डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 515 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 6 Next डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 15 Dec 2020 · 1 min read सारा जीवन व्यर्थ हो गया,अभी आर्थिक मंदी में। मित्रों समर्पित है कोरोना गीत। सारा जीवन व्यर्थ हो गया, अभी आर्थिक मंदी में। भूख प्यास हो गयी पराई, इसी आर्थिक बंदी में । धूप छांव का होश नहीं अब,... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 10 28 415 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 10 Dec 2020 · 1 min read दीपावली पर्व (1)हरिगीतिका छंद(दीपावली पर्व पर) नव दीपिका दिव्य दीपिका मृद दीपिका हे ज्योतितं। यम चौदसं,धनतेरसम,दीपावली, नव उत्सवम। नव पावनी, उत्साह वर्धक रात्रिका हे मात्रिका। नव शोभितं व्यापार कर्ता,पूजितं हे ज्योतिका। हरि... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 457 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 10 Dec 2020 · 1 min read सागर गहरे राज समा कर जीवन को अपनाता है। जल सागर गहरे राज समा कर जीवन को, अपनाता है । मेघ रूपहले राज छुपा कर जीवन को, हरसाता है। प्रातः धरती की प्यास बढ़ाने सूरज नभ में आता होगा।... Hindi · गीत 4 264 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 10 Dec 2020 · 1 min read हिंदी भाषा कुण्डलिया: हिंदी भाषा राष्ट्र की, अधिकारिक लें मान। भारत की बिंदी करे, तकनीकी अवदान। तकनीकी अवदान, यही हम सबकी आशा। करें मातृ को नमन, दूर हो त्वरित निराशा। कहें प्रेम... Hindi · कुण्डलिया 2 263 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 10 Dec 2020 · 1 min read श्रद्धांजलि राही जी ने जगत में, लिखा अनूठा छंद। काव्य जगत करता नमन, कर कविता को बंद। कर कविता को बंद, सुमन बिखरे है सारे। करते अर्पित तुम्हे,हैं श्रद्धा सुमन हमारे।... Hindi · कुण्डलिया 1 2 276 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 10 Dec 2020 · 1 min read अन्न का दाता अन्न का दाता। सड़क पर आया। भारत माता। वोट का जोड़। राजनीति का तोड़। प्रधानी होड़। किसान मंच। मीटिंग्स का प्रपंच दिल्ली का पंच। दिल्ली को कूच। किसानों का मिशन।... Hindi · हाइकु 1 2 574 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 10 Dec 2020 · 1 min read दशहरा पर्व विधा-गजल देवताओं को हमेशा घर बुलाया कीजिये। बस अमावस रात में दीपक जलाया कीजिये। सत असत की जंग में जीतता बस सत्य ही। सब विकारों पर विजय रथ को चलाया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 234 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 10 Dec 2020 · 2 min read नया साल जिससे भाये। "नया साल जिससे भाये।" मातु शारदे !ओजस भर दो, नया साल जिससे भाये। वीणापाणि हमें वह स्वर दो, सहज सुखद लेखन पायें। दिन में खून पसीना बहता ,रात सुहानी हो... Hindi · गीत 1 498 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 10 Dec 2020 · 1 min read करवा चौथ अर्ध्य चन्द्र देती भार्या , निर्जला जो व्रत आर्या पति के चिरायु हेतु, करवा को कीजिये। माता का विधान से जो, करवा चौथ पूजे जो । सुख शान्ति घरों में... Hindi · घनाक्षरी 1 393 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 10 Dec 2020 · 6 min read विद्यार्थियों के चारित्रिक और मानसिक विकास में शिक्षक की भूमिका। विषय- विद्यार्थियों के चारित्रिक और मानसिक विकास में शिक्षक की भूमिका। विधा -आलेख विद्यार्थियों के शारीरिक और मानसिक विकास में शिक्षक की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। शिक्षक का अर्थ है।... Hindi · लेख 2k Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 16 Oct 2020 · 1 min read हिंदी भाषा कुण्डलिया: हिंदी भाषा राष्ट्र की, अधिकारिक लें मान। भारत की बिंदी करे, तकनीकी अवदान। तकनीकी अवदान, यही हम सबकी आशा। करें मातृ को नमन, दूर हो त्वरित निराशा। कहें प्रेम... Hindi · कुण्डलिया 1 514 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 16 Oct 2020 · 1 min read दीपावली गजल देवताओं को हमेशा घर