ओनिका सेतिया 'अनु ' Language: Hindi 1908 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 9 Next ओनिका सेतिया 'अनु ' 6 Apr 2022 · 1 min read नादानियां नादानियां करे यह सियासतदान , और सज़ा भुकते हमारे वीर जवान । कब तक चलेगा इनके जीवन के साथ खिलवाड़ , सोच सोच कर हम हो रहे हैरान और परेशान... Hindi · शेर 256 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 5 Apr 2022 · 1 min read सूरज देव का जोश सूरज देव आए जोश में, फेंकने लगे है किरणों के तीर । अभी से यह तेवर है जनाब के , तो आने वाले समय में होगी समस्या गंभीर । Hindi · मुक्तक 186 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 5 Apr 2022 · 1 min read खुदकुशी का कारण यह गौर तलब बात है की कोई इंसान कभी भी अपने मुश्किल हालातों से डरकर खुदकुशी नहीं करता। वोह तो अपनी बदकिस्मती से भी हार नहीं मानता।आखिरी दम तक लड़ता... Hindi · लेख 1 161 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 5 Apr 2022 · 1 min read बेपरवाही खुदा की दिल का हर ज़ख्म नासूर बन गया , उस पर खुदा की मौज तो देखो ! दाद देनी पड़ेगी इस बेपरवाही की , उसका यह अंदाज देखो । Hindi · शेर 129 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 5 Apr 2022 · 1 min read खुदा का इंसाफ दुनिया ढाए जुल्म पर जुल्म , और किस्मत नचाए अपने इशारों पर । यह सब देख कर भी जो खामोश है , मुझे शक होता है खुदा के इंसाफ पर... Hindi · शेर 127 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 5 Apr 2022 · 1 min read खुदा की रज़ा कोई गुनहगार कब खुद को गुनहगार मानता है , यह तो सब खुदा के इख्तियार में है । वोह चाहे तो उसे उसके गुनाहों का एहसास करवाए, उसके जमीर पर... Hindi · कविता 137 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 4 Apr 2022 · 1 min read शक्ति दो माते शक्ति दो । हे जगत जननी नवदुर्गे ! अपनी असीम शक्ति को , आज की नारियों में विभाजित कर दे। ताकि अपने साथ हो रहे नित्य प्रति, अन्याय ,अनाचार ,घरेलू हिंसा , कन्या... Hindi · कविता 244 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 4 Apr 2022 · 1 min read मैं अब क्या करूं ? शीशा ए दिल टूट गया, अब इसे कहां फेंकने जाएं । अरमान भी जितने थे सब मर गए, इन्हें दफनाने कहां जाएं । सपनो के सुनहरे महल ध्वस्त हो गए... Hindi · कविता 162 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 4 Apr 2022 · 1 min read सज्जनता सिर्फ किताबों में मिलती है ... कोई मनुष्य तभी तक है सज्जन । जब तक होता रहे आदेशों का पालन । कठपुतली बन इशारों पर नाचते रहो, ना करो कोई आक्षेप, न विरोध प्रदर्शन। चूंकि किया... Hindi · कविता 1 2 123 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 3 Apr 2022 · 1 min read जुल्म की इंतहा इंतहा हो जाती है जुल्म की , तभी बद्दुआ निकलती है । वरना हम ऐसे इंसा नहीं , जो किसी के लिए आह भी भरें । Hindi · शेर 124 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 3 Apr 2022 · 1 min read आशा या मृग मरीचिका कभी अपने भी सपने साकार होंगे । कभी अपने अरमान भी पूरे होंगे । इसी आशा से जीवन पथ पर चले जा रहे है , कभी हमारी तकदीर के भी... Hindi · मुक्तक 108 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 3 Apr 2022 · 1 min read भुगतान रूस दीवाना हो गया , नहीं ले रहा हिरोशिमा और नागासाकी से सबक । परमाणु बम से युद्ध करने में उद्धत , यूक्रेन को बना रहा शमशान फेंक कर बम... Hindi · कविता 395 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 3 Apr 2022 · 1 min read नवदुर्गा पूजा का ढोंग नवदुर्गा की पूजा आराधना करेंगे , और व्रत