Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
Tag: शेर
561 posts
Page 5
तीर ए नज़र से।
तीर ए नज़र से।
Taj Mohammad
ये दिल क्या करे।
ये दिल क्या करे।
Taj Mohammad
खुदाई भरी पड़ी है।
खुदाई भरी पड़ी है।
Taj Mohammad
मैं तुमको याद आऊंगा।
मैं तुमको याद आऊंगा।
Taj Mohammad
हर रोज़ ही हम।
हर रोज़ ही हम।
Taj Mohammad
इश्क की आग।
इश्क की आग।
Taj Mohammad
किस क़दर।
किस क़दर।
Taj Mohammad
दो चार अल्फाज़।
दो चार अल्फाज़।
Taj Mohammad
वफ़ा ना निभाई।
वफ़ा ना निभाई।
Taj Mohammad
हर इक वादे पर।
हर इक वादे पर।
Taj Mohammad
बद्दुआ गरीबों की।
बद्दुआ गरीबों की।
Taj Mohammad
तुम्हारी जुदाई ने।
तुम्हारी जुदाई ने।
Taj Mohammad
चिता की अग्नि ने।
चिता की अग्नि ने।
Taj Mohammad
ईद हो जायेगी।
ईद हो जायेगी।
Taj Mohammad
ईद मनाते हैं।
ईद मनाते हैं।
Taj Mohammad
ईद
ईद
Taj Mohammad
ईद के बहाने ही सही।
ईद के बहाने ही सही।
Taj Mohammad
मेरी ईद करा दो।
मेरी ईद करा दो।
Taj Mohammad
सीधे सीधे कहते हैं।
सीधे सीधे कहते हैं।
Taj Mohammad
अल्फाज़ ए ताज भाग-1
अल्फाज़ ए ताज भाग-1
Taj Mohammad
पसीना।
पसीना।
Taj Mohammad
परदा उठ जाएगा।
परदा उठ जाएगा।
Taj Mohammad
चाहतें है राहतें है।
चाहतें है राहतें है।
Taj Mohammad
राहत।
राहत।
Taj Mohammad
मां।
मां।
Taj Mohammad
जिंदा है।
जिंदा है।
Taj Mohammad
मज़ाक।
मज़ाक।
Taj Mohammad
औकात।
औकात।
Taj Mohammad
दौर।
दौर।
Taj Mohammad
सुना है।
सुना है।
Taj Mohammad
ख्वाहिश है।
ख्वाहिश है।
Taj Mohammad
बन कर शबनम।
बन कर शबनम।
Taj Mohammad
बेपनाह रूहे मोहब्बत।
बेपनाह रूहे मोहब्बत।
Taj Mohammad
तू ही पहली।
तू ही पहली।
Taj Mohammad
मेरी इस बर्बादी में।
मेरी इस बर्बादी में।
Taj Mohammad
कातिल ना मिला।
कातिल ना मिला।
Taj Mohammad
यादों के झरोखों से।
यादों के झरोखों से।
Taj Mohammad
मालूम था।
मालूम था।
Taj Mohammad
तपिश।
तपिश।
Taj Mohammad
गहरा सोचता है।
गहरा सोचता है।
Taj Mohammad
पैसों से नेकियाँ बनाता है।
पैसों से नेकियाँ बनाता है।
Taj Mohammad
दिल हमारा।
दिल हमारा।
Taj Mohammad
दिल भटका मुसाफिर है।
दिल भटका मुसाफिर है।
Taj Mohammad
तेरी जान।
तेरी जान।
Taj Mohammad
तेरा जां निसार।
तेरा जां निसार।
Taj Mohammad
हर घर में।
हर घर में।
Taj Mohammad
कई चेहरे होते है।
कई चेहरे होते है।
Taj Mohammad
जितना भी पाया है।
जितना भी पाया है।
Taj Mohammad
दुश्मन बना देता है।
दुश्मन बना देता है।
Taj Mohammad
जिन्दगी की अहमियत।
जिन्दगी की अहमियत।
Taj Mohammad
Page 5
Loading...