Satish Srijan Language: Hindi 373 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 5 Next Satish Srijan 12 Feb 2023 · 1 min read दिहाड़ी मजदूर दिहाड़ी मजदूर वैद्य हकीम चिकित्सक, अधिवक्ता अभियंता। आज भी नाम इन्हीं का होता, होती बहुत महनता। दैनिक श्रमिक ये कहे खुद को, लगता है बेमानी। मनमर्जी के साहब हैं ये,... Hindi · कविता 215 Share Satish Srijan 11 Feb 2023 · 1 min read बड़े हो गए नहीं है शिशुपन, बड़े हो गए नहीं है शिशुपन, सोचकर ऐसा न घबराना। मन अधीर कभी जब हो जाये, मां के आँचल में छिप जाना। अपना सिर माँ की गोदी में, रख कर... Hindi · कविता 290 Share Satish Srijan 11 Feb 2023 · 1 min read मां के आंचल में बड़े हो गए नहीं है शिशुपन, सोचकर ऐसा न घबराना। मन अधीर कभी जब हो जाये, मां के आँचल में छिप जाना। -सतीश सृजन Hindi · Quote Writer 560 Share Satish Srijan 11 Feb 2023 · 1 min read मोदी क्या कर लेगा जब तक हम एकत्र न होंगे, केवल मोदी क्या कर लेगा। उसकी भी अपनी एक सीमा, कुछ हद तक कुछ गम हर लेगा। भारत का इतिहास साक्षी, बिखरे थे अब... Hindi · कविता 2 288 Share Satish Srijan 11 Feb 2023 · 1 min read कुन का महल बुल्ला बाहू राबिया रूम, शम्स जब आमिल बने। की गुलामी मुरशिदों की, पा गए कुन का महल। सतीश सृजन Hindi · Quote Writer 588 Share Satish Srijan 11 Feb 2023 · 1 min read अजान चौबीस घन्टे बज रही, इंसान है अनजान पर। झांक अंदर और सुन ले, अल्लाह की अजान को। सतीश सृजन Hindi · Quote Writer 240 Share Satish Srijan 11 Feb 2023 · 1 min read कारकुन शरीयत में एक पाक कलमा, जिसको पढ़ती है जुबां। एक कलमा कारकुन, जिससे बना दुनिया का सब। सतीश सृजन Hindi · Quote Writer 343 Share Satish Srijan 10 Feb 2023 · 1 min read सितारों के बगैर बड़ा तारा सा शुमार था उन दिनों फलक के तमाम सितारों में। तौफ़ीक़ खुदा की आज ताबिन्दा चाँद बन गये हो तुम। फिर भी रहना है आसमां में तारों के... Hindi · Quote Writer 1 253 Share Satish Srijan 10 Feb 2023 · 1 min read बचपना देखते देखते हम जवां हो गये, कब कहाँ उड़ा गया प्यारा सा बचपना। बिना पैसों के सम्राट रहते थे हम, सदा खुशियों में होते न था कोई गम। आज लाखों... Hindi · Quote Writer · कविता 512 Share Satish Srijan 10 Feb 2023 · 1 min read किराएदार दिन की बहार हूँ, बस एक किरायेदार हूँ। न राजा न साहूकार न ही जमींदार हूँ। जो कुछ मिला रब से, करता अंगीकार हूँ। दो दिन की बहार हूँ, बस... Hindi · Quote Writer · कविता 607 Share Satish Srijan 10 Feb 2023 · 1 min read कर ले प्यार जिंदगानी दिन चार, कर ले प्यार हरि से। न कर तू तकरार, कर ले प्यार हरि से। नासमझी में गया लड़कपन, नशे में गयी जवानी। प्रौढ़ हुआ तो धन की... Hindi · भजन गीत 286 Share Satish Srijan 10 Feb 2023 · 2 min read तुम क्या जानो" वो मेरा जमाना कैसा था, तुम क्या जानो। क्या क्या कठिनाई होती थी, तुम क्या जानों। बैलों को भरना था सानी, व गइया को चारा पानी, दरवाजे का झाड़ू करना,... Hindi · कविता 2 355 Share Satish Srijan 9 Feb 2023 · 1 min read सिकन्दर वक्त होता है कोई भी है नहीं अदना, न कोई है यहां आला। नहीं इंसा, सिकन्दर है, सिकन्दर वक्त होता है। सतीश सृजन Hindi · Quote Writer 346 Share Satish Srijan 9 Feb 2023 · 1 min read जालिम बिन खता के कैद में था, जालिम कोविड ए दौर में। पड़ा रहता मैं पलंग पर, रोगी था बिन मर्ज के। बज्ज निकम्मे जितने बच्चे, आला तालिब सब हुए। बिन... Hindi · Quote Writer 1 1k Share Satish Srijan 9 Feb 2023 · 1 min read पिछली सदी का शख्स दिल से निभाया मैंने पिछली सदी का शख्स मैं शराफत में जिया हूँ। दिल से निभाया मैंने वायदा जो किया हूँ। सबको गले लगाते, वाजिब हर बात मानी। फितरत न... Hindi · कविता 1 235 Share Satish Srijan 9 Feb 2023 · 1 min read माँ बहन बेटी के मांनिद माँ बहन बेटी के मांनिद गैर की खातून हैं। एक शादी एक बीबी, राम की तालीम में। सतीश सृजन Hindi · Quote Writer 1 576 Share Satish Srijan 8 Feb 2023 · 1 min read जलजला जलजला तुर्की में आया आशियाने ढह गये। हर तरफ मातम का मंजर, मर गए कितने वहाँ। कुदरत से कोई लड़ न पाया, वक्त ताकतवर है रोज़। है फकीरों ने कहा... Hindi · Quote Writer 1 1k Share Satish Srijan 8 Feb 2023 · 1 min read सोचता हूँ सोचता हूँ कुछ सिफ़त कहूँ तेरी शान में, लेकिन तेरा कद ला बयाँ दिखता है। कोई भी लफ्ज़ मुनासिब है बैठता ही नहीं । तेरी तारीफ़ में फिर क्या कुछ... Hindi · Quote Writer 217 Share Satish Srijan 8 Feb 2023 · 2 min read थैला काला पीला हरा गुलाबी, श्वेत लाल या मटमैला। कपड़ा,टाट,या कृतिम बना हो, बड़े काम है थैला। जीवन के हर पन में पल में, उबड़ खाबड़ या समतल में। सब सामान... Hindi · कविता 679 Share Satish Srijan 8 Feb 2023 · 1 min read कठपुतली का खेल दुनिया में सुनो भाई इतनी है कहानी, बचपन जवानी जरा, यही जिंदगानी। यार दोस्त भाई बहन कुल परिवारा। नाटक का खेल यहाँ जग में है न्यारा। जीवन के मैदान में... Hindi · कविता 1k Share Satish Srijan 7 Feb 2023 · 2 min read मेरी अम्मा तेरी मॉम पहले समय में अम्मा होती, अब होती हैं मॉम। अम्मा तो थी निरा देहाती, मॉम का है बड़ा नाम। अम्मा अपना दूध पिलाती, गाल बाल सहलाती। बुकवा तेल की मालिश... Hindi · कविता 474 Share Satish Srijan 7 Feb 2023 · 1 min read पत्नी रुष्ट है इधर पत्नी रूठी, उधर साहब नाराज। दोनों ओर कुंआ व खाई गिरनी है गाज। संकट से निजात कैसे पाउं, इधर जाऊं या उधर जाऊं। साहब को झेलूं , या पत्नी... Hindi · कविता 287 Share Satish Srijan 7 Feb 2023 · 1 min read खुद पर यकीं जुनून हो बड़ा और अमादा बड़ा हो, हो खुद पर यकीं खुद से वादा बड़ा हो। हो जज्बा जेहन में मशक्कत का तुझमें, खयालों में तेरे इरादा बड़ा हो। हुनर... Hindi · Quote Writer 729 Share Satish Srijan 7 Feb 2023 · 1 min read नौकर दो कौड़ी का शख्स मोहर भर बात सुनाता है। कभी कभी नौकर बनना खल जाता है। वह गुर्राता थोड़ा जबर सा पद पाकर। जब कि वह भी है मेरे जैसा... Hindi · कविता 145 