Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
Tag: कविता
542 posts
Page 6
दिल की बाते दिल में न रह जाए -
दिल की बाते दिल में न रह जाए -
bharat gehlot
- दर्द दिल का बताए कैसे -
- दर्द दिल का बताए कैसे -
bharat gehlot
- आजकल गहलोत अकेला पड़ गया है -
- आजकल गहलोत अकेला पड़ गया है -
bharat gehlot
- रिश्तों से कंगाल हु -
- रिश्तों से कंगाल हु -
bharat gehlot
- प्रेम के पंछियों को सिर्फ प्रेम ही दिखता है -
- प्रेम के पंछियों को सिर्फ प्रेम ही दिखता है -
bharat gehlot
- मोहब्बत जिंदाबाद थी जिंदाबाद रहेगी -
- मोहब्बत जिंदाबाद थी जिंदाबाद रहेगी -
bharat gehlot
-मोहब्बत नही है तो कुछ भी नही है -
-मोहब्बत नही है तो कुछ भी नही है -
bharat gehlot
- दुनिया में मोहब्बत नही होती तो क्या होता
- दुनिया में मोहब्बत नही होती तो क्या होता
bharat gehlot
- आना चाहो तो आ जाना में तुम्हारा आज भी इंतजार कर रहा -
- आना चाहो तो आ जाना में तुम्हारा आज भी इंतजार कर रहा -
bharat gehlot
- जन्म से लेकर मृत्यु तक का सफर -
- जन्म से लेकर मृत्यु तक का सफर -
bharat gehlot
- आसमान में बादल छाए है -
- आसमान में बादल छाए है -
bharat gehlot
- भाई से बड़ा नही कोई साथी -
- भाई से बड़ा नही कोई साथी -
bharat gehlot
-वतन के वास्ते जीओ वतन के वास्ते मर जाओ -
-वतन के वास्ते जीओ वतन के वास्ते मर जाओ -
bharat gehlot
- एक दिन जरूर जीत जाओगे -
- एक दिन जरूर जीत जाओगे -
bharat gehlot
- सड़क पर चलता राहगीर -
- सड़क पर चलता राहगीर -
bharat gehlot
- रोटी कपड़ा और मकान -
- रोटी कपड़ा और मकान -
bharat gehlot
- लोग मुझे आज भी तेरा दीवाना कहते है -
- लोग मुझे आज भी तेरा दीवाना कहते है -
bharat gehlot
- तेरे बिना भी क्या जीना -
- तेरे बिना भी क्या जीना -
bharat gehlot
-आमदनी अठन्नी और खर्चा रुपया हो गया -
-आमदनी अठन्नी और खर्चा रुपया हो गया -
bharat gehlot
- महंगाई की मार -
- महंगाई की मार -
bharat gehlot
- कर्म किए जाओ -
- कर्म किए जाओ -
bharat gehlot
- दुनिया की होड़ ने तोड़ दिए अच्छे अच्छों के जोड़ -
- दुनिया की होड़ ने तोड़ दिए अच्छे अच्छों के जोड़ -
bharat gehlot
- दिल की धड़कन में बसी हो तुम -
- दिल की धड़कन में बसी हो तुम -
bharat gehlot
- प्यार का इकरार दिल में हो मगर कोई पूछे तो मुकरना चाहिए -
- प्यार का इकरार दिल में हो मगर कोई पूछे तो मुकरना चाहिए -
bharat gehlot
- उलझा हुआ सवाल है लड़को की ज़िंदगी -
- उलझा हुआ सवाल है लड़को की ज़िंदगी -
bharat gehlot
- सोचता हु प्यार करना चाहिए -
- सोचता हु प्यार करना चाहिए -
bharat gehlot
- प्रेम कभी भी किसी से भी हो सकता है -
- प्रेम कभी भी किसी से भी हो सकता है -
bharat gehlot
- मेरे ख्वाबों की मल्लिका -
- मेरे ख्वाबों की मल्लिका -
bharat gehlot
- दिल की धड़कन में बसी हो तुम -
- दिल की धड़कन में बसी हो तुम -
bharat gehlot
- बाबुल का आंगन एक दिन तुम्हे छोड़ना पड़ेगा -
- बाबुल का आंगन एक दिन तुम्हे छोड़ना पड़ेगा -
bharat gehlot
- दिपावली पर दीप जलाओ अंधकार को मिटाओ -
- दिपावली पर दीप जलाओ अंधकार को मिटाओ -
bharat gehlot
- तुम मेरे दिल के हरदम पास हो -
- तुम मेरे दिल के हरदम पास हो -
bharat gehlot
- मोहब्बत महंगी और फरेब धोखे सस्ते हो गए -
- मोहब्बत महंगी और फरेब धोखे सस्ते हो गए -
bharat gehlot
- रिश्ते इतने स्वार्थी क्यों हो गए -
- रिश्ते इतने स्वार्थी क्यों हो गए -
bharat gehlot
-आजकल मोहब्बत में गिरावट क्यों है ?-
-आजकल मोहब्बत में गिरावट क्यों है ?-
bharat gehlot
- अबोध बालक -
- अबोध बालक -
bharat gehlot
- रिश्तों से आजकल लोग गरीब हो गए -
- रिश्तों से आजकल लोग गरीब हो गए -
bharat gehlot
- अपनो का स्वार्थीपन -
- अपनो का स्वार्थीपन -
bharat gehlot
मेरी अवनति में मेरे अपनो का पूर्ण योगदान मेरी उन्नति में उनका योगदान शून्य है -
मेरी अवनति में मेरे अपनो का पूर्ण योगदान मेरी उन्नति में उनका योगदान शून्य है -
bharat gehlot
- इतना ही समय लिखा था कुदरत ने मेरे कथित अपनो के साथ -
- इतना ही समय लिखा था कुदरत ने मेरे कथित अपनो के साथ -
bharat gehlot
- दुनिया भर की समझ है पर दुनियादारी की समझ नही है -
- दुनिया भर की समझ है पर दुनियादारी की समझ नही है -
bharat gehlot
- मर्यादाए कभी भी पक्षपात नही करती है -
- मर्यादाए कभी भी पक्षपात नही करती है -
bharat gehlot
- अब सबकुछ धुधला - धुधला लगता है -
- अब सबकुछ धुधला - धुधला लगता है -
bharat gehlot
- हर कोई अजनबी हो रहा है -
- हर कोई अजनबी हो रहा है -
bharat gehlot
- अंत ही जीवन की शुरुआत है -
- अंत ही जीवन की शुरुआत है -
bharat gehlot
- खुली किताब -
- खुली किताब -
bharat gehlot
-अपनो के घाव -
-अपनो के घाव -
bharat gehlot
- दीवारों के कान -
- दीवारों के कान -
bharat gehlot
- घर -घर की बाते -
- घर -घर की बाते -
bharat gehlot
- अपनो का दर्द सहते सहनशील हो गए हम -
- अपनो का दर्द सहते सहनशील हो गए हम -
bharat gehlot
Page 6
Loading...