सुखविंद्र सिंह मनसीरत Language: Hindi 2395 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 6 Next सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Mar 2023 · 1 min read **इश्क में यूँ ही बदनाम हो गया** **इश्क में यूँ ही बदनाम हो गया** *************************** इश्क में यूँ ही बदनाम हो गया, जगत में फिर भी है नाम हो गया। शीशे सा नाजुक दिल न सह पाए,... Hindi · ग़ज़ल 1 1 166 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 29 Mar 2023 · 1 min read ** कैसा जूनून है ** ** कैसा जूनून है ** **************** छाया कैसा जुनून है, क्यों खोलता खून है। हूँ छाँव की आस में, आया महीना जून है। खा कर न कुछ पचे, ये मिलावती... Hindi · कविता 132 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Mar 2023 · 1 min read *नैनों मे आंसुओं का सैलाब आ गया* *नैनों मे आंसुओं का सैलाब आ गया* ****************************** तेरे बगैर् हम खुश हैँ इस कदर मगर, नैनो में आँसुओं का सैलाब आ गया। रुसवां हो कर भी हम आये थे... Hindi · ग़ज़ल 157 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 Mar 2023 · 1 min read *नैनों से है नैन लड़ने लगे* *नैनों से है नैन लड़ने लगे* ********************* नैनों से हैँ नैन लड़ने लगे, इशारों में बातें करने लगे, इश्क में उम्र का जिक्र नहीं, दुनियादारी का फ़िक्र नहीं, प्रेम के... Hindi · गीत 94 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 26 Mar 2023 · 1 min read *दिन बीते बीते महीने बीत गए कई साल* *दिन बीते बीते महीने बीत गए कई साल* ********************************** दिन बीते बीते महीने बीत गए कई साल, बिछड़े साथी मिले नहीं कैसा कुदरत चाल। भटके राही हम अपने इस जीवन... Hindi · कविता 104 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 26 Mar 2023 · 1 min read **गिरवीं रख दी कहीं पर अक्ल है** **गिरवीं रख दी कहीं पर अक्ल है** ***************************** खूब धड़ धडल्ले से हो रही नकल है, गिरवीं ही रख दी कहीं पर अक्ल है। नकल करते रहते बना कर टोलिया,... Hindi · गीत 204 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 25 Mar 2023 · 1 min read ** कौन सुनेगा मीठी बातें दिल की ** ** कौन सुनेगा मीठी बातें दिल की ** ****************************** कौन सुनेगा मीठी बातें दिल की, कोई नहीं समझे प्यारी बातें दिल की। मन ही मन सह कर चुपचाप रहते हैँ,... Hindi · गीत 184 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 Mar 2023 · 1 min read पिता जी के जन्मदिवस पर पिता जी के जन्मदिवस पर जन्मदिवस मुबारक पिता जी **************************** पिता सा जीवन मे कोई सहारा नही ***************************** पिता सा जीवन में कोई सहारा नहीं, उनके जैसा कोई जग में... Hindi · कविता 160 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 23 Mar 2023 · 1 min read मेरा महबूब बहुत मगरूर है ***मेरा महबूब बहुत मगरूर हैं*** *************************** मेरा महबूब बहुत मगरूर है, प्यारा मनहार बड़ा मशहूर है| बन जाए खूब सभी का आसरा, उसके दो हाथ बहुत मकदूर है| मेरे ही... Hindi 92 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 23 Mar 2023 · 1 min read **पहले ढूंढिए ठौर - ठिकाना** **पहले ढूंढिए ठौर - ठिकाना** ************************* पहले ढूंढ़िए ठौर - ठिकाना, फिर खाओ तुम स्वादिष्ट खाना। महफ़िल मे गर कहीं पधारे हो, खूब मद मस्ती मे रंग जमाना। सुखद परिवेश... Hindi · कविता 145 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Mar 2023 · 1 min read *चेहरा क्यों लटका है* *चेहरा क्यों लटका है* ****************** क्यों अंधेरा पसरा है, चेहरा क्यों लटका है। रंग ए नूर उतरा-उतरा, कोई गम या दुखड़ा है। कुदरत की माया देखो, धुंध मे सूर्य निकला... Hindi · ग़ज़ल 157 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 Mar 2023 · 1 min read *खुदा अन्न-दाता से खफ़ा हो गया* *खुदा अन्न-दाता से खफ़ा हो गया* **************************** खुदा अन्नदाता से खफ़ा हो गया, खेतोँ का हरा रंग कहाँ दफ़ा हो गया। पकी पकाई फसलें सोने समान थी, बे मौसमी बरसात... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 118 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 19 Mar 2023 · 1 min read रंग - बिरंगी धूल है रंग - बिरंगी धूल है *************** जिंदगी एक फूल है, रंग - बिरंगी धूल है। मन भटक सा रहा, दूर बहुत कूल है। हम पढ़े लिखें कहाँ, पास नहीं स्कूल... Hindi · ग़ज़ल 210 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 Mar 2023 · 1 min read जन-जन को कैसे मैं इम्तिहान दूँ जन-जन को कैसे मैं इम्तिहान दूँ ************************** जन-गण को कैसे मैं इम्तिहान दूँ, क्या करूँ कैसे अपनी मैं जान दूँ। कर के देखा यत्न कोई खुश नहीं, छोड़कर खुद को... Hindi · ग़ज़ल 102 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 Mar 2023 · 1 min read * बदले-बदले से तौर है * * बदले-बदले से तौर है * ******************** तेरे तो मन में चोर है, बदले - बदले से तौर है। कैसे बोले वो क्या घटा, मुखड़े पर ओढ़ी सौर है। मतलब... Hindi · ग़ज़ल 95 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 16 Mar 2023 · 1 min read *खुशी का कोई भी मोल नहीं है* *खुशी का कोई भी मोल नहीं है* ************************** खुशी का कोई भी मोल नहीं है, जुबां मीठी का कोई तोल नहीं है। लाख चौरासी जूनी को देखकर, इंसां सा जीवन... Hindi · ग़ज़ल 81 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 Mar 2023 · 1 min read पहले थी तेरी अब मेटी बारी पहले थी तेरी अब मेटी बारी *********************** पहले थी तेरी अब मेरी बारी, देश को लुटेगें हम बारी बारी। आम की ऑंखें बांधकर पट्टी, खोल दी है लूटखोरों ने हट्टी,... Hindi · गीत 238 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Mar 2023 · 1 min read ****** फूलों से चोट खाई है ******* ****** फूलों से चोट खाई है ******* ****************************** पत्थर से बचकर फूलों से चोट खाई है, मुश्किल से कलियों से जान बचाई है। देख कर अमरस मक्खियाँ मंडराती हैँ, दूध... Hindi · ग़ज़ल 82 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 12 Mar 2023 · 1 min read *हाल देखा सनम का ऑंखें नम गई* *हाल देखा सनम का ऑंखें नम गई* **************************** हाल देखा सनम का ऑंखें नम गई, देखते ही उन्हें झट सांसे थम गई। मिल गई है सजा कर्म जो भी किया,... Hindi · ग़ज़ल 88 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 12 Mar 2023 · 1 min read जब बिना बात तुम मुस्कराओगे जब बिना बात तुम मुस्कराओगे ************************** जब बिना बात तुम मुस्कराओगे, यादों मे हमें हीं तुम सदा पाओगे। जान जाने को जाये तो जाती रहे, क्या दिल मे छुपाया जान... Hindi · ग़ज़ल 70 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 12 Mar 2023 · 1 min read जब वो मंद मंद मुस्कराती है जब वो मंद मंद मुस्कराती है ********************** जब वो मंद मंद मुस्कराती है, सीने पर गजब ढा जाती है। ऑंखे नशीली बड़ी जहरीली, दिल के गहरे राज छुपाती है। यादों... Hindi · ग़ज़ल 204 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 11 Mar 2023 · 1 min read तेरे संग दिन तेरे संग ही रात हो तेरे संग दिन तेरे संग ही रात हो ************************* तेरे संग दिन तेरे संग ही रात हो, खुशियों भरी मिलती सौगात हो। खुदा करे गम ना छू पाए दामन, रहमत... Hindi · ग़ज़ल 147 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Mar 2023 · 1 min read *मुझे हर पल तेरा एहसास होने लगा है* *मुझे हर पल तेरा एहसास होने लगा है* ******************************** मुझे हर पल तेरा एहसास होने लगा है, हर लम्हा जिंदगी का खास होने लगा है। खा कर ठोकरें दर बदर... Hindi · ग़ज़ल 93 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 Mar 2023 · 1 min read **बीता हुआ पल कब वापिस आया है** **बीता हुआ पल कब वापिस आया है** ******************************** बीता हुआ पल कब वापिस आया है, ये वक्त किसी के हाथों रुक न पाया है। ये दुनियादारी तो एक भूल भुलैया... Hindi · ग़ज़ल 119 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 8 Mar 2023 · 1 min read ***रंग बिरंगी होली*** ***रंग बिरंगी होली*** ****************** आओ खेलें हमजोली, मिलकर सारे रंग होली। रंग - बिरंगे रंग बिखेरें, बनाकर सारे हम टोली। फागुन की मस्ती छाई, रंगीन हुई सूरतें भोली। गोरे गोरे... Hindi · ग़ज़ल 193 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 8 Mar 2023 · 1 min read *नारी जितनी सादी उतनी सीधी है* *नारी जितनी सादी उतनी सीधी है* **************************** जग मे कुदरत की कैसी ये रीति है, कतरा - कतरा औरत विष पीती है। नारी जितनी सादी उतनी सीधी है, रहती खोई... Hindi · ग़ज़ल 117 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 7 Mar 2023 · 1 min read हमारे सपने अनेक हुए हमारे सपने अनेक हुए ****************** मै तुम जब से एक हुए, हमारे सपने अनेक हुए। हम दोनों प्रेम-पथ चले, प्यार मे घुटने टेक हुए। दिन - रात देखते आये, ख्वाब... Hindi · ग़ज़ल 153 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Mar 2023 · 1 min read **आगोश मे तेरे हम चहक गए** **आगोश मे तेरे हम चहक गए** ************************** यूँ होश मे आ कर भी बहक गए, आगोश मे तेरे हम चहक गए। जालिम जगत ने तो है रुला दिया, तेरे नशे... Hindi · ग़ज़ल 106 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Mar 2023 · 1 min read पिया बिना कैसे खेलूँ होली पिया बिना कैसे खेलूँ होली ********************* पिया बिना कैसे खेलूँ होली, पिया बिना हुई सूनी होली। भर पिचकारी रखूँ बगल में, आग लगी है सूखे चमन में, सीने है चलती... Hindi · गीत 108 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 4 Mar 2023 · 1 min read *ठगनी माया का क्या करना* *ठगनी माया का क्या करना* *********************** प्रेम की दौलत मिल गई है, ठगानी माया का क्या करना। जीने को मंजिल मिल गई है, मृत्यु - शैया का क्या करना। काली... Hindi · कविता 155 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 4 Mar 2023 · 1 min read **दिल मे बसा कर क्या करते*** **दिल मे बसा कर क्या करते*** *************************** तन-मन मे हर दम तुम बसते हो, तुम्हें दिल में बसा कर क्या करते। गुलाबों सा चेहरा निखरा-निखरा, हम गुलाब खिला कर क्या... Hindi · ग़ज़ल 103 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Mar 2023 · 1 min read गाल छूने को मन करता है गाल छूने को मन करता है ********************* छोर छूने को मन करता है, भोर छूने को मन करता है। देख कर भोली सूरत को, गाल छूने को मन करता है।... Hindi · ग़ज़ल 127 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2 Mar 2023 · 1 min read कैसे कह दूँ तु मेरा नही कैसे कह दूँ तु मेरा नहीं ******************* कैसे कह दूँ तू मेरा नहीं, तेरे बिन वजूद मेरा नहीं। साँसों मे बसे हो कब से, जान तेरी कहते तब से, दे... Hindi · गीत 176 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2 Mar 2023 · 1 min read देखो तुम्हारे प्यार ने जीना सिखा दिया *देखो तुम्हारे प्यार ने जीना सिखा दिया* ******************************** देखो तुम्हारे प्यार ने है जीना सिखा दिया, नजरों को नजरों से मिलना सिखा दिया। भटक रहा था पथ में बनकर कीट... Hindi · ग़ज़ल 221 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 Mar 2023 · 1 min read कर्म अच्छे कीजिये ये साथ जाएँगे *कर्म अच्छे कीजिए ये साथ जाएँगे* ***************************** कर्म अच्छे कीजिये ये साथ जाएँगे, दुआ सब से लीजिये ये साथ जाएँगे। सुनो बातें ज्ञान की कहें बातें ज्ञान की, वचन मधुरीम... Hindi · कविता 98 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Feb 2023 · 1 min read रसीले होंठ गुलाबी **रसीले होंठ गुलाबी** ******************* ये रसीले होंठ है गुलाबी, नशीले नैन बहुत शराबी। ये मौसम प्रेम का आया, संदेशा यार का लाया, रूत है प्यारी लाजवाबी। ये नाजुक होंठ गुलाबी।... Hindi · गीत 301 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 Feb 2023 · 1 min read कानन मे उदास मयूरी *कानन मे उदास मयूरी* ******************** हसरतें रह गई अधूरी हैँ, कोशिशें हद पार पुरी हैं। बात पलभर में बिगड़ गई, अभी तक मन में दूरी है। मुख शर्म से लाल... Hindi · कविता 122 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 26 Feb 2023 · 1 min read तेरी नजरों के दीवाने है **तेरी नजरों