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बस इतना की अब मन नही है
Bhupendra Rawat
इस अज़नबी जहाँ में किसे अपना बताओगे
Bhupendra Rawat
दर्द दिया है तो इलाज़ भी तू बता
Bhupendra Rawat
जीने का ना कोई बहाना चाहिए
Bhupendra Rawat
तू बढा सुलझा हुआ है मैं बहुत उलझा हुआ हूं
Bhupendra Rawat
राह अब आसाँ नही साहिल के थपेड़ों में
Bhupendra Rawat
तुमने बुरा कहा भी तो अच्छा लगा मुझे
Bhupendra Rawat
सफिने का समुन्द्र में डूब जाना मुश्किल था
Bhupendra Rawat
कभी चुपके से दर हमारे भी आ जाना
Bhupendra Rawat
जब यादों के सहारे जिंदगी जीनी मुश्किल हो जाती है
Bhupendra Rawat
दिल से दिल मिल जाए तो
Bhupendra Rawat
मेरा वज़ूद इस जहाँ में ना होता
Bhupendra Rawat
आ चल चलें उस लम्बी दूरी में
Bhupendra Rawat
लबों की हंसी चुराना आसान ना था
Bhupendra Rawat
तुम क्या जानो जरूरत क्या होती है
Bhupendra Rawat
मेरे सपने, जो थे अपने, वो तोड़ गया मुझे मेरी ही राहों में तन्हा छोड़ गया
Bhupendra Rawat
अब मेरी किस्मत में नहीं हो तुम
Bhupendra Rawat
नहीं जीने दिया हालात ने मुझे
Bhupendra Rawat
किस्से बहुत है हमारे ज़माने में
Bhupendra Rawat
किताब में सुखा हुआ एक गुलाब देखा
Bhupendra Rawat
मान है बेटी सम्मान है बेटी
Bhupendra Rawat
अब कोई ऐसी दवा नही मिलती जीने की कोई वजह नही मिलती
Bhupendra Rawat
अश्क़ आज आँखों में भर कर आया हूँ
Bhupendra Rawat
उनकी आँखों में एक नशा सा है
Bhupendra Rawat
जब दिल बीमार होने लगता है तब किसी से प्यार होने लगता है
Bhupendra Rawat
जो चाहता हूँ वो भूल नही पाता हूँ लौट कर मैं वही आ जाता हूँ
Bhupendra Rawat
वो आज भी इस बात से बेखबर है
Bhupendra Rawat
ज़िन्दगी में इक़रार होना चाहिए
Bhupendra Rawat
मन में कितने भ्रम पाले हुए है
Bhupendra Rawat
अब हर जगह तू ही तू नज़र आता है
Bhupendra Rawat
चमकता है चाँद अँधेरे में तीरगी ए शब में तारे भी चमकते होंगे
Bhupendra Rawat
अब दिल लगा कर वो इश्क में सदा के लिए दूर जाना चाहता है
Bhupendra Rawat
जिंदगी नही मौत गले लगा ली हमने
Bhupendra Rawat
दिन में भी तुम रात में भी तुम हो मेरे अंदर छिपे जज़्बात में भी तुम हो
Bhupendra Rawat
आँखों में थोड़ा इंतज़ार होना चाहिए सन्म से थोड़ा प्यार होना चाहिए
Bhupendra Rawat
ज़िन्दगी जलती हुई सिगार बनकर रह गयी
Bhupendra Rawat
वो जीने की अब दुहाई दे रहा
Bhupendra Rawat
मेरी हर नज़्म की शुरुआत हो तुम
Bhupendra Rawat
अपना ऐसा मिजाज़ रहने दो खुद का खुद में राज रहने दो
Bhupendra Rawat
क़िस्मत जिसकी रूठ गयी होगी
Bhupendra Rawat
सँघर्ष तो ज़िन्दगी भर चलता ही रहेगा
Bhupendra Rawat
जो नारी का अपमान करेगा जग क्यों उसका सम्मान करेगा
Bhupendra Rawat
ज़िन्दगी में ऐतबार कौन करे
Bhupendra Rawat
दर्द है, आँखों से मोती बन निकल ही जायेगा
Bhupendra Rawat
ना पूछो तुम हाल मेरे दिल का हो गया हाल बेहाल इस दिल का
Bhupendra Rawat
ख़्वाबों में दुनिया अपनी, बनाए बैठे है
Bhupendra Rawat
लबों को सिना जरूरी है जाम दर्द का पीना जरूरी है
Bhupendra Rawat
बीते हुए पलों को याद कर मुस्कुराना ही तो ज़िन्दगी है
Bhupendra Rawat
लोग क़रीब बुलाते है क्यों
Bhupendra Rawat
जख्म आज भी ताजे हो जाते है
Bhupendra Rawat