रखेंगे । मगर नारी तिरस्कार और कन्या भ्रूण हत्या । बलात्कार और घरेलू हिंसा । वाह रे ! पुरुष का दोगला पन... Hindi · मुक्तक 129 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 3 Apr 2022 · 1 min read गृह लक्ष्मी से अलक्ष्मी बनने का सफर जब घर की झाड़ू बुहारी कर , झूठे बर्तन धोकर , घर से नकारात्मक शक्तियों को बाहर निकालती है । जब बारे प्रेम से खाना बनाकर और सबको प्रेम से... Hindi · कविता 182 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 3 Apr 2022 · 1 min read आखिर क्यों? यह tv और bollywood की actress अपने चकाचौंध व अय्याशी भरी ज़िंदगी के मककड - जाल में पेहले तो बुरी तारह खुद फांस जाती हैं .निकलना चाहे भी तो नहों... Hindi · लेख 182 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 2 Apr 2022 · 1 min read कुर्सी प्यारी या जान ! कुर्सी इतने प्यारी मगर कुर्सी से प्यारी जान है मियां ! छोड़ दो ज़िद वरना जान से हाथ धो बैठोगे । इस सियासत में आज तक किसी की दाल न... Hindi · मुक्तक 108 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 2 Apr 2022 · 1 min read प्रजातंत्र / तानाशाही पाकिस्तान में शासन व्यवस्था कहने भर को प्रजातंत्र। परंतु सदा से चलता आया सेना का तानाशाह तंत्र ।फिर इमरान की औकात ही क्या नादान है वो , सदियों से रहे... Hindi · मुक्तक 228 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 1 Apr 2022 · 1 min read ज़रा कुछ दो बोल इस दुनिया में सीधे-सच्चे लोगों का कोई, रह ना गया मोल , पकड़कर उनकी बातों को उन्हें उलझाएँ , चाहे कितना तोलकर बोलें बोल । उनकी छोटी से भूल को... Hindi · मुक्तक 2 108 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 1 Apr 2022 · 1 min read जीवन एक समस्यालय कितनी समस्याएं हैं जीवन में , की अपना जीवन ही बन गया समस्यालय, जहाँ कोई खुश आने से कतराती है ,दूर से ही कर देती है हेलो ,बाय -बाय ।... Hindi · मुक्तक 1 235 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 31 Mar 2022 · 1 min read रे कश्मीर ! तू अपना कब बनेगा ? दिल में तेरे दीदार की तमन्ना है , मगर क्या करूं तुझ पर दहशत गर्दों का पहरा है । कैसे मिलूं मैं तुझसे ए जन्नत ए कश्मीर , तुझ पर... Hindi · कविता 2 188 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 31 Mar 2022 · 1 min read यह आफत ए जान : पाकिस्तान कोई भी वजीर ए आजम आए पाकिस्तान में , हिंदुस्तान के लिए आफत ए जान रहेगा ही । है सभी के खून में दुश्मनी और ज़हन में खुरापात , कोई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 170 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 31 Mar 2022 · 1 min read कश्मीर की तकदीर यह कैसी तकदीर कश्मीर ने पाई है , सुकून का नाम नहीं ,बस तबाही ही तबाही है । किसी न किसी के ज़ुल्म का शिकार यह होता है , जन्नत... Hindi · मुक्तक 1 107 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 29 Mar 2022 · 2 min read नारी स्वतंत्रता के सच्चे पक्षधर जब तुम कहो मुझे , तू जितना जी चाहे बोल , बेखौफ बोल , लबों पर लगे खामोशी के ताले खोल , अब लब तेरे आजाद हैं। सत्य और न्याय... Hindi · कविता 1 2 270 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 27 Mar 2022 · 2 min read मैं और मेरा घर तू और मैं एक दूजे के पूरक है , भले कोई समझे या ना समझे । मेरे बिना तू उदास ,तेरे बिना मैं , रहते है एक दूजे बिना उलझे... Hindi · कविता 1 169 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 27 Mar 2022 · 1 min read सच्चा प्रेम सच्चा प्रेम वोह होता है जो प्रेमी को कर्मठ बनाये , और जीत केलिए अग्रसर करते हुए प्रेम का