के दीवाने हैँ** ********************** तेरी नजरों के दीवाने हैँ, तेरे - मेरे ही अफ़साने हैँ। चोरी-चोरी चुपके-चूपके से, नैनों के मिलते नजराने हैं। दीपक की अंधेरी राहों में,... Hindi · ग़ज़ल 86 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 Feb 2023 · 1 min read मेरा महबूब बहुत मगरूर है ***मेरा महबूब बहुत मगरूर हैं*** *************************** मेरा महबूब बहुत मगरूर है, प्यारा मनहार बड़ा मशहूर है| बन जाए खूब सभी का आसरा, उसके दो हाथ बहुत मकदूर है| मेरे ही... Hindi · ग़ज़ल 161 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 23 Feb 2023 · 1 min read हमें तो अब बस तेरा आसरा है **हमें तो अब बस तेरा आसरा हैं** **************************** हमें तो अब बस तेरा आसरा है, बहुत ज़्यादा अपनों से फांसला है| तमाशा जग का है सब से निराला, समझ आया... Hindi · ग़ज़ल 76 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Feb 2023 · 1 min read मुद्दत हुई कोई मुलाकात नहीं **मुद्दत हुई कोई मुलाक़ात नहीं** *************************** मुद्दत हुई कोई मुलाकात नहीं, बांहें खुली दिल को हवालात नहीं| आघात से तन-मन सुन्नपात हुआ, तन में कहीं कोई पक्षाघात नहीं| हमसे खता... Hindi · ग़ज़ल 272 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 Feb 2023 · 1 min read दिल का कहा मान लो तुम *दिल का कहा मान लो तुम* *********************** दिल का कहा तो मान लो तुम| जो भी सहा है जान को तुम| हर राह मट मैली मिलेगी, मत को सदा ही... Hindi · ग़ज़ल 106 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 Feb 2023 · 1 min read जी नहीं पाती विधवा रानी ********* जी नहीं पाती विधवा रानी ********* *************************************** जीना तो चाहती है पर जी नही पाती विधवा नारी, खुलकर दिल की बात कह नहीं पाती विधवा नारी| मन की बात... Hindi · कविता 296 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 19 Feb 2023 · 1 min read हर सुबह के बाद शाम होती है *हर सुबह के बाद शाम होती हैं* ************************* हर सुबह के बाद शाम होती है, हर रोज यह क्रिया आम होती है| ढ़लते - ढ़लते ढ़ल जाता है दिन, सूर्य... Hindi · कविता 181 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 Feb 2023 · 1 min read घर बुलाने का तो बहाना था **घर बुलाने का तो बहाना ना** ************************* घर बुलाने का त़ो बहाना था, राज दिल का तुम्हें बताना था|| भूल जाए गम जो मिले उन से, नींद गहरी मे ही... Hindi · ग़ज़ल 128 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 Feb 2023 · 1 min read अधूरी हसरत **** अधूरी हसरत **** ******************* मन की अधूरी हसरत है, जारी हमारी कसरत है| होती रहीं खुल कर बातें, दिल मे समाई नफरत है| मुखरित सदा हो मधु बातें, लब... Hindi · ग़ज़ल 160 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 15 Feb 2023 · 1 min read हर रोज जल रहीं हैं बस्तियां *हर रोज जल रहीं हैं बस्तियां* ************************ हर रोज जल रहीं हैं बस्तियां, अहम में मिट रही है हस्तियां| गहरे होने लगे दरिया के छोर, तट पर डूब रहीं हैं... Hindi · ग़ज़ल 100 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 Feb 2023 · 1 min read फूल तुम्हें क्या भेंट करूँ फूल तुम्हें क्या मैं भेंट करूँ ********************* फूल तुम्हें क्या मैं भेंट करूं, खुद ही फूल गुलाब हो तुम| मल्लिका या फिर परी कहूं, लावण्य लाज़वाब हो तुम| हर यौवन... Hindi · कविता 152 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Feb 2023 · 1 min read दो बोल प्यार के बोल ** दो बोल प्यार के बोल ** ********************** दो बोल प्यार के बोल बंदे, बोलने से पहले तू तोल बंदे| उड़ जाएगा बन कर परिंदा, जीवन के तू भेद खोल... Hindi · कविता 145 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 12 Feb 2023 · 1 min read हैरान हूं मैं आपको ख्वाब में देख कर *हैरान हूं मैं आपको ख्वाब में देखकर* ****************************** हैरान हूं मैं आपको ख्वाब में देख कर, खुद के प्रश्नों के मैं जवाब में देख कर| हर पल मर रहे हम... Hindi · ग़ज़ल 85 Share Previous Page 6 Next