surenderpal vaidya 525 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 6 Next surenderpal vaidya 25 Nov 2023 · 1 min read * मन बसेगा नहीं * गीतिका ~*~ बिना प्यार वह मन बसेगा नहीं। इरादा सफल हो सकेगा नहीं। जलाएं दिया है जरूरी बहुत। तमस में कहीं कुछ दिखेगा नहीं। सुनो सत्य छुपता नहीं जान लो।... Hindi · गीतिका · वाचिक भुजंगी 2 1 119 Share surenderpal vaidya 25 Nov 2023 · 1 min read आ जाते हैं जब कभी, उमड़ घुमड़ घन श्याम। आ जाते हैं जब कभी, उमड़ घुमड़ घन श्याम। मुश्किल में हमको नहीं, करने देते काम। सभी दिशाओं का यही, हो जाता है हाल। ऐसे में घर बैठकर, करते सब... Quote Writer 1 1 180 Share surenderpal vaidya 24 Nov 2023 · 1 min read * जगेगा नहीं * गीतिका ~~ सही वक्त पर जो जगेगा नहीं। पता राह का फिर, मिलेगा नहीं। निभाएं हमेशा किए वायदे। कठिन फल भुगतना पड़ेगा नहीं। उसे है उठानी, बहुत मुश्किलें। कठिन हाल... Hindi · गीतिका · वाचिक भुजंगी 2 1 179 Share surenderpal vaidya 23 Nov 2023 · 1 min read पुण्यधरा का स्पर्श कर रही, स्वर्ण रश्मियां। पुण्यधरा का स्पर्श कर रही, स्वर्ण रश्मियां। खिले जा रहे फूल साथ में, नन्हीं कलियां। आनंदित हो रहे सभी के, भाव भरे मन। और खुशी से छलक रही हैं, सबकी... Quote Writer 1 1 296 Share surenderpal vaidya 22 Nov 2023 · 1 min read * जिसने किए प्रयास * ** गीतिका ** ~~ मंजिल उसको मिल गई, जिसने किए प्रयास। लेकिन था कुछ ने किया, कोशिश का उपहास। गांठ बांध कर हम रखें, जीवन का यह सत्य। यत्न जहां... Hindi · दोहा गीतिका · प्रयास 2 1 225 Share surenderpal vaidya 22 Nov 2023 · 1 min read प्यार का उपहार तुमको मिल गया है। प्यार का उपहार तुमको मिल गया है। जिन्दगी का सार तुमको मिल गया है। बांटकर इसको सुपथ पर बढ़ चलो अब। है यही सुविचार तुमको मिल गया है। ~~~~~~~~~~~~~ -सुरेन्द्रपाल... Quote Writer 1 1 222 Share surenderpal vaidya 18 Nov 2023 · 1 min read भोर की खामोशियां कुछ कह रही है। भोर की खामोशियां कुछ कह रही है। बिन कहे शीतल हवा भी बह रही है। ओस भी चुपचाप टपकी जा रही जब। कालिमा की सब दीवारें ढह रही है। ~~~~~~~~~~~... Quote Writer 1 1 295 Share surenderpal vaidya 16 Nov 2023 · 1 min read * भैया दूज * ** कुण्डलिया ** ~~ भाई बहना प्रेम का, पावन यह त्योहार। आता भैया दूज पर, हर्षित पल हर बार। हर्षित पल हर बार, भावना में बहने का। एक दूसरे संग,... Hindi · कुण्डलिया · दीपावली · भैया दूज 1 1 207 Share surenderpal vaidya 15 Nov 2023 · 1 min read रात बीती चांदनी भी अब विदाई ले रही है। रात बीती चांदनी भी अब विदाई ले रही है। भोर में नव चाहतें जब अंगड़ाई ले रही है। दृश्य मनहर ले दिशाएं दृष्टिगोचर हो रही जब। सूर्य की हर रश्मि... Quote Writer 3 1 184 Share surenderpal vaidya 12 Nov 2023 · 1 min read ** पर्व दिवाली ** * मुक्तक * ~~ पर्व दिवाली का आया है, जगमग दीप जलाओ। अंधकार है जहां कहीं भी, जल्दी दूर हटाओ। भक्ति भाव का पर्व सुहाना, संदेश हमें देता। भेदभावना दरकिनार... Hindi · दिवाली · मुक्तक · सार