Sanjay ' शून्य' 351 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Sanjay ' शून्य' 23 Nov 2024 · 1 min read तेरे झूठ का जहर, तो जहर बांट रहा है। तेरे झूठ का जहर, तो जहर बांट रहा है। बांटना सुख था, जो कहर बांट रहा है।। सच्चाई दफन करने में, लगा है पूरा गांव। सब मिलके कहरहे हैं, शहर... Quote Writer 2 24 Share Sanjay ' शून्य' 19 Nov 2024 · 1 min read यात्रा प्रेम, प्रेम हम भी समझते हैं, मां का, बाप का, भाई का, बहन का,बीबी का, अपनो का। गला कैसे घोंट दूं मिट्टी का, परिवार का, समाज का, देश का, बच्चों... Hindi 1 21 Share Sanjay ' शून्य' 19 Nov 2024 · 1 min read लक्ष्य या मन, एक के पीछे भागना है। लक्ष्य या मन, एक के पीछे भागना है। मन माया है और लक्ष्य ही साधना है।। मन के पीछे भागोगे,मनोरोगी बन मर जाओगे। लक्ष्य के पीछे तो,साधक बन कुछ कर... Quote Writer 1 24 Share Sanjay ' शून्य' 14 Nov 2024 · 1 min read अडिग रहिए मत डरना कीट पतंगों से, मानव समाज के नंगों से। होता नव निर्माण सहज, मौलिकता वादी जंगो से।। बस एक दिया दिवाली की, जब अपने लौ पर आती है। वर्षा... Hindi 1 21 Share Sanjay ' शून्य' 10 Nov 2024 · 1 min read भारतीय समाज मुफ्त की रोटी मुफ्त का ज्ञान, स्वास्थ्य सुरक्षा न्याय विधान। मुफ्तखोर नागरिक बनाकार, चिल्लाओ भारत देश महान।। बाप तोड़ता परिवारों को, देश को तोड़े अब्बू जान। फादर करते जिस्म का... Hindi 1 26 Share Sanjay ' शून्य' 6 Nov 2024 · 1 min read कौन कमबख्त नौकरी के लिए आता है, कौन कमबख्त नौकरी के लिए आता है, तेरे दीदार की खातिर ये चला आता है। है मय्यशर मुझे जहां की हर शौक सुकून, मगर तेरे चेहरे में खुद का किरदार... Quote Writer 22 Share Sanjay ' शून्य' 3 Nov 2024 · 1 min read देश आपका जिम्मेदारी आपकी संविधान के दिए सभी अधिकार बताए जा रहें है। यह विधान जिस देश का उसको छुपाए जा रहें है।। व्यक्तिगत अधिकार को जो ऊंचा बताया जा रहा है। कुछ इस... Hindi 1 37 Share Sanjay ' शून्य' 3 Nov 2024 · 1 min read तेरी जलन बनाए रखना था, मैने अपना चलन नहीं छोड़ा। तेरी जलन बनाए रखना था, मैने अपना चलन नहीं छोड़ा। तू अपनी फ़ितरत से बाज़ नहीं आया,मैने भी सब्र का दामन कभी नहीं छोड़ा।। Quote Writer 1 27 Share Sanjay ' शून्य' 31 Oct 2024 · 1 min read हुए प्रकाशित हम बाहर से, हुए प्रकाशित हम बाहर से, अंतर्मन में घोर तम है। मानवमूल्य हीन नरपशु कहे, धरती के सूरज हम है।। जलाओ दीप, जगमगाए शहर। किसी को कभी न भगाए शहर।। कबूतर... Quote Writer 1 33 Share Sanjay ' शून्य' 29 Oct 2024 · 1 min read लेखन सागर नदियां झील तालाब, कब कहते हैं मत लो आब। कल दो लोटे बहस कर रहे, कर लो दस बूंदों का हिसाब।। बाल्मीकि, तुलसी, सूर और लिखे ग्रंथ बहु वेद... Hindi 1 42 Share Sanjay ' शून्य' 29 Oct 2024 · 1 min read राम बनो, साकार बनो अंधेरा है! जला दो दीप तुम उत्साह भर दो। अगर हो सूर्य के वंशज तो आभावान कर दो।। दिवाली राम गाथा है, स्वागत सूर्य वीरकुल का है। है गाथा हनु... Hindi 1 34 Share Sanjay ' शून्य' 26 Oct 2024 · 1 min read धैर्य क्यों करना है जान गए तो, क्या करना आ जाएगा। मंजिल भी तब साफ दिखेगी, चलना भी आ जाएगा।। राह तुम्हे खुद दिखलाएगी, कांटे कंकड़ पत्थर फूल। अंधियारे पथ पर... Hindi 1 34 Share Sanjay ' शून्य' 24 Oct 2024 · 1 min read सच का सिपाही उनको सच्चाई तो है सुननी नहीं, मुझको तो और कुछ आता नहीं। हो भले लगते हो रिश्ते में मेरे कुछ भी, आपसे मेरा कोई नाता नहीं।। आप समझाओ मुझे झूठ... 1 29 Share Sanjay ' शून्य' 23 Oct 2024 · 1 min read जाहिलों को शिक्षा, काहिलों को भिक्षा। जाहिलों को शिक्षा, काहिलों को भिक्षा। कायरों की दोस्ती, है मृत्यु की प्रतीक्षा।। दान ज्ञान का करो, जिसको इसकी भूख हो। सीख तुम उसी से लो, जिसके पास सीख हो।। Quote Writer 1 44 Share Sanjay ' शून्य' 23 Oct 2024 · 1 min read देश आपका मेरा सब कुछ था, हां सब कुछ मेरा था। मेरी ही काली रातें,बिन सूरज मेरा सबेरा था।। दुश्वारी लाचारी मेरी थी, सर्द दर्द दुख मेरा था। मेरी आंखों ने जो... Hindi 1 44 Share Sanjay ' शून्य' 21 Oct 2024 · 1 min read हनुमत पूंछ चूमता देखा, रावण सोचा पूंछ है प्यारी। आग लगा दो प हनुमत पूंछ चूमता देखा, रावण सोचा पूंछ है प्यारी। आग लगा दो पूंछ में कहकर, उसने ले ली विपदा भारी।। दुश्मन की हरकत को तुम, मत लेना जी सीधा सादा।... Quote Writer 38 Share Sanjay ' शून्य' 15 Oct 2024 · 1 min read कुछ असली कुछ नकली अस्पतालों से ज्यादा बीमार बाहर हैं, कुछ असली कुछ नकली। जेलों से अधिक अपराधी बाहर हैं, कुछ असली कुछ नकली। परिवारों से अधिक बाप बाहर हैं, कुछ असली कुछ नकली।... Hindi 1 30 Share Sanjay ' शून्य' 14 Oct 2024 · 1 min read स्वाभिमान की बात कर रहा, स्वाभिमान की बात कर रहा, वो पुश्तैनी भिखमंगो से। उम्मीद है उसको लाज शर्म की, त्रेता के बेशर्मों व नंगों से।। रामचरित जिसे जगा न पाया, ना योगेश्वर की गीता... Quote Writer 1 24 Share Sanjay ' शून्य' 13 Oct 2024 · 1 min read वो गिर गया नज़र से, मगर बेखबर सा है। वो गिर गया नज़र से, मगर बेखबर सा है। कोशिश है उसकी जारी, मगर बेअसर सा है।। सब तर्जुमें हैं फर्जी, हर नजीर है खयाली। चल फिर तो रहा है,... Quote Writer 1 39 Share Sanjay ' शून्य' 12 Oct 2024 · 1 min read दर्द ए गम था उसका, ग़ज़ल कह दिया हमने। दर्द ए गम था उसका, ग़ज़ल कह दिया हमने। इस तरह संजीदगी पर, फ़ज़ल किया हमने।। खुद्दारी वफादारी की कीमत ही घटा दी हमने। इस तरह