Seema gupta,Alwar 298 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Seema gupta,Alwar 2 Jul 2024 · 1 min read अंजुली भर नेह चाहत थी अंजुली भर नेह तुम्हारा अच्छा लगता सस्नेह पाकर प्यारा। चाह नहीं अमर्यादित प्रेम तुम्हारा, अनुराग अपनत्व अधिकार तुम्हारा। स्नेहागार नारी मन अनन्त विस्तारा आत्मसमर्पण यथार्थ सर्व प्रकारा। नैतिक... 2 12 Share Seema gupta,Alwar 27 Jun 2024 · 1 min read मन, तुम्हें समझना होगा मानव जीवन मे आएं और सपनों के महल सजाएं, इच्छा चाहत पर कैसे, अंकुश लगाएं। है मन मानव का चंचल नई-नई चाहत उपजे हर पल। ऐ मन बता ! तेरे... 2 28 Share Seema gupta,Alwar 16 Jun 2024 · 1 min read गंगा दशहरा हे निर्मल पावन गंगा मैया बहे कल-कल स्वर कर न्यारा स्वच्छ श्वेत सुंदर सत्य सुंदरा धरा पर करती सबका उद्धार। हे सुरसरि ,भागीरथी सरिता, देवाधिदेव महादेव जटा से निकली कल-कल... 24 Share Seema gupta,Alwar 27 May 2024 · 1 min read हो विसर्जन जीवन रुकने का नहीं जीवन चलता है सदा, निश्चित आवश्यक है निरन्तर आगे बढ़ना है प्रगति की पहचान यही फिर भी कभी जब पथ से गुजरते हुए निरन्तर थकान का... 32 Share Seema gupta,Alwar 24 May 2024 · 1 min read मुक्कमल कहां हुआ तेरा अफसाना मुक्कमल कहां हुआ तेरा अफसाना अधूरा रह गया मन चाहा फ़साना, सारे जहां में शख्स जिसको अपना माना, मोड़ लिया मुंह उसने बता खुद को तेरा दिवाना। -सीमा गुप्ता अलवर... Quote Writer 2 38 Share Seema gupta,Alwar 19 May 2024 · 1 min read कहां से लाऊं शब्द वो कहां लाऊं शब्द वो जो तेरी पीर मिटा दे, हार गई लिख कर गीत साथ में सबकुछ समझा के!! -सीमा गुप्ता अलवर राजस्थान। Quote Writer 2 45 Share Seema gupta,Alwar 19 May 2024 · 1 min read लिख देती है कवि की कलम लिख देती है कवि की कलम किसी के भी दर्द को अपना समझ के, पढ़ने वाला नासमझ गढ़ लेता है कवि के जीवन की कहानी बना के। यही तो खूबी... Quote Writer 1 56 Share Seema gupta,Alwar 19 May 2024 · 1 min read सफर जब रूहाना होता है सफर जब रूहाना होता है तब बड़ा सुहाना होता है, जब किसी को जाना होता है तब बड़ा फ़साना होता है, छलकती आंखों से नहाना होता है, मुस्कराने का बहाना... Quote Writer 1 39 Share Seema gupta,Alwar 16 May 2024 · 1 min read मां वह अहसास -मां वह अहसास मां बच्चे का रिश्ता होता खास है और माँ वह एहसास है जीवन में हरी-भरी खुशहाली का जैसै थकान में भरी चाय की प्याली सा!! अपनापन लिए,... Poetry Writing Challenge-3 1 33 Share Seema gupta,Alwar 16 May 2024 · 1 min read मेरी एक सहेली चाय जिम्मेदारी की चादर हटाती हूं सर्दी की सुबह की कहानी सुनाती हूं, कुछ पल ,हां,बस कुछ पल जिम्मेदारी से मैं अपने लिए निकालती हूं.... बना कर अदरक मसाले वाली चाय... Poetry Writing Challenge-3 1 35 Share Seema gupta,Alwar 12 May 2024 · 1 min read तेरे सांचे