Shekhar Chandra Mitra Language: Hindi 3940 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 44 Next Shekhar Chandra Mitra 11 Feb 2022 · 1 min read नव जागरण तेरा जादू टूटेगा एक दिन! सारा भांडा फूटेगा एक दिन!! सदियों रहा जो वंचित-पीड़ित! गहरी नींद से उठेगा एक दिन!! Shekhar Chandra Mitra #अवामीशायरी #इंकलाबीशायरी #चुनावीकविता #सियासीशायरी Hindi · कविता 293 Share Shekhar Chandra Mitra 11 Feb 2022 · 1 min read ज़ंग जारी रहेगी गर्दन पर इंसानियत की जब तक कोई आरी रहेगी! उसके ख़िलाफ़ किसी शायर की ज़ंग एक ज़ारी रहेगी!! क़लम की ताक़त को ऐसे हल्के में लेना ठीक नहीं! मज़हब और... Hindi · कविता 121 Share Shekhar Chandra Mitra 11 Feb 2022 · 1 min read उसे देश से क्या मतलब? सामंतवादियों का चाटुकार है वह! धर्मगुरुओं का पैरोकार है वह!! आम जनता का चौकीदार नहीं, पूंजिपतियों का पहरेदार है वह!! Shekhar Chandra Mitra #अवामीशायरी #इंकलाबीशायरी #चुनावीशायरी #सियासीशायरी Hindi · कविता 186 Share Shekhar Chandra Mitra 11 Feb 2022 · 1 min read पैसा! पैसा!! पैसा!!! हाय पैसा! हाय पैसा!! क्या-क्या दिन दिखाए पैसा!! आए पैसा! जाए पैसा!! कितने लोगों को खाए पैसा!! मंत्री-संतरी सबको ही कितना नीचे गिराए पैसा!! समझ न आए बेवकूफों को आख़िर... Hindi · कविता 147 Share Shekhar Chandra Mitra 11 Feb 2022 · 1 min read अदब बनाम सियासत सियासत होती है जितनी ही मूर्दा! अदब होता है उतना ही ज़िंदा!! तभी तो रहा है हर दौर में ही! अमूमन दोनों में छत्तीस का आंकड़ा!! Shekhar Chandra Mitra Hindi · कविता 278 Share Shekhar Chandra Mitra 11 Feb 2022 · 1 min read आज़ाद हैं हम हुक़ूमत के ख़िलाफ़ बोलने के लिए! ज़ुल्मत के गहरे राज़ खोलने के लिए!! खौफ़ और दहशत की सर्द हवाओं में! बगावत की एक आग घोलने के लिए!! #FreedomOfSpeech Shekhar Chandra... Hindi · कविता 136 Share Shekhar Chandra Mitra 10 Feb 2022 · 1 min read सच्ची रामायण इस अश्वमेध के घोड़े को कब तक कोई रोकता है! आज के दौर में लव-कुश किसमें साहस कि बनता है! ताकि सीता को न्याय और शंबूक को अधिकार मिले देखा... Hindi · कविता 718 Share Shekhar Chandra Mitra 10 Feb 2022 · 1 min read वोट करो इस हिटलरशाही पर चोट करो! अब घर से निकलकर वोट करो!! हमारे देश में जो कुछ चल रहा तुम अपने दिमाग़ में नोट करो!! Shekhar Chandra Mitra #चुनावीकविता #छात्रआंदोलन #साम्प्रदायिकता... Hindi · कविता 140 Share Shekhar Chandra Mitra 10 Feb 2022 · 1 min read उन्हें दिक्कत है न मज़दूर से दिक्कत है, न किसान से दिक्कत है! न ख़ास से दिक्कत है, न अवाम से दिक्कत है! उनको तो बस ज़िंदादिल इंसान से दिक्कत है! न दलित... Hindi · कविता 397 Share Shekhar Chandra