सर ऊँचा करे . ना की उसे मात्रभूमि के प्रति सच्ची... Hindi · मुक्तक 1 2 174 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 25 Mar 2022 · 1 min read मैरिज ब्यूरो का चक्कर बड़ा है खराब ... अपने भाग्य का पता नहीं , दूसरों के भाग्य संवारने का दम भरते हैं। वैवाहिक रिश्ते करवाने वाले यह, स्वर्ग में बनी जोड़ियों को मिलाने का दावा करते है। जोड़ी... Hindi · कविता 418 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 25 Mar 2022 · 1 min read ममता बस नाम भर को मगर ममता नहीं ... ममता है बस नाम भर को , मगर ममता तनिक भी नहीं। बिना दया ,प्रेम और करुणा के , यह औरत औरत ही नहीं। छल कपट और गुंडागर्दी से ,... Hindi · कविता 2 204 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 24 Mar 2022 · 2 min read स्त्री भी इंसान है ... क्या पुरुष ही थकते है , क्या स्त्रियां नहीं थकती । क्या वही एकमात्र इंसान है , स्त्रियां क्या लोहे की बनी होती । कार्य करती वोह पुरुष से अधिक... Hindi · कविता 1 2 370 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 24 Mar 2022 · 1 min read कलयुगी माताएं अब कहां जन्नती , देश हेतु संतानें , अब जन्नती स्वयं स्वार्थ , हेतु कलयुगी माएं। गर्भावस्था में जो , हिंसक अश्लील फिल्में देखें, और पार्टियों में नशा करें। संस्कार... Hindi · कविता 2 4 166 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 23 Mar 2022 · 1 min read तुम जैसा न मिला कोई चाहने वाला !( शहीद दिवस पर विशेष) मिले शख्स लाखों जिंदगी की राहों में , मगर तुम जैसा न मिला कोई चाहने वाला । कसमें खाते और हसीन ख्वाब दिखाते सभी , मगर कोई मिला नही उनको... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 178 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 22 Mar 2022 · 1 min read होली में बेजुबानों का ख्याल रखें प्रिये मित्रों आप सब को होली की ढेरों बधाईयाँ , मुबारकबाद आप होली खेले जमके खेलें , उमंग से खेलें .कोई हर्ज़ नहीं है ,मगर कृपया अपने पालतू पशुओं का... Hindi · लेख 139 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 22 Mar 2022 · 1 min read बुरा न मानो होली है ...( हास्य व्यंग रचना ) होली के दिन ऐसे व्यक्ति को भी होली का रंग ना लगायें अर्थात उससे जबरन होली ना खेलें .जो होली से चिढ़ता हो. जिसे होली खेलना नापसंद हो. ऐसा ना... Hindi · लेख 1 151 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 22 Mar 2022 · 1 min read जल ही जीवन जल ही जीवन है . और जीवन मेँ जल . जल को सरंक्षित करो मानव , जल से है आज और कल . Hindi · मुक्तक 148 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 22 Mar 2022 · 1 min read जल व्यर्थ न गंवाओ जल को व्यर्थ ना गवाओ मित्रो , जल का सारंक्षण करो । है इस पर पशु - पक्षियों का भी समान अधिकार . उनके अधिकारों का ना भक्षण करो । Hindi · मुक्तक 153 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 21 Mar 2022 · 1 min read गुरु को तो मानो ,मगर गुरु की भी मानो.... इस कलयुग में कोई न कोई गुरु धारण , करने की प्रथा प्रचलित है। मगर गुरु की शिक्षा को कौन है मानता, यह सर्व विदित है। कोई जन चाहे कितने... Hindi · कविता 2 3 211 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 21 Mar 2022 · 1 min read संतान मोह का दुष्परिणाम संतान से अतिमोह का दुष्परिणाम , भोगते ही है वोह अज्ञानी अभिभावक । और इससे भी बड़ी मूर्खता वोह करते , जो दोषोरोपण करते दूसरों पर निर्रथक। किसी के चेतावनी... Hindi · कविता 1 242 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 21 Mar 2022 · 1 min read बेनाम राहें