इंसानियत का कतल किया... Quote Writer 1 42 Share Sanjay ' शून्य' 8 Oct 2024 · 1 min read हरियाणा चुनाव जलवा रहा किसानों का, मुंह बंद हुआ बेईमानों का। ऐसी वैसी है को ना, ये माटी स हरियाणे का।। किसान, जवान, पहलवान! हरियाणा देश की शान! बधाई हो देश प्रेमी... Hindi 1 30 Share Sanjay ' शून्य' 4 Oct 2024 · 1 min read पारिवारिक संबंध, विश्वास का मोहताज नहीं होता, क्योंकि वो प्र पारिवारिक संबंध, विश्वास का मोहताज नहीं होता, क्योंकि वो प्राकृतिक है और विश्वास अर्जित या कमाना पड़ता है। संबंध अपने आप में परिभाषित है और विश्वास की शुरुवात ही शंका... Quote Writer 1 34 Share Sanjay ' शून्य' 29 Sep 2024 · 1 min read फर्जी वो मुझे राजा बनाना चाहते है, खामखां ख़्वाजा बनाना चाहते हैं। जानता हूं उनके नापाक इरादों को, वो वसूलों का मेरे बाजा बजाना चाहते है।। कितनों को बैठाया तख्त पर... 1 45 Share Sanjay ' शून्य' 27 Sep 2024 · 1 min read प्रश्नों से प्रसन्न होते हो वो समझदार होते। प्रश्नों से प्रसन्न होते हो वो समझदार होते। मूर्ख सदा विपरीत चले,खबरदार हैं करते।। प्रश्न सदा अच्छे होते हैं ज्ञान बढ़ाते हैं रहते। इनसे जो घबराते हैं बड़ा काम कब... Quote Writer 1 38 Share Sanjay ' शून्य' 27 Sep 2024 · 1 min read वस्त्र की चिंता नहीं थी शस्त्र होना चाहिए था। वस्त्र की चिंता नहीं थी शस्त्र होना चाहिए था। देश था परतंत्र तो आज़ाद होना चाहिए था।। एक मिशन था युवक, सब दान होना चाहिए। लहू मांगे आजादी तो बलिदान... Quote Writer 1 47 Share Sanjay ' शून्य' 25 Sep 2024 · 1 min read इंसान टोकरी फल की बढ़ा दी मैंने इक मजलूम को, भूख तो इतनी लगी थी पत्ते तक खा जाता मैं। दर्द उसका था, तो था सहना उसी को, मैंने उसके साथ... Hindi 1 37 Share Sanjay ' शून्य' 24 Sep 2024 · 1 min read खाने में थूक! छी थूक मूत सब जायज हुआ है जमाने में। खुले आम अब करें मिलावट खाने में।। बेशर्मी से नेता करें बचाव ऐसे कुकर्मो का। आप बताएं क्या करें जनता इन बेशर्मों... Hindi 1 24 Share Sanjay ' शून्य' 23 Sep 2024 · 1 min read जन्मजात जो है गरीब तो क्या? नींद न लो कुछ काम करो, पथिक हो बस विश्राम करो। ईश्वर भेजा कर्म बोझ देकर, धन्यवाद दो और प्रणाम करो।। सोने या आराम का भाग्य नही, पर शक्ति ऊर्जा... 1 32 Share Sanjay ' शून्य' 21 Sep 2024 · 1 min read दोपाया सोचो ना दोपाए बहुपाया बनेंगे, दीन मजलूमों के हमसाया बनेंगे। जो खड़े न हो सके खुद पैर पर, वो दूसरों का वक्त भी जाया करेंगे।। पैर उनके पास है पर... Hindi 1 48 Share Sanjay ' शून्य' 17 Sep 2024 · 1 min read युवा आज़ाद था वो बागी, पर बागी जैसे, उसके तेवर ना थे। अंदर तूफान समेटे था, बाहर से वैसे कलेवर ना थे।। अपनी पीड़ा, पीड़ा ना