डाॅ. बिपिन पाण्डेय 433 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 8 Next डाॅ. बिपिन पाण्डेय 19 Jan 2020 · 1 min read भटकता बचपन ( लघुकथा) भटकता बचपन नव्या ज्यों ही ट्यूशन पढ़कर अपने घर के दरवाज़े पर पहुँची,पड़ोस में रहने वाला चार साल का बच्चा-प्रखर दौड़ता हुआ उसके पास आया और बोला - दीदी, एक... Hindi · लघु कथा 1 515 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 19 Jan 2020 · 2 min read आइना (लघुकथा) आइना दरवाजे की डोरबेल बजी तो भानु ने अपनी मम्मी से कहा-लगता है, दरवाजे पर कोई आया। उसकी माँ ने कहा-बेटा जाकर देखो तो कौन है ? भानु ने जाकर... Hindi · लघु कथा 1 478 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 19 Jan 2020 · 2 min read ऊँचाई ( लघुकथा) ऊँचाई (लघुकथा) विशाल के पिता की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण पढ़ाई-लिखाई में उसे काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। वह समय पर स्कूल की फीस नहीं... Hindi · लघु कथा 503 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 19 Jan 2020 · 1 min read सेकंड हनीमून विद्युत विभाग में नौकरी लगने के बाद गाँव से लखनऊ आकर बसे वर्मा जी जिनके दो संतानें थीं - पहली बेटी,जो बड़ी थी और दूसरा बेटा, जो बेटी से उम्र... Hindi · लघु कथा 419 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 19 Jan 2020 · 1 min read कविता पर टैक्स (लघुकथा) कविता पर टैक्स- -------------------- विद्रोही जी ने सरस जी को फोन किया और कहा-अरे सरस जी,ज़रा टी.वी.खोलो और समाचार चैनलों पर चल रही ज़ोरदार खबर को देखो।सरस जी बोले- आप... Hindi · लघु कथा 1 315 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 19 Jan 2020 · 1 min read बेड़ा गर्क ( लघुकथा) बेड़ा गर्क- -------------- हैलो ,हैलो,सीमा ने चहकते हुए अपनी सहेली यामिनी से फोन पर कहा - आज मैं बहुत खुश हूँ। यामिनी- वह तो तुम्हारी आवाज़ से लग रहा है।मेरी... Hindi · लघु कथा 470 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 19 Jan 2020 · 2 min read फ़र्क (लघुकथा) फ़र्क- मेधा को अपने मायके से आए हुए अभी एक घंटा ही हुआ था कि फोन की घंटी बजी।मेधा ने फोन उठाया-हैलो, कौन?उधर से आवाज़ आई,बहू मैं आपकी सास की... Hindi · लघु कथा 487 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 19 Jan 2020 · 2 min read राम जी का सपना (लघुकथा) राम जी का सपना ----------------------- ब्रह्म मुहूर्त में पवनपुत्र ने कहा-प्रभु उठो।क्या हो गया आपको?पवनपुत्र की आवाज़ सुनकर प्रभु राम उठे और पवनपुत्र से पूछा - क्या हुआ अंजनीनंदन? मुझे... Hindi · लघु कथा 818 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 19 Jan 2020 · 2 min read आँचल ( लघुकथा) लघुकथा- आंचल भव्या दो बजे स्कूल से आकर अपनी माॅम के आॅफिस से घर वापस आने का बेसब्री से इंतजार कर रही है क्योंकि उसे अपनी माँ से एक सवाल... Hindi · लघु कथा 414 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 19 Jan 2020 · 2 min read काला खून काला खून -------- शाम को रामलाल अपने साहब मुखर्जी से मिलने के लिए चला तो उसका दस साल का पुत्र रमेश भी उसके साथ चल दिया ।मना करने के बावजूद... Hindi · लघु कथा 516 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 19 Jan 2020 · 2 min read रेडीमेड नुस्खा रेडीमेड नुस्खा (लघुकथा) बनवारी लाल मस्ती में झूमते हुए मार्निग वाॅक कर रहे थे, तभी उनकी मुलाकात परम मित्र सूरजमल जी से हुई, जो कुछ परेशान दिख रहे थे। बनवारी... Hindi · लघु कथा 424 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 19 Jan 2020 · 2 min read छुट्टी छुट्टी -------- रविवार को जब सुबह के 9 बज गए तो सुधा ने अपने पति राकेश को जगाते हुए कहा, अजी उठो भी अब, कब तक सोते रहोगे? राकेश ने... Hindi · लघु कथा 294 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 9 Jan 2020 · 1 min read ग़ज़ल प्राप्ति प्यार की होने से दुख कम होने लगता है। यादों के मौसम में मन पुरनम होने लगता है।।