सुरेश कुमार चतुर्वेदी Language: Hindi 1574 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 4 Next सुरेश कुमार चतुर्वेदी 30 May 2023 · 1 min read गंगा दशहरा मां गंगा का प़काट्य दिवस सर्व तीर्थमयी पावन गंगा, तीर्थों में मूर्धन्या गंगा ब़म्हा विष्णु महेश हैं गंगा,विधि हरि हरमयी हैं गंगा भारत का स्वाभिमान हैं गंगा, भारतीयता की प्राण हैं गंगा संस्कृति की पहचान... Poetry Writing Challenge · कविता 2 582 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 30 May 2023 · 1 min read मां गंगा ऐसा वर दे मां गंगा ऐसा वर दे,तन मन का अंधकार हर ले मोह जनित अज्ञान दूर कर,पाप ताप सारा हर ले जनम जनम से भटक रहा हूं, मैया चरण शरण में ले... Poetry Writing Challenge · कविता 4 403 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 15 May 2023 · 2 min read भूले नहीं भुलाती, मेरी मातृभूमि कश्मीर रोम रोम है दर्द का दरिया, अंतहीन है पीर भूले नहीं भुलाती, मेरी मातृभूमि कश्मीर अपने घर से हुए पराए, पीड़ा दिल की कही न जाए घर दर दैर जमीन... Poetry Writing Challenge · कविता 1 436 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 15 May 2023 · 2 min read चुनावी घोषणा पत्र दुनिया के सभी महा ठगों को बुलाओ जल्दी चुनावी घोषणा पत्र तैयार कराओ हर अंचल, हर वर्ग, धर्म, जाति, सभी को रिझओ लिख दो सबको बंग्ला गाड़ी देंगे वोनस में... Poetry Writing Challenge · कविता 1 170 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 15 May 2023 · 1 min read मुझको कुर्सी तक पहुंचा दे सुन रे ललुआ सुन रे कलुआ अपनी सारी जुगत बैठा दे मुझको कुर्सी तक पहुंचा दे अब की बाजी निकल ना जाए एक बार सरकार बना दे सारे हथकंडे अपना... Poetry Writing Challenge · कविता 1 426 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 15 May 2023 · 1 min read हे परम पिता परमेश्वर,जग को बनाने वाले हे परम पिता परमेश्वर,जग को बनाने वाले धर्मांध हुई दुनिया सारी, लड़ते रहते हैं जग वाले एक नूर ते जग उपजाया,माया कोई जान पाया क्यों तुमने अपने नामों से, दुनिया... Poetry Writing Challenge · कविता 2 4 621 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 15 May 2023 · 2 min read बापू के संजय स्वतंत्रता के 75वे वर्ष में, पूरे भारतवर्ष में गांधी जयंती धूमधाम से मनाई सरकारी भोंपू ने प्रमुख खबर बनाई सुबह जब अखबार उठाया तो नेताजी को माला अर्पण करते पाया... Poetry Writing Challenge · कविता 1 462 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 15 May 2023 · 3 min read श्री नेता चालीसा (एक व्यंग्य बाण) प्रजातंत्र का ध्यान कर, राजनीति चित लाय । नेताजी के गुण कहूं, कुर्सी शीश नवाय ।। जय जय जय नेता महाराजा । प्रजातंत्र के तुम हो राजा ।। गुण अवगुण... Poetry Writing Challenge · कविता 1 2 478 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 15 May 2023 · 1 min read बगुले ही बगुले बैठे हैं, भैया हंसों के वेश में बगुले ही बगुले बैठे हैं, भैया हंसों के वेश में कैसे मीन बचे बेचारी,गंदे इस परिवेश में कहते कुछ और करते कुछ हैं, कोई धरम ईमान नहीं अंदर कुछ और... Poetry Writing Challenge · कविता 1 362 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 15 May 2023 · 1 min read आने वाला कल दुनिया में, मुसीबतों का पल होगा आने वाला कल दुनिया में, मुसीबतों का कल होगा जीवन पर संकट के बादल, संघर्ष यहां पल पल होगा नहीं मिलेगा पीने पानी , नहीं अन्न और फल होगा पर्यावरण... Poetry Writing Challenge 2 2 419 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 15 May 2023 · 1 min read गला रेत इंसान का,मार ठहाके हंसता है ये कैंसा उन्माद, धार्मिक कट्टरता है गला रेत कर एक इंसान का,मार ठहाके हंसता है इंसानियत का खून बहा, जन्नत की चाहत रखता है हर एक गैर मुस्लिम में,इसको काफ़िर... Poetry Writing Challenge · कविता 177 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 15 May 2023 · 1 min read हे अल्लाह मेरे परवरदिगार या अल्लाह या मेरे परवरदिगार कर निगाहे करम, दे प्यार ही प्यार दुनिया हो रही