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Page 73
एक
एक
*प्रणय प्रभात*
ग़जल
ग़जल
Mangu singh
किया जाता नहीं रुसवा किसी को
किया जाता नहीं रुसवा किसी को
कवि दीपक बवेजा
ये आसमा में जितने तारे हैं
ये आसमा में जितने तारे हैं
कवि दीपक बवेजा
ये हल्का-हल्का दर्द है
ये हल्का-हल्का दर्द है
कवि दीपक बवेजा
आए गए कई आए......
आए गए कई आए......
कवि दीपक बवेजा
" गाड़ी चल पड़ी उसी रफ्तार से "
DrLakshman Jha Parimal
सीमायें
सीमायें
Shashi Mahajan
न पणिहारिन नजर आई
न पणिहारिन नजर आई
RAMESH SHARMA
कनक मंजरी छंद
कनक मंजरी छंद
Rambali Mishra
*जब जन्म लिया तो मरना है, मरने से कैसा घबराना (राधेश्यामी छं
*जब जन्म लिया तो मरना है, मरने से कैसा घबराना (राधेश्यामी छं
Ravi Prakash
जिन्दगी पहलू नहीं पहेली है।
जिन्दगी पहलू नहीं पहेली है।
Pratibha Pandey
मुझको निभाना होगा अपना वचन
मुझको निभाना होगा अपना वचन
gurudeenverma198
😢कड़वा सत्य😢
😢कड़वा सत्य😢
*प्रणय प्रभात*
कैसी ये पीर है
कैसी ये पीर है
Dr fauzia Naseem shad
आजकल ट्रेंड है रिश्ते बनने और छुटने का,वक्त की चाल पर टिका ह
आजकल ट्रेंड है रिश्ते बनने और छुटने का,वक्त की चाल पर टिका ह
पूर्वार्थ
आज कल ट्रेंड है रिश्ते बनने और छुटने का
आज कल ट्रेंड है रिश्ते बनने और छुटने का
पूर्वार्थ
इंसान चाहता है सब कुछ अपने वक्त पर,पर जिंदगी का हर मोड़ है व
इंसान चाहता है सब कुछ अपने वक्त पर,पर जिंदगी का हर मोड़ है व
पूर्वार्थ
वक्त से पहले कुछ नहीं मिलता,चाहे कितना भी कोशिश कर लो,
वक्त से पहले कुछ नहीं मिलता,चाहे कितना भी कोशिश कर लो,
पूर्वार्थ
वक्त का काम
वक्त का काम
पूर्वार्थ
जन्म :
जन्म :
sushil sarna
करम धर्म की नींव है,
करम धर्म की नींव है,
sushil sarna
कर्मों के अनुरूप ही,
कर्मों के अनुरूप ही,
sushil sarna
काया   की   प्राचीर  में,
काया की प्राचीर में,
sushil sarna
यह सफ़र
यह सफ़र
Dr fauzia Naseem shad
4176.💐 *पूर्णिका* 💐
4176.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
एक दिन मैं उठूंगा और
एक दिन मैं उठूंगा और
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
🙅आज का मत🙅
🙅आज का मत🙅
*प्रणय प्रभात*
മണം.
മണം.
Heera S
मात - पिता से सीख
मात - पिता से सीख
राधेश्याम "रागी"
4175.💐 *पूर्णिका* 💐
4175.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
मौलिक विचार
मौलिक विचार
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
दो
दो
*प्रणय प्रभात*
जिंदगी से निकल जाने वाले
जिंदगी से निकल जाने वाले
हिमांशु Kulshrestha
L
L
*प्रणय प्रभात*
होते हैं हर शख्स के,भीतर रावण राम
होते हैं हर शख्स के,भीतर रावण राम
RAMESH SHARMA
☺️☺️
☺️☺️
*प्रणय प्रभात*
तू कहती रह, मैं सुनता रहूँगा।।
तू कहती रह, मैं सुनता रहूँगा।।
Rituraj shivem verma
प्रेरणा
प्रेरणा
Shyam Sundar Subramanian
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
स्वप्न
स्वप्न
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मेरे पास OPTIONS की कमी नहीं थी मेरी जान,
मेरे पास OPTIONS की कमी नहीं थी मेरी जान,
Ravi Betulwala
4173.💐 *पूर्णिका* 💐
4173.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
बर्षो बीते पर भी मन से,
बर्षो बीते पर भी मन से,
TAMANNA BILASPURI
शैतान मन
शैतान मन
Rambali Mishra
..
..
*प्रणय प्रभात*
दिल की हसरत
दिल की हसरत
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
दिल की बात
दिल की बात
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
दिल की बात दिल से
दिल की बात दिल से
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
*भेदा जिसने है चक्रव्यूह, वह ही अभिमन्यु कहाता है (राधेश्याम
*भेदा जिसने है चक्रव्यूह, वह ही अभिमन्यु कहाता है (राधेश्याम
Ravi Prakash
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