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Tag: कविता
458 posts
Page 7
जाने क्या खो गया है मेरा
जाने क्या खो गया है मेरा
Mugdha shiddharth
क्यूँ उदास बैठी हो ?
क्यूँ उदास बैठी हो ?
Mugdha shiddharth
तुम ही बस हो मेरे अपने
तुम ही बस हो मेरे अपने
Mugdha shiddharth
है मुझ संग मेरी माँ सखी
है मुझ संग मेरी माँ सखी
Mugdha shiddharth
माँ...
माँ...
Mugdha shiddharth
सड़क से संसद
सड़क से संसद
Mugdha shiddharth
खुश रहा करो तुम ... सिद
खुश रहा करो तुम ... सिद
Mugdha shiddharth
छोटी कविता
छोटी कविता
Mugdha shiddharth
क्या हम दोनों वही तो नही...
क्या हम दोनों वही तो नही...
Mugdha shiddharth
ऊर्जा का अभिनव रूप...
ऊर्जा का अभिनव रूप...
Mugdha shiddharth
कुछ पूछूं तुमसे...
कुछ पूछूं तुमसे...
Mugdha shiddharth
हम मर चुके हैं
हम मर चुके हैं
Mugdha shiddharth
कभी इश्क तो कभी इंकलाब गाना है
कभी इश्क तो कभी इंकलाब गाना है
Mugdha shiddharth
'मेरी नन्ही सी गुड़िया'
'मेरी नन्ही सी गुड़िया'
Mugdha shiddharth
औरत के अंदर एक औरत थी
औरत के अंदर एक औरत थी
Mugdha shiddharth
कदमों के निचे से तेरे
कदमों के निचे से तेरे
Mugdha shiddharth
किस का जूता, किस का सर
किस का जूता, किस का सर
Mugdha shiddharth
अनुत्तरित प्रश्न और मैं
अनुत्तरित प्रश्न और मैं
Mugdha shiddharth
अजीब सा मसला है पुर्दिल इस दौर का
अजीब सा मसला है पुर्दिल इस दौर का
Mugdha shiddharth
जब तक हम भीड़ से,समूह में नही बदलेंगे
जब तक हम भीड़ से,समूह में नही बदलेंगे
Mugdha shiddharth
मैं सदैव तुम्हारे मौन का साथ दूंगी
मैं सदैव तुम्हारे मौन का साथ दूंगी
Mugdha shiddharth
तुम सदैव रहोगे केंद्र बिंदु...
तुम सदैव रहोगे केंद्र बिंदु...
Mugdha shiddharth
३.भगत
३.भगत
Mugdha shiddharth
2 . भगत
2 . भगत
Mugdha shiddharth
1 .भगत
1 .भगत
Mugdha shiddharth
बापू तुम्हें आना ही होगा
बापू तुम्हें आना ही होगा
Mugdha shiddharth
बस अविराम मैं और तुम...
बस अविराम मैं और तुम...
Mugdha shiddharth
दो कौर के घटिया निवाले पे...
दो कौर के घटिया निवाले पे...
Mugdha shiddharth
और यही हमारा रामराज्य वाला देखो सरकार है !
और यही हमारा रामराज्य वाला देखो सरकार है !
Mugdha shiddharth
मैं सोचती हूँ
मैं सोचती हूँ
Mugdha shiddharth
हम नाभि के दम पे दाँत निपोरते हैं
हम नाभि के दम पे दाँत निपोरते हैं
Mugdha shiddharth
तुम सब कुछ याद रखना
तुम सब कुछ याद रखना
Mugdha shiddharth
मैं भूखा हूँ...
मैं भूखा हूँ...
Mugdha shiddharth
और माँ सब कुछ-सब कुछ है
और माँ सब कुछ-सब कुछ है
Mugdha shiddharth
चाय
चाय
Mugdha shiddharth
मैं किस को देखूं ...?
मैं किस को देखूं ...?
Mugdha shiddharth
देखना किसी दिन खरच दूंगी तुम्हें !
देखना किसी दिन खरच दूंगी तुम्हें !
Mugdha shiddharth
मैं कुछ-कुछ तेरे जैसा हूँ
मैं कुछ-कुछ तेरे जैसा हूँ
Mugdha shiddharth
मैं तो कलम था
मैं तो कलम था
Mugdha shiddharth
मैं शब्द हूँ !
मैं शब्द हूँ !
Mugdha shiddharth
शब्द
शब्द
Mugdha shiddharth
मैं आग बो रही हूँ
मैं आग बो रही हूँ
Mugdha shiddharth
खुद को कई टुकड़ों में बिखेर दूँ क्या ?
खुद को कई टुकड़ों में बिखेर दूँ क्या ?
Mugdha shiddharth
चुप रहूंगा, माटी में
चुप रहूंगा, माटी में
Mugdha shiddharth
मैं नही
मैं नही
Mugdha shiddharth
बदलते हैं रिश्ते
बदलते हैं रिश्ते
Mugdha shiddharth
ये लो कलम, पकड़ो किताब
ये लो कलम, पकड़ो किताब
Mugdha shiddharth
तुम ने पढ़ा ही नही
तुम ने पढ़ा ही नही
Mugdha shiddharth
जब भी बात मेरे अपनों पे आएगी
जब भी बात मेरे अपनों पे आएगी
Mugdha shiddharth
मैं बादल का पांव धरूंगी
मैं बादल का पांव धरूंगी
Mugdha shiddharth
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