Shweta Soni 433 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 7 Next Shweta Soni 15 Mar 2024 · 1 min read याद कब हमारी है याद कब हमारी है ये तो बस तुम्हारी है भूलने की चाहत में सबसे जंग जारी है Quote Writer 91 Share Shweta Soni 15 Mar 2024 · 1 min read यादों की तुरपाई कर दें यादों की तुरपाई कर दें यादों से अँगनाई भर लें यादों की अगवानी में हम फूल बिछा दें ,आओ Quote Writer 112 Share Shweta Soni 15 Mar 2024 · 1 min read मेरे अंदर भी इक अमृता है मेरे अंदर भी इक अमृता है और चाहती है वो मुहब्बत के सफ़र में हमसफ़र इमरोज़ जैसा हो Quote Writer 101 Share Shweta Soni 14 Mar 2024 · 1 min read मिलने वाले कभी मिलेंगें मिलने वाले कभी मिलेंगें पतझर में भी फूल खिलेंगें, आहट मेरी पा जाओगे शाख़ के पत्ते अगर हिलेंगें Quote Writer 1 131 Share Shweta Soni 14 Mar 2024 · 1 min read ग़ज़ल बैठकर ग़म ही में ख़ाली बस न कुढ़ना चाहिए ज़िन्दगी को दूसरी जानिब भी मुड़ना चाहिए, दुःख भी साझा हो सके और सुख भी साझा हो सके आदमी को आदमी... 107 Share Shweta Soni 14 Mar 2024 · 1 min read जीवन के सारे सुख से मैं वंचित हूँ, जीवन के सारे सुख से मैं वंचित हूँ, नहीं कोई स्थान ह्रदय के कोने में क्यूं मैं ऐसी छलनाओं से कुंठित हूँ, कहीं मेरी मुक्ति का द्वार नहीं कोई मैं... Quote Writer 128 Share Shweta Soni 14 Mar 2024 · 1 min read कभी जलाए गए और कभी खुद हीं जले कभी जलाए गए और कभी खुद हीं जले हमारा आग से रिश्ता बहुत पुराना है Quote Writer 106 Share Shweta Soni 13 Mar 2024 · 1 min read क़ाबिल नहीं जो उनपे लुटाया न कीजिए क़ाबिल नहीं जो उनपे लुटाया न कीजिए ये इल्म की दौलत है,यूं ज़ाया न कीजिए Quote Writer 121 Share Shweta Soni 13 Mar 2024 · 1 min read शायद मेरी क़िस्मत में ही लिक्खा था ठोकर खाना शायद मेरी क़िस्मत में ही लिक्खा था ठोकर खाना ख्वाहिश, शौक़,उम्मीदों का तो बेहतर हीं था मर जाना Quote Writer 99 Share Shweta Soni 13 Mar 2024 · 1 min read घर छूटा तो बाकी के असबाब भी लेकर क्या करती घर छूटा तो बाकी के असबाब भी लेकर क्या करती जीने मरने की ख्वाहिश और ख्वाब भी लेकर क्या करती Quote Writer 1 101 Share Shweta Soni 13 Mar 2024 · 1 min read सबने हाथ भी छोड़ दिया सबने हाथ भी छोड़ दिया सबने साथ भी छोड़ दिया दुर्दिन जब आये मेरे करना बात भी छोड़ दिया Quote Writer 105 Share Shweta Soni 12 Mar 2024 · 1 min read न मौत आती है ,न घुटता है दम न मौत आती है ,न घुटता है दम न जी पाते हैं,न मर पाते हैं Quote Writer 105 Share Shweta Soni 12 Mar 2024 · 1 min read ग़ज़ल मैंने इक खौफ़ सा उस शख्स के अंदर देखा जैसे तूफ़ान के साये में समंदर देखा, $ एक एक दु:ख को टटोला गया है हौले से मैंने इंसानियत का ऐसा... 