Dr fauzia Naseem shad 2976 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 57 Next Dr fauzia Naseem shad 22 Feb 2022 · 1 min read मुझे मैं भी चाहिए था मुझसे इस जिंदगी की अदावत थी इसलिए । जीने की ख़्वाहिशों में मुझे मैं भी चाहिए था ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 7 174 Share Dr fauzia Naseem shad 22 Feb 2022 · 1 min read हमारी मानसिकता नारी की शारीरिक शुचिता के अन्तर्गत नारी का समूचा अस्तित्व केवल नारी का शरीर नहीं हो सकता उसे उसके चरित्र से जोड़कर देखा जाना हमारी प्रगतिशील मानसिकता पर तो प्रश्न... Hindi · कोटेशन 8 198 Share Dr fauzia Naseem shad 22 Feb 2022 · 1 min read हारा नहीं है बह जाये विपरीत वो धारा नहीं है। सत्य, असत्य से कभी हारा नहीं है।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 8 289 Share Dr fauzia Naseem shad 22 Feb 2022 · 1 min read मिल न पायेंगे नैन एक दिन ये थक ही जायेंगे नीर इतना अगर बहायेंगे कह दिया था ये हमनें पहले ही अब जो बिछड़े तो मिल न पायेंगे । डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · मुक्तक 8 171 Share Dr fauzia Naseem shad 22 Feb 2022 · 1 min read खुद पर यकीन सब मुश्किलों का हल खुद में वह पायेगा । खुद पर यकींन कर के जो खुद को आज़मायेगा ।। दुश्वार रास्तों पर अपने क़दम जो बढ़ायेगा । मुमकिन नहीं वह... Hindi · मुक्तक 9 191 Share Dr fauzia Naseem shad 22 Feb 2022 · 1 min read वक़्त किसे कहते हैं वक़्त किसे कहते हैं तुझे एहसास दिला देगा। पहुंचा के बुलंदी पर तुझे मिट्टी में मिला देगा ।। गुज़रेगा कभी ऐसे भी तेरी पहचान मिटा देगा। अपने और पराये का... Hindi · मुक्तक 14 397 Share Dr fauzia Naseem shad 21 Feb 2022 · 1 min read मेरे लबों की दुआ का किसी भी ग़म की न कभी तेरे हिस्से में कोई शाम आये तेरे हिस्से में मुस्कुराता हुआ तेरा हर एक पल आये तमाम ख़ुशियाँ जहाँ की तेरा मुकद्दर हों मेरे... Hindi · कविता 9 303 Share Dr fauzia Naseem shad 21 Feb 2022 · 1 min read जीवन का इतना सम्मान करना जीवन का इतना सम्मान करना। कभी न स्वयं पर अभिमान करना ।। कर्तव्य तेरा हो उद्देश्य ए-जीवन । देश पर प्राणों का बलिदान करना ।। नहीं दान कोई इससे बड़ा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 12 400 Share Dr fauzia Naseem shad 21 Feb 2022 · 1 min read ज़िंदगी का गुरूर कैसा है सांस एक भी नहीं तेरे बस में । ज़िन्दगी का गुरूर कैसा है ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 8 178 Share Dr fauzia Naseem shad 21 Feb 2022 · 1 min read अपनी नज़र में अपनी नज़र में खुद, पूरा था हर कोई । सबकी अना का अपना मेयार था ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 7 151 Share Dr fauzia Naseem shad 21 Feb 2022 · 3 min read बाल विवाह समस्या हमारे भारतीय समाज में नारियों का यह दुर्भाग्य रहा है कि इस देश में नारी को देवी बना कर पूजने की प्रथा तो रही है लेकिन इसके साथ ही उसके... Hindi · लेख 21 2k Share Dr fauzia Naseem shad 21 Feb 2022 · 2 min read कितना बदल रहे हैं हम ? कितना बदल रहे हैं हम ? ये ऐसा विचारणीय प्रश्न है, जिसकी गहराई में जाकर ही हम इसका सही उत्तर दे सकते हैं, ये सही है कि आज वक़्त ही... Hindi · लेख 