Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
Comments (9)

You must be logged in to post comments.

Login Create Account

अगर समर्पण दोनों तरफ से हो तो जिंदगी अच्छी लगने लगती है

बिल्कुल

बिल्कुल

5 Jun 2021 07:29 AM

शादी बस इक समझौता है
पर सबकी मर्जी से होता है
हँसने की फुर्सत ही नही इसमे
हाँ कोई कोई रोता है

5 Jun 2021 08:41 AM

मेरा मकसद किसी के विचार बदलना नही सिर्फ अपने बताना था। माफी चाहूंगा इसके लिए।
वैसे भी 16 संस्कार में से जब 15नही बचे तो इस एक का भ्रम कब तक रहेगा पतानहीं
असहमत होते हुए भी विचार को इतनी एहमियत देने के लिए धन्यवाद

Loading...