सुखविंद्र सिंह मनसीरत Language: Hindi 2395 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 9 Next सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Dec 2022 · 1 min read आँखों से बरसते मोती ** ऑंखों से बरसते मोती ** ********************** आँखों से बरसते मोती हैं, दुख पीड़ा को जो धोती है। गैरों की गौर में जीने लगे, अपनों की गोद में रोती है।... Hindi · कविता 104 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Dec 2022 · 1 min read प्रभु जी हम तेरे सवाली **प्रभु जी हम तेरे सवाली** ********************** प्रभु जी हम तेरे है सवाली, तू ही हम सब का है माली। तेरे बिना कुछ भी न हो पाए, तेरी रजा में सुख... Hindi · गीत 71 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 4 Dec 2022 · 1 min read तपती रेत सा प्यार *** तपती रेत सा प्यार *** ********************* तपती रेत सा ही प्यार है, मिल जाए तो मजेदार है। मर्ज ए दिल की दवा नहीं, हौसला ही तो मददगार है। खो... Hindi · कविता 110 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 4 Dec 2022 · 1 min read अपना अपना नसीब ***** अपना-अपना नसीब ***** *************************** कोई अमीर तो कोई गरीब है, सभी का अपना-अपना नसीब है। किसी को महल बंगले बहुत रंगले, कोई ढूंढता हो छत की तरकीब है। देखे... Hindi · कविता 89 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Dec 2022 · 1 min read खिल कर कली किधर को चली खिल कर कली किधर को चली ************************** बन कर कली है वो खिली, खिल कर कली किधर को चली। है महक महकाती मन विरही को, इधर-उधर जिधर भी हो मनचली।... Hindi · कविता 111 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Dec 2022 · 1 min read प्रीत पराई होती दुखदाई * प्रीत पराई होती दुखदाई * ********************** प्रीत - पराई होती दुखदाई, ठोकरें खाए बहुत हरजाई। देखूं निहारूं बन कर पपैया, कोई ना स मझे दर्द- जुदाई। हास्य पात्र बना... Hindi · कविता 95 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2 Dec 2022 · 1 min read ये दुनिया बहुत गोल है ** ये दुनिया बहुत गोल है ** ********************** ये दुनिया बहुत ही गोल है, करती रहती भाव - मोल है। बातों - बात बिगड़ती रहती, समझ से परे नाप -... Hindi · कविता 72 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Nov 2022 · 1 min read दिल की बात बताऊँ कैसे दिल की बात बताऊँ कैसे ********************* दिल की बात बताऊँ कैसे, खस्ता हाल सुनाऊँ कैसे। उन की प्रीत पराई देखी, अपना खास बनाऊँ कैसे। सब नाकाम हुई तरकीबें, आया प्यार... Hindi · ग़ज़ल 86 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 29 Nov 2022 · 1 min read लगी पैसा बुरी बीमारी *लगी पैसा बुरी बीमारी* ******************* राजा हो चाहे भिखारी। लगी पैसा बुरी बीमारी। पग-पग पर रिश्वतखोरी, या चलती है सीनाजोरी, अफ़सर हो चाहे मदारी। लगी पैसा बुरी बीमारी। पैसों से... Hindi · गीत 106 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Nov 2022 · 1 min read किस किस के दुख दूर करूँ किस किस के दुख दूर करूँ ********************** किस किस के दुख दूर करूँ यह दुनिया दुखिया सारी। पेट आग कहीं न बुझती, पग - पग पर है मारो मारी। कोई... Hindi · गीत 81 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 Nov 2022 · 1 min read वासना के भर से प्रेम पात्र खाली है ?वासना के भार से प्रेम पात्र खाली है* ****************************** वासना के भार से प्रेम पात्र खाली है, प्यार के बिना अधूरी पड़ी थाली है। ढूंढती है नारी विश्वास अपने प्यार... Hindi · कविता 71 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 Nov 2022 · 1 min read प्यारा गीत लिखूँगा *** प्यारा गीत लिखूँगा *** ********************** तुम पर प्यारा गीत लिखूँगा, कैसा मेरा मीत लिखूँगा। चाँद - चकोरी भोली सूरत, मोम की मूरत प्रीत लिखूँगा। लहर - लहर जैसे लहराता,... Hindi · गीत 106 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 26 Nov 2022 · 1 min read प्रेम भेजा फ़्राई ** प्रेम