थी, पीड़ा देश गुलामी का था।... Hindi 1 38 Share Sanjay ' शून्य' 17 Sep 2024 · 1 min read भ्रम रिश्तों को बिखेरता है भ्रम रिश्तों को बिखेरता है और प्रेम से अजनबी भी बंध जाते है। समर्पण से प्रेम प्राप्त होता है, अतः "समर्पण" की कद्र करें। Quote Writer 1 68 Share Sanjay ' शून्य' 15 Sep 2024 · 1 min read इश्क हमने तुमको छोड़ा पर, मिलने की गुंजाइश रखी, वरना तेरे दिए जख्मों को, वक्त कहां भर पायेगा। मैने तुमको इश्क किया शिद्दत से, तुम क्या जानों, वरना उन नाजुक लम्हों... Hindi 1 41 Share Sanjay ' शून्य' 15 Sep 2024 · 1 min read अगर सपने आपके है तो चुनौतियां भी आप की होंगी और कीमत भी आपक अगर सपने आपके है तो चुनौतियां भी आप की होंगी और कीमत भी आपको ही चुकानी होगी - Jai Hind Quote Writer 1 38 Share Sanjay ' शून्य' 15 Sep 2024 · 1 min read अगर चुनौतियों को ललकारने और मात देने की क्षमता नहीं है, तो अगर चुनौतियों को ललकारने और मात देने की क्षमता नहीं है, तो बड़ा मत सोचो और समझो की साधारण जीवन बेहतर जीवन है और सरल बनो,सुखी रहो। जै श्री सीताराम Quote Writer 2 82 Share Sanjay ' शून्य' 11 Sep 2024 · 1 min read कलिपुरुष न अच्छा पुत्र, न अच्छा पति। लंपटराम बने जगपति।। न अच्छा भाई, न अच्छा बाप। झूठाराम बना अभिशाप।। न अच्छा पशु, न अच्छा मनुज। मायाराम बन गया दनुज।। बात में... Hindi 1 43 Share Sanjay ' शून्य' 6 Sep 2024 · 1 min read बड़ा कौन पहले ये तो समझो की तुम कहां खड़े हो। फिर जग को बतलाना किससे कहां बड़े हो।। कुछ तो धन बुद्धि कर्म धर्म में अंतर होगा। मानव जीवन में यह... Hindi 1 49 Share Sanjay ' शून्य' 1 Sep 2024 · 1 min read जागो, जगाओ नहीं कितना बुरा प्रारब्ध था, कुछ भी नहीं उपलब्ध था। झूठ के उस झुंड में, सत्य भी निः शब्द था।। कायरों का नीड़ था, पापियों का भीड़ था। वीर अभिमन्यु बधा... Hindi 1 1 60 Share Sanjay ' शून्य' 30 Aug 2024 · 1 min read आपके सत्कर्मों से आपकी प्रभा, आभा बनकर आपके बाद प्रकाशित रहे आपके सत्कर्मों से आपकी प्रभा, आभा बनकर आपके बाद प्रकाशित रहेगी, इसे ही भविष्य कहते हैं, जो आनेवाली पीढ़ियों को प्रकाशवन रखती हैं। "निशि न अनल मिलि सुनु सुकुमारी। अस... Quote Writer 1 36 Share Sanjay ' शून्य' 29 Aug 2024 · 1 min read बोलबाला हुए इक्कट्ठे पापी कायर, धर्मसत्य ही दुश्मन उनका। दुष्प्रचार है शस्त्र और झूठ शास्त्र है उनके मन का।। नहीं चलेंगे सही मार्ग पर, सत्यमार्ग को कहेंगे गंदा। चौबीस घंटे बस... Hindi 1 55 Share Sanjay ' शून्य' 27 Aug 2024 · 1 min read जनता खून पसीना आंसू सब बेमतलब है, उसको तो अपने कोठे से मतलब है। तेरी आहों चित्कारों से क्या लेना, उसको घुंघुरू की छम छम से मतलब है।। तेरी भूख का... Hindi 