1 भीड़ भरे चौराहे पर जब भी नज़र घुमाता हूँ, मशरूफ सभी... Hindi · ग़ज़ल 2 330 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 9 Jan 2020 · 1 min read गीतिका गीतिका- चाटुकारिता का गुण नर में,जब तक कड़ा नहीं होता। तब तक पद-सत्ता के पग में,कोई पड़ा नहीं होता।।1 दिल से कही बात जो जाती,दिल तक सदा पहुँचती है, हर... Hindi · गीतिका 1 1 398 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 7 Jan 2020 · 2 min read अभिशाप (लघुकथा) अभिशाप सुबह-सुबह जब ज़मील ने अपने पड़ोस में रहने वाले हरचरन सिंह को देखकर उनसे दुआ-सलाम की तो हरचरन सिंह ने बड़े बुझे मन से उत्तर दिया। ज़मीर ने पूछा,... Hindi · लघु कथा 1 284 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 3 Jan 2020 · 1 min read कोमल नर्म बिछौना मत समझो जीवन को प्यारे, कोमल नर्म बिछौना। उबड़-खाबड़ पगडंडी- सा चलता तिरछा -आड़ा, कभी जेठ की तपती गर्मी, कभी शीत का जाड़ा। मंदिर में घड़ियाल बजाता, करता काम घिनौना।... Hindi · नवगीत 1 1 616 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 25 Dec 2019 · 1 min read गीतिका धीमा हुआ विकास ,यही तो चिंता है। हैं सब लोग उदास ,यही तो चिंता है।। करें उपद्रव खूब ,मुखर सब झूठे हैं, सत्य सहे उपहास ,यही तो चिंता है।। अफवाहों... Hindi · गीतिका 2 514 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 24 Dec 2019 · 1 min read मुक्तक मुक्तक- किसकी नज़र लगी है बोलो,अपने प्यारे भारत को। शांति छोड़ जिसने अपनाया ,दंगा और शरारत को। आगजनी हिंसा का ताण्डव,हर ओर दिखाई देता है, लोग धर्म के नाम लिख... Hindi · मुक्तक 1 499 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 24 Dec 2019 · 1 min read कहमुकरी साथ न छोड़े करे ढिठाई। कैसे उसकी करूँ बड़ाई। उसको कभी न आए ब्रीड़ा। क्या सखि साजन?नहिं सखि पीड़ा।।1 उससे लिपट खूब सुख पाऊँ। ठंडक को मैं दूर भगाऊँ। उसका... Hindi · कहमुकरी 289 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 22 Dec 2019 · 1 min read गीतिका घृणा की कहानी सुनाते रहे। दिलों बीच दूरी बढ़ाते रहे।।1 भले बात बोलें सनी चासनी, सुना नाम मजहब लड़ाते रहे।।2 सियासी दलों की न बातें करो, हमेशा सभी बरगलाते रहे।।3... Hindi · गीतिका 1 564 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 1 Dec 2019 · 1 min read ग़ज़ल मरे सभी जज़्बात,ज़िंदगी हार गई। आई कैसी रात ,ज़िंदगी हार गई।।1 घूम रहे हैवान,लिए कामुकता को, बिगड़े हैं हालात,ज़िंदगी हार गई।।2 जब फैला अँधियार,गिद्ध से टूट पड़े, नोचा नारी गात,ज़िंदगी... Hindi · ग़ज़ल 2 237 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 5 Nov 2019 · 1 min read दोहे दोहे- पूजा और नमाज़ की,उसको क्या दरकार। उठकर करता हर सुबह,जो माँ का दीदार।।1 माँ की जो सेवा करे,बनकर श्रवण कुमार। खुल जाते उसके लिए,स्वतः स्वर्ग के द्वार।।2 डाॅ बिपिन... Hindi · दोहा 336 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 15 Oct 2019 · 1 min read ग़ज़ल चाहे जैसी मुश्किल हो पर,मत मन में लाचारी रख। आगे बढ़ना चाह रहा तो ,हिम्मत से भी यारी रख।।1 बचपन को तालीम दिलाना ,माना बहुत जरूरी है, पर उनके नाजुक... Hindi · ग़ज़ल 1 220 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 26 Sep 2019 · 1 min read गीतिका रात- रात भर रोता रहता,मुस्काने की कोशिश में। चेहरा मैला और हो गया ,चमकाने की कोशिश में।।