में ढलने लगी हूं। -तेरे सांचे में ढलने लगी हूं जीवन की भाग-दौड़ में याद आती है तेरी मां माना कि उम्र के पड़ाव मैं भी बढ़ रही हूं मां बनके परिपक्व सी हो... Hindi 53 Share Seema gupta,Alwar 11 May 2024 · 1 min read -मां सर्व है -मां सर्व है मां माली है मां पालक है मां हिम्मत है मां ताकत है । मां श्रद्धा है मां भक्ति है मां ममता है मां शक्ति है। मां नेह... Quote Writer 1 41 Share Seema gupta,Alwar 8 May 2024 · 1 min read स्मृतियां हैं सुख और दुख स्मृतियां हैं सुख और दुख स्मृतियों का होना ही दुःख है स्मृतियों का होना ही सुख है गुम हो जांय स्मृतियाँ तो न कहीं दुःख न सुख है। न जाने... Poetry Writing Challenge-3 1 37 Share Seema gupta,Alwar 7 May 2024 · 1 min read श्रमिक के सपने कड़ी धूप में मेहनत करता आंखों में है उसके भी सपने, फिर उसे वर पूरा करता । श्रमिक परिस्थितियों से नही डरता, पैसों की खातिर दिन रात लगा रहता, एक... Poetry Writing Challenge-3 1 37 Share Seema gupta,Alwar 6 May 2024 · 1 min read स्वार्थ से परे मैं फिर खोजती हूंवो बीता बचपन अपना.. जिन आंखों में था कंच जीतने का सपना, वक्त की धारा में ना जाने कहां खो गया, जवानी और जिम्मेदारी की तह में... Poetry Writing Challenge-3 1 35 Share Seema gupta,Alwar 6 May 2024 · 1 min read कह ही दूं अलविदा!! कह ही दूं अलविदा!! तुम्हारी याद आए रो पड़ूं तो? मन करता अलविदा कह ही दूं?? यकीनन फैसला ये है कठिन तो मगर फिर भी मैं ऐसा ही करूँ तो?... Poetry Writing Challenge-3 24 Share Seema gupta,Alwar 6 May 2024 · 1 min read घना शोर था नियत में खोट नहीं था, पर,बातों में बोझ था। रिश्तों में छल भी नहीं था, सहमति में विरोध था। कुछ प्रश्न का हल नहीं था, पर,लफ़्ज़ों में गर्व बोल रहा... Poetry Writing Challenge-3 3 30 Share Seema gupta,Alwar 6 May 2024 · 1 min read सहज बन जाती सहज बन जाती उदासी नहीं मुस्कान अब रहती गम नहीं मधुर स्मृतियां सहज लेती। वेदनाएं कैस भी नहीं हमें सतातीं खुशी छोटी-छोटी सी मैं समेट लेती। हम तो मजबूत राही... Poetry Writing Challenge-3 24 Share Seema gupta,Alwar 5 May 2024 · 1 min read प्रीत ऐसी जुड़ी की प्रीत तुझसे एैसी जुड़ी कि उमंग का मन में डेरा है , मन के भावों को आज फिर मैंने कागज पर उड़ेला है , रूबरू ना हो पाऊं सुनाने मन... Poetry Writing Challenge-3 42 Share Seema gupta,Alwar 5 May 2024 · 1 min read विडम्बना और समझना विडम्बना और समझना करूं मैं विवरण आज का जीवन। एक लम्बी दौड़ है आपसी होड़ है। स्वयं से अंजान है समझ से नादान है। संस्कृति का विरोध है विलासिता का... Poetry Writing Challenge-3 29 Share Seema gupta,Alwar 4 May 2024 · 1 min read उड़ने दो -उड़ने दो बेटियां पराई नहीं है दो घर का उजाला है। इन्हे जी भर जीने दो, नहीं बांधों जल्दी गृहस्थ बंध विश्वास की लगाम