बुलाया कीजिये। बस अमावस रात में दीपक जलाया कीजिये। सद असद की जंग में जीतता बस सत्य ही। सब विकारों पर विजय रथ को चलाया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 270 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 16 Oct 2020 · 1 min read जल सागर गहरे राज समा कर जीवन को, अपनाता है । मेघ रूपहले राज छुपा कर जीवन को, हरसाता है। प्रातः धरती की प्यास बढ़ाने सूरज नभ में आता होगा। जल... Hindi · गीत 1 1 362 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 16 Oct 2020 · 1 min read नयन नैनो की भाव भंगिमा जब अनुवादित होती है। संकेतों की परिभाषा तब परिभाषित होती है। नयनों की भाषा केवल ये नयन समझते हैं । प्रेम विरह की व्यथा कथा, वे... Hindi · गीत 261 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 16 Oct 2020 · 1 min read रोम रोम में राम बसे- हरिगीतिका छंद रोम रोम में राम बस अति मोहनी सुंदर सुभग श्री राम चरितं पावनी। खर दूषणं बध सिय हरण, गोदावरी तट पूजनी। त्वम!कुल शिरोमणि सूर्य वंशी," प्रेम" करते हैं नमन। पुरुषोत्तमम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 363 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 16 Oct 2020 · 1 min read मां शारदा वंदना सद मात्रिका ,हे धात्रिका ,हे वेद माता पूजनी। कमलासने मां शारदे हे श्वेत वस्त्र धारनी। वर दायनी मां वंदनी मां वादनी पदमासनी वरदान दो मां शारदे शिव अनुचरी हे ब्राह्मणी।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 305 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 16 Oct 2020 · 2 min read आतंकी आतंकी- "कहानी " दो मित्र , चाय स्टॉल पर मिलते हैं ,चाय की चुस्कियों के मध्य गुफ्तगू कुछ इस तरह शुरू हुई । प्रवीण -अंबर भाई, आजकल राष्ट्र में यह... Hindi · कहानी 267 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 16 Oct 2020 · 3 min read पिता का हम करें सम्मान अंबर जी हमारे परम मित्र हैं। हम और वो तीर्थ यात्रा पर जा रहे थे।यात्रा लंबी था, मौन रहकर यात्रा करना संभव नही था ।अंबर जी हमेशा से विवेकी और... Hindi · कहानी 522 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 16 Oct 2020 · 3 min read कर्म और भाग्य विषय -कर्म और भाग्य का संबंध, और इसका मानव जीवन में महत्व। विधा- कहानी प्रातः के नर्म प्रकाश में बाग की हरियाली के मध्य, मंद- मंद बयार का आनंद लेते... Hindi · कहानी 536 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 16 Oct 2020 · 3 min read बेबस समाज विषय- संत कबीर के साहित्य व जीवन दर्शन का वर्तमान समाज के लिए उपयोगिता। शीर्षक -बेबस समाज एक दिन अंबर भाई अपने परम मित्र प्रवीण जी के यहां पहुंचे। अंबर... Hindi · कहानी 250 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 16 Oct 2020 · 1 min read नव रात्रि - हरि गीतिका छंद जय हर प्रिया,जय शिव प्रिया, मां शारदा ,शिव पूजितं। वर दायनी , वर दीजिए ,कात्यायनी, मन पूरितं। सत कामना ,हो पूर्ण सब,मन में किये, निश्चय सभी। नौ रात्रि है ,पावन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 450 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 16 Oct 2020 · 1 min read फ़सल हरी भरी फसल है,पकी पकी फसल है, खड़ी खड़ी फसल है,अब काट लीजिए। हंसिये पे धार कर , हंसिये का वार कर, कटे फटे हाथ धर ,गाँठ छाँट लीजिये। फसल... Hindi · घनाक्षरी 1 236 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 16 Oct 2020 · 1 min read बाबा और दादी कुंडलिया, बाबा बैठ मुडेर पर,देखे जग की राह। दादी नियरे बैठ कर,मन में करती चाह। मन में करती चाह,करें साइकिल सवारी। बाबा तकते राह, चलें अब बारी बारी। कहें प्रेम... Hindi · कुण्डलिया 1 230 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 16 Oct 2020 · 3 min read मातृ भाषा हिंदी पुरस्कृत लेख विषय-" हिंदी है भारतवर्ष की मातृभाषा , राष्ट्रभाषा बने ये है अभिलाषा।" लेख समूचे विश्व में भारतीय जनमानस की पहचान मातृभाषा हिंदी से है। भारतवर्ष में हिंदी भाषा... Hindi · लेख 1 1k Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 