भेजा फ़्राई ** **************** प्यार में गहराई है, भरी पड़ी तन्हाई है। प्रेम गर हो झोली में, जीवन की कमाई है। दर्दो भरी कहानी हो, यह कड़वी सच्चाई... Hindi · कविता 59 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 26 Nov 2022 · 1 min read गुनगनी धूप सा बदन तेरा है गुनगनी धूप सा बदन तेरा है ********************** गुनगनी धूप सा बदन तेरा है, मेघों सा बरसता मन मेरा है। देखूं इक झलक है चैन आए, रात के बाद जैसे हो... Hindi · कविता 81 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 26 Nov 2022 · 1 min read तुम सा कोई महबूब नही है *** तुम से कोई महबूब नहीं है *** *************************** तुम सा कोई प्यारा महबूब नहीं है, तुम बिन कोई हमारा कबूल नहीं है। जी लेंगे तेरी यादों के साये में... Hindi · कविता 74 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 25 Nov 2022 · 1 min read लगी नैनों में सावन झड़ी *लगी नैनों में सावन झड़ी* ********************* लगी नैनों में सावन झड़ी, गौरी जिद्द पर अपनी अड़ी। खिलौना जान कर है तोड़ा, किया नहीं तरस भी थोड़ा, टूटे दिल की कीमत... Hindi · गीत 84 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 Nov 2022 · 1 min read कभी कभी मन रोता है कभी-कभी मन रोटा है ******************* कभी ना कभी मन रोता है, औरों का बोझा ढोता है। जागता रहता है दिन- रात, कभी नहीं दो पल सोता है। बोए शूल फूल... Hindi · कविता 81 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 Nov 2022 · 1 min read प्रेम के दोहे *********** प्रेम दोहावली *********** ********************************** खड़ी पिया हूँ बाट में,आइए जी हुजूर। पलकें भी झपकीं नही,नयन हुए हैं चूर।। प्रेयसी जिद्द पर अड़ी , देती है सफाई। जिस संग है... Hindi · दोहा 114 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 Nov 2022 · 1 min read प्रेम दोहावली 1 *********** प्रेम दोहावली *********** ********************************** खड़ी पिया हूँ बाट में,आइए जी हुजूर। पलकें भी झपकीं नही,नयन हुए हैं चूर।। प्रेयसी जिद्द पर अड़ी , देती है सफाई। जिस संग है... Hindi · दोहा 109 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 23 Nov 2022 · 1 min read मंजिल बहुत करीब है मंजिल बहुत करीब है ****************** मंजिल बहुत करीब है, सोये मिरे नसीब है। खुद पर यकीं नही रहा, भाग्य ही बदनसीब है। कोई सखा मिला नहीं, दुनिया बड़ी अजीब है।... Hindi · कविता 79 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 23 Nov 2022 · 1 min read दिल मे लगी आग है दिल मे लगी आग है ***************** दिल में लगी आग हैं, प्रेम का छिड़ा राग है। देख कर झूम उठा, फलों से भरा बाग है। मुख फुला चल दिये, मुँह... Hindi · कविता 75 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 23 Nov 2022 · 1 min read वो जो दिल के खास है वो जो दिल के ख़ास है ****************** वो जो दिल के खास है, मन मे रहते बन आस हैं। मज़बूरियों में हैं घिरे हुए, बुझती न प्रेम-प्यास है। जीत कर... Hindi · कविता 85 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Nov 2022 · 1 min read हुस्न ए मल्लिका *** हुस्न ए मल्लिका *** ******************** हुस्न ए मल्लिका हूर है, मुखड़े पर उसके नूर है। वो है परी जिद्द पर अड़ी, उन्हीं से ही है आँख लड़ी, मन मे... Hindi · गीत 101 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Nov 2022 · 1 min read प्रेम हद पार **** प्रेम हद पार **** ****************** प्रेम भी हर हद पार है, चाँद सा सुंदर यार है। हर अदा मस्तानी लगे, मद भरा यौवन भार है। हुस्न ए मल्लिका खड़ी,... Hindi 78 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 Nov 2022 · 1 min read तुम से घर गुलज़ार हुआ *** तुम से घर गुलज़ार हुआ *** ************************** उन से जब से है तकरार हुआ, उनका अब तक ना दीदार हुआ। हर कोई नजरों से दूर हुआ, बेगाना हम से... Hindi · ग़ज़ल 70 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 Nov 2022 · 1 min read खुद से बेगाना ****** खुद से