Satish Srijan Language: Hindi 373 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 8 Satish Srijan 8 Jan 2023 · 1 min read दस्तक बसा ली है दुनिया कहीं दूर जाकर, नहीं पास कोई भी बच्चे हमारे। कहाँ अब रही गीत गज़लों की रातें, बुढ़ापे की दस्तक हुई तन के द्वारे। दवाई बिना नागा... Hindi · कविता 3 232 Share Satish Srijan 8 Jan 2023 · 1 min read मेरा हैप्पी बर्थडे माघ पूस सावन भादों या कातिक चैत कुवारा। अम्मा जरा बता दो मुझको, कब का जनम हमारा। रामउ, ननकू बबलू फत्ते, सब हैं जनम मनाते। मेरा हैप्पी बड डे कब... Hindi · कविता · हास्य 2 270 Share Satish Srijan 8 Jan 2023 · 1 min read द पति हैंडसम कहो, हसबैंड कहो, पति शौहर, भरतार, आज के युग में भी पति , पत्नी का करतार। सारी बातें छोड़ कर एक बात धरो गांठ, पति है जिसके संग में... Hindi · कविता · हास्य 1 166 Share Satish Srijan 8 Jan 2023 · 1 min read बूंद भर आब बूंद भर आब से बनकर, सफर पर निकले हैं सारे। रूकेंगे खाक बनकर के, किसी मंजिल पर जाकर ये। फ़क़त मिट्टी का पुतला है, अकड़ से कुछ नहीं होगा। शुपुर्द... Hindi 1 160 Share Satish Srijan 8 Jan 2023 · 1 min read किसी के कुछ जज़्बात हम तुम मिले प्रणय के नए तराने गाकर, मन को मिला विराम सहज सा साथी पाकर। दिल हिमवत था लेकिन अब तो तरल हो गया, तुझ संग रहकर जीवन कितना... Hindi · कविता 122 Share Satish Srijan 8 Jan 2023 · 1 min read नारी तेरा बहुत बड़ा सम्मान बहुत बड़ा सम्मान। नारी तेरा बहुत बड़ा सम्मान। तु जननी है राम कृष्ण की नानक, ईशा ध्रुव प्रहलाद की गांधी, तिलक, शिवाजी जन्मे बन तेरी सन्तान। तेरा बहुत बड़ा सम्मान।... Hindi · कविता 76 Share Satish Srijan 8 Jan 2023 · 1 min read सेब का आठवां भाग घर में कभी कभार ही खरीदकर आता था। सेब का आठवां भाग, हिस्से में पाता था। खाता था, ललचाता था, पछताता था। काश! थोड़ा और मिलता। अब किसी चीज न... Hindi · कविता 2 91 Share Satish Srijan 8 Jan 2023 · 2 min read कुत्ते का श्राद्ध फतेह बहादुर नाम है मेरा एस पी का हूँ बाबू । सारा आफिस मेरे अंडर, साहब भी मेरे काबू। जो मैं कहता वैसे करते, रॉन्ग हो या राइट। आय व्यय... Hindi · सारे नाम काल्पनिक हैं · हास्य-व्यंग्य 2 102 Share Satish Srijan 7 Jan 2023 · 1 min read बाइस्कोप मदारी आज की पीढ़ी को क्या मालूम क्या होती है राब। बहुत सी चीजें लुप्त हो गयी बन गयी एक दम ख्वाब। सनई पटुआ जोंधरी बर्रे, मोटरी हो गयी गायब। कोदौ... Hindi · कविता 2 98 Share Satish Srijan 7 Jan 2023 · 1 min read दो कौड़ी की कविताएं दो कौड़ी की कविताये मैं लिखता हूँ। खुद भी तो मैं दो कौड़ी का दिखता हूँ। दो कौड़ी का व्यक्तिव मेरा। दो कौड़ी का अस्तित्व मेरा। दो कौड़ी की है... Hindi 1 68 Share Satish Srijan 7 Jan 2023 · 1 min read फ़क़त फरियाद है इतनी तेरा दीदार जब होता मैं खुद को भूल जाता हूँ । मेरे दिलवर बता दे तू कि ऐसी बात क्या तुझमें। बिना बोले ही चल देते, कभी कुछ कहकर के... Hindi 65 Share Satish Srijan 7 Jan 2023 · 