हो उन पर बस इन्हें मुक्त... Poetry Writing Challenge-3 1 28 Share Seema gupta,Alwar 4 May 2024 · 1 min read फिर से दोस्त बन जाते हम जीवन को मधुरिम बनाते है, गिले-शिकवे सब भूलकर, एकबार फिर से दोस्त बन जाते है!! नादान थे तुम, अनजान थे हम, रिश्तों की महत्ता समझ न पाए, उम्र के इस... Poetry Writing Challenge-3 25 Share Seema gupta,Alwar 4 May 2024 · 1 min read खुद को खुद में ही खुद को खुद में ही स्वयं की बातों से उलझती खुद से ही हल पा सुलझती स्वयं से ही स्वयं ही झगड़ती बैचैन मन से नहीं चैन पाती पुनः तानो-बानों... Poetry Writing Challenge-3 31 Share Seema gupta,Alwar 4 May 2024 · 1 min read मधुर मिलन न उम्र की बराबरी न जन्म का साथ हुआ यूं कि अनायास सुनाऊं,पहली बार की बात हुआ कुछ मधुर अहसास हुई जिसमें बात खास बस जुड़े गए यूं जज़्बात फिर... Poetry Writing Challenge-3 24 Share Seema gupta,Alwar 4 May 2024 · 1 min read स्मृतियों का सफर स्मृतियों के सफर को यादों की किताब में सहेज कर रखती हूं, याद आती है तो घूमती हुई अक्सर खोल पढ़ लेती हूं… कुछ स्मृति कटु और कुछ मधुर होती... Poetry Writing Challenge-3 26 Share Seema gupta,Alwar 4 May 2024 · 1 min read माता-पिता वो नींव है माता-पिता वो नींव है माता पिता होते हैं सुंदर-सा संसार अपनी संतान के लिए जीवन आधार। नौ माह गर्भ में रख देती मां जीवन दान सहन शीलता की मूरत मां... Poetry Writing Challenge-3 1 27 Share Seema gupta,Alwar 2 May 2024 · 1 min read अब चुप रहतेहै लापरवाही करते रहने में ही भलाई है परवाह करते हैं तो कुछ लोग ग़लत समझ लेते हैं हम मानवता का छाता ओढ़ कर चलते हैं कुछ लोग अपने मन से... Poetry Writing Challenge-3 1 32 Share Seema gupta,Alwar 2 May 2024 · 1 min read आम की गुठली आज सभी के संग गांव जाना हुआ, शहर की चकाचौंध में भूल गए थे गांव को गांव में आकर सुहाना लगा। पुरानी अपनी हवेली देखकर बचपन याद आने लगा। घूम-घूम,चूम-चूम... Poetry Writing Challenge-3 195 Share Seema gupta,Alwar 2 May 2024 · 1 min read अब कहां पहले जैसा बचपन बचपन का भी क्या जमाना था खुशियों का खजाना था मिट्टी के खिलौने से खेलना कागज के जहाजसे ही खुशी पाना था। बाबा संग खेतों में जाकर मूलीगाजर, टमाटर खाना... Poetry Writing Challenge-3 1 31 Share Seema gupta,Alwar 2 May 2024 · 1 min read रूह का रिश्ता -रूह का रिश्ता अति प्यार करती मुझको,तुम हो मेरी प्यारी मॉं , कष्ट सहकर मुझ को,सकुशल संसार में लाती मॉं, करुणा दया का लहराता सागर कहलाती मेरी मां , सीनेसे... Poetry Writing Challenge-3 1 46 Share Seema gupta,Alwar 1 May 2024 · 1 min read रामभक्त हनुमान -रामभक्त हनुमान राम भक्त हो तुम हनुमान बाबा के चरणों में कोटि प्रणाम। दुष्ट संघारक कृपा निधान, भक्तों को देते अभय वरदान। बालपन में रवि निजमुख में रख डाला सकल... Poetry