Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
524 posts
Page 6
घिरी घटा घन साँवरी, हुई दिवस में रैन।
घिरी घटा घन साँवरी, हुई दिवस में रैन।
डॉ.सीमा अग्रवाल
बरपा बारिश का कहर, फसल खड़ी तैयार।
बरपा बारिश का कहर, फसल खड़ी तैयार।
डॉ.सीमा अग्रवाल
बेमौसम की देखकर, उपल भरी बरसात।
बेमौसम की देखकर, उपल भरी बरसात।
डॉ.सीमा अग्रवाल
कण-कण में श्रीराम हैं, रोम-रोम में राम ।
कण-कण में श्रीराम हैं, रोम-रोम में राम ।
डॉ.सीमा अग्रवाल
रूप का उसके कोई न सानी, प्यारा-सा अलवेला चाँद।
रूप का उसके कोई न सानी, प्यारा-सा अलवेला चाँद।
डॉ.सीमा अग्रवाल
कहमुकरी
कहमुकरी
डॉ.सीमा अग्रवाल
कहमुकरी
कहमुकरी
डॉ.सीमा अग्रवाल
विश्व रंगमंच दिवस पर....
विश्व रंगमंच दिवस पर....
डॉ.सीमा अग्रवाल
नाम के अनुरूप यहाँ, करे न कोई काम।
नाम के अनुरूप यहाँ, करे न कोई काम।
डॉ.सीमा अग्रवाल
निर्धन बिलखे भूख से, कौर न आए हाथ।
निर्धन बिलखे भूख से, कौर न आए हाथ।
डॉ.सीमा अग्रवाल
पुण्यात्मा के हाथ भी, हो जाते हैं पाप ।
पुण्यात्मा के हाथ भी, हो जाते हैं पाप ।
डॉ.सीमा अग्रवाल
जो जी में आए कहें, बोलें बोल कुबोल।
जो जी में आए कहें, बोलें बोल कुबोल।
डॉ.सीमा अग्रवाल
मूर्ख बनाकर काक को, कोयल परभृत नार।
मूर्ख बनाकर काक को, कोयल परभृत नार।
डॉ.सीमा अग्रवाल
अंतर्राष्ट्रीय जल दिवस
अंतर्राष्ट्रीय जल दिवस
डॉ.सीमा अग्रवाल
जय माँ जगदंबे 🙏
जय माँ जगदंबे 🙏
डॉ.सीमा अग्रवाल
वृक्षों का रोपण करें, रहे धरा संपन्न।
वृक्षों का रोपण करें, रहे धरा संपन्न।
डॉ.सीमा अग्रवाल
वृक्षों के उपकार....
वृक्षों के उपकार....
डॉ.सीमा अग्रवाल
चंद दोहे नारी पर...
चंद दोहे नारी पर...
डॉ.सीमा अग्रवाल
न हो आश्रित कभी नर पर, इसी में श्रेय नारी का।
न हो आश्रित कभी नर पर, इसी में श्रेय नारी का।
डॉ.सीमा अग्रवाल
मुश्किल में जो देख किसी को, बनता उसकी ढाल।
मुश्किल में जो देख किसी को, बनता उसकी ढाल।
डॉ.सीमा अग्रवाल
सबके दामन दाग है, कौन यहाँ बेदाग ?
सबके दामन दाग है, कौन यहाँ बेदाग ?
डॉ.सीमा अग्रवाल
क्षणिक स्वार्थ में हो रहे, रिश्ते तेरह तीन।
क्षणिक स्वार्थ में हो रहे, रिश्ते तेरह तीन।
डॉ.सीमा अग्रवाल
उसकी करो उपासना, रँगो उसी के रंग।
उसकी करो उपासना, रँगो उसी के रंग।
डॉ.सीमा अग्रवाल
बैठा ड्योढ़ी साँझ की, सोच रहा आदित्य।
बैठा ड्योढ़ी साँझ की, सोच रहा आदित्य।
डॉ.सीमा अग्रवाल
उसकी रहमत से खिलें, बंजर में भी फूल।
उसकी रहमत से खिलें, बंजर में भी फूल।
डॉ.सीमा अग्रवाल
अंतर्राष्ट्रीय पाई दिवस पर....