18 464 Share Dr fauzia Naseem shad 21 Feb 2022 · 2 min read न टूटे रिश्तो की मर्यादा आज जिस तीव्रता के साथ हमारे नैतिक व सामाजिक मूल्यों में गिरावट आ रही है, वह वास्तव में चिंता का विषय है, रिश्तों को कलंकित करती समाज में दिन प्रतिदिन... Hindi · लेख 11 600 Share Dr fauzia Naseem shad 20 Feb 2022 · 1 min read ख़्वाबों का हक़ीक़त से मुकम्मल ज़िन्दगी को नामुकम्मल रक्खा । ख़ोकर तुम को खुद को अधूरा रक्खा ।। बस इसी उम्मीद पे मिल जाओ मुझे तुम । ख्वाबों का हक़ीक़त से कहां रिश्ता रक्खा... Hindi · मुक्तक 9 182 Share Dr fauzia Naseem shad 20 Feb 2022 · 1 min read खुद को पाने में वक़्त लगता है कोशिशों में कमी नहीं रखना । खुद को पाने में वक़्त लगता है ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 7 158 Share Dr fauzia Naseem shad 20 Feb 2022 · 1 min read वक़्त की मुट्ठी से दुनिया की कोई दौलत फिर काम न आए । वक़्त की मुट्ठी से जब वक़्त सरक जाए ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 7 161 Share Dr fauzia Naseem shad 20 Feb 2022 · 1 min read ज़िंदगी में ये ज़िंदगी में ये इत्तिफ़ाक रहा । हादसो का बस साथ रहा ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 7 294 Share Dr fauzia Naseem shad 20 Feb 2022 · 1 min read हम नहीं रहते हमको पहचान अपनी प्यारी थी । हम बदलते तो हम नहीं रहते ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 15 418 Share Dr fauzia Naseem shad 20 Feb 2022 · 1 min read ज़िंदा लोगों से खुद को मुर्दा शुमार न करना । लोग डरते हैं ज़िन्दा लोगों से ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 7 169 Share Dr fauzia Naseem shad 19 Feb 2022 · 1 min read मुफ़लिस के यह बच्चे आंखों में कभी जिनके कोई खवाब नहीं सजते । मुफ़लिस के यह बच्चे कभी नाज़ों में नहीं पलते ॥ डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 9 159 Share Dr fauzia Naseem shad 19 Feb 2022 · 1 min read इस क़दर रूलाती है ख़ुश्क हो जाए आंख का पानी । मुफ़लिसी इस क़दर रूलाती है ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 9 169 Share Dr fauzia Naseem shad 19 Feb 2022 · 1 min read आपकी विशेषता जीवन में निरंतर हो रहे बदलावों को स्वीकार करना आपकी विवशता हो सकती है लेकिन आपकी विशेषता तभी है जब आप उन बदलावों को सहजता से स्वीकार करें बिना अपने... Hindi · कोटेशन 12 489 Share Dr fauzia Naseem shad 19 Feb 2022 · 1 min read आप हमको जो पढ़ गये होते हौसलों का पता नहीं चलता । वक़्त से हम जो डर गये होते ।। समझ एहसास तुम गये होते । दर्द लफ़्ज़ों में गढ़ गये होते ।। ज़िंदगी तेरा हक़... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 9 162 Share Dr fauzia Naseem shad 19 Feb 2022 · 1 min read तेरे नाम मैंने तेरे नाम मैंने ह्रदय की अभिव्यक्ति लिखी है या कहूँ फिर मैंने एक कविता लिखी है सहमी-सहमी सी ह्रदय की व्याकुलता लिखी है समर्पण है जिसमें विचारों का मेरे अर्पण... Hindi · कविता 10 351 Share Dr fauzia Naseem shad 19 Feb 2022 · 1 min read अंतर क्या कर पाया है क्या खोया क्या पाया है । मिट्टी राख़ बस काया है ।। तेरा हो या मेरा जीवन । अंतर क्या कर पाया है ।। डोर है कच्ची सांसों की ।