42 Share Shweta Soni 11 Mar 2024 · 1 min read रेत मुट्ठी से फिसलता क्यूं है रेत मुट्ठी से फिसलता क्यूं है रंग मौसम का बदलता क्यूं है,, जिसको हमने सिखाया था चलना हमसे बच बच के निकलता क्यूं है। Quote Writer 1 110 Share Shweta Soni 11 Mar 2024 · 1 min read ग़ज़ल कौन सा ये मोड़ जाने ज़िंदगी में आ गया ग़म का साया क्यूं मेरी हर इक खुशी में आ गया, मैं अँधेरों से भला,लड़ती रही क्यूं अब तलक रहनुमाई करने... 63 Share Shweta Soni 11 Mar 2024 · 1 min read सारे शब्द सारे शब्द दाल में गल गए चावल में उबल गए रोटियों में सिक गए पूरियों में तल गए भाजी तरकारी में बन गए मैले कपड़ों जूठे बर्तनों में धुल गए... 47 Share Shweta Soni 11 Mar 2024 · 1 min read क्यूं एक स्त्री क्यूं एक स्त्री बदचलन नहीं हो सकती, पुरुष हो सकता है। क्यूं एक स्त्री चरित्रहीन नहीं हो सकती, पुरुष हो सकता है। क्यूं एक स्त्री मर्यादा नहीं लाँघ सकती, पुरुष... 42 Share Shweta Soni 9 Mar 2024 · 1 min read जाने कैसी इसकी फ़ितरत है जाने कैसी इसकी फ़ितरत है किस पीड़ा से बनी होती है जब फैलता है अँधेरा उदासी और घनी होती है। Quote Writer 149 Share Shweta Soni 9 Mar 2024 · 1 min read कौन यहाँ पढ़ने वाला है कौन यहाँ पढ़ने वाला है मन के भाव पढ़ाएं क्या, कौन यहाँ लखने वाला है मन के घाव दिखाएं क्या, कौन यहाँ सुनने वाला है मन की बात बताएं क्या,... Quote Writer 163 Share Shweta Soni 9 Mar 2024 · 1 min read चाय के दो प्याले , चाय के दो प्याले , बस यूँ हीं लेकर बैठी है आज शाम खिड़की पर कितनी उदास सी लगती है बतियाती है जाने क्या क्या सुनने वाला कोई नहीं मन... Quote Writer 117 Share Shweta Soni 9 Mar 2024 · 1 min read सृजन और पीड़ा सृजन और पीड़ा की सहधर्मिता जब तक है, संभावना मनुष्य होने की तब तक है, दुःख आवश्यक है। Quote Writer 81 Share Shweta Soni 9 Mar 2024 · 1 min read उन दरख्तों पे कोई फूल न खिल पाएंगें उन दरख्तों पे कोई फूल न खिल पाएंगें जिनको बरसात की एक बूंद मयस्सर न हुई Quote Writer 154 Share Shweta Soni 8 Mar 2024 · 1 min read एक दिवस में एक दिवस में सिमट जाए, स्त्री नहीं होती वह दिनचर्या, वह तो सूर्य है, जो अपनी धुरी पर लगातार चक्कर काटता रहता है। Quote Writer 1 209 Share Shweta Soni 7 Mar 2024 · 1 min read तुमको कुछ दे नहीं सकूँगी तुमको कुछ दे नहीं सकूँगी ऐसा तो सोचा हीं नहीं था, कुछ देने को तुम्हें ढ़ूँढ़ने निकली जब मैं ऐसा लगने लगा तुम्हारे जितना अच्छा इस पूरी दुनिया में कोई... Quote Writer 1 244 Share Shweta Soni 7 Mar 2024 · 1 min read दुःख से दुःख से क्यूँ भय लगता है, यह मुझको तो प्रिय और सुखमय लगता है, प्राणों में जीवन का स्पंदन और मृत्यु की लय लगता है। Quote Writer 151 Share Shweta Soni 7 Mar 2024 · 1 min read ना अश्रु कोई गिर पाता है ना अश्रु कोई गिर