अंतर्राष्ट्रीय पाई दिवस पर....
डॉ.सीमा अग्रवाल
मन उसको ही पूजता, उसको ही नित ध्याय।
मन उसको ही पूजता, उसको ही नित ध्याय।
डॉ.सीमा अग्रवाल
तुम्हें ना भूल पाऊँगी, मधुर अहसास रक्खूँगी।
तुम्हें ना भूल पाऊँगी, मधुर अहसास रक्खूँगी।
डॉ.सीमा अग्रवाल
मोहन तुम से तुम्हीं हो, ग्रथित अनन्वय श्लेष।
मोहन तुम से तुम्हीं हो, ग्रथित अनन्वय श्लेष।
डॉ.सीमा अग्रवाल
मौसम ने भी ली अँगड़ाई, छेड़ रहा है राग।
मौसम ने भी ली अँगड़ाई, छेड़ रहा है राग।
डॉ.सीमा अग्रवाल
सजन के संग होली में, खिलें सब रंग होली में।
सजन के संग होली में, खिलें सब रंग होली में।
डॉ.सीमा अग्रवाल
गौरवमय पल....
गौरवमय पल....
डॉ.सीमा अग्रवाल
नाहक करे मलाल....
नाहक करे मलाल....
डॉ.सीमा अग्रवाल
साँझ ढले ही आ बसा, पलकों में अज्ञात।
साँझ ढले ही आ बसा, पलकों में अज्ञात।
डॉ.सीमा अग्रवाल
अधरों पर शतदल खिले, रुख़ पर खिले गुलाब।
अधरों पर शतदल खिले, रुख़ पर खिले गुलाब।
डॉ.सीमा अग्रवाल
अधरों पर शतदल खिले, रुख़ पर खिले गुलाब।
अधरों पर शतदल खिले, रुख़ पर खिले गुलाब।
डॉ.सीमा अग्रवाल
ऊँचे जिनके कर्म हैं, ऊँची जिनकी साख।
ऊँचे जिनके कर्म हैं, ऊँची जिनकी साख।
डॉ.सीमा अग्रवाल
हो देवों के देव तुम, नहीं आदि-अवसान।
हो देवों के देव तुम, नहीं आदि-अवसान।
डॉ.सीमा अग्रवाल
अपना नैनीताल...
अपना नैनीताल...
डॉ.सीमा अग्रवाल
समता उसके रूप की, मिले कहीं न अन्य।
समता उसके रूप की, मिले कहीं न अन्य।
डॉ.सीमा अग्रवाल
राम हमारी आस्था, राम अमिट विश्वास।
राम हमारी आस्था, राम अमिट विश्वास।
डॉ.सीमा अग्रवाल
तोड़ न कोई राम का, निर्विकल्प हैं राम।
तोड़ न कोई राम का, निर्विकल्प हैं राम।
डॉ.सीमा अग्रवाल
संस्कृति से संस्कृति जुड़े, मनहर हो संवाद।
संस्कृति से संस्कृति जुड़े, मनहर हो संवाद।
डॉ.सीमा अग्रवाल
नस-नस में रस पूरता, आया फागुन मास।
नस-नस में रस पूरता, आया फागुन मास।
डॉ.सीमा अग्रवाल
माँ शारदे...
माँ शारदे...
डॉ.सीमा अग्रवाल
कटी नयन में रात...
कटी नयन में रात...
डॉ.सीमा अग्रवाल
प्रेम तुम्हारा ...
प्रेम तुम्हारा ...
डॉ.सीमा अग्रवाल
माघी दोहे ....
माघी दोहे ....
डॉ.सीमा अग्रवाल
आने वाले साल से, कहे पुराना साल।
आने वाले साल से, कहे पुराना साल।
डॉ.सीमा अग्रवाल
गीतिका...
गीतिका...
डॉ.सीमा अग्रवाल
Page 6
Loading...