वीर कुमार जैन 'अकेला' 369 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 4 Next वीर कुमार जैन 'अकेला' 21 Oct 2021 · 1 min read लहर एक लहर उठी किनारे तक आई और भिगो कर चली गयी। हम तेरे ख्यालों में खोए थे पता नही कब आई और भिगो कर चली गयी।। Hindi · कविता 2 176 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 21 Oct 2021 · 1 min read तन्हाई वो छोड़ कर खुद से गए तो थे हमें यूँ तन्हा हो जाएंगे सोचा न था अब लौट कर आने की चाहत है लड़ने से पहले एक बार भी सोचा... Hindi · शेर 1 1 217 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 20 Oct 2021 · 1 min read चांद चांद से जब मैंने पूछा बता तो तेरा मज़हब है क्या मुस्कुरा कर वो बोला मुझे भी इंसान समझा है क्या ये मजहब तो इंसानों की फितरत है और मुझे... Hindi · कविता 1 1 203 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 18 Oct 2021 · 1 min read याद बहुत आओगे तुम जो चले गए जिंदगी से मेरी कसम से याद बहुत आओगे। तुम्हारे जाने का गम कैसा होगा जिंदगी भर मुझे तड़पाओगे।। आये हो तो जाने की ज़िद ना करो... Hindi · कविता 1 1 438 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 17 Oct 2021 · 1 min read फौजी वो दूर कहीं सीमा पर दुश्मनों से लड़ रहा होगा दोपहर की गर्मी या सर्दी का कहर सह रहा होगा शोले बरसाती वो बंदूक लिए अपने हाथों में भारत माँ... Hindi · मुक्तक 1 2 353 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 17 Oct 2021 · 1 min read भुला ना पाओगे तुम मुझे यूँ भुला ना पाओगे। जब भी देखोगे घर में लगे आईने को पीछे अपने मुझे खड़ा पाओगे। लड़ना झगड़ना तो रोज़ की बातें हैं दिल से इसे लगा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 171 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 16 Oct 2021 · 1 min read मैं और मेरे टीचर अ से अनार आ से आम A for APPLE B for BOY एक से लेकर दस तक की गिनती ट्विंकल ट्विंकल लिटिल स्टार और मछली जल की रानी है.. क्या... Hindi · कविता 1 279 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 16 Oct 2021 · 1 min read मौसम ये मौसम है त्योहारों का आओ संग मिल मनाएं हम रोशन सारा घर आंगन हो घी के दीपक जलाएं हम धनतेरस को लक्ष्मी जी की कृपा सब पर बनी रहे... Hindi · गीत 229 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 15 Oct 2021 · 1 min read दशहरा हर साल हम दशहरा मनाते हैं रावण के पुतले को जलाते हैं बुराई पर अच्छाई की जीत का खुशी खुशी जश्न मनाते हैं आज राम में राम जैसी मर्यादा नही... Hindi · कविता 1 242 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 13 Oct 2021 · 1 min read शेर दिल में मेरे जगह सिर्फ इतनी सी है तू आराम से रहे, सिर्फ इतनी सी है दस्तक कितनों ने दी अंदर आने को फ़िज़ूल की ये बात, सिर्फ इतनी सी... Hindi · शेर 1 1 199 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 13 Oct 2021 · 1 min read शेर तुझे दिल से निकल जाने को कह तो दूं तू छोड़ कर चली जायेगी ये पता भी है। तुझ जैसा किराएदार एक मिलना चाहिये नही मिलेगा कोई दूसरा मुझे ये... Hindi · शेर 1 1 160 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 13 Oct 2021 · 1 min read दीवाना तेरी इन्ही अदाओं ने मुझे दीवाना बना दिया एक दुकानदार से मुझे व्यापारी बना दिया कीमत बढ़ा कर के सौदा करना ना आता था आज जालिम जमाने ने तेरा खरीदार... Hindi · मुक्तक 1 235 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 12 Oct 2021 · 3 min read उत्सव शहर के एक छोर पर एक मिनी भारत बसता है। नाम भी है 'भारत सिटी'। बहु मंजिलों वाले टावर के साथ घूमने के लिए पार्क, चारों कोनों में भाईचारे के... उत्सव - कहानी प्रतियोगिता · कहानी 3 1 307 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 10 Oct 2021 · 1 min read 2020-21 वर्ष 2020 हो या हो दो हज़ार इक्कीस कोई नही बचा जिसे ना मिली हो टीस कुछ अपनों से बिछुड़ गए कुछ ने अपनों को खोया है कुछ ने अपने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 608 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 10 Oct 2021 · 1 min read सनातनी परंपरा रसोई का चूल्हा हो या किचेन की गैस पहली रोटी गाय की और अंतिम मोती की मोती, गली का कुत्ता सबका प्यारा सबका दुलारा सबके घरों का रखवाला सबको देख... Hindi · कविता 402 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 6 Oct 2021 · 1 min read अकेलापन तेरा यूँ घर से चले जाना मुझको अकेला कर जाना सुकूँ होगा तेरी जिंदगी में आसां नही है मेरा मर जाना उम्मीद है तेरे लौट आने की खुशियां कैसे मनाऊं... Hindi · कविता 1 2 202 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 5 Oct 2021 · 1 min read वंदन रोज सवेरे उठ कर हम प्रभु का वंदन करते हैं। वो सबका पालनहारा है उसका अभिनंदन करते हैं।। उगते सूरज को देख सभी सूर्य नमस्कार करते हैं। कितनी प्यारी सुबह... Hindi · कविता 1 1 187 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 4 Oct 2021 · 1 min read ना जाने कब..... जाने पहचाने रिश्ते ना जाने कब अनजान हो गए ना जाने कौन सी भीड़ में और कहां पर खो गए कुदरत का कहर कोरोना बन कर बरसा था ना जाने... Hindi · कविता 1 2 204 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 3 Oct 2021 · 1 min read 2 अक्टूबर 2 अक्टूबर की छुट्टी है आज क्योंकि गांधी जयंती है आज शास्त्री जी की भी तो जयंती है शास्त्री जयंती क्यों नही मनती है माना गांधी जी बापू कहलाये शास्त्री... Hindi · कविता 500 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 30 Sep 2021 · 1 min read तुम्हारे मुस्कुराने से ये मुरझाईं कलियां खिलने को आतुर तुम एक बार मुस्कुरा तो दो। आंखों में है इंतज़ार दिल है बेकरार तुम एक बार मुस्कुरा तो दो।। आंखों में रुके अश्क बह... Hindi · कविता 2 379 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 30 Sep 2021 · 1 min read आने वाली है दीवाली का त्योहार, पटाखों की बौछार, मिठाई की महक, आने वाली है। अक्टूबर का महीना, सूख नही रहा पसीना, सर्दी की आहट, आने वाली है।। दीपों की कतार, अपनों का... Hindi · घनाक्षरी 1 237 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 29 Sep 2021 · 1 min read कुर्सी की लालसा ये राजनीति है साहब अच्छे अच्छो को निगल गई और मजाल डकार भी ली हो। शांत बने अनजान बैठे हैं जैसे निगलना कोई आम बात हो और मजाल हुंकार भी... Hindi · कविता 1 3 215 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 27 Sep 2021 · 1 min read हद प्रेम की हद कहाँ तक है कोई बता दो ना उसे कहाँ तक प्यार करूं कोई बता दो ना वो रूठ गई है मेरी नादान हरकतों से ये नादानी अब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 533 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 26 Sep 2021 · 1 min read चैन मौत के आगोश में जब रूह मेरी समा जाएगी बेगैरत जमाने की रुसवाईयाँ यूँ छूट ही जाएगी कांधा भी अपनों का अहसान जता ही जायेगा गैरों की दुआएं ही उस... Hindi · मुक्तक 1 1 190 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 26 Sep 2021 · 1 min read कटाक्ष चलो आज बात करते