर्थ है लोभ ।। सुशील सरना / 23-7-24 Quote Writer 83 Share Previous Page 8 Next