डाॅ. बिपिन पाण्डेय Language: Hindi 356 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 8 डाॅ. बिपिन पाण्डेय 5 Jan 2018 · 1 min read गीतिका जीवन में हर रंग चाहिए। जीने का भी ढंग चाहिए।।1 तंग भले कपड़े हों लेकिन, नहीं नजरिया तंग चाहिए।।2 निर्मलता हो जिसकी खूबी, उर में ऐसी गंग चाहिए।।3 भोले बचपन... Hindi · गीतिका 318 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 5 Jan 2018 · 1 min read ग़ज़ल ऽ।ऽ, ऽ।ऽ चाँदनी रात है। प्यार की बात है।।1 याद आती बहुत, हर मुलाकात है।।2 सच सियासत हुआ, झूठ जज़्बात है।।3 ज़िंदगी कुछ नहीं, रोज़ शह मात है।।4 रात को... Hindi · ग़ज़ल 279 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 18 Jul 2017 · 1 min read कृपाण घनाक्षरी इस घनाक्षरी छंद में कुल 32 वर्ण होते हैं तथा 8,8,8,8 वर्णों पर यति का प्रयोग होता है। इसमें यति पर अंत्यानुप्रास का प्रयोग किया जाता है। चरण के अंत... Hindi · घनाक्षरी 597 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 16 Jul 2017 · 1 min read कुंडलिया छंद कुंडलिया छंद- मिलना मुश्किल हो गया,जग में अच्छे मित्र। अंकित सबके हृदय में,एक स्वार्थमय चित्र। एक स्वार्थमय चित्र,करे बस चिंता अपनी। मुँह में केवल दोस्त,स्वयं की चले सुमिरनी। मिले न... Hindi · कुण्डलिया 745 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 9 Jul 2017 · 1 min read गीतिका मिला जब साथ प्रियतम का सँवरना आ गया हमको। कली से फूल बन करके महकना आ गया हमको।।1।। उदधि जग में चली लेकर बिना पतवार के नौका, लगी ठोकर जमाने... Hindi · गीतिका 276 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 8 Jul 2017 · 1 min read कुंडलिनी छंद ठाढ़ी आँगन रूपसी,ज्यों खोले घन केश। ऐसा मादक लग रहा, घटा सँग परिवेश। घटा सँग परिवेश,देख रति इच्छा बाढ़ी। धरकर सुंदर रूप,प्रकृति बाला-सी ठाढ़ी।। डाॅ. बिपिन पाण्डेय Hindi 437 Share Previous Page 8