Mitra 10 Feb 2022 · 1 min read हमारा वोट हमारा वोट उन्हें! हरा सकें जो तुम्हें!! भुक्तभोगी हैं हम मत भरमाओ हमें!! Shekhar Chandra Mitra #छात्रआंदोलन #साम्प्रदायिकता #धर्मनिरपेक्ष #चुनावीकविता Hindi · कविता 136 Share Shekhar Chandra Mitra 9 Feb 2022 · 1 min read हिजाब आंदोलन #धर्मनिरपेक्षता के कारण ही भारत के लोकतंत्र में जान है! #धर्मनिरपेक्ष होना दुनिया में आधुनिकता की पहचान है!! चाहे जाति,धर्म, रंग या नस्ल जो कुछ भी हो हमारा लेकिन! इस... Hindi · कविता 325 Share Shekhar Chandra Mitra 9 Feb 2022 · 1 min read अक्ल पर पर्दा आप बचा सकें तो बचा लीजिए देश और इसके संविधान को! तख्त और ताज की साज़िश से बेहद ख़तरा है अवाम को!! लाख हमलों के बावजूद जो सदियों से क़ायम... Hindi · कविता 128 Share Shekhar Chandra Mitra 9 Feb 2022 · 1 min read मुमकिन है! उन्हें कभी भी छकाया जा सकता है! उन्हें कभी भी थकाया जा सकता है!! थोड़ी-सी सुझबुझ से काम लेने पर उन्हें कभी भी हराया जा सकता है!! इस देश की... Hindi · कविता 196 Share Shekhar Chandra Mitra 9 Feb 2022 · 1 min read कितने पाकिस्तान? जाति-धर्म के नाम पर कब तक इंसान को लड़ाओगे! एक छोटे-से भारत में कितने पाकिस्तान बनाओगे!! ताक़त, दौलत या रुतबा सब कुछ यहीं छूट जाएगा! खाली हाथ आए थे तुम... Hindi · कविता 1 1 163 Share Shekhar Chandra Mitra 9 Feb 2022 · 1 min read आंतरिक मामला तो क्या तुम्हारा #आंतरिकमामला! तो क्या हमारा #आंतरिकमामला!! ग्लोबल विलेज बनने की ओर तेजी से अग्रसर जब पूरी दुनिया!! #farmersprotest Shekhar Chandra Mitra Hindi · कविता 106 Share Shekhar Chandra Mitra 7 Feb 2022 · 1 min read शॉक ट्रीटमेंट जलते हुए सवालों का ज़वाब लिया जाएगा! तेरे हर एक ज़ुल्म का हिसाब लिया जाएगा!! तुझपे जो पागलपन का भूत सवार हुआ है न! 'शॉक थेरपी' से उसका इलाज किया... Hindi · कविता 154 Share Shekhar Chandra Mitra 7 Feb 2022 · 1 min read रद्दे अमल तेरी मेहनत गई फिजुल! तेरा गुरूर हो गया धूल!! तूने जहां कांटे बोए थे! हमने वहां बो दिए फूल!! Hindi · कविता 121 Share Shekhar Chandra Mitra 7 Feb 2022 · 1 min read इंकलाबी शायर हिटलर के ख़िलाफ़ जद्दोजेहद करने की अपनी पुरानी ख्वाहिश मैं तुम्हारे ख़िलाफ़ नज़्म लिखकर पूरा कर रहा हूं आज! Hindi · कविता 200 Share Shekhar Chandra Mitra 7 Feb 2022 · 1 min read भंडाफोड़ जो छिपाने की कोशिश की जा रही है! जो दबाने की कोशिश की जा रही है!! वह सबकुछ उजागर करते रहिए! जो मिटाने की कोशिश की जा रही है!! Hindi · कविता 261 Share Shekhar Chandra Mitra 6 Feb 2022 · 1 min read तमाशबीन एक शख़्स दूसरे शख़्स को पिटता हुआ भला कैसे देखे? एक मुल्क दूसरे मुल्क को लुटता हुआ भला कैसे देखे? चीज़ें