छंद 1 1 174 Share surenderpal vaidya 12 Nov 2023 · 1 min read सभी मित्रों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं। सभी मित्रों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं। ~मुक्तक~ दीपों का शुभ पर्व सुहाना, खूब मनाएं मिलकर। तमस हटाते दीपक अविरल, हर्षित होते जलकर। भक्ति भाव से करें साधना, चाह लिए... Quote Writer 1 1 144 Share surenderpal vaidya 12 Nov 2023 · 1 min read पर्व है ऐश्वर्य के प्रिय गान का। पर्व है ऐश्वर्य के प्रिय गान का। और सबके मान का सम्मान का। रौशनी का पर्व शुभ दीपावली। खूब हो आलोक जग में ज्ञान का। ~~~~~~~~ -सुरेन्द्रपाल वैद्य, १२/११/२०२३ Quote Writer 1 1 264 Share surenderpal vaidya 11 Nov 2023 · 1 min read देखिए खूबसूरत हुई भोर है। देखिए खूबसूरत हुई भोर है। हर दिशा का खिला जा रहा छोर है। फूल चारों तरफ मुस्कुराने लगे। खुशनुमा सा समय अब सभी ओर है। ~~~~~~ -सुरेन्द्रपाल वैद्य, ११/११/२०२३ Quote Writer 1 1 204 Share surenderpal vaidya 11 Nov 2023 · 1 min read प्रीति की राह पर बढ़ चले जो कदम। प्रीति की राह पर बढ़ चले जो कदम। बिन कहे बस मिले जा रहे एकदम। मौन मुस्कान है देखिए खिल रही। चाहते जोश में हो रही हैं न कम। ~~~~~~~~~... Quote Writer 1 1 168 Share surenderpal vaidya 10 Nov 2023 · 1 min read "कुण्डलिया" "कुण्डलिया" ~~~~~~~~ स्वर्ण रश्मियां आ रही, देखो चारों ओर। तम मिटने पर हो गई, उजली मधुमय भोर। उजली मधुमय भोर, सुगंधित फूल खिल रहे। और दृश्य में मधुर, अनेकों रंग... Quote Writer 1 1 257 Share surenderpal vaidya 9 Nov 2023 · 1 min read * बताएं किस तरह तुमको * ** मुक्तक ** ~~ किया महसूस दिल से है, बताएं किस तरह तुमको। नमी आंखों की ठहरी सी, दिखाएं किस तरह तुमको। हसीं मुखड़े ये मुस्काते, हुए हमने बहुत देखे।... Hindi · मुक्तक · विधाता छंद 1 1 157 Share surenderpal vaidya 9 Nov 2023 · 1 min read मन बहुत चंचल हुआ करता मगर। मन बहुत चंचल हुआ करता मगर। फिर किसी पर आ गया देखो अगर। मत किया करना किनारा तुम वहां। हो शुरू शायद यहां नूतन डगर। ~~~~~~~~~ -सुरेन्द्रपाल वैद्य, ०९/११/२०२३ Quote Writer 1 1 243 Share surenderpal vaidya 8 Nov 2023 · 1 min read दर्पण दिखाना नहीं है ** गीतिका ** ~~ छुपा सत्य को मुस्कुराना नहीं है। कहीं आज दर्पण दिखाना नहीं है। मुहब्बत करें छोड़ दें नफरतें अब। समय कीमती जब गँवाना नहीं है। मधुर स्नेह... Hindi · गीतिका · प्रेम · मुहब्बत · स्नेह 2 1 239 Share surenderpal vaidya 8 Nov 2023 · 1 min read कहीं भूल मुझसे न हो जो गई है। कहीं भूल मुझसे न हो जो गई है। यहां रूठकर क्यों अभी वो गई है। करूं कोशिशें है मनाना उसे फिर। मगर आज किस्मत कहूं रो गई है। ~~~~~~~~ -सुरेन्द्रपाल... Quote Writer 2 1 252 Share surenderpal vaidya 7 Nov 2023 · 1 min read बहुत खूबसूरत सुबह हो गई है। बहुत खूबसूरत सुबह हो गई है। गहन धुंध में हर दिशा खो गई है। उगे सूर्य की दूधिया रोशनी में। सिमट कर सुनहरी किरण सो गई है। ~~~~~~~~~~~~~~~~ -सुरेन्द्रपाल वैद्य,... Quote Writer 1 1 