वेजार आदमी आदमी को खा रहा नफरतों की आग में जग जल रहा मज़हब के... Poetry Writing Challenge · कविता 375 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 15 May 2023 · 2 min read मातृशक्ति को नमन मातृशक्ति को नमन त्याग तपस्या की मूरत, करुणा प्रेम और बलिदान की नारी है धरती की पुत्री, जननी सकल जहान की सारी धरती गोद है उसकी, और आंचल है नीलगगन... Poetry Writing Challenge · कविता 155 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 15 May 2023 · 1 min read प्रेम ईश्वर प्रेम अल्लाह प्रेम ईश्वर प्रेम अल्लाह, प्रेम मंजिल रूहानी है प्रेम इस फानी दुनिया की, फकत पहली कहानी है प्रेम का सार है भक्ति, शास्वत सत्य है ईश्वर प्रेम और इंसानियत का,... Poetry Writing Challenge · कविता 141 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 15 May 2023 · 2 min read तुम मन मंदिर में आ जाना तुम मन मंदिर में आ जाना, तन मन मेरा महका जाना जब खेतों में सरसों फूले, और अमराई वौरा जाए, जब टेसू से वन लाल लगे ,और मन पंछी उड़... Poetry Writing Challenge · कविता 3 350 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 15 May 2023 · 1 min read ताजा समाचार है? लूट खसोट चोरी हत्या और बलात्कार है नेताओं की बदजुबानी और भ़ष्टाचार है चुनावी चिल्ला पों की आई बहार है सड़क दुघर्टनाओं में, उजड़ रहे परिवार है गरीब के पेट... Poetry Writing Challenge · कविता 2 2 187 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 15 May 2023 · 1 min read एक पते की बात एक पते की बात बताऊं, सबहूं कहूं सनमाने धर्म रहे हृदय स्थाने, जो नर यह पहचाने सदा पाप से दूर रहे वह, ईश्वर अल्लाह जाने एक पते की बात बताऊं,... Poetry Writing Challenge · कविता 2 2 356 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 15 May 2023 · 1 min read दिल लगाएं भगवान में जीवन का अंतिम पड़ाव तो, निश्चित ही शमशान है लाभ हानि की दृष्टि से, जीवन का नुक़सान है लाभ हानि नुकसान फायदा, जीवन से हैं जुड़े हुए हितकर और अहितकर... Poetry Writing Challenge · कविता 328 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 15 May 2023 · 1 min read अलविदा कहने से पहले दुनिया से विदा होने से पहले अलविदा कहने से पहले जो कुछ करना है सो करले जो भी कहना है सो कहले क्या पाप क्या पुण्य किया क्या लिया धरा... Poetry Writing Challenge · कविता 193 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 15 May 2023 · 1 min read ऊपर वाले की हिदायत और नियामत मिट गई ऊपर वाले ने धरा को जब बनाया था नहीं दरोदीवार,न दरवाजा बनाया था भेजा था जब आदमी,गुर सिखाया था जीने खाने के लिए,साधन जुटाया था प्रेम अमन का रास्ता, उसने... Poetry Writing Challenge · कविता 119 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 15 May 2023 · 1 min read नर नारी नर सृष्टि में बीज ब़म्ह का, नारी उसकी माया सृष्टा की शक्ति है माया,सारा संसार बनाया अलग नहीं एकात्म रूप हैं,सृष्टा ने उपजाया ईश्वर अंश समान रूप से, दोनों में... Poetry Writing Challenge · कविता 316 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 15 May 2023 · 1 min read खुद के करीब एक दिन इत्तेफाक से, खुद के करीब हम आ गए देख अपने आप को, मन ही मन शरमा गए हमने पूछा आत्मा से ,कैसे हो तुम क्या हाल हैं पहले... Poetry Writing Challenge · कविता 422 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 15 May 2023 · 2 min read देख रहा था पीछे मुड़कर देख रहा था पीछे मुड़कर, 60 बरस कब बीत गए बचपन यौवन और जवानी, सब के सब ही रीत गए पीछे यादों का मेला है, जिसमें हंस अकेला है छूट... Poetry Writing Challenge · कविता 2 182 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 15 May 2023 · 1 min read आत्मा की आवाज कभी कभार मुझको भी आंक लिया करो मेरे दामन में झांक लिया करो मैं बैठी रहती हूं अकेली, मुझसे बात किया करो अपने अंतस में झांक लिया करो जब कभी... Poetry Writing Challenge · कविता 363 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 15 May 2023 · 1 min read जीव कहे