पंकज कुमार कर्ण 255 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 6 पंकज कुमार कर्ण 7 Jun 2021 · 1 min read "मोबाइल बना खिलौना" "मोबाइल बना खिलौना" ******************* देखो, मोबाइल बना खिलौना, इसके असर से बच्चे हो रहे काना। जिसको देखो, बैठा है पकड़ एक कोना, दृश्य देखकर लगता कितना घिनौना।। बेटा देखे, बेटी... Hindi · कविता 8 2 723 Share पंकज कुमार कर्ण 6 Jun 2021 · 1 min read पावस की बूंदें ************** पावस की बूंदें ************** घटा जब छाये घनघोर, टर्र-टर्र और क्रेऊं क्रेऊँ, करते मेढक और मोर। ये रिमझिम- रिमझिम , ज्योहिं होती ऐसी वर्षा, भींगने को हर प्राणी का, सदा... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 15 17 1k Share पंकज कुमार कर्ण 5 Jun 2021 · 1 min read "फिर से चिपको" फिर से "चिपको" ************** धरती की अब यही पुकार, पेड़ पौधे सहित पर्यावरण का मिले प्यार। नही तो ये धरा बिखर जायेगी, फिर सब पर अपना कहर बरपाएगी।। इस धरा... Hindi · कविता 10 6 1k Share पंकज कुमार कर्ण 4 Jun 2021 · 1 min read संस्कारी पत्नी संस्कारी पत्नी ========= संस्कारी पत्नी अब कहीं नहीं दिखते हैं , बस कविता में ही कोई कोई ऐसी लालसा लिखतें है। ये पत्नी तो अब लुप्त प्राणी है, ये सोचना... Hindi · कविता 9 9 1k Share पंकज कुमार कर्ण 4 Jun 2021 · 1 min read कुछ तो है कुछ तो है, जो सेवक को लेखक बना दिया। एक गूंगे को गायक बना दिया।। कुछ तो है , जो बुद्धू को बुद्धिमान बना दिया। शक्तिहीन को शक्तिमान बना दिया।।... Hindi · कविता 16 9 949 Share Previous Page 6