Writing Challenge-3 2 51 Share Seema gupta,Alwar 1 May 2024 · 1 min read सबकी यादों में रहूं संसार की बस में तो मिलना जुलना लगा रहेगा, नेह भाव के डोर में क्यों मैं बंधू!! यादों के जाल में मैं क्यों उलझूं !! अनुराग के तारों में मैं... Poetry Writing Challenge-3 1 37 Share Seema gupta,Alwar 1 May 2024 · 1 min read लोकतंत्र त्यौहार मतदान लोकतंत्र त्यौहार मतदान लोकतंत्र के मेले में जागरूक हो हर इंसान लोकतंत्र की खातिर करो अपना मतदान। निर्भय स्वतंत्र हो लगा उंगली से निशान विकास हो राष्ट्र का सुदृढ़ बनें... Poetry Writing Challenge-3 1 31 Share Seema gupta,Alwar 1 May 2024 · 1 min read जिंदगी भी किताब जैसी जिंदगी भी किताब जैसी है फर्क कहां पड़ता हैकिताब खुली हो बंद!! हर पन्ने पर कहानी लिखी रहती है। जिंदगी का सफर अभी बाकी है!! बची वय पन्नों से अभी... Poetry Writing Challenge-3 3 36 Share Seema gupta,Alwar 1 May 2024 · 1 min read -पिता है फरिश्ता -पिता है फरिश्ता पिता वो फरिश्ता है जो बच्चों की दूर करें तकलीफ़ सह घाम,सर्द रात दिन बच्चों को दे अपना आशीष। संयम और धैर्य धरकर खड़े रहते हिमाचल सा... Poetry Writing Challenge-3 1 31 Share Seema gupta,Alwar 1 May 2024 · 1 min read पिता का साथ होता है पिता का साया जैसै गर्म धूप में ठंडी छाया। पिता कठोर सख्त नारियल समान शख्स वहीं ही है असली भगवान। मुखिया मालिक पिता से ही पहचान पिता ही... Poetry Writing Challenge-3 1 48 Share Seema gupta,Alwar 1 May 2024 · 1 min read पानी का संकट -पानी का संकट पानी- पानी शोर मचा है,मंहगा हुआ अब पानी, वृक्ष काटें,धरती भवन बने मानव यह तेरी मेहरबानी। ताल,सरोवर और सूखें बांध मांगे वहीं हमसे पानी, बहती नदियां थमी... Poetry Writing Challenge-3 1 34 Share Seema gupta,Alwar 29 Apr 2024 · 1 min read विरले ही संवेदनशील आधुनिकता की चकाचौंध में मानवता शून्य हो गयी, स्वार्थ वश अहंकार से संवेदना शून्य हो गयी, दिखावेपन में आजकल विवेकहीन हो गयी, जल्दबाजी से पाने में अधैर्य पूर्ण हो गयी,... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 3 46 Share Seema gupta,Alwar 29 Apr 2024 · 1 min read आधा अधूरा सा,थकान भरा तन, आधा अधूरा सा,थकान भरा तन, किफायती सहेजें, संवेदना लिए मन, प्रेमपगी स्निग्धा स्नेहरसन आर्द्रतापन, वात्सल्य मृदुलता अंतर्व्यथा की तपन, नेह अपनत्व प्रमाणित करन की लगन, निरन्तर स्वयं का स्वयं से... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 2 211 Share Seema gupta,Alwar 17 Apr 2024 · 1 min read मां की कलम से!!! मां की कलम से!!! उम्मीदों का हौंसला वहां बनाएं रखना जहां ना हो किसी की भी खता, और ,,है,अहसास की बात.!! तो उसकी मिल रही है हमें सजा। मत छुपाना... Quote Writer 1 60 Share Seema gupta,Alwar 17 Apr 2024 · 1 min read रामजी कर देना उपकार सत्य धर्म मर्यादा पुरुषोत्तम मेरे सरकार, धूप दीप,रोली चावल लें खड़ा हूं तेरे द्वार, राम जी कर देना उपकार,,, हो,राम जीकर देना उपकार। काम क्रोध मद मोह से भरी है... 