1 55 Share Sanjay ' शून्य' 24 Aug 2024 · 1 min read दौड़ पैसे की प्रेम गया पानी गया, गंगा रहे नहाय। पतित पतित के पाहुने, हाड़मांस मिलि खाय।। पैसा पैसा रट रहा, यह मानव की जात। घात घाट सब कर रहा, बिन देखे जात... Hindi 1 55 Share Sanjay ' शून्य' 11 Aug 2024 · 1 min read फुर्सत के सिवा कुछ नहीं था नौकरी में उस। रुसवाईयां चारों तरफ फुर्सत के सिवा कुछ नहीं था नौकरी में उस। रुसवाईयां चारों तरफ, फिर भी बहुत थे खुश। सब एक जैसे लोग सबके एक थे विचार, कीचड़ से बहुत दूर थे... Quote Writer 2 49 Share Sanjay ' शून्य' 10 Aug 2024 · 1 min read मात पिता गुरु बंधुप्रिय, भाखहि झूठ पे झूठ। मात पिता गुरु बंधुप्रिय, भाखहि झूठ पे झूठ। जानो कलियुग माहि तब, कुनबा नहीं अटूट।। Quote Writer 1 83 Share Sanjay ' शून्य' 8 Aug 2024 · 1 min read कल मैं सफरर था, अभी तो मैं सफर में हूं। कल मैं सफरर था, अभी तो मैं सफर में हूं। कल तलक कांटा था मैं,पर अब जिगर में हूं।। हुस्न पर कोई अदा मेरी कभी छाई भाई नहीं, हुस्न वाली... Quote Writer 1 85 Share Sanjay ' शून्य' 8 Aug 2024 · 1 min read झूठ का आवरण ओढ़, तुम वरण किसी का कर लो, या रावण सा तप बल से झूठ का आवरण ओढ़, तुम वरण किसी का कर लो, या रावण सा तप बल से तुम सती सिया को हर लो। पा न सकोगे सत्य समर्पण दंभी मायाबल से,... Quote Writer 1 77 Share Sanjay ' शून्य' 4 Aug 2024 · 1 min read लड़ाई बड़ी है! आज़ादी किसके लिए, किसकी छिनी जमीन। सब कुछ उसका लुट गया, होता नहीं यकीन।। राजा अब नेता हुआ, बेच बेच कर खेत। लोक लाज के वास्ते, अब बेंच रहे हैं... Hindi 1 68 Share Sanjay ' शून्य' 2 Aug 2024 · 1 min read मत घबराओ बाप अगर गंदा हो, न घबराओ तुम, बस उसकी गलती को न दुहराओ तुम। उससे न उलझो न अपमान करो, धीरे धीरे अपनी नैय्या पार लगाओ तुम।। कहां लिखा है... 1 39 Share Sanjay ' शून्य' 2 Aug 2024 · 1 min read चरित्र अपने आप में इतना वैभवशाली होता है कि उसके सामने अत्यं चरित्र अपने आप में इतना वैभवशाली होता है कि उसके सामने अत्यंत्धनवान भी बौना दिखता है। आप चूक गए कोई बात नहीं अपने बच्चों को एक बार चरित्रवान होने का... Quote Writer 2 59 Share Sanjay ' शून्य' 2 Aug 2024 · 1 min read ईश्वर प्रेम पियासा ईश्वर ढूंढ रहे हो यारों पैसों में। देख रहा ईश अब कैसे कैसों में।। खुद को भूले कि मनुवतारी हो। सारे जीवों के तुम्हीं प्रभारी हो।। मायावश तुमने सबका व्यापार... Hindi 2 54 Share Sanjay ' शून्य' 30 Jul 2024 · 1 min read जिसकी विरासत हिरासत में है, जिसकी विरासत हिरासत में है, वही सबसे ज्यादा सियासत में है। है गौरव मिला या राजा बने वो, बताएं जरा, है क्या कुछ बचा, अब वरासत में है।। Quote Writer 2 75 Share Page 1 Next