उतनी अलग नहीं होतीं जितनी कि दिखाई देती हैं!... Hindi · कविता 145 Share Shekhar Chandra Mitra 6 Feb 2022 · 1 min read निजी मामला निजी या अंदरुनी जैसा कोई भी मामला नहीं होता यहां। सारी चीजें एक-दूसरे से जुड़ी हुई हैं कायनात में। जब एक तिनके को भी उखाड़ा जाता है तो उसका दर्द... Hindi · कोटेशन 184 Share Shekhar Chandra Mitra 5 Feb 2022 · 1 min read लोकतंत्र का जनाजा आन से निकले! बान से निकले!! एक बादशाही शान से निकले!! जम्हूरियत का जनाजा है यह! निहायत ही धूम- धाम से निकले!! # Hindi · कविता 1 243 Share Shekhar Chandra Mitra 5 Feb 2022 · 1 min read अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया तुम्हारी अंगुली के इशारे पे दुनिया तो नहीं चल सकती न! तुम्हारे बनाए हुए सांचे में दुनिया तो नहीं ढ़ल सकती न!! हां, मीडिया और सिनेमा के रट्टुओं की बात... Hindi · कविता 119 Share Shekhar Chandra Mitra 5 Feb 2022 · 1 min read मेरी नज़्में शबनम भी हैं, शोले भी हैं। बूंदें भी हैं, ओले भी हैं मेरी क़लम से निकली हुई नज्में! बारूद भी हैं, गोले भी हैं! Shekhar Chandra Mitra Hindi · कविता 1 347 Share Shekhar Chandra Mitra 4 Feb 2022 · 1 min read प्रेम पत्र मैं सुबह-सुबह मुहब्बत की किताब लिखने बैठ गया! सपने में उनका ख़त आया ज़वाब लिखने बैठ गया!! सुर्ख़ी से भरे हुए उनके गोरे मुखड़े को! ओस में नहाया हुआ गुलाब... Hindi · कविता 136 Share Shekhar Chandra Mitra 4 Feb 2022 · 1 min read रीढ़विहीन लोग इनका जनमना भी मात्र एक संयोग! इनका मरना भी मात्र एक संयोग!! खड़े नहीं हो सकते कभी साथ तुम्हारे! धूर्त सत्ता के डर से ये रीढ़विहीन लोग!! Hindi · कविता 119 Share Shekhar Chandra Mitra 4 Feb 2022 · 1 min read चिड़ी के ग़ुलाम गिरे हुए इंसानों से मुझे कुछ नहीं कहना! चिड़ी के गुलामों से मुझे कुछ नहीं कहना!! जिस थाली में खाते ये उसी में छेद करते! इन नमकहरामों से मुझे कुछ... Hindi · कविता 458 Share Shekhar Chandra Mitra 4 Feb 2022 · 1 min read लोकतंत्र के पहरेदार कुछ देर के लिए पत्रकार बन जाइए! आप लोकतंत्र के पहरेदार बन जाइए!! इन हुक्मरानों की साजिशों के ख़िलाफ़! मजलूम अवाम के पैरोकार बन जाइए!! Shekhar Chandra Mitra Hindi · कविता 158 Share Shekhar Chandra Mitra 3 Feb 2022 · 1 min read जाति तोड़ो जाति तोड़ो आंदोलन को मिलता हुआ यह अंतरराष्ट्रीय समर्थन! कर तो रहा है फिलहाल हमारा उत्साह-वर्धन!! लेकिन यह भी सोचने वाली बात है कि! क्या इससे हो सकेगा इन धूर्त... Hindi · कविता 193 Share Shekhar Chandra Mitra 3 Feb 2022 · 1 min read सच के लिए अपने-अपने मोर्चे पे! अपने-अपने तरीके से!! सच के लिए लड़ो तुम! अपने-अपने मौके से!! Hindi · कविता 177 Share