16 Oct 2020 · 1 min read गृहस्थ आश्रम संतन का संग होता, सत्संग आश्रय होता. संतो का निवास होता ,त्याग होना चाहिए. अर्थ धर्म कर्म मुक्ति,कर्म योग श्रेष्ठ युक्ति। साक्षी सम भाव होना चाहिये। कर्म ज्ञान भक्ति योग,... Hindi · घनाक्षरी 266 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 16 Oct 2020 · 1 min read रक्तदान मित्रों सादर समर्पित है मुक्तक। चढ़ा वो खून है पानी अगर इसमें सियासत है । बहा दो खून नाली में अगर इसमें शिकायत है। क्यों जीता शान से डोनर जो... Hindi · मुक्तक 1 1k Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 16 Oct 2020 · 1 min read रक्तदान मित्रों सादर समर्पित है मुक्तक। चढ़ा वो खून है पानी अगर इसमें सियासत है । बहा दो खून नाली में अगर इसमें शिकायत है। क्यों जीता शान से डोनर जो... Hindi · मुक्तक 1 197 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 27 Aug 2020 · 3 min read कथनी और करनी पुरस्कृत कहानी, शीर्षक- कथनी और करनी साहित्यिक गोष्ठी में ,अचानक, यह विचार चर्चा का विषय बन गया ,कि, महापुरुषों के विचारों का उद्धरण हम सब अपने अनुजों को हमेशा देते... Hindi · कहानी 1 409 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 27 Aug 2020 · 1 min read कृषक का घर द्वार कृषक का घर द्वार, काकी से हो घर बार। जीने का हो अब सार, सार होना चाहिए । आतुर हो नैन जब, काकी ताके घर अब। गिरवी बिन गहनों के,... Hindi · घनाक्षरी 1 528 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 27 Aug 2020 · 1 min read उखड़ा जो पेड़ गिरा उखड़ा जो पेड़ गिरा , हरा-भरा वृक्ष फिरा । भूमि पर गिरा-गिरा, फलता ही जा रहा। खाद पानी बिना जैसे , जीवित है वृक्ष ऐसे। बिन भूमि जड़ कैसे, पलता... Hindi · घनाक्षरी 1 476 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 27 Aug 2020 · 1 min read लाल सेना खूनी आँच लाल सेना ख़ूनी आंच, सारा जग करे जांच। विश्व कहे सांच-सांच, भय अब कीजिये। भाग -भाग लाल सेना, डरे-मरे चीनी खेमा, छल बल छोड़ देना, तय अब कीजिये।। हिंद फौज... Hindi · घनाक्षरी 2 362 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 27 Aug 2020 · 1 min read जैसे चपला सी चपल कुंडलिया जैसे चपला सी चपल, चंचल मन के तीर। प्रियतम के मोहक नयन,हरते मन की पीर। हरते मन की पीर, प्रिया मनभावन मोरी। प्यारे लगते नयन, सुहावन चितवन तोरी। कहें... Hindi · कुण्डलिया 1 570 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 27 Aug 2020 · 3 min read साइबर रेड साइबर रेड-"कहानी" पुलिस बल का आगमन हो गया । तलाशी अभियान जोरों पर था ,साथ में ,अफवाहों का बाजार गर्म था।शहर में साइबर अपराध चर्चा का विषय बन गया। ।... Hindi · कहानी 3 2 273 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 27 Aug 2020 · 1 min read मानव इस संसार में कुण्डलिया मानव इस संसार मे,करें कर्म का योग। बाढ़ ग्रस्त इस विश्व में,देश करें सहयोग। देश करें सहयोग,,बचाये जन बहुभाँती। कोरोना का काल,मिटाये मानव थाती। कहें प्रेम कवि राय, दुःखी... Hindi · कुण्डलिया 1 235 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 27 Aug 2020 · 1 min read कोरोना से घिर गया कुंडलिया कोरोना से घिर गया ,सारा भारत वर्ष। बाढ़ ग्रस्त हो फिर गया,भारत का उत्कर्ष। भारत का उत्कर्ष,एक सपना था देखा। गाँव गाँव है मर्ष, मिटा किस्मत का लेखा। कहें... Hindi · कुण्डलिया 1 260 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 27 Aug 2020 · 1 min read चिड़िया मनहरण घनाक्षरी: चिड़ी चुगाती है दाना, चिड़ी ने चूजे को माना, ची-ची करके है खाना, डाल-डाल बसेरा। चिरई व चिरगुन, आँगन में भर गुन, सोन चिरई है चुन, डाल-डाल सबेरा।... Hindi · घनाक्षरी 1 301 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 27 Aug 2020 · 1 min read नवरस कुंडलिया नव रस मिलके रच रहे,जो सुंदर आकार। मन मंदिर में बस रहे,ये मोहक अवतार। ये मोहक अवतार,मुदित है सुंदर काया। राधा कान्हा रूप,विदित है मोहन माया। कहें प्रेम कवि... Hindi · कुण्डलिया 1 675 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 16 Aug 2020 · 1 min read श्याम राधा कान्ह राधा आइये। मुक्तक श्याम राधा कान्ह राधा आइये। प्रेम राधा काम आधा पाइये।