हैं आज़ादी के मतवालों की क्रांति दिवस से आज़ाद होने तक वाले सालों की मंगल पांडे ने क्रांति धरा से आज़ादी का बिगुल बजाया था क्रांतिकारियों... Hindi · कविता 1 1 214 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 25 Sep 2021 · 1 min read शेर मेरे जख्मों का मरहम नही है जिनके पास मैंने जख्मों को अपने उन्हें दिखाना छोड़ दिया जो मिला खुद से खुदा से वो कबूल कर लिया कुछ और पाने की... Hindi · शेर 2 180 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 24 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक मैं सोचता था तुम गिर कर संभल जाओगे दुनिया की भीड़ से बच कर निकल जाओगे मैं जागता रहा रात भर तुम्हारे इंतज़ार में यकीन नही होता के तुम यूँ... Hindi · मुक्तक 233 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 24 Sep 2021 · 1 min read पहलू हर सिक्के के दो पहलू होते चित कहो एक पट सिक्का उछल कर गिरता दिखता चित या पट दिखता चित या पट दोनों संग में ना दिखते हैं सामने जो... Hindi · कुण्डलिया 167 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 24 Sep 2021 · 1 min read शिक्षा कोरोना महामारी का हो रहा चारों और बखान पार्ट वन हो या पार्ट टू ले ली बहुतों की जान ले ली बहुतों की जान मगर बात पते की बता दी... Hindi · कुण्डलिया 293 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 24 Sep 2021 · 1 min read मानव जीवन जाग उठ चल रे इंसान क्यों पड़ा है सोता मुश्किल से मानव जीवन मिला क्यों इसे है खोता क्यों इसे है खोता एक पल हरि नाम भज ले क्रोध मान... Hindi · कुण्डलिया 1 184 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 24 Sep 2021 · 1 min read मुलाकात कल उनसे बरसों बाद मुलाकात हो गयी बातों बातों में कितनी अनकही बात हो गयी वो भी तन्हा इन्तज़ार करते रहे और हम भी कयामत तक साथ जीने मरने की... Hindi · मुक्तक 194 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 24 Sep 2021 · 1 min read खंजर गले मिलो किसी से तो जरा संभल कर मिलना हर शख्स आस्तीन में खंजर छुपाये बैठा है वीर कुमार जैन 24 सितंबर 2021 Hindi · शेर 1 1 208 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 24 Sep 2021 · 1 min read भरोसा भरोसा मत कर किसी पे ये तो टूट जाता है और जब टूटता है ना तो रिश्ते बिखर जाते हैं वीर कुमार जैन 24 सितंबर 2021 Hindi · शेर 206 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 24 Sep 2021 · 1 min read बदजुबान वो बदजुबान नही है ज़रा यकीन तो कर सच बोलने का जुनून सवार है उस पर वीर कुमार जैन 24 सितंबर 2021 Hindi · शेर 465 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 22 Sep 2021 · 1 min read मेरा वजूद मैंने खुद से की वफ़ा तुम बेवफा हो गए मोहब्बत खुद से की तो क्यूँ खफा हो गए तेरे संग खुद से भी वादे किए थे जो मैंने जिंदगी के... Hindi · मुक्तक 170 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 22 Sep 2021 · 1 min read फर्क फर्क नही पड़ता मुझको अब तेरी बेवफाई से मोहब्बत हो गई है मुझको अपनी ही तन्हाई से मिटा डाली हैं तेरी यादें जो पाली थी कभी दिल में सुर, सुरा... Hindi · मुक्तक 185 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 21 Sep 2021 · 1 min read शेर तुम यूँ मुस्करा कर ना निकला करो घर से नुक्कड़ पर बैठे हैं फिदा होने वाले इस मुस्कुराहट पर वीर कुमार जैन 21 सितंबर 2021 Hindi · शेर 189 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 21 Sep 2021 · 1 min read क्षमावाणी आज सबसे क्षमा मांगने का दिवस आया आज सबको क्षमा