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 9 232 Share Dr fauzia Naseem shad 19 Feb 2022 · 1 min read बड़ी मुश्किलों से दिल-ए-उलझनों से निकाला है खुद को । बहुत मुश्किलों से संभाला है खुद को ।। सिवा तेरे मुझमें अब बाक़ी नहीं कुछ । बड़ी शिद्दतो से खंगाला है खुद को... Hindi · मुक्तक 8 151 Share Dr fauzia Naseem shad 19 Feb 2022 · 1 min read आईने सा ये दिल आईने सा , ये दिल टूटा है मेरी क़िस्मत ने मुझको लूटा है ज़िंदगी तुझसे क्या-क्या छूटा है नींद टूटी है ख़्वाब टूटा है उसका अंदाज़ है जुदा सबसे न... Hindi · कविता 8 157 Share Dr fauzia Naseem shad 19 Feb 2022 · 1 min read मन के भीतर मन के भीतर कुछ कुछ व्यवस्थित सा कुछ अव्यवस्थित सा विचारों का समूह होता है सुख और दुःख आशा-निराशा संतोष-असंतोष शेष सभी कुछ जिनको जीता है कभी तो कभी मर... Hindi · कविता 9 1 312 Share Dr fauzia Naseem shad 19 Feb 2022 · 1 min read नामुमकिन है नामुमकिन है ऐसा सवाल न हो । ख़ोकर मुझको उसे मलाल न हो ।। मुख़्तलिफ़ लोग साथ रह लेंगे । दरमियां सोच का बवाल न हो।। भीग जाएगा अश्क़ से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 18 469 Share Dr fauzia Naseem shad 19 Feb 2022 · 1 min read नमी आंखों में साथ लाता है नमी आंखों में साथ लाता है । जब भी तेरा ख़्याल आता है ।। कुछ भी रहता नहीं है यादों में । वक़्त लम्हों में बीत जाता है ।। रास्तों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 9 160 Share Dr fauzia Naseem shad 19 Feb 2022 · 1 min read नमी आंखों में नमी आंखों में साथ लाता है । जब भी तेरा ख़्याल आता है ।। कुछ भी रहता नहीं है यादों में । वक़्त लम्हों में बीत जाता है ।। रास्तों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 9 164 Share Dr fauzia Naseem shad 19 Feb 2022 · 1 min read दिख रहा है दिख रहा जो, वही अंधेरा है । दूर नज़रों से कब सवेरा है ।। मैल दिल में कोई नहीं रखना । दिल में रब का अगर बसेरा है ।। छीन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 9 174 Share Dr fauzia Naseem shad 19 Feb 2022 · 2 min read खत्म होती मानवीय संवेदनाएं आज समाज में व्यक्तिगत स्वार्थ की भावना का जिस तीव्रता से विकास हो रहा है वह बहुत शर्मनाक और चिन्ता का विषय है। इसमें कोई दो राय नहीं है कि... Hindi · लेख 17 1k Share Dr fauzia Naseem shad 19 Feb 2022 · 1 min read ठहरो ज़रा ठहरो ज़रा मेरी बात सुन लो जिस्म से ये जाँ निकलने से पहले इस दुनिया से रूख़सत होने से पहले मिट्टी के मिट्टी में मिलने से पहले बस एक बार... Hindi · कविता 8 158 Share Dr fauzia Naseem shad 19 Feb 2022 · 1 min read इतना मुख़्तसर क्यों है पलक झपकते ही मंज़िल पर जा ठहरता है । यह ज़िन्दगी का सफ़र इतना मुख़्तसर क्यों है ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 7 143 Share Dr fauzia Naseem shad 19 Feb 2022 · 1 min read अजनबी जैसा अजनबी जैसा हम से मिलता है । दर्द आंखों से पर पिघलता है ।। टूटता है यकीन खुद पर से । कोई मौसम सा जब बदलता है ।। जान जाती... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 10 302 Share Dr fauzia Naseem shad 18 Feb 2022 · 1 min read सहजता से स्वीकार करें जीवन में निरंतर हो रहे बदलावों को स्वीकार करना आपकी विवशता हो सकती है लेकिन आपकी विशेषता तभी है जब आप उन बदलावों को सहजता से स्वीकार करें बिना अपने... Hindi · कोटेशन 9 221 Share Dr fauzia Naseem shad 18 Feb 2022 · 1 min read मिलते नहीं सिरे आंखों में भीड़ ख़्वाबों की होने न दीजिये। उलझे हुए से ख़्वाबों के मिलते नहीं सिरे ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 8 186 Share Dr fauzia Naseem shad 18 Feb 2022 · 1 min read तोड़ कर उसने मुझको देखा है कितने हम हैं, आईना जैसे । तोड़ कर उसने मुझको देखा है ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 6 166 Share Dr fauzia Naseem shad 18 Feb 2022 · 1 min read भूख बे'हिस अगर नहीं होती राहतें ज़िन्दगी को मिल जातीं । भूख बे'हिस अगर नहीं होती ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 8 166 Share Dr fauzia Naseem shad 18 Feb 2022 · 1 min read वाक़िफ नहीं है वाक़िफ नहीं है कोई हालात -ए-वक़्त से । किस मोड़ पर कहां रूला दे ये ज़िन्दगी ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 8 234 Share Dr fauzia Naseem shad 18 Feb 2022 · 1 min read भूख मिट जाए कोशिशें हों कि भूख मिट जाए। पेट भरता नहीं है, बातों से ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 6 146 Share Dr fauzia Naseem shad 18 Feb 2022 · 1 min read भीड़ का अनुसरण नहीं मन में उठे जिज्ञासा तो उसे शान्त भी करिए । भीड़ का अनुसरण नहीं बुद्धि का प्रयोग भी करिए ॥ डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 7 164 Share Dr fauzia Naseem shad 18 Feb 2022 · 1 min read अस्थिर मन अस्थिर मन और मन की इच्छा स्वयं का दोषी कर देती है मन में उठती निर्मूल आशंका जीवन- मृत्यु सा कर देती है भोग-विलास की मन की इच्छा दुःख का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 9 221 Share Dr fauzia Naseem shad 17 Feb 2022 · 1 min read ज़िंदगी का हासिल हो उसकी रज़ा में गर तेरी रज़ा भी शामिल हो । बेचैनियाँ फिर न कभी ज़िंदगी का हासिल हो ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 8 1 168 Share Dr fauzia Naseem shad 17 Feb 2022 · 1 min read कोई यादों में बाकी था ज़रूरत के तकाज़ो में ज़रूरत अपनी-अपनी थी । कोई यादों से ख़ाली था कोई यादों में बाकी था ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · मुक्तक 10 1 270 Share Dr fauzia Naseem shad 17 Feb 2022 · 1 min read लोग मजबूर हो के ज़िंदगी सबको अच्छी लगती है। लोग मजबूर हो के मरते हैं।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 7 143 Share Dr fauzia Naseem shad 17 Feb 2022 · 1 min read चोट गहरी थी आज भी दर्द उनसे रिसता है । चोट गहरी थी मेरे ज़ख़्मों की ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 7 179 Share Dr fauzia Naseem shad 17 Feb 2022 · 1 min read एक एहसास एक एहसास क्या ज़रूरी है । हमको महसूस हम नहीं होते ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 7 143 Share Dr fauzia Naseem shad 17 Feb 2022 · 1 min read ज़िंदगी का सफ़र हम बिछड़ कर जो तुमसे मिल जाते । ज़िंदगी का सफ़र त'वील न था ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 7 148 Share Previous Page 57 Next