Shekhar Chandra Mitra 3 Feb 2022 · 1 min read बहुजन मीडिया सोशल मीडिया का इस्तेमाल हथियार की तरह करो! मजलूमों के हक़ में उठी हुई तलवार की तरह करो!! इंटरनेशनल शख्सियतों को हकीक़त बताने के लिए! ज़ुल्मत के निज़ाम के ख़िलाफ़... Hindi · कविता 153 Share Shekhar Chandra Mitra 3 Feb 2022 · 1 min read दुनिया देख रही है कुछ तो शर्म करो हुक्मरानों, दुनिया देख रही है! जाकर डूब मरो हुक्मरानों, दुनिया देख रही है!! मेहनतकश अवाम के साथ होने वाली ज्यादती के! अंज़ाम से डरो हुक्मरानों, दुनिया... Hindi · कविता 159 Share Shekhar Chandra Mitra 3 Feb 2022 · 1 min read दुनिया की नज़र सारी दुनिया देख रही है! पूरी दुनिया देख रही है!! जो कुछ भारत में चल रहा बाहरी दुनिया देख रही है!! Hindi · कविता 352 Share Shekhar Chandra Mitra 3 Feb 2022 · 1 min read पूरी दुनिया को बताएं कुछ लोग पूरब जाएं! कुछ लोग पश्चिम जाएं!! कुछ लोग उत्तर जाएं! कुछ लोग दक्खिन जाएं!! आम आदमी के साथ भारत में आजकल! जो कुछ चल रहा है पूरी दुनिया... Hindi · कविता 125 Share Shekhar Chandra Mitra 3 Feb 2022 · 1 min read कोई बोलता क्यों नहीं? आख़िर कोई यहां बोलता क्यों नहीं! ज़ुल्मतों के राज़ खोलता क्यों नहीं!! अपनी क़लम की नोंक से एक बार हुक़ूमत की ताक़त तोलता क्यों नहीं!! Hindi · कविता 148 Share Shekhar Chandra Mitra 3 Feb 2022 · 1 min read रोशनी की शुरूआत यह अमावस की काली रात है! यहीं से पूनम की शुरुआत है!! दुनिया का हर रोशन दिल शख़्स पूरी तरह हमारे साथ है!! Hindi · कविता 144 Share Shekhar Chandra Mitra 2 Feb 2022 · 1 min read दलित मैनिफेस्टो आओ जातिवाद खतम कर दें! क्रांति को अपनी कसम कर दें!! इस ऊंच-नीच पर टिकी हुई! पूरी व्यवस्था को भसम कर दें!! Shekhar Chandra Mitra #अवामीशायर #इंकलाबीशायरी #बहुजनशायरी #चुनावीकविता #CasteDiscrimination Hindi · कविता 145 Share Shekhar Chandra Mitra 2 Feb 2022 · 1 min read दुनिया भर के तानाशाहों के लिए वो किसी देश के हुक्मरान हैं या गुंडे सड़क छाप! सब अपनी इज्ज़त घटा रहे हैं कमबख्त अपने आप!! आख़िर अपने बीवी-बच्चों से कैसे नज़र मिलाते होंगे! धिक्कारता नहीं होगा... Hindi · कविता 157 Share Shekhar Chandra Mitra 2 Feb 2022 · 1 min read भविष्यवाणी अच्छा या बुरा! मुझे नहीं पता!! लेकिन देश में है कुछ होने वाला!! Shekhar Chandra Mitra Hindi · कविता 399 Share Shekhar Chandra Mitra 2 Feb 2022 · 1 min read जातीय उत्पीड़न भारत में पैदा हुई जाति-प्रथा देखते ही देखते बन चुकी है अब एक अंतरराष्ट्रीय समस्या बधाई हो! Shekhar Chandra Mitra #अवामीशायर #इंकलाबीशायरी #CasteDiscrimination Hindi · कविता 298 Share Shekhar Chandra Mitra 2 Feb 2022 · 1 min read औरत का