करने का दिवस आया मन वचन काय से दिल किसी का दुखा हो मुख से निकला कोई शब्द किसी को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 364 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 20 Sep 2021 · 1 min read शेर जीते जी जो तरसते रहे तमाम उम्र अपनी ही औलाद से चलो फिर आ रहा है मौसम पकवानों का मेवे की खीर का तर्पण अर्पण होंगे श्रद्धा से उनके चले... Hindi · शेर 1 2 150 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 20 Sep 2021 · 1 min read शेर तेरे आने की चाहत में पलके नही झपकने दीं सुना है दिल में आने का रास्ता यहीं से गुजरता है वीर कुमार जैन 20 सितंबर 2021 Hindi · शेर 2 1 167 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 20 Sep 2021 · 1 min read शेर इंतज़ार की घड़ियां है इन्हें चलने दो मत रोको उनके आने का पल ना जाने कब गुजर जाए वीर कुमार जैन 20 सितंबर 2021 Hindi · शेर 1 170 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 20 Sep 2021 · 1 min read शेर दिल पर मेरे यूँ बातों के नश्तर मत चुभाओ तुम। तुम भी दिल में बसे हो घायल हो जाओगे औरों की तरह।। वीर कुमार जैन 20 सितंबर 2021 Hindi · शेर 169 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 20 Sep 2021 · 1 min read शेर मेरे दिमाग के पन्ने अभी कोरे हैं जनाब अपनी वाहियात बातों से मत सजाओ तुम कोई मतलब की बात नही है गर पास तुम्हारे कोरे ही अच्छे हैं उन्हें कोरा... Hindi · शेर 1 165 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 20 Sep 2021 · 1 min read शेर नदी भी अपना अस्तित्व खो देती है समंदर से मिलने के बाद अपनी हैसियत से बड़े लोगों से मेरे दोस्त जरा संभल कर मिला करो वीर कुमार जैन 20 सितंबर... Hindi · शेर 2 176 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 19 Sep 2021 · 1 min read प्रहरी सीमा पर प्रहरी जागता है तो चैन से हम सोते हैं फर्क हमें नहीं पड़ता है जब शहीद वो होते हैं आंसू का कतरा ना आंखों में न जुबां पे... Hindi · गीत 2 266 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 19 Sep 2021 · 1 min read खुली छत का प्यार उसका खुली छत पर आकर कपड़े सुखाना भीगी जुल्फों को झटकना और सुलझाना पढ़ने के बहाने हमारा भी छत पर आना किताब के पीछे से कनखियों से निहारना ना जाने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 226 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 18 Sep 2021 · 1 min read भीगी पलकें बचपन में गर तुमसे हमने मोहब्बत की ना होती उम्र के इस पड़ाव पर जिंदगी यूँ तन्हा ना होती पता ना था इश्क हमारा सिर्फ हमारा ही तो था मौहब्बत... Hindi · शेर 2 4 557 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 18 Sep 2021 · 1 min read कान्हा बनाम द्वारकाधीश कान्हा बन राधा संग खेली प्रेम की होली ये बंसी मुई होंठों से छुई गूंजी मीठी बोली ब्रज की गलियां हों या राधा की सखियां सयानी कान्हा वो सब हैं... Hindi · कविता 1 4 348 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 17 Sep 2021 · 1 min read ये मेरा देश ये मेरा देश जहां पूरे वर्ष त्योहार मनाए जाते हैं। जहां हर दिन होली जलती हो और हर रात दीपक जलाए जाते हैं।। जहां की माटी भी सावन में भीग... Hindi · कविता 1 158 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 16 Sep 2021 · 1 min read कविता मात्र कवि की कल्पना नही होती है कविता किसी की ज़िंदगी का यथार्थ होती है कविता कविता सुन कर भूल जाने का नाम नही मनन कर अपनाने का स्तोत्र होती... Hindi · मुक्तक 1 298 Share Previous Page 4 Next