पाता है जब दुःख पत्थर हो जाता है ना व्यक्त कोई कर पाता है जब दुःख पत्थर हो जाता है Quote Writer 102 Share Shweta Soni 7 Mar 2024 · 1 min read छल और फ़रेब करने वालों की कोई जाति नहीं होती,उनका जाति बहिष् छल और फ़रेब करने वालों की कोई जाति नहीं होती,उनका जाति बहिष्कार हो भी तो कैसे??? Quote Writer 112 Share Shweta Soni 7 Mar 2024 · 1 min read ग़ज़ल मैंने जिसे लिखा था बड़ा देखभाल के रखा है उसे तुमने अभी तक सँभाल के एक काम मेरा इतना सा ही था कि तुम मिलो रखा है उसे तुमने तो... 45 Share Shweta Soni 6 Mar 2024 · 1 min read मैंने जिसे लिखा था बड़ा देखभाल के मैंने जिसे लिखा था बड़ा देखभाल के रखा है उसे तुमने अभी तक सँभाल के, एक काम मेरा इतना सा ही था कि तुम मिलो रखा है उसे तुमने तो... Quote Writer 132 Share Shweta Soni 6 Mar 2024 · 1 min read हाथ में उसके हाथ को लेना ऐसे था हाथ में उसके हाथ को लेना ऐसे था कागज़ ऊपर जैसे कोई ग़ज़ल रखे, Quote Writer 91 Share Shweta Soni 5 Mar 2024 · 1 min read माँ मेरी जादूगर थी, माँ मेरी जादूगर थी, चंद खिलौनों में जीने की चाहत वो देती भर थी, माँ मेरी जादूगर थी। मुझको हँसाने की ख़ातिर वो दिखलाती भी रोकर थी, माँ मेरी जादूगर... Quote Writer 173 Share Shweta Soni 5 Mar 2024 · 1 min read मैं फूलों पे लिखती हूँ,तारों पे लिखती हूँ मैं फूलों पे लिखती हूँ,तारों पे लिखती हूँ उन्वान ले के हज़ारों पे लिखती हूँ नहीं कोई मुझ सा क़लमगार होगा मैं पतझर की ख़ातिर बहारों पे लिखती हूँ Quote Writer 113 Share Shweta Soni 5 Mar 2024 · 1 min read मुझे आज तक ये समझ में न आया मुझे आज तक ये समझ में न आया किताबों से क्यूँ मैंने रिश्ता बनाया Quote Writer 108 Share Shweta Soni 4 Mar 2024 · 1 min read लिखना लिखना और सार्थक लिखना, ईश्वर की सुंदर सृष्टि की परिकल्पना में सहयोग करने जैसा है। Quote Writer 1 233 Share Shweta Soni 4 Mar 2024 · 1 min read ग़ज़ल मौसम भी कुछ कहता होगा शायद शिक़वा करता होगा, शाख़ों से पत्ते क्यूँ टूटे शाखों को भी खलता होगा, चाँद अगर निकले न कभी तो रात का आलम कैसा होगा,... 43 Share Shweta Soni 4 Mar 2024 · 1 min read तेरी यादों को रखा है सजाकर दिल में कुछ ऐसे तेरी यादों को रखा है सजाकर दिल में कुछ ऐसे कोई रखता है गंगाजल, लगाकर माथे से जैसे Quote Writer 1 97 Share Shweta Soni 4 Mar 2024 · 1 min read बताओगे कैसे, जताओगे कैसे बताओगे कैसे, जताओगे कैसे ये मसला है लेकिन, छिपाओगे कैसे अगर आग दिल में लगी है हमारे तो पानी से उसको बुझाओगे कैसे Quote Writer 1 117 Share Shweta Soni 4 Mar 2024 · 1 min read शेर बेशक़ सुना रही हूँ मैं शेर बेशक़ सुना रही हूँ मैं लुत्फ़ लेकिन उठा रहे हो तुम Quote Writer 1 132 Share Shweta Soni 4 Mar 2024 · 1 min read रंजिश हीं अब दिल में रखिए