उम्र भर भटकना पडता है बेनाम राहों पर , तब कहीं जाकर मिलती है रहगुज़र । सीना पडता है चाक -दामन अपने ही ज़ख्मों से , तभी जाकर होता है... Hindi · कविता 1 207 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 21 Mar 2022 · 1 min read दिल ऐ बर्बाद हुआ है दिल-ऐ-बर्बाद , नाशाद , मगर फिर भी जी रहे हैं शान से । यूँ तो ज़ख्मों से भर आई है आहें , चाक-दामन सी रहे है हम बड़े... Hindi · शेर 270 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 21 Mar 2022 · 1 min read जिंदगी काँटों में रहकर भी जो मुस्कराए , जिंदगी उसी को कहते हैं। फुल मिलने पर भी जो ना बहके , इंसान उसी को कहते हैं। Hindi · शेर 148 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 21 Mar 2022 · 1 min read दिल का टूटना खुद पर सितम ढाने का फन हम रखते हैं दोस्तों ! शायद इसीलिए दिल टूटने पर अक्सर मुस्कुरा दिया करते हैं. Hindi · शेर 2 348 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 21 Mar 2022 · 1 min read दिल ए दाग दिल -ऐ-दाग अपने किसी को दिखाने चाहे , वोह तो किसी ने ना देखे , मगर हुई जो छोटी से खता भी , तो चर्चा आम हो गया. Hindi · शेर 123 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 21 Mar 2022 · 1 min read बेकरारी ज्यों -ज्यों ढल रही है शाम -एे -ज़िंदगी , त्यों -त्यों बढती जाती है दिल -एे -बेकरारी , के कब मिलेगी मंजिल और कब उसे गले लगयेंगे हम . Hindi · शेर 378 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 21 Mar 2022 · 1 min read दीवाने अपनी सादा दिली का यह सिला मिला हमको , के जिस. महफिल में भी गये दिवाने कहलाये , Hindi · शेर 1 141 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 21 Mar 2022 · 1 min read जंगल बसाओ धरती की आन है जंगल , धरती की शान है जंगल , इन जंगलों को मत उजाडो , हो सके तो अधिक से अधिक पेड लगाओ , क्योंकी धरती की... Hindi · मुक्तक 187 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 21 Mar 2022 · 1 min read पेड़ लगाओ जीवन यदि बचाना है मानव , धरती को ऊर्वरक बनाना है मानव , तो अधिक से अधिक पेड लगाओ , जंगल को पुन: बसाओ मानव . Hindi · कविता · मुक्तक 128 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 20 Mar 2022 · 1 min read कहां गई गौरैया ? दिन बरस बीत गए , बीत गए महीने और साल । तेरे दर्शन को आंखें तरस गई, हो गया हमारा हाल बेहाल । तू आए चाहे न आए , तेरा... Hindi · कविता 2 283 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 20 Mar 2022 · 2 min read लौट आओ गोरैया ....! (कविता) लौट आओ ना गौरैया ! तुम्हें देखने को तरस गए हैं मेरे व्याकुल नयन । कानों ने भी तो बड़े दिनों से नहीं सूने , तुम्हारे मीठे -मीठे रसीले बैन... Hindi · कविता 1 240 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 19 Mar 2022 · 1 min read कश्मकश बड़ा शोर सुना था उनके आने का हमने , आंखों में कितने ही ख्वाब सजाए थे हमने, मगर अब यह आलम है ए कश्मकश ए दिल ! उम्मीद न उम्मीद... Hindi · शेर 1 345 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 19 Mar 2022 · 1 min read योगिराज की माया योगीराज की योगमाया क्या दिखाती है करामात , बिगड़े हुए उल्लू सीधे होंगे ,या पड़ेगी गधों को लात, पड़ेगी गधों को लात तो होश ठिकाने आ जायेंगे। जो नहीं देखते... Hindi · मुक्तक 1 279 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 19 Mar 2022 · 1 min read विकास सब का साथ,सब का विकास तब संभव है, जब हो हर भारतीय के हाथों मेँ हाथ । मजहब की दिवारें तोडकर करें एक दुजे को आत्मसात। Hindi · मुक्तक 1 221 Share Previous Page 9 Next