76 Share Seema gupta,Alwar 15 Apr 2024 · 1 min read लगाव का चिराग बुझता नहीं लगाव का चिराग बुझता नहीं नेह का तेल बिखरता नहीं ममता की लौ हमेशा बढ़ती रहती बस वो हर किसी को दिखती नहीं । जग में छोटा सा प्यारा शब्द... Quote Writer 99 Share Seema gupta,Alwar 9 Apr 2024 · 1 min read नव संवत्सर आया नव संवत्सर आया बेला नव नूतन हिंदी वर्ष आओ मंगल गीत गाएं, देखो,आमन पर बौर भरे फूलों पर भंवरे मंडराएं, फाल्गुनी चैत्र बसंती रंग महुआ सुगंध बिखराएं, नूतन, संवत 2081... Quote Writer 79 Share Seema gupta,Alwar 8 Apr 2024 · 1 min read नवसंवत्सर आया नव संवत्सर आया बेला नव नूतन हिंदी वर्ष आओ मंगल गीत गाएं, देखो,आमन पर बौर भरे फूलों पर भंवरे मंडराएं, फाल्गुनी चैत्र बसंती रंग महुआ सुगंध बिखराएं, नूतन, संवत 2081... Hindi 49 Share Seema gupta,Alwar 6 Apr 2024 · 1 min read वो अनुराग अनमोल एहसास नेह ,स्नेह, अनुराग, दुलार अकारण नहीं उपजे यह प्रभाव। स्नेह भाव नहीं छद्म ईश्वर प्रदत एकाएक कर्म। सर्वस्व स्नेह अविरल अनन्त मौसम में आता जैसे सुहाना बसंत। भंगुर नहीं जीवन... Hindi 2 47 Share Seema gupta,Alwar 2 Apr 2024 · 1 min read -सत्य को समझें नही -सत्य को समझें नही सत्य की राह से भटक रहा है, सत्य की खोज को मुकर रहा है। चकाचौंध में भेंड़चाल चल रहा है, जीवन क्या है!नहीं समझ रहा है।... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता 3 1 64 Share Seema gupta,Alwar 1 Apr 2024 · 1 min read सत्य की राह -सत्य की राह सत्य की खोज की अनेक राह है, जानकर ऐसा,,,,, खोज करने को हर मानव चिल्ला रहा है, कि मुश्किल से वो भरा है, आसान नहीं चलना वहां,,... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता 4 1 616 Share Seema gupta,Alwar 1 Apr 2024 · 1 min read हर बात का सत्य है हर बात का सत्य है सत्य की खोज भी है पथ भी अनेक है पथिक भी एक से एक है। पर भ्रम के जाल से खोते विवेक है। भटक सत्य... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता 2 2 54 Share Seema gupta,Alwar 28 Mar 2024 · 1 min read सत्य को पहचान -सत्य को पहचान खोज कर सत्य को चलने लगा मैं उसके साथ, मूर्ख मुझे कहे दुनियाऔर कुछ ना आए मेरे हाथ। मुश्किल हुआ जीना किया जब सच के साथ रहना,... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता 3 2 549 Share Seema gupta,Alwar 25 Mar 2024 · 1 min read सत्य है भीतर माया के जाल में फंसा इंसान बेखबर सत्य की खोज में घूम रहा इधर-उधर, मोह-माया के जाल बंधा ना रखें सबर जबकि सत्य छिप रहा है उसके भीतर। संतोष कहां... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता 3 510 Share Page 1 Next