घर वे कहते हैं- "औरत का अपना घर नहीं होता!" हम कहते हैं- "औरत के बिना घर नहीं होता!! Shekhar Chandra Mitra #अवामीशायर #इंकलाबीशायरी #बहुजनशायरी #feminism Hindi · कविता 223 Share Shekhar Chandra Mitra 2 Feb 2022 · 1 min read समय का सच अपने समय का सच कहने से आख़िर क्यों डरें हम! जीते जी ही जेहनी तौर पर आख़िर क्यों मरें हम!! जब देश के पूरे सिस्टम पर आपका ही कब्ज़ा है!... Hindi · कविता 244 Share Shekhar Chandra Mitra 2 Feb 2022 · 1 min read किसानों पर हमला अरे, यह भी तो देख लो कि तुम लड़ किससे रहे हो किसानों से जो कि तुम्हारा और तुम्हारे परिवार का पेट भरते हैं, लानत है! #farmersprotest Hindi · कोटेशन 1 178 Share Shekhar Chandra Mitra 2 Feb 2022 · 1 min read एक पत्रकार से हिंदू-मुसलमान भारत-पाकिस्तान खालिस्तानी-माओवादी नक्सली-जेहादी यह खेल बहुत पुराना हो चुका है, दोस्त! कुछ और ट्राई करो। #farmersprotest Shekhar Chandra Mitra Hindi · कविता 164 Share Shekhar Chandra Mitra 2 Feb 2022 · 1 min read सही वक़्त यही वक़्त है वह जब हम सभी क़र्ज़ भगतसिंह के चुका सकते हैं! मेहनतकशों को मुफ्तखोरों के हाथों बर्बाद होने से बचा सकते हैं!! अगर जुल्मतों के इस दौर में... Hindi · कविता 173 Share Shekhar Chandra Mitra 2 Feb 2022 · 1 min read नीलामी मेरे दिल को सितमगरों से गिला नहीं कोई! अफ़सोस यही कि दिलवरों में से बोला नहीं कोई!! जिस वक़्त दिल की बस्ती नीलाम हो रही थी उस वक़्त अपनी जगह... Hindi · कविता 223 Share Shekhar Chandra Mitra 2 Feb 2022 · 1 min read तुम बोलना शुरू कर दोगे तुम आदिवासियों के वक़्त ख़ामोश रहे! तुम दलितों के वक़्त ख़ामोश रहे! तुम मुसलमानों के वक़्त ख़ामोश रहे! तुम सिक्खों के वक़्त भी ख़ामोश हो! लेकिन हमें उम्मीद है कि... Hindi · कविता 478 Share Shekhar Chandra Mitra 2 Feb 2022 · 1 min read ज़िंदा शायरी एक बात कहनी है मुझे अपने देश के फनकारों से तुम हो जनता के पैरोकार तुम्हें क्या लेना सरकारों से!! इससे पहले कि लहू रगों का जम कर भीतर ही... Hindi · कविता 370 Share Shekhar Chandra Mitra 1 Feb 2022 · 1 min read सत्ता को बदल डालो निर्दयी सत्ता को बदल डालो! भ्रष्ट व्यवस्था को बदल डालो!! तुम शोषण और उत्पीड़न की आदिम प्रथा को बदल डालो!! Shekhar Chandra Mitra #बहुजनशायरी #इंकलाबीशायर #चुनावीकविता #अवामीशायर #castediscrimination Hindi · कविता 249 Share Shekhar Chandra Mitra 1 Feb 2022 · 1 min read काम की बात अपना ही मत धुनिए साहब! ग़रीबों की भी सुनिए साहब!! जिससे देश में खुशहाली आए! कोई ऐसी राह चुनिए साहब!! Shekhar Chandra Mitra #अवामीशायर #इंकलाबीशायरी #बहुजनशायरी #चुनावीकविता Hindi · कविता 424 Share Previous Page 44 Next