Suryakant Dwivedi Language: Hindi 265 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 6 Suryakant Dwivedi 1 May 2018 · 1 min read अवसान अवसान उत्थान अवसान जीवन का विश्राम आशा जीवन अभी निराशा जीवन नहीं अंतर्द्वंद्व की शैया पर सोचता अपलक नर जिया जिनके निमित पास नहीं मेरे जनित जला दीया,छू आकाश भरा... Hindi · कविता 1 497 Share Suryakant Dwivedi 1 May 2018 · 1 min read मासूम कली मेरा बचपन मेरा क्रंदन मासूम कली का ये उपवन भीगा भीगा मां का आँचल भीगा भीग मेरा तन मन। मैं भोर सूर्य का थी प्रकाश उज्ज्वल उज्ज्वल थी सत प्रकाश।... Hindi · कविता 239 Share Suryakant Dwivedi 1 May 2018 · 1 min read मासूम कली मेरा बचपन मेरा क्रंदन मासूम कली का ये उपवन भीगा भीगा मां का आँचल भीगा भीग मेरा तन मन। मैं भोर सूर्य का थी प्रकाश उज्ज्वल उज्ज्वल थी सत प्रकाश।... Hindi · कविता 339 Share Suryakant Dwivedi 1 May 2018 · 1 min read बेटी की शादी पूर्णमासी हो गई कन्यादान हो गई तात रोया उम्रभर बेटी विदा हो गई। थे अचरज में सब क्या कमाल हुआ कहाँ से हुई कृपा क्या धमाल हुआ। सोचता रहा तात... Hindi · कविता 428 Share Suryakant Dwivedi 1 May 2018 · 1 min read बेटी की शादी पूर्णमासी हो गई कन्यादान हो गई तात रोया उम्रभर बेटी विदा हो गई। थे अचरज में सब क्या कमाल हुआ कहाँ से हुई कृपा क्या धमाल हुआ। सोचता रहा तात... Hindi · कविता 1 251 Share Suryakant Dwivedi 1 May 2018 · 1 min read दर्पण झूठ बोलता है दर्पण हम जो दिखते हैं वो हैं कहाँ दर्पण दर्प से चूर और तुम गर्व से कभी फुर्सत में देखना दर्पण तुमको तुम्हारे अक्स बिखरते दिखाई देंगे... Hindi · कविता 435 Share Suryakant Dwivedi 3 Mar 2018 · 1 min read शह और मात मैं करता हूं अक्सर बातें, आंधी और तूफान की, अपनी कलम नीचे रखकर सोचता हूं ईमान की। तर्क, वितर्क, कुतर्क से मैंने सदा किए ही समझौते आग लगी जब दामन... Hindi · कविता 497 Share Suryakant Dwivedi 21 Feb 2018 · 1 min read मर्यादा कहते हो मुझसे मैं मर्यादा में रहूं सच, कहा आपने मर्यादा का मर्म बताया मेरा धर्म मैं मर्यादा में रहूं कैसे जो सीखता हूं कहता हूं। कृष्ण ने जो सिखाया... Hindi · कविता 1 215 Share Suryakant Dwivedi 21 Feb 2018 · 1 min read बताओ न बताओ न तुम उजले हम उजले कौन है काला, बताओ न तुम वाकिफ हम वाकिफ क्या है राज, बताओ न तुम सत्य हम सत्य कौन है झूठा, बताओ न तुम... Hindi · कविता 496 Share Suryakant Dwivedi 21 Feb 2018 · 1 min read क्या सुनाएं उठती-गिरती लहरों पर आओ कोई गीत लिखें तुम अपनी व्यथा कहो हम अपनी कथा कहें.. क्या सुनाएं तुमको गाथा क्या बताएं अभिलाषा रिक्त-सिक्त वसंत खड़ा है कहें किससे मन की... Hindi · कविता 374 Share Suryakant Dwivedi 21 Feb 2018 · 1 min read स्वर कहां से लाऊं स्वर कहां से लाऊं.... आगत स्वर, आहत स्वर तुम प्राण प्रिये, मैं नश्वर शांति मन की यही वेदना संताप स्वरों की संवेदना। स्वर-स्वर में निशब्द यहां स्वर-स्वर अभिशप्त यहां जीवन... Hindi · कविता 283 Share Suryakant Dwivedi 21 Feb 2018 · 1 min read दर्द उपहारों की भीड़ में अब गोपियों जैसी प्यास कहां वो प्यार की राग-तपस्या विरह-मिलन के संत कहां।। पूछ रहा उद्धव माधव से कहां पुकारूं तुमको श्याम जिस प्रेम की खातिर... Hindi · कविता 351 Share Suryakant Dwivedi 21 Feb 2018 · 1 min read पग-पग एक प्रयास.. हम तो शीशे से बिखर जाएंगे तुम न आए तो सिहर जाएंगे फूल और शूल का रिश्ता यही हर हाल में हम निखर जाएंगे।। उदास रातों को आवाज... Hindi · कविता 326 Share Suryakant Dwivedi 25 Jan 2018 · 1 min read क्या सुनाएं क्या सुनाएं उठती-गिरती लहरों पर आओ कोई गीत लिखें तुम अपनी व्यथा कहो हम अपनी कथा कहें.. क्या सुनाएं तुमको गाथा क्या बताएं अभिलाषा रिक्त-सिक्त वसंत खड़ा है कहें किससे... Hindi · कविता 492 Share Suryakant Dwivedi 22 Jan 2018 · 1 min read बताओ न बताओ न तुम उजले हम उजले कौन है काला, बताओ न तुम वाकिफ हम वाकिफ क्या है राज, बताओ न तुम सत्य हम सत्य कौन है झूठा, बताओ न तुम... Hindi · कविता 1 467 Share Previous Page 6