1 आभारी हूँ जीवन में जो, मिला हमें है लोगों से, लगा सदा रहता... Hindi · गीतिका 1 2 568 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 9 Jun 2019 · 2 min read जिम्मेदारी( लघुकथा) जिम्मेदारी ( लघुकथा) हैलो सुधा, माँ ने अपनी बेटी को फोन करके पूछा- बेटा ऑफिस से कितने बजे निकलोगी? सुधा ने माँ को उत्तर दिया- माँ,दस बजे मेरी शिफ्ट खत्म... Hindi · लघु कथा 349 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 9 Jun 2019 · 2 min read पंद्रह दिन बाद (लघुकथा) पन्द्रह दिन बाद ( लघुकथा) ------------------- मैंने अपने मित्र कमरुद्दीन को ईद की बधाई देने के लिए सुबह नौ बजे के आस-पास फोन लगाया तो फोन उसकी श्रीमती जी ने... Hindi · लघु कथा 487 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 9 Jun 2019 · 2 min read सन्नाटा ऑफिस में गार्ड की नौकरी करने वाले राम बाबू को उदास बैठे देखकर मैंने पूछा- क्या हालचाल है रामबाबू? तबियत तो ठीक है? रामबाबू ने कहा- जी ,साहब। मैंने फिर... Hindi · लघु कथा 1 1 470 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 9 Jun 2019 · 2 min read आहट शाम को चाय पीते वक्त जब तारा ने अपनी सास की साँस फूलती हुई देखी तो कहा- अम्मा जी आप अपने खान-पान का ध्यान रखा करिए।बहुत जल्द आपकी तबीयत खराब... Hindi · लघु कथा 432 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 27 May 2019 · 1 min read गीतिका व्यक्त करें आभार,ज़िंदगी में। मिले जीत या हार,ज़िंदगी में।।1 थोड़ी रखना लाज,ज़माने से, जब हों आँखें चार,जिंदगी में।।2 करो कमाई खूब,बनाना मत, रिश्तों को व्यापार,ज़िंदगी में।।3 ऊँच नीच को भूल,साथ... Hindi · गीतिका 228 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 19 May 2019 · 1 min read गीतिका आधार छंद- त्रिलोकी मात्रा विधान- 20 मात्रा। 11,10 पर यति। यति के पूर्व पश्चात त्रिकल, अंत में लगा। उठ प्रातः लो नित्य,नाम भगवान का। यदि है मिला शरीर ,तुम्हें इंसान... Hindi · गीतिका 466 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 10 May 2019 · 1 min read गीतिका अहीर छंद- 11 मात्रा, अंत 221/ 121 आया दुख का मोड़। दिया सभी ने छोड़।।1 मज़बूरी का मेल, गठबंधन बेजोड़।।2 हो भगवा पर जीत, खोज रहे दल तोड़।।3 आपस में... Hindi · गीतिका 427 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 28 Apr 2019 · 1 min read दोहे दोहे- इस तकनीकी दौर ने ,बदल दिए हालात। रखता कौन सहेज अब,चिट्ठी में जज़्बात।।1 भौतिक सुख की लालसा,करवाती है पाप। ईश भजन को छोड़ नर,करे अर्थ का जाप।।2 अच्छा मानव... Hindi · दोहा 366 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 7 Apr 2019 · 1 min read गीतिका कठिन साधना सी मेहनत है,पर लाचारी गाँवों में। नहीं मिटाए मिटती फैली, हर दुश्वारी गाँवों में।।1 हरे - भरे हैं खेत चतुर्दिक ,पुष्पावलियाँ झूम रहीं, भरें ताज़गी जो हर मन... Hindi · गीतिका 408 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 24 Feb 2019 · 1 min read गीतिका जिनमें धैर्य पराक्रम है वे,लोग शिखर चढ़ते हैं। आपाधापी करने वाले ,बस नीचे गिरते हैं।।1 मातृभूमि की रक्षा के हित ,जो कुर्बानी देते, उन वीरों की गौरव गाथा,लोग यहाँ पढ़ते... Hindi · गीतिका 263 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 21 Feb 2019 · 1 min read आया नवल बसंत गीत सखी री आया नवल बसंत। हुए हैं सुरभित सभी दिगंत।। सजीले दिखते हैं तरु गात। बढ़ाते शोभा उनकी पात। छटा यह रहे वर्ष पर्यंत। सखी री आया नवल बसंत।।... Hindi · गीत 477 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 21 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक मुक्तक- यौवन जिसके साथ सदा ही ,करता है अठखेली। यादों का मधुमास लिए वह ,बैठी निपट अकेली। मिटा महावर चूड़ी टूटी , गला हुआ है सूना, साजन बिना अभागिन का... Hindi · मुक्तक 219 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 6 Feb 2019 · 1 min read कुंडलिया छंद कुंडलिया छंद बनकर मत रहना कभी,कोई सूखी डाल। जीवन में नमनीयता,करती बड़ा कमाल।। करती बड़ा कमाल ,राय सब यह ही देते। विनयी शांत स्वभाव ,लोग जो बनें चहेते। टूटे वह... Hindi · कुण्डलिया 235 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 23 Jan 