Sushma Singh Language: Hindi 369 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 4 Next Sushma Singh 12 May 2022 · 1 min read पापा तुम चांद हो पापा तुम चांद हो ------------------- पापा तुम चांद का प्रकाश हो, तुमसे ही घर रोशन है। मां धरा तो तुम आसमान हो, तुमसे ही घर खुशहाल हैं। हम सबके लिए... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 219 Share Sushma Singh 12 May 2022 · 1 min read तुम्हारे बिना पापा तुम्हारे बिना पापा --------------------- पापा तुम कहां हो , में ढूंढती रहती हूं, तुम दिखते नहीं मुझको, दरश दो विनती करती हूं। तुम्हारे जाने से वीरान है दुनिया, ऐ!जग भी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 230 Share Sushma Singh 12 May 2022 · 1 min read पापा की शरारत पापा की शरारत ------------------ जब मैं छोटी बच्ची थी , बहुत शरारत करती थी। पापा मुझको खूब चिढ़ाते, हमारे साथ अठखेलियां हे करते। हमको बहुत मजा है आता-- जब पापा... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 251 Share Sushma Singh 11 May 2022 · 1 min read आंसू आंसू ------- इन आंखों में होते हैं खुशी के आंसू, ग़म के दुःख भरे आंसू। चेहरा सब कुछ बता देता है, चेहरा हमारे दिल का आईना है। बेजार मत निकालने... Hindi · कविता 115 Share Sushma Singh 11 May 2022 · 1 min read खुशियों से भरा पल खुशियों से भरा पल ------------------------ हर पल जिन्दगी का,हो खुशियों से भरा हर पल को बांहों में,भर लो जरा। ऐ! वक्त जो गुज़र गया, फिर न आयेगा। इस पर को... Hindi · कविता 241 Share Sushma Singh 11 May 2022 · 1 min read जिंदगी के मांझी जिंदगी के मांझी ------------------- अपने सपनों की नाव में बैठकर, मांझी बन अपनी मंजिल तलाश कर। थाम कर पतवार हाथों में, खैवनहार बन। किनारे-किनारे चलते हैं बातों-बातों में ।। जिंदगी... Hindi · कविता 166 Share Sushma Singh 10 May 2022 · 1 min read सागर से गहरा प्यार तुम्हारा सागर से गहरा प्यार तुम्हारा --------------------------------- सागर की गहराई सा से प्यार तुम्हारा, जिसका कोई पैमाना नहीं, जग सारा हारा अमूल्य है पापा तुम्हारी चाहत, जो बच्चों पर हेबलिहारी! हमारे... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 145 Share Sushma Singh 9 May 2022 · 1 min read पापा ने चहकना सिखाया पापा ने चहकना सिखाया ------------------------------- पापा तुमने ही मुझको चहकना सिखाया , तुमने ही मुझको पाखी सा उड़ाया। देकर खुला आकाश मुझको, जहान में जीना सिखाया। पापा तुमने ही मुझको... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 334 Share Sushma Singh 9 May 2022 · 1 min read दोहे -मेरे पिता दोहे -मेरे पिता ----------------- कंटको भरी राह पर,चलना हो आसान। प्रेरणा पितु से लीजिये, और बढ़ाओ ज्ञान ।। देते हमको छांव है,खुद झेले है धूप। जीवन में बच्चों के लिये,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · दोहा 1 1 485 Share Sushma Singh 8 May 2022 · 1 min read विश्व मातृ दिवस विश्व मातृ दिवस की हार्दिक अनंत शुभकामनाएं ----- ---------------- मां तुम कितनी अच्छी हो ++++++++++++++++ रातें क ई जाग-जाग कर बितायी, फिर भी अपनी वेदना नहीं जतायी। सब कुछ सह... Hindi · कविता 161 Share Sushma Singh 6 May 2022 · 1 min read पिता जैसा इंसान नहीं देखा पिता जैसा इंसान नही देखा ------------------------------- पिता जिसे मैने कभी परेशां नहीं देखा, हमेशा ही उनको हमने मुस्कुराते देखा। चाहे आंधी या भूचाल आए खड़े हिमालय सा । पिता जैसा... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 147 Share Sushma Singh 6 May 2022 · 1 min read पापा ने कहा था पापा ने कहा था ----------------- पापा तुमने ही कहा था, कभी भी हिम्मत मत हारना । और न कभी थक कर पथ में बैठना, में यूं ही चलती रही-चलती रही... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 204 Share Sushma Singh 6 May 2022 · 1 min read पिता का दर्द पिता का दर्द --------------- पिता के मुरझाय चेहरे पर, चिंताओं की लकीरें हैं । दुखों को बांटकर अपने, सुखों का संसार सजाए हैं। भूलकर पुरानी यादों को, बच्चों में खुशहाल... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 205 Share Sushma Singh 6 May 2022 · 1 min read पिता से जीवन गुलजार पिता से जीवन गुलजार ----------------------------- पिता का साथ है तो जीवन गुलजार है, उनसे ही परिवार के गुलिस्तां में बहार है । कभी भी दिल उदास होता है, आकर के... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 187 Share Sushma Singh 5 May 2022 · 1 min read हाइकु -मेरे पापा हाइकु-मेरे पापा ------------------ हे! मेरे पापा जगत से निराले एक मिसाल । करते सदा परिवार का भला समर्पित हो । नयी सीख दे हमको ज्ञान देते शिक्षा अपनी । हिमालय... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · हाइकु 1 1 161 Share Sushma Singh 5 May 2022 · 1 min read पिता अभिमान हैं पिता अभिमान है -------------------- पिता परिवार की रौनक है, बच्चों की हिम्मत और साहस है, मां के माथे का वो ताज है! उनसे ही जीवन खुशहाल है।। हर परेशानी में... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 190 Share Sushma Singh 3 May 2022 · 1 min read पथ के मार्गदर्शक पापा पथ के मार्गदर्शक पापा ------------------------- बचपन में उंगली पकड़ जो चलते, आज वही पथ प्रदर्शक है करते। राह दिखाते हमको मंजिल की, लक्ष्य हमारा परिपूर्ण करते ।। पथ के मार्गदर्शक... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 2 117 Share Sushma Singh 3 May 2022 · 1 min read मेरे चांद है पिता मेरे चांद हैं पिता -------------------- जीवन के अंधकार में,रोशनी भरकर। स्वर्णिम प्रकाश फैलाकर, आशा का चिराग जलाते ! वो तुम हो!!! मेरे चांद हैं पिता------- जब भी घोर निराशा छाई,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 121 Share Sushma Singh 2 May 2022 · 1 min read कैसे कहुं पापा कैसे कहूं पापा ----------------- कैसे कहूं और क्या लिखूं, तुम्हारे लिए शब्द ही नहीं । बस!इतना पता है कि, तुम ही मेरा संसार हो।। कैसे कहूं और क्या लिखूं------ हर... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 2 508 Share Sushma Singh 2 May 2022 · 1 min read पिता की याद पिता की याद --------------- हर रोज आपकी याद आती है, तो आंखें मेरी छलक जाती हैं। याद बहुत आते हो पापा---- मन की वेदना जब उमड़ आती है, तो बचपन... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 2 235 Share Sushma Singh 1 May 2022 · 1 min read पिता ही मेरी खुशी पिता ही मेरी खुशी -------------------- जीवन की हर खुशी तुमसे है, साज और आवाज भी तुमसे है। मां के माथे की बिंदिया का नूर, तुमसे ही चमकता है। जीवन की... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 188 Share Sushma Singh 1 May 2022 · 1 min read पिता के सपनों की दुनिया पिता के सपनों की दुनिया --------------------------- रंग बिरंगी ,सतरंगी इन्द्र धनुष सी, पिता के सपनों की दुनिया। जिसमें क ई दास्तान हैं, उम्मीदों का आसमान है। रंग बिरंगी पिता कि... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 149 Share Sushma Singh 1 May 2022 · 1 min read पूरी उम्र बिता देते हैं पिता पूरी उम्र बिता देते हैं पिता ------------------------------ पूरी उम्र बिता देते हैं पिता, बच्चों के अरमान पूरे करने में। थकते नहीं कभी कदम, परिवार को सुख देने में! इसी तरह... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 145 Share Sushma Singh 1 May 2022 · 1 min read पहरा देते पापा पहरा देते पापा --------------------- वतन पर पहरा देते, रक्षा जन-जन की करते। तब हम सब चैन से सोते, अपनी कोई फिक्र नहीं-- मेरे प्यारे पापा को। देश पर पहरा देते... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 400 Share Sushma Singh 30 Apr 2022 · 1 min read प्यार का सागर हैं पिता प्यार का सागर है पिता -------------------------- बचपन में जिसने,उंगली पकड़ चलाया, मुझे चोट लगने पर --- जिसने मुझे सहलाया। ऐसे प्यार का सागर है पिता--- जीवन के हर फर्ज निभाकर,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 97 Share Sushma Singh 27 Apr 2022 · 1 min read मेरा हौंसला हैं पिता मेरा हौंसला है पिता --------------------- जीवन पथ में संघर्षं कि तपन, और हौंसलों की उड़ान है तूफानों में डगमगाती नौका के, खैवनहार होतें हैं पिता। मेरा हौंसला हैं पिता---- बचपन... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 125 Share Sushma Singh 24 Apr 2022 · 1 min read पिता की लाड़ली हूं मैं पिता की लाड़ली हूं मैं ------------------------- नाजों से मुझको पाला, समझा आंख का तारा। सदा मुझे प्यार है देते, मां पापा सारा !!!! पिता की लाड़ली हूं मैं--- कभी आंखों... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 146 Share Sushma Singh 24 Apr 2022 · 1 min read मेरी हिम्मत हैं पिता मेरी हिम्मत हैं पिता ---------------------- मेरी हिम्मत और मेरा गर्व हैं पिता, मेरा सुख दौलत मेरा अस्तित्व है पिता। मेहनत करके खून पसीना बहाते, पिता हम सब पर खुशियां ढेरों... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 169 Share Sushma Singh 23 Apr 2022 · 1 min read पिता से मेरी पहचान पिता से मेरी पहचान ------------------------ मुझको इस धरा पर लाकर, दी है एक अमूल्य पहचान। जगत में नाम रोशन कर , में समझूं अपनी ही शान। पिता से मेरी पहचान---... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 1 246 Share Sushma Singh 23 Apr 2022 · 1 min read पापा की परी हूं मैं पापा की परी हूं मैं ++++++++++ बचपन से लेकर, यौवन तक, यही सुनती आई हूं। सबकी राजदुलारी हूं मैं, पापा की परी हूं मैं---- मां की आंख का तारा हूं,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 2 266 Share Sushma Singh 21 Apr 2022 · 1 min read चलना ही जिंदगी चलना ही जिंदगी ------------------- पथ में अपने यूं ही , आगे को बढ़ते जाना। मेहनत और बुलंद हौंसलों से, मंजिल को अपनी पाना। पथ में अपने यूं ही ---- थकना... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 127 Share Sushma Singh 21 Apr 2022 · 1 min read घरौंदा बनाया घरौंदा बनाया --------------- तिल-तिल कर तुमने,घरौंदा बनाया, हजारों सपने बुनकर जिसको तुमने गुलिस्तां सा सजाया। हम सबके लिए सदा सोचते थे, बच्चों का जीवन उज्वल बनाया।। तिल-तिल कर तुमने--- अपने... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 129 Share Sushma Singh 21 Apr 2022 · 1 min read मेरी उड़ान मेरी उड़ान ------------- मेरे सपनों की उड़ान को, तुमने ही तो पंख दिया। ख्वाबों को मेरे पूरा कर, मेरी उड़ान को पूरा किया।। हार कर जब कभी में थक जाती,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 141 Share Sushma Singh 21 Apr 2022 · 1 min read बहुत याद आते हो पापा बहुत याद आते हो पापा ---------------+----------- जीवन में जब भी कोई, विपदा आती, याद बहुत आते हो तुम। खुशियां सारी और सब सुख, तुमसे ही सब भाती, याद बहुत आते... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 124 Share Sushma Singh 21 Apr 2022 · 1 min read पापा ही चुप कराते पापा ही चुप कराते ---------------------- बचपन में, जब भी रोती, पापा ही चुप कराते। मेरे चुप न होने पर, मां एक चांटा जड़ देती। जब आकर के पापा , मुझको... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 124 Share Sushma Singh 21 Apr 2022 · 1 min read पिता से प्यारा रिश्ता पिता से प्यारा रिश्ता ----------------------- भावों के प्रेम सा प्यारा रिश्ता, पिता और बेटी का अनमोल रिश्ता। कभी बन जाते दोस्त मेरे, और गुरु भी बन जाते। कभी दादाजी का... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 110 Share Sushma Singh 20 Apr 2022 · 1 min read मेरी हर खुशी पिता मेरी हर खुशी पिता ---------------------- हम सभी को बचपन से लेकर , आज तक हर खुशी दी है तुमने। दिन-रात मेहनत करके , हम सबको पढ़ाया है तुमने।। कभी नहीं... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 2 122 Share Sushma Singh 20 Apr 2022 · 1 min read बरगद की छांव हैं पिता बरगद कि छांव हैं पिता -------------------------- जैसे हर एक राही को, छांव बरगद हे देता। वैसे ही पिता का साया,बच्चों को! खुशियों से भर देता।। पिता ही तो हैं हमारे... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 2 136 Share Sushma Singh 20 Apr 2022 · 1 min read दोहा-मेरे पापा काम के दोहा-मेरे पापा काम के -------------------- पापा मेरे काम के,क्या जानें संसार। जब धरा पर जन्म लिए, किया तभी उपकार ।। अपने बच्चों को कभी, करते नहीं निराश। कष्ट उनके सभी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · दोहा 1 1 113 Share Sushma Singh 20 Apr 2022 · 1 min read पापा मेरी दनिया है पापा मेरी दुनिया हैं -------------------- तुम ही तो मेरे ख्वाबों की दुनिया हो, मेरी जन्नत, मेरा शिवालय तुम ही हो। मेरे सपनों के पंखों की, ऊंची उड़ान तुम ही से... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 104 Share Sushma Singh 19 Apr 2022 · 1 min read हिमालय हैं पिता हिमालय हैं पिता ------------------- अटल हिमालय सा होकर, अपनी बात से जो न डिगते, करते हम बच्चों के मन की! हम सबको खुश करते, ढेर सारे खिलौने देकर ---- हम... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 81 Share Sushma Singh 19 Apr 2022 · 1 min read बहादुर पापा बहादुर पापा ---–---------- परेशानियाें में भी जो मुस्काए, कभी किसी का जो दिल न दुखाए सबके दुख को समझें वो! ऐसे हैं!मेरे बहादुर पापा---- सब कष्टों को जो पी जाए,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 128 Share Sushma Singh 19 Apr 2022 · 1 min read पिता से हैं खुशियां पिता से हैं खुशियां ---------------------- बचपन में जब में रोती थी, मुझको खुश करते पापा थे जिद करती पापा से में जब, वही मुझे समझाते थे। मेरे जीवन में खुशियां,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 101 Share Sushma Singh 19 Apr 2022 · 1 min read मेरे प्यारे पापा मेरे प्यारे पापा ----------------- हृदय में जो है मेरे रहते, पल-पल मुझको याद है आते, वो हे!मेरे प्यारे पापा--- मेरी शरारतों और शैतानियों पर! जो बहुत है खुश होते, वो... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 91 Share Sushma Singh 18 Apr 2022 · 1 min read अंबर होते पिता अंबर होते पिता ------------------ अंबर से ऊंचा होता,पिता का साथ, मां धरा है होती---- किस्मत वाले होतें हैं वो जिसके सिर है पिता का हाथ। परेशानी सारी कट जाती, हंसते-हंसते... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 4 120 Share Sushma Singh 18 Apr 2022 · 1 min read पापा मेरे दोस्त पापा मेरे दोस्त --------------- उंगली पकड़ के तूने , चलना सिखाया था गिर जाने पर तुमने ही उठना सिखाया था। जब भी कहीं ठोकर, खाई है मेंने-- तुमने ही मुझको... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 3 136 Share Sushma Singh 18 Apr 2022 · 1 min read बचपन की यादें बचपन की यादें ----------------- याद है मुझको ,जब में छोटा था, बनकर घोड़ा मुझको अपनी, पीठ में बिठाया था, छुप-छुप कर खेले , क ई खेल तुमने थे- जब में... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 2 111 Share Sushma Singh 18 Apr 2022 · 1 min read रूठने पर मनाना मुझको रूठने पर मनाना मुझको ---------------------------- में रूठ जाती अगर, तो मुझको मनाते थे। मेरे पापा तुम सदा , मुझको पुकारते थे। सीने से लगाकर मुझको, मेरे बालों को सहलाते थे,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 3 103 Share Sushma Singh 18 Apr 2022 · 1 min read पिता के पदचिन्ह पिता के पदचिन्ह ------------------- में सोचती हूं मैं भी चलूं, उस पथ पर जिसको पापा ने रोशन किया, बन जांऊ उन कदमों के निशां! जो एक पहचान बन अमर हो... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 3 136 Share Sushma Singh 18 Apr 2022 · 1 min read पिता मेरी प्रेरणा पिता मेरी प्रेरणा --------------------- बचपन से देखा था मैनें, उनको नियम से चलना करते थे मेहनत बहुत, हम बच्चों के लिए! आसमां जमीं एक करते थे, हम सबके लिए? देते... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 3 105 Share Previous Page 4 Next