, सगुण मन से प्रेम निश्छल सीख कर, कृष्ण राधे गोप राधे गाइये। गोप ग्वाले, ब्रज कुमारी साज है। गोप... Hindi · मुक्तक 4 3 242 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 16 Aug 2020 · 1 min read गोकुल के ग्वाल बाल, घनाक्षरी गोकुल के ग्वाल बाल ,मंत्र मुग्ध नंद लाल , जसोदा का देख हाल ,माता को रुलाते हैं। मोर पँख वेणी वाम,एक कर बन्शी थाम। पग कर थामे राम,पालना झुलाते... Hindi · घनाक्षरी 3 2 376 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 16 Aug 2020 · 1 min read मदिरा सवैया प्रेम करें निज यौवन से सखि! भूल गये निज स्वारथ मा। निर्गुण प्रेम करें सगरे सखि! प्रेम किये परमारथ पा। प्रेम प्रतीति दिखे उर में सखि! प्रीत करो निह स्वारथ... Hindi · कविता 3 4 247 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 16 Aug 2020 · 1 min read मदिरा सवैया धीर धरो धर धीरज साधक नींद धरो नित श्वानन सा। ध्यान बको सम धारण साधक कान धरो निज बातन मा। प्रेम सदा कर भ्रातन साधक सीख धरो निज माथन पा... Hindi · कविता 3 2 334 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 11 Aug 2020 · 1 min read राखी धागा राखी धागा प्रेम धागा,भाई भाई करे कागा, बजे स्नेह रस रागा, रक्षा सूत्र चाहिये। जब बहना पुकारे, भाई राखी को स्वीकारे, ख़ुशी खुशी जयकारे, राखी बंधवाईये। रोली टीका आरती हो,मृदु... Hindi · घनाक्षरी 2 4 458 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 11 Aug 2020 · 1 min read प्रीति रीति देख कर घनाक्षरी प्रीति रीति देखकर,मीत मीत देखकर, नैन नक्श देखकर, पीड़ा सह लीजिये। सावन में प्रीत कर,पावन संगीत भर, प्रीतम की पाती पढ, लिख व्यथा दीजिये। लिख -लिख अभिलाषा, सब की... Hindi · घनाक्षरी 2 452 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 11 Aug 2020 · 1 min read कजरी तीज कजरी की रीति देख, प्रेम की प्रतीति देख। महादेव मीत देख, ऐसा वर दीजिए। गले माल डाल सांप, बाघम्बर ओढे आप , नंदी पे सवार जाप ,भक्तजन कीजिए। गौरा का... Hindi · घनाक्षरी 2 2 289 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 11 Aug 2020 · 1 min read अयोध्या राम आते हैं। अयोध्या राम आते हैं। अवध पति राम आते हैं। मनोहारी धरा यह है, मनोहारी छटा वह है सियापति राम आते हैं अवध पति राम आते हैं। अयोध्या राम आते हैं... Hindi · गीत 2 6 552 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 11 Aug 2020 · 1 min read रक्षा बंधन छंद कुंडलिया। राखी बाँधें सब बहन, वीरों को अब आज। सैनिक अपने देश हित, लड़ते हैं जांबाज। लड़ते हैं जांबाज, सुरक्षा सीमा वाली। बढ़े राष्ट्र का मान, वीर करते रखवाली।... Hindi · कुण्डलिया 2 2 478 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 11 Aug 2020 · 2 min read राष्ट्र गीत बचा लो राष्ट्र भारत को लहू तुम में अगर बाकी । वचन दो आज वीरों तुम,शहादत आज गर बाकी। न छेड़ो धीर सैनिक को ,डटा है वीर सीमा पर ।... Hindi · गीत 1 2 487 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 11 Aug 2020 · 4 min read सकारात्मक सोच पुरस्कृत कहानी सकारात्मक सोच प्रातः, हम मित्र अंबर के साथ प्रातः कालीन भ्रमण पर निकले। तेज गति से भ्रमण करते हुए ,साथ में विचार विमर्श करते हुए ,हमने पाया कि,... Hindi · कहानी 1 6 432 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 22 Jul 2020 · 1 min read डमरू घनाक्षरी मित्रों,सादर समर्पित है डमरू घनाक्षरी घनन घनन घन, गरज गरज कर। बरस बरस कर,रह रह तड़कत। तडप तडप तड़, चमकत दमकत। ठहर ठहर कर,रह रह बरसत। लखत लखत जब,बचपन दरशत।... Hindi · घनाक्षरी 1 4 662 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 22 Jul 2020 · 1 min read कामदार दर दर भटके राह में,भूखा प्यासा आज। कल का संचय कर सके, बची नही अब आस। रेल किनारे बैठ कर,करता है उपवास। टुकडे टुकडे जिंदगी, करे सदा उपहास। रोटी के... Hindi · दोहा 4 355 Share Previous Page 6 Next