Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
Page 83
इस दुनिया में जहाँ
इस दुनिया में जहाँ
gurudeenverma198
गुरुवर डे (शिक्षक दिवस)
गुरुवर डे (शिक्षक दिवस)
जय लगन कुमार हैप्पी
#आज_का_शेर-
#आज_का_शेर-
*प्रणय प्रभात*
प्रेमी से बिछोह का अर्थ ये नहीं होता कि,उससे जो प्रेम हैं
प्रेमी से बिछोह का अर्थ ये नहीं होता कि,उससे जो प्रेम हैं
पूर्वार्थ
I never force anyone to choose me. If you think you can find
I never force anyone to choose me. If you think you can find
पूर्वार्थ
गाली
गाली
Rambali Mishra
जिंदगी
जिंदगी
Rambali Mishra
- दिल में बसाया था तुझे -
- दिल में बसाया था तुझे -
bharat gehlot
- वो मेरा दिल ले गई -
- वो मेरा दिल ले गई -
bharat gehlot
'चाह' लेना ही काफ़ी नहीं है चाहत पूरी करने को,
'चाह' लेना ही काफ़ी नहीं है चाहत पूरी करने को,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
#छोटी_कविता *(बड़ी सोच के साथ)*
#छोटी_कविता *(बड़ी सोच के साथ)*
*प्रणय प्रभात*
राहें तो बेअंत हैं,
राहें तो बेअंत हैं,
sushil sarna
व्यर्थ बात है सोचना ,
व्यर्थ बात है सोचना ,
sushil sarna
सत्य विवादों से भरा,
सत्य विवादों से भरा,
sushil sarna
नहीं जरूरी जिंदगी,
नहीं जरूरी जिंदगी,
sushil sarna
दौड़ी जाती जिंदगी,
दौड़ी जाती जिंदगी,
sushil sarna
बीते कल की क्या कहें,
बीते कल की क्या कहें,
sushil sarna
अपनी भूलों से नहीं,
अपनी भूलों से नहीं,
sushil sarna
4117.💐 *पूर्णिका* 💐
4117.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
साहित्य में बढ़ता व्यवसायीकरण
साहित्य में बढ़ता व्यवसायीकरण
Shashi Mahajan
टूटते पत्तो की तरह हो गए हैं रिश्ते,
टूटते पत्तो की तरह हो गए हैं रिश्ते,
Anand Kumar
कलियों सी मुस्कुराती
कलियों सी मुस्कुराती
Anand Kumar
हाँ, मैं पुरुष हूँ
हाँ, मैं पुरुष हूँ
हिमांशु Kulshrestha
पर्वत के जैसी हो गई है पीर  आदमी की
पर्वत के जैसी हो गई है पीर आदमी की
Manju sagar
- दिल यह तुझ पर मरता है -
- दिल यह तुझ पर मरता है -
bharat gehlot
- तेरे लिए -
- तेरे लिए -
bharat gehlot
“दोहरी सोच समाज की ,
“दोहरी सोच समाज की ,
Neeraj kumar Soni
नहीं है पूर्णता मुझ में
नहीं है पूर्णता मुझ में
DrLakshman Jha Parimal
" आराधक "
DrLakshman Jha Parimal
समस्त महामानवों को आज प्रथम
समस्त महामानवों को आज प्रथम "भड़ास (खोखले ज्ञान) दिवस" की धृष
*प्रणय प्रभात*
त्रिभंगी छंद, वीरों को समर्पित
त्रिभंगी छंद, वीरों को समर्पित
Annapurna gupta
- मेरे अल्फाजो की दुनिया में -
- मेरे अल्फाजो की दुनिया में -
bharat gehlot
मतलब की इस दुनिया में वह पिता ही तो है, जो औलाद को बेमतलब प्
मतलब की इस दुनिया में वह पिता ही तो है, जो औलाद को बेमतलब प्
Ranjeet kumar patre
मेरे पास सो गई वो मुझसे ही रूठकर बेटी की मोहब्बत भी लाजवाब ह
मेरे पास सो गई वो मुझसे ही रूठकर बेटी की मोहब्बत भी लाजवाब ह
Ranjeet kumar patre
- मन करता है -
- मन करता है -
bharat gehlot
*धन्य-धन्य वह जो इस जग में, हुआ बड़ा धनवान है (मुक्तक)*
*धन्य-धन्य वह जो इस जग में, हुआ बड़ा धनवान है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
विषय – आत्मविश्वास और आत्ममुग्धता में अंतर
विषय – आत्मविश्वास और आत्ममुग्धता में अंतर
Sonam Puneet Dubey
जो मन से ही बेहद कमजोर होगा,
जो मन से ही बेहद कमजोर होगा,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
#जय_गौवंश
#जय_गौवंश
*प्रणय प्रभात*
आत्ममुग्धता अर्थात् आत्महत्या
आत्ममुग्धता अर्थात् आत्महत्या
Sonam Puneet Dubey
दुखड़े   छुपाकर  आ  गया।
दुखड़े छुपाकर आ गया।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
शुभ प्रभात
शुभ प्रभात
Rambali Mishra
शुभ दिवस
शुभ दिवस
*प्रणय प्रभात*
आज़ तेरा है कल मेरा हो जायेगा
आज़ तेरा है कल मेरा हो जायेगा
Keshav kishor Kumar
4115.💐 *पूर्णिका* 💐
4115.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
4114.💐 *पूर्णिका* 💐
4114.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
बड़े दिनों के बाद महकी है जमीं,
बड़े दिनों के बाद महकी है जमीं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
आजकल की पीढ़ी अकड़ को एटीट्यूड समझती है
आजकल की पीढ़ी अकड़ को एटीट्यूड समझती है
Sonam Puneet Dubey
ଆତ୍ମବିଶ୍ୱାସ ସହ ବଞ୍ଚନ୍ତୁ
ଆତ୍ମବିଶ୍ୱାସ ସହ ବଞ୍ଚନ୍ତୁ
Otteri Selvakumar
Page 83
Loading...