अविनाशी नश्वर घट में बैठे-बैठे, जीव कहे अविनाशी अब तक मुझको जान न पाए, उम्र बीत गई खासी मनुज देह की कदर न जानी, करते हो मनमानी नश्वर जग को सांचा... Poetry Writing Challenge · कविता 1 465 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 15 May 2023 · 1 min read और नहीं बस और नहीं, धरती पर हिंसा और नहीं और नहीं बस और नहीं, धरती पर हिंसा और नहीं मानवता चिथड़ी चिथड़ी, मजहब की दीवार खड़ी जाति नस्ल भाषा अंचल पर, हिंसा होती घड़ी घड़ी सीमाएं सब टूट रहीं,... Poetry Writing Challenge · कविता 620 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 14 May 2023 · 1 min read मातृ दिवस पर विशेष मातृशक्ति का सौंदर्य धरा , प्रेम वसा कण कण में सृजन पालन पोषण करती ,मां वसी हुई जीवन में संभव नहीं प्रकृति विन जीवन, सौंदर्य नहीं जन मन में पोर... Hindi · कविता 599 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 14 May 2023 · 1 min read मानवता हमें बचाना है डरा रहा परिदृश्य विश्व का,हर ओर जंग के साए हैं अशांत हुई सारी दुनिया,संकट के बादल छाए हैं अपने अपने स्वार्थ सभी के,आपस में टकराए हैं धर्म जाति नस्ल भाषा,... Poetry Writing Challenge · कविता 213 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 14 May 2023 · 1 min read मातृ दिवस उत्कृष्ट सृजना ईश्वर की, नारी सृष्टि में आई कष्टों में मुस्कान विखेरी, दुनिया नई बसाई घर परिवार समाज बनाया,नई रोशनी लाई त्याग तपस्या वलिदानों की, महिमा कही न जाई प्रेम... Hindi · कविता 372 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 22 Apr 2023 · 2 min read भगवान श्री परशुराम जयंती मानवता के अस्तित्व पर, जब जब संकट आता है सत्ता शासन की प्रभुता में, अहंकार बढ़ जाता है अन्याय अत्याचार का, अतिरेक हो जाता है मानवता की रक्षा को, जगदीश्वर... Hindi · कविता 1 569 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 6 Apr 2023 · 1 min read राम काज में निरत निरंतर राम काज में निरत निरंतर,अंतस में सियाराम हैं सत चित आनंद बल बुद्धि, और विद्या के धाम हैं राम चरण में निरत सदा,अजर अमर हनुमान हैं साधु संत दीन हीन... Hindi · कविता 2 412 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 5 Apr 2023 · 1 min read वीर हनुमान भारत की माटी जन मन में, वसे वीर हनुमान हैं दुष्ट विनाशक कष्ट निवारक, महावीर हनुमान हैं बल बुद्धि विद्या के दाता, बालवीर हनुमान हैं जन सुखदायक कष्ट निवारक,जन जन... Hindi 296 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 1 Apr 2023 · 1 min read फाइल की व्यथा फाइल की व्यथा जी हां जनाब, फाइल चल रही है चल चल कर जर्जर हो गई है। लटकाऊ जी ने, अटकाऊ जी को भेजी है अटकाऊ जी ने, भटकाऊ जी... Hindi · Quote Writer · हास्य-व्यंग्य 1 2 622 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 30 Mar 2023 · 1 min read हे राम हृदय में आ जाओ हे राम हृदय में आ जाओ अंतस का रावण वध जाओ राम नवमी पर हार्दिक शुभकामनाएं हे राम हृदय में आ जाओ अंतस का रावण वध जाओ तन रूपी 10... Hindi · Poem 226 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 2 Mar 2023 · 1 min read सखी री आया फागुन मास सखी री आया फागुन मास झूम रहा मधुमास सुध बुध बिसर गई तन मन की प्रेम अग्नि गई जाग झूम रहा मधुमास मोह पिया मिलन की आस सखी री आया... Hindi · कविता 1 374 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 24 Feb 2023 · 1 min read ऋतु सुषमा बसंत गमक उठीं हैं पुष्प लताऐं,महक उठा संसार ऋतुराज का आगमन,वांट रहा उपहार सौंदर्य प्रेम विखेर प्रकृति,मना रही त्यौहार मन भावन चल रहीं हवाएं , भीनी मस्त बहार सुरेश कुमार चतुर्वेदी Hindi · मुक्तक 181 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 21 Feb 2023 · 1 min read फूल रहा जमकर फागुन,झूम उठा मन का आंगन फूल रहा जमकर फागुन,झूम उठा मन का आंगन आ जाओ प्रिय साजन, ऋतु आईं बसंती मनभावन प्रेम भरे मन मंदिर की, पिया मूरत तुम पावन पावन देख रही है राह... Hindi · कविता 1 2 499 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 21 Feb 2023 · 1 min read गीत