बेगाना ***** *********************** पल भर में खोया सा खो गया, मेरा दिल दीवाना हो गया। देखा उनको था शौक से, खुद से बेगाना हो गया। नजरें मादक... Hindi · ग़ज़ल 115 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 Nov 2022 · 1 min read जिस्म के पैंतीस टुकड़े ******* जिस्म के पैंतीस टुकड़े ******* ******************************** जिस्म के पैंतीस टुकड़े करा के चल दिये। अपने मन की हवस बुझाकर के चल दिये, मौज-मस्तियाँ रंगरलियां मनाई रात-दिन, मौत की गहरी... Hindi · कविता 1 155 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 19 Nov 2022 · 1 min read शूरवीरों को प्रणाम ********* शूरवीरों को प्रणाम ******** ********************************* शूरवीर शौर्य चक्र विजेताओं को प्रणाम है, परमवीर चक्रधारी को शत-शत प्रणाम है। वीरों की चौड़ी छाती सहती रहती गोली है, बंदूकों के साथ... Hindi · कविता 108 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 19 Nov 2022 · 1 min read कुछ कहना नही *हमें तुम से कभी कुछ कहना नहीं* *************************** हमें तुम से कभी कुछ कहना नहीं, ज़ुल्म अब और बस सहना नहीं। नैनों से झडा आ कर नीर मैं, अश्क बनकर... Hindi · ग़ज़ल 95 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 Nov 2022 · 2 min read शिक्षा जगत का हीरा सतबीर गोयत ****** शिक्षा जगत का हीरा सतबीर गोयत ****** ***************************************** शिक्षा जगत का हीरा सतबीर गोयत बहुत प्यारा सै, शिक्षा खातर जान झोंकनिया नेता बहुत न्यारा सै। जन -शिक्षा आंदोलन जन... Hindi · कविता 91 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 Nov 2022 · 1 min read वो जो मेरे साथ है ********* वो जो मेरे साथ है ********** ********************************** लंबा सफर भी कट गया वो जो मेरे साथ है, ग़म से भरा पल छंट गया वो जो मेरे साथ है। खुशियों... Hindi · कविता 166 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 16 Nov 2022 · 1 min read नारी-अभिनंदन ***** नारी-अभिनंदन **** ********************** औरत तेरे कई काम हैं, निलता कभी न आराम है। तन - मन से रहे सेवा करती, सुबह से हो जाती शाम है। सुबह - सवेरे... Hindi · कविता 95 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 15 Nov 2022 · 1 min read खिल गया मन का कोना-कोना खिल गया मन का कोना-कोना ************************ खिल गया मन का कोना-कोना, दूर हुआ दुखी दिल का रोना। कोशिशों ने भी मात ही खाई, काम नहीं आया जादू - टोना। कैसा... Hindi · कविता 78 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 Nov 2022 · 1 min read चूहा -बिल्ली *चूहा-बिल्ली (बालगीत)* ******************** चूहे पीछे भागी बिल्ली, आगे चूहा पीछे बिल्ली। मोटा - ताजा तगड़ा चूहा, खाते - पीते घर का चूहा, बिल्ली की दिखाई दिल्ली। आगे चूहा पीछे बिल्ली।... Hindi · बाल कविता 477 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 Nov 2022 · 1 min read दो दिलों का मेल है जिंदगी दो दिलो का मेल है जिंदगी ********************** दो दिलों का मेल है जिंदगी, विचारों की सेल है जिंदगी। बेमेल रूहों का हो मिलन, बना देती रेल है जिंदगी। खतरे में... Hindi · कविता 68 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Nov 2022 · 1 min read खुश्बू भरी शाम *** खुश्बू भरी शाम *** ******************* खुश्बू से भरी शाम है, अब जो न रही आम है। यार दिलदार है आया, बाकी नहीं कोई काम है। तितलियाँ भी हैं उड़... Hindi · कविता 75 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Nov 2022 · 1 min read जिंदगी है दुखों से बरी *जिंदगी है दुखों से भरी* ******************** जिन्दगी है दुखों से भरी, खट्टी-मीठी यादों से भरी। बहुत मुश्किल डगर हुई, शूल और काँटों से भरी। संकटों से भरा है जहां, टेढ़े... Hindi · कविता 92 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 12 Nov 2022 · 1 min read माथे के8 बिंदिया ****** माथे की बिंदिया ******* *************************** सदा सुहागिन है माथे की बिंदिया, दीवाना बनाती माथे की