283 Share surenderpal vaidya 6 Nov 2023 · 1 min read * खुशियां मनाएं * ** गीतिका ** ~ स्वीकार कर खूब खुशियां मनाएं। जब भी मुहब्बत का पैगाम पाएं। बिल्कुल पराया न समझें किसी को। समरस भरे भाव मन में जगाएं। आभार उनका हमें... Hindi · गीतिका · मुहब्बत · विध्वंकमाला छंद 1 1 118 Share surenderpal vaidya 5 Nov 2023 · 1 min read * सताना नहीं * ** गीतिका ** ~~ गलत राह पर पग बढ़ाना नहीं। स्वयं को कभी भी सताना नहीं। कभी भी समय जब न अनुकूल हो। अकारण कठिन पग उठाना नहीं। हृदय आ... Hindi · गीतिका · वाचिक भुजंगी 1 1 158 Share surenderpal vaidya 5 Nov 2023 · 1 min read * कभी दूरियों को * ** गीतिका ** ~~ कभी दूरियों को बढ़ाना नहीं। मुहब्बत कभी भी छुपाना नहीं। अभी आपने प्यार से जो लिखा। लिखे शब्द को अब मिटाना नहीं। बताना सभी कुछ किसी... Hindi · गीतिका · वाचिक भुजंगी 1 1 263 Share surenderpal vaidya 4 Nov 2023 · 1 min read * मुस्कुरा देना * ** गीतिका ** ~~ जरा सा देखकर तुम मुस्कुरा देना। किसी की नींद के पल पल चुरा देना। पता सबको यही आदत हसीनों की। बना जीवन सभी का बेसुरा देना।... Hindi · गीतिका · सिंधु छंद 2 1 154 Share surenderpal vaidya 1 Nov 2023 · 1 min read * कुछ लोग * ** कुण्डलिया ** ~~ आपस में उलझे हुए, रहते हैं कुछ लोग। और बेवजह देखिए, कष्ट रहे हैं भोग। कष्ट रहे हैं भोग, यही है इनकी फितरत। इसीलिए हर बार,... Hindi · कुण्डलिया 1 1 200 Share surenderpal vaidya 1 Nov 2023 · 1 min read हो रही है भोर अनुपम देखिए। हो रही है भोर अनुपम देखिए। श्वेत आभापूर्ण शबनम देखिए। पंछियों की चहचहाहट से भरी। मन लुभावन एक सरगम देखिए। ~~~~~~~~~~~~~~~~~ -सुरेन्द्रपाल वैद्य, ०१/११/२०२३ Quote Writer 1 1 156 Share surenderpal vaidya 31 Oct 2023 · 1 min read बेटियां देखती स्वप्न जो आज हैं। बेटियां देखती स्वप्न जो आज हैं। नित्य भरती उसी हेतु परवाज हैं। लक्ष्य हासिल सभी खूब हैं कर रही। गूंजती हर जगह आज आवाज है। ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ -सुरेन्द्रपाल वैद्य, ३१/१०/२०२३ Quote Writer 2 2 159 Share surenderpal vaidya 31 Oct 2023 · 1 min read * जिन्दगी * ** गीतिका ** ~ जिन्दगी है मुस्कुराने के लिए। गीत सुन्दर गुनगुनाने के लिए। अब कभी पीछे नहीं मुड़ देखना। हर कदम आगे बढ़ाने के लिए। याद रख लेना अधिक... Hindi · आनन्दवर्धक छंद · गीतिका 3 2 130 Share surenderpal vaidya 30 Oct 2023 · 1 min read ** मुक्तक ** ** मुक्तक ** ~~ बुझा दीजिए पेट की आग को अब। करें बंद बस वोट के राग को अब। बहुत आज आतंक है हर जगह में। विषैले कुचल दीजिए नाग... Quote Writer 1 1 185 Share surenderpal vaidya 29 Oct 2023 · 1 min read * निशाने आपके * ** मुक्तक ** ~~ हैं बहुत तीखे निशाने आपके। जानते सब हैं बहाने आपके। मौन रहकर भी बहुत कुछ कह दिया। हो गये हैं सब दीवाने आपके। ~~~~~~~~~~~~~~~~~~ आज मन... Hindi · आनन्दवर्धक छंद · चतुष्पदी · मुक्तक · वाचिक स्रग्विणी छंद 174 Share surenderpal vaidya 29 Oct 2023 · 1 min read * याद कर लें * ** गीतिका ** ~~ आज शैशवकाल अपना याद कर लें। दूर हम अपना तनिक अवसाद कर लें। कीमती है हर समय जो सामने है। एक पल भी क्यों भला बर्बाद... Hindi · कविता · गीतिका 1 1 145 Share surenderpal vaidya 27 Oct 2023 · 1 min read * हाथ मलने लगा * ** गीतिका ** ~~~~~~~~~~~~~~~~~~ सत्य जब हाथ मलने लगा देखिए। झूठ का पर निकलने लगा देखिए। बिन दिए जब नहीं है मिला कुछ यहां। छद्म सहयोग छलने लगा देखिए। साथ... Hindi · गीतिका · वाचिक स्त्रग्विणी · सत्य 2 1 114 Share surenderpal vaidya 27 Oct 2023 · 1 min read कह दिया आपने साथ रहना हमें। कह दिया आपने साथ रहना हमें। साथ मिलकर यहां कष्ट सहना हमें। मौसमों की तरह फिर बदल क्यों गये। बस दिखाकर मधुर एक सपना हमें। ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ - सुरेन्द्रपाल वैद्य, २७/१०/२०२३ Quote Writer 1 1 425 Share surenderpal vaidya 25 Oct 2023 · 1 min read सुबह सुहानी आ रही, खूब खिलेंगे फूल। सुबह सुहानी आ रही, खूब खिलेंगे फूल। समय कभी खोना नहीं, समझें इसका मूल। मुख पर आने दीजिए, सुन्दर सी मुस्कान। और उलझनें व्यर्थ की, सभी दीजिए भूल। ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ -सुरेन्द्रपाल... Quote Writer 1 1 337 Share surenderpal vaidya 24 Oct 2023 · 1 min read * विजयदशमी * ** कुण्डलिया ** ~~ रावण के पुतले हुए, जगह जगह पर भस्म। युगों युगों से निभ रही, है यह पावन रस्म। है यह पावन रस्म, मर्म इसका हम जानें। करें... Hindi · कुण्डलिया 1 1 141 Share surenderpal vaidya 24 Oct 2023 · 1 min read * विजयदशमी मनाएं हम * ** गीतिका ** ~~ बढ़ें आगे विजय पथ पर विजयदशमी मनाएं हम। बहुत हैं छद्म के रावण सभी को मिल जलाएं हम। जगाकर भावना निज देश की खातिर अहर्निश अब।... Hindi · गीतिका · विजयदशमी · विधाता छंद 2 3 374 Share surenderpal vaidya 23 Oct 2023 · 1 min read जो समय सम्मुख हमारे आज है। जो समय सम्मुख हमारे आज है। सब छुपे उसमें सुहाने राज हैं। बढ़ चलें उत्साह पूरित मन लिए। और कर लें पूर्ण सारे काज हैं। ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ -सुरेन्द्रपाल वैद्य, २३/१०/२० Quote Writer 1 1 205 Share surenderpal vaidya 21 Oct 2023 · 1 min read ** लिख रहे हो कथा ** ** गीतिका ** ~~ क्यों जुदाई भरी लिख रहे हो कथा। बढ़ चलो राह में भूल कर हर व्यथा। पा सका है वही नींद सुख चैन की। नित्य जिसने यहां... Hindi · गीतिका · वाचिक स्त्रग्विणी 1 1 111 Share surenderpal vaidya 21 Oct 2023 · 1 min read दूरियां अब सिमटती सब जा रही है। दूरियां अब सिमटती सब जा रही है। मंजिलें सब पास प्रियकर आ रही हैं। बढ रही धड़कन दिलों की देखिए अब। स्वप्न नूतन प्रीति के दिखला रही हैं। ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ -सुरेन्द्रपाल... Quote Writer 1 1 206 Share surenderpal vaidya 20 Oct 2023 · 1 min read ** पहचान से पहले ** ** गीतिका ** ~~ बहुत धोखे हुआ करते पतन उत्थान से पहले। कदम हर सोच कर रखना बनी पहचान से पहले। पथिक तुम राह के आकर्षणों में खो नहीं जाना।... Hindi · गीतिका · विधाता छंद 1 1 149 Share surenderpal vaidya 20 Oct 2023 · 1 min read ** अरमान से पहले ** ** गीतिका ** ~~ स्वयं मां खा नहीं सकती कभी संतान से पहले। छलकता स्नेह है कारण सभी अरमान से पहले। जमाने में भरोसा सोच कर ही तुम किया करना।... Hindi · गीतिका · विधाता छंद 1 1 163 Share surenderpal vaidya 19 Oct 2023 · 1 min read मुस्कुराए खिल रहे हैं फूल जब। मुस्कुराए खिल रहे हैं फूल जब। गुनगुनाने में हुए भँवरे मगन। आ गया है सूर्य लेकर रश्मियां। खूब बहती जा रही शीतल पवन। ~~~~~~ -सुरेन्द्रपाल वैद्य, १९/१०/२०२३ Quote Writer 1 1 351 Share surenderpal vaidya 18 Oct 2023 · 1 min read सर्द ऋतु का हो रहा है आगमन। सर्द ऋतु का हो रहा है आगमन। और ठिठुरा जा रहा कोमल बदन। हो गया है ग्रीष्म का मौसम विदा। गुनगुनी सी धूप को कर लो नमन। ~~~~~~~~~~~~~~~~~ -सुरेन्द्रपाल वैद्य,... Quote Writer 2 1 207 Share surenderpal vaidya 17 Oct 2023 · 1 min read फूल खिलते जा रहे हैं हो गयी है भोर। फूल खिलते जा रहे हैं हो गयी है भोर। आ गये पंछी अनेकों कर रहे हैं शोर। जब सुबह में टपकती ही जा रही है ओस। मुस्कुराने लग पड़ी है... Quote Writer 1 1 296 Share surenderpal vaidya 16 Oct 2023 · 1 min read ** बहुत दूर ** ** गीतिका ** ~~ बहुत दूर जाना नहीं आज तुमको। गिराना कहीं भी नहीं गाज तुमको। नया खूबसूरत तराना सुनाकर। मधुर छेड़ना प्यार का साज तुमको। जमाना करे बेवजह बात... Hindi · गीतिका · भुजंगप्रयात छंद 1 1 208 Share surenderpal vaidya 15 Oct 2023 · 1 min read आज हम सब करें शक्ति की साधना। आज हम सब करें शक्ति की साधना। जिन्दगी की करें पूर्ण हर कामना। पर्व नवरात्रि शुभ सामने आ गया। सर्व हित की हृदय में भरें भावना। ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ -सुरेन्द्रपाल वैद्य, १५/१०/२०२३ Quote Writer 2 1 271 Share surenderpal vaidya 14 Oct 2023 · 1 min read * मुस्कुराने का समय * ** गीतिका ** ~~ आ गया है मुस्कुराने का समय। कुछ नया कर के दिखाने का समय। ओस में भीगी हुई कलियां सभी। देखती हैं भोर आने का समय। भाव... Hindi · गीतिका 1 1 175 Share surenderpal vaidya 14 Oct 2023 · 1 min read ** मंजिलों की तरफ ** मुक्तक ~~ मंजिलों की तरफ कुछ कदम जब चले। भाव मन में बहुत प्रीतिकर थे पले। था समय भी सहज खुशनुमा हो गया। खुश्क थे मेघ जब हम गये थे... Hindi · कविता · मुक्तक 1 1 191 Share surenderpal vaidya 14 Oct 2023 · 1 min read दो कदम लक्ष्य की ओर लेकर चलें। दो कदम लक्ष्य की ओर लेकर चलें। आंधियां आ रही नाव खेकर चलें। ठान लो बस हमें अब न रुकना कहीं। वक्त को मात बस आज देकर चलें। ~~~~~~~~~~~~~~~ -सुरेन्द्रपाल... Quote Writer 2 1 220 Share surenderpal vaidya 13 Oct 2023 · 1 min read देखकर प्यार से मुस्कुराते रहो। देखकर प्यार से मुस्कुराते रहो। गीत कोई मधुर गुनगुनाते रहो। चाहते हो अगर खूब खुशियां मिले। दोस्त हर पल नये प्रिय बनाते रहो। ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ -सुरेन्द्रपाल वैद्य, १२/१०/२०२३ Quote Writer 1 1 251 Share Previous Page 6 Next