गा रहा फागुन मन रंगों से सराबोर है, गीत गा रहा फागुन कली कली खिल रही धरा पर, झूम रहा मन का आंगन पोर पोर बगरो बसंत,बासंती मनभावन सृष्टि संग मधुमास, प्रेम रस... Hindi · कविता 168 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 5 Feb 2023 · 1 min read माघी पूर्णिमा जप तप साधना संयम,माघ मास में पूर्ण हुआ माघी स्नान पूर्णिमा पर्व,हर हर गंगे स्नान हुआ सभी पवित्र तीर्थ नदियों में,पावन हरि हर नाम हुआ सत्य सनातन संस्कृति का, सामूहिक... Hindi 1 322 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 4 Feb 2023 · 1 min read नित्य तो केवल आत्मा और ईश्वर है ऐश्वर्य सत्ता प्रभुत्व, रूप रंग और स्वास्थ्य क्षीण होते हैं सभी, कालचक्र के साथ जीवन महल भी, धराशायी हो जाएगा पद पैसा प्रतिष्ठा, कुछ न काम आएगा अनित्य संसार में,सब... Hindi · मुक्तक 3 1 236 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 3 Feb 2023 · 1 min read पवन वसंती झूम रही है मस्त बसंती झूम रही है, गीत हवा में घोल रही है आ जाओ मन मीत, प्रेम ऋतु वीत रही है रोम रोम रंग रही वसंती, रंग प्रेम के घोल रही... Hindi · कविता 2 293 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 2 Feb 2023 · 1 min read बजट दृश्य मीडिया बाच किया,हर टी वी मैंने कैच किया हर पेपर का संज्ञान लिया, विशेषज्ञों का भी ज्ञान लिया बजट समझ न आया, क्या खोया क्या पाया किसको क्या क्या... Hindi · कविता 1 215 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 1 Feb 2023 · 1 min read गीत नए गाने होंगे सपने नए सजाने होंगे, गीत नए गाने होंगे जीना है तो सींना है, पथ भी नए बनाने होंगे कष्ट कई आते हर पथ में,कंटक सभी हटाने होंगे चलते रहना ही... Hindi · मुक्तक 6 4 316 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 12 Jan 2023 · 1 min read विवेकानंद जी के जन्मदिन पर आज के दिन पावन अवसर, पर जन्मा एक सितारा था भारतीय ज्ञान और योग वेदांत, जिसने दुनिया में पहुंचाया था पीड़ित मानवता को जिसने, नई दिशा दिखलाई थी अपनी ओजपूर्ण... Hindi · कविता 1 287 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 3 Jan 2023 · 1 min read रिद्धि सिद्धि के जन्म दिवस पर पुष्पित है हेमंत ऋतु, सुषमा बसंत की छाई रिद्धि सिद्धि के जन्म दिवस पर , ढेरों आषीश बधाई फूल खिले गुलशन गुलशन,कली कली मुस्काई पोर पोर आनंद छा गया, अथर्व... Hindi · कविता 2 1 196 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 1 Jan 2023 · 1 min read पल पल बदल रहा है क्षण क्षण क्षरण हो रहा समय,पल पल वीत रहा है विक्रम शक निर्वाण सालदर,संवत वीत रहा है बंगला हिजरी ईसा सन,साथ समय के वीत रहा घड़ी प़हर दिन मास साल... Hindi · कविता 3 217 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 1 Jan 2023 · 1 min read सन २०२३ की मंगल कामनाएं क्षण क्षण क्षरण हो रहा समय,पल पल वीत रहा है विक्रम शक निर्वाण सालदर,संवत वीत रहा है बंगला हिजरी ईसा सन,साथ समय के वीत रहा घड़ी प़हर दिन मास साल... Hindi 1 165 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 31 Dec 2022 · 1 min read पूज्य हीरा बा के देवलोकगमन पर सार्थक जीवन जिया जगत में, हंसते हंसते प्रयाण किया कर्मयोग में निरत निरंतर, राम नाम गुणगान किया नहीं भुला पाएंगे मां तुमको, तुमने ही सर्वस्व दिया जन्मों तक न चुका... Hindi 1 182 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 28 Dec 2022 · 1 min read जानवर और आदमी में फर्क जानवर और आदमी में फर्क बुद्धि विवेक का ही है वाकी निद्रा मैथुन आहार, जानवर भी करते हैं जानवर आज भी अपनी प्रकृति से चल रहा है आदमी अपनी प्रकृति... Hindi · Daily Writing Challenge · मुक्तक 2 500 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 27 Dec 2022 · 1 min read प्रकृति पर्यावरण बचाना, नैतिक जिम्मेदारी है प्रकृति पर्यावरण बचाना, नैतिक जिम्मेदारी है प्रदूषण रोकें धरती पर,आज तुम्हारी बारी है आग उगलता है सूरज, ठंड बहुत ही भारी है तूफानी बारिश का दौर, अनवरत धरा पर जारी... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 1 177 Share Previous Page 4 Next