2019 · 1 min read कुंडलिया छंद कुंडलिया छंद- लगते हैं अब तक हरे, जाति- धर्म के घाव। नमक छिड़कने आ गए,फिर से आम चुनाव। फिर से आम चुनाव , करेंगे पैदा दूरी। होंगे खूब फसाद ,... Hindi · कुण्डलिया 370 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 21 Jan 2019 · 1 min read कुंडलिया छंद कुंडलियां छंद- होता है जब नित्यप्रति ,अपनों से संपर्क। तभी चढ़े आकाश में ,संबंधों का अर्क। संबंधों का अर्क , सदा खुशहाली लाए। पर अपनों का मौन,कष्ट को नित्य बढ़ाए।... Hindi · कुण्डलिया 213 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 12 Jan 2019 · 1 min read कुंडलिया छंद (युवा दिवस पर) कुंडलिया छंद- तन पर शोभित था सदा,जिनके भगवा रंग। उनकी वाणी सुन सभी ,हो जाते थे दंग। हो जाते थे दंग , देख कर धर्म पताका। समझाया वेदांत , बने... Hindi · कुण्डलिया 263 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 7 Jan 2019 · 1 min read कुंडलिया छंद भिक्षा दर- दर माँगते ,नाम रखा है भूप। प्यारे सुन्दर लाल जी,दिखते बड़े कुरूप। दिखते बड़े कुरूप,लगाते फेयर लवली। पर देखो दुर्भाग्य,न उनकी सूरत बदली। देख नित्य दृष्टांत,यही मिलती है... Hindi · कुण्डलिया 229 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 6 Jan 2019 · 1 min read गीतिका समरांगन सा है यह जीवन ,करो इसे स्वीकार। कभी विजय का वरण यहाँ है,और कभी है हार।।1 माता-पिता सोचते बैठे,हुए आज कंगाल, बँटवारे में खड़ी हुई जब,आँगन में दीवार।।2 सदाचार... Hindi · गीतिका 218 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 5 Jan 2019 · 1 min read शुभमाल छंद शुभमाल छंद - यह एक वर्णिक छंद है।इस छंद में 2 जगण (121,121) का प्रयोग किया जाता है। प्रत्येक चरण में कुल छह वर्ण होते हैं। भजो प्रभु नाम। सदा... Hindi 248 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 5 Jan 2019 · 1 min read शुभमाल छंद शुभमाल छंद -यह एक वर्णिक छंद है। इस छंद के प्रत्येक चरण में दो जगण ( ।ऽ।, ।ऽ।) का प्रयोग होता है।इस छंद में कुल चार चरण होते हैं। दो-दो... Hindi 248 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 4 Jan 2019 · 1 min read कहमुकरी सबसे पहले कपड़ा खोले। इंच इंच फिर बदन टटोले। पूछे वह क्या मेरी मर्जी। क्या सखि साजन? नहिं सखि दर्जी।।1 जाड़ा उससे लिपट भगाऊँ। उसको अपने अंग लगाऊँ। वही एक... Hindi · कहमुकरी 673 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 3 Jan 2019 · 1 min read दोहे दोहे फटती नहीं बिवाइयाँ, जब तक अपने पैर। ज्ञात नहीं होता कभी,क्या दुख सहता गैर।।1 ओखल के अंदर रहें ,और चोट से दूर। जिनको आती ये कला,उन पर हमें गुरूर।।2... Hindi · दोहा 218 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 2 Jan 2019 · 1 min read कुंडलिया छंद आया मौसम शीत का, ठिठुर रहे हैं गात। उछल- कूद बच्चे करें ,दें ठंड़क को मात। दें ठंडक को मात ,सभी को ये समझाएँ। बैठें जला अलाव ,देह को सेंक... Hindi · कुण्डलिया 366 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 2 Jan 2019 · 1 min read कुंडलिया छंद कुंडलिया छंद- खोया - सा मन बावरा, तके बैठकर राह। सूना- सूना जग लगे ,मिले न दुख की थाह। मिले न दुख की थाह,पिया की याद सताती। बैठी तकती राह... Hindi · कुण्डलिया 261 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 31 Dec 2018 · 1 min read मुक्तक मुक्तक- दिया उम्मीद का भगवन,कभी बुझने नहीं देना। बढ़े हैं जो कदम आगे, उन्हें रुकने नहीं देना। मुबारक साल हो सबको,दुआ दिल से हमारी है, तिरंगा शान भारत की,इसे झुकने... Hindi · मुक्तक 345 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 30 Dec 2018 · 1 min read मुक्तक मुक्तक- मज़ा आए भला कैसे जगत की आशनाई में। लगा हो ध्यान जब सबका यहाँ केवल बुराई में। दुखों की शीत में बाँटा अमीरी ने नहीं कंबल, दिखी है मस्त... Hindi · मुक्तक 389 Share Previous Page 8 Next