बिंदिया। आँचल में सुनहरी सपने हैं समेटे, नई राहें दिखाती माथे की बिंदिया। जिम्मेदारी... Hindi · कविता 102 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 12 Nov 2022 · 1 min read भूकंप कंपन **** भूकंप-कंपन ***** ******************** सपनों के सागर में खोया, था मैं गहरी नींद में सोया। अचानक सारी धरती घूमी, हिल गया सोया का सोया। चारपाई संग नभ भी घूमा, आँखें... Hindi · कविता 109 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 11 Nov 2022 · 1 min read चाँद-चकोरी ***** चाँद-चकोरी ***** ********************* मन को भायी सूरत प्यारी, चाँद-चकोरी लगती प्यारी। नैन - कटोरे नजर नशीली, मन को भाये छैल-छबीली, रंग - रूप की भरी पटारी। मन को भायी... Hindi · गीत 115 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 11 Nov 2022 · 1 min read बहुत कुछ खो कर तुझ में खोया हूँ *बहुत कुछ खो कर तुझ में खोया हूँ* ****************************** बहुत कुछ खो कर ही तुझ में खोया हूँ, तेरी यादों में प्रियवर दिन-रात रोया हूँ। हुस्न का जादू हमपर हद... Hindi · कविता 75 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Nov 2022 · 1 min read गैर संग प्रीत हुई पराई *** गैर संग प्रीत हुई पराई ** *********************** हिचकी के साथ याद है आई, गैर संग प्रीत हुई थी पराई। हाथ न आया वो पल सुहाना, काम न आया बनाया... Hindi · गीत 185 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 Nov 2022 · 1 min read चाँद का टुकड़ा उतरा जमीं पर चाँद का टुकड़ा उतरा जमीं पर ************************ चाँद का टुकड़ा उतरा जमीं पर, रूप का जलवा देखा जमीं पर। गोल - मटोल गोरी का मुखड़ा, देखा उसे लगा ज़ोर का... Hindi · कविता 151 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 8 Nov 2022 · 1 min read कथावाचक मालामाल ** कथावाचक-मालामाल ** *********************** कथावाचक होते मालामाल है, सुनने वालों के खस्ताहाल हैं। यह अन्तर कहाँ आ जाता है, घनी आस्था पे बड़ा सवाल है। एक ही मिट्टी के हम... Hindi · कविता 2 105 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 8 Nov 2022 · 1 min read जीने की आस बाकी है *** जीने की आस बाकी है *** ************************* चले आओ अभी सांस बाकी है, जीवन जीने की आस बाकी है। खड़ी राधा रानी युमना किनारे, कृष्ण लीला का रास बाकी... Hindi · कविता 2 136 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Nov 2022 · 1 min read जीवन की जागीर **जीवन की जागीर ** ****************** मेरी तुम तकदीर हो, जीवन की जागीर हो। शोभन बारे क्या कहूँ, परियों सी तस्वीर हो। हाथों की रेखा तुम्हीं, राँझे की तुम हीर हो।... Hindi · ग़ज़ल 186 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 4 Nov 2022 · 1 min read चोरी चोरी जब नजरें मिली चोरी-चोरी जब नजरें मिली ********************** चोरी-चोरी जब नजरें मिली। तन-बदन मे थी आग लगी। खिला दिल का कोना-कोना, पिया मिलन की आस जगी। यौवन की रुत बड़ी हरी-भरी, प्यासे मन... Hindi · गीत 95 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Nov 2022 · 1 min read आ ही तक याद है पूर्णिका ************************( ******* अभी तक याद है ******* **************************** हमें बीता जमाना अभी तक याद है। मंद मंद मुस्कराना अभी तक याद है। हया में पलकें झुका चोरी से ताकना,... Hindi · कविता 222 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 Nov 2022 · 1 min read दिल का दर्द बहुत भारी **दिल का दर्द बहुत भारी** ********************** दिल का दर्द है बहुत भारी, मरते दम तक निभाएंगे यारी। इश्किया हवा ने है भटकाया, चली आओ तुम्हारी है बारी। कैसा भी मौसम... Hindi · ग़ज़ल 237 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 31 Oct 2022 · 1 min read प्यारे गुलनार लाये है **प्यारे गुलनार लाये हैं** ******************** दिल के दिलदार लाये हैं, पौधे फलदार लाये हैं। झाबा वो आम रसवाला, मीठे रसदार लाये हैं। मुखड़ा भी है खिला जैसे, खिलता गुलज़ार लाये... Hindi · ग़ज़ल 198 Share Previous Page 9 Next