1 min read नौशिखिया कलमकार मैं नौसिखिया सा कलमकार, नहीं वजनदार मेरी कविता। कभी प्रखर प्रकाश नहीं दिखता, जब बदली में निकले सविता। शब्दों का वृहद आकार नहीं, व्याकरण से कोई सरोकार नहीं। रचना में... Hindi · कविता 74 Share Satish Srijan 7 Jan 2023 · 1 min read सुभाषचन्द्र बोष एक लाल सपूत हुआ माँ का, जो चन्द्र सुभाष कहाया था। सन तैंतालीस में बोष वीर, आजादी बिगुल बजाया था। जय हिंद की नारा दिया हमें, अजाद हिन्द दल तैयार... Hindi · कविता 1 213 Share Satish Srijan 6 Jan 2023 · 1 min read गौ संरक्षण जरूरी कई लोग तो कूकुर पालें, कुछ जन पाले गैया। कुत्ता केवल भौ भौ करता, दूध देत गौमैया। सागर मंथन से हुआ उद्भव कामधेनु है नाम। जिनका ढूध पिया इन सबने,... Hindi · कविता 1 225 Share Satish Srijan 6 Jan 2023 · 1 min read ऊँट है नाम मेरा पीठ पर कूबड़ है, नाक में नथ है। कोई न चल पाये जहां वह रेत मेरा पथ है। बिन पानी के भी करता सब काज हूँ। ऊंट है नाम मेरा... Hindi · कविता 100 Share Satish Srijan 6 Jan 2023 · 1 min read माँ हीराबेन श्रधंजलि अम्मा मरी प्रधान की, दुखी है पूरा देश। शतक लगाया पन में, यही है बहुत विशेष। यही है बहुत विशेष, शोक की बात नहीं है। जाना एक दिन सबन को,... Hindi 65 Share Satish Srijan 6 Jan 2023 · 1 min read माँ का प्यार मां स्नेह वात्सल्य जनित है, प्रियसी का श्रृंगार अधीन। मां का प्यार ओस की बूंदें, और सजनी सरवर की मीन। मां के प्रेम में डूब गया जो, वो बन गया... Hindi · कविता 114 Share Satish Srijan 6 Jan 2023 · 1 min read 'ण' से कुछ नहीं पाठशाला में जाते थे, गुरुजी समझाते थे। गिनती ककहरा का था ठाठ, पहली कक्षा का यही पाठ। क से कबूतर, ख से खरगोश, च से चरखा ज से जोश। ट... Hindi · कविता 91 Share Satish Srijan 6 Jan 2023 · 1 min read द पॉपकॉर्न डलिया में मकई ले करके भड़भूजे के घर जाते थे। मकई के दाने भुन करके, ढेरों लावे बन जाते थे। कुछ खाते थे,बिथराते थे, कुछ नभ की ओर उड़ाते थे।... Hindi 98 Share Satish Srijan 6 Jan 2023 · 1 min read तिमिर है घनेरा दिशाओं दशों में तिमिर है घनेरा, उजालों का साधन जुटाना पड़ेगा। पुराने चिरागों की लौ नहीं काफी, नये दीप ढेरों जलाना पड़ेगा। है माला पुरानी हुआ जीर्ण धागा, सभी मनके... Hindi 44 Share Satish Srijan 6 Jan 2023 · 1 min read ...मशीन बन गया रिश्ते-समाज से वो उदासीन हो गया, इंसान आज कल तो एक मशीन बन गया। मां जनम दे मशीन से,सहे क्यों प्रसव पीड़ा। बस यहीं से शुरू हुई,मशीन की क्रीड़ा। पलना... Hindi 159 Share Satish Srijan 6 Jan 2023 · 1 min read माँ शीत में धूप है, ममता की रूप है। सावन की फुहार है, शीतल बयार है। पतझड़ में बसन्त है, आदि है अंत है। यार है, प्यार है, दुलार है, मनुहार... Hindi 76 Share Satish Srijan 6 Jan 2023 · 1 min read बरगद का दरख़्त है तू न किया पहचान निज का, तो बड़ा कमबख्त है तू। तिनकों से तुलना क्या तेरी, बरगद का दरख़्त है तू। आज तो है कल नहीं तृण, वायु से या जल... Hindi 1 187 Share Previous Page 8