रंजिश हीं अब दिल में रखिए क्या ही मुहब्बत आप करेंगें इतने बड़े दिलवाले नहीं हैं गलती उनकी माफ़ करेंगें Quote Writer 1 145 Share Shweta Soni 4 Mar 2024 · 1 min read हम तुमको अपने दिल में यूँ रखते हैं हम तुमको अपने दिल में यूँ रखते हैं घर में जैसे कोई गंगाजल रखे Quote Writer 112 Share Shweta Soni 4 Mar 2024 · 1 min read जैसे आँखों को जैसे आँखों को छू जाए कच्चे पक्के सपने, जैसे कोई दुल्हन पहने आभूषण और गहने, जैसे पतझर झर जाए नव पुष्प लगे हों खिलने, जैसे होठों पर हो कोई गीत... Quote Writer 152 Share Shweta Soni 4 Mar 2024 · 1 min read मत केश सँवारो मत केश सँवारो तुम मेरे है चाह नहीं आभूषण दो; मैं अन्य गेह को जाऊँगी उपदेश मुझे तुम यह मत दो, माँ मेरी जिसमें विजय मिले मुझको तुम वह जीवन-रण... 54 Share Shweta Soni 3 Mar 2024 · 1 min read जब मुझसे मिलने आना तुम जब मुझसे मिलने आना तुम सब लाल रंग का लाना तुम, करना मत कोई बहाना तुम सब लाल रंग का लाना तुम, जो कोई तुमको टोके तो हाँ,हाथ पकड़ के... Quote Writer 143 Share Shweta Soni 3 Mar 2024 · 1 min read बात तो सच है सौ आने कि साथ नहीं ये जाएगी बात तो सच है सौ आने कि साथ नहीं ये जाएगी मरते दम तक लेकिन दौलत काम बहुत ही आएगी Quote Writer 219 Share Shweta Soni 3 Mar 2024 · 1 min read सुख-साधन से इतर मुझे तुम दोगे क्या? सुख-साधन से इतर मुझे तुम दोगे क्या? प्रेम के क्षण में साथ मेरे तुम होगे क्या? प्रश्न आज उसने मुझसे ये पूछा था आधा कप ही चाय बनी है ,लोगे... Quote Writer 180 Share Shweta Soni 2 Mar 2024 · 1 min read क़यामत ही आई वो आकर मिला है क़यामत ही आई वो आकर मिला है मेरी मेज़बानी में उठकर मिला है, न जंतर मिला है,न मंतर मिला है तरीक़ा मुझे इससे बेहतर मिला है, खिलाऊँ मैं क्या प्रेम... Quote Writer 215 Share Shweta Soni 2 Mar 2024 · 1 min read संघर्ष हमारा जीतेगा, संघर्ष हमारा जीतेगा, दुःख, दर्द, द्वन्द्व, अपमान, अश्रु का समय क्षणिक है,बीतेगा। Quote Writer 123 Share Shweta Soni 2 Mar 2024 · 1 min read दुःख, दर्द, द्वन्द्व, अपमान, अश्रु दुःख, दर्द, द्वन्द्व, अपमान, अश्रु का होगा कभी न अंत तुम देखो बस अपना अनंत, पतझर वाले दिन बिसरा दो नव पुष्प धरा पर बिखरा दो तुम देखो बस अपना... Quote Writer 253 Share Shweta Soni 1 Mar 2024 · 1 min read सुहागिनें सुहागिनें रखती हैं व्रत करती हैं श्रृंगार मनाती हैं देवता पूजती हैं आस्था लेती हैं आशीर्वाद, सदा सुहागन होने का मगर, नहीं जानती हैं कि सदा सुहागन रहने के लिए... 55 Share Shweta Soni 1 Mar 2024 · 1 min read अपना भी एक घर होता, अपना भी एक घर होता, समय जहाँ पर थम जाता, पाँव जहाँ पर रुक जाते, और अगर हम थक जाते नहीं सही मख़मल का , एक साधारण बिस्तर होता अपना... Quote Writer 195 Share Previous Page 7 Next