Share Satish Srijan 7 Feb 2023 · 1 min read जज़्बा क़ायम जिंदगी में जज्बा क़ायम जिंदगी में, मुश्किलों की क्यों फिकर गर सम्भलना सीखना है, लड़खड़ाने से न डर । -सतीश सृजन Hindi · Quote Writer 2 242 Share Satish Srijan 7 Feb 2023 · 1 min read जुबाँ चुप हो अगर दूर जाना तो न चल अकेले, कोई हमनवां कामिल को साथ ले ले। कदम दर कदम वह दिखायेगा राहें। कहीं लड़खड़ाया पकड़ लेगा बाहें। बस चलता चला जा जिधर... Hindi · Quote Writer 481 Share Satish Srijan 6 Feb 2023 · 1 min read मुबहम हो राह होकर न होने का ख्याल क्या मजबूरी है? कश्मकश वजह से ही जिंदगी से दूरी है। मुबहम हो राह तो खोज ले हमनवां कोई, खुद के होने का अहसास बहुत... Hindi · Quote Writer 306 Share Satish Srijan 6 Feb 2023 · 1 min read जीने की तमन्ना में जीने की तमन्ना में पी लेना कहाँ तक मुनासिब। सम्भलने के लिए लड़खड़ाना जरूरी तो नहीं। सतीश सृजन Hindi · Quote Writer 1 371 Share Satish Srijan 6 Feb 2023 · 1 min read इबादत अपनी तस्वीह दस्त में घुमाऊं न ही सिजदा करूँ। पोंछ लूँ अश्क़ किसी रोते का यही है इबादत अपनी। -सतीश सृजन Hindi · Quote Writer 400 Share Satish Srijan 6 Feb 2023 · 1 min read हार हूँ अद्भुत अनभूति हूँ, अनकही सी प्रीति हूँ। ईश्वर का उपहार हूँ, कुछ नहीं बस हार हूँ। बिना कीमत के बिका हूँ, लंबे धागे में टिका हूँ। पुहुप का एक राशी... Hindi 284 Share Satish Srijan 6 Feb 2023 · 1 min read मलूल दुश्मनों का गम हो चाहे, हो जाते मलूल हम। सनातनी तालीम ऐसी, सब में दिखता नूर इक। -सतीश सृजन Hindi · Quote Writer 288 Share Satish Srijan 6 Feb 2023 · 1 min read उपहार मन खिन्न बहुत हो जाता है, जब मिलता है उपहार नहीं। लगता है सुना सुना सा, लगता जीवन साकार नहीँ। कुछ लोग हैं रोते जूते को, जबकि कुछ के हैं... Hindi · कविता 408 Share Satish Srijan 6 Feb 2023 · 1 min read क्षमा एक तुला है दूसरे की गलती, मन से देता भुला है। शांत चित्त रहता, प्रतिशोध में न घुला है। कुछ और नहीं, क्षमा एक तुला है। ईश्वर की किताब में, सब लिखा हिसाब... Hindi · कविता 1 244 Share Satish Srijan 5 Feb 2023 · 1 min read मेरे गीत जामाना गायेगा मेरा अस्त्तित्व तेरे कारण, मैं तेरी ही परछांई हूँ। पुष्पलता तेरे उपवन की, बन कर के मैं आई हूँ। मैं डैडी की नाज़ हूँ, उनकी ही आवाज हूँ। दूध पिला... Hindi · कविता · बेटी के लिये चंद पंक्तियां 1 1 289 Share Satish Srijan 5 Feb 2023 · 2 min read कवितायें सब कुछ कहती हैं अनुराग बिखेरे फिरती हैं। कवितायें सब कुछ कहती हैं। निर्झर बन करके बहती हैं, कवितायें सब कुछ कहती हैं। प्रिय ग्रन्थों के अध्यायों में, बन हीरा पन्ना मणि मोती ।... Hindi 232 Share Satish Srijan 5 Feb 2023 · 1 min read पुलवामा वीरों को नमन पुलवामा वीरों को नमन -------------------------------- ललकार के लड़ना सीखा है, कभी पीठ पर वार नहीं करते। हम भारत माँ के सेनानी, रण में मरने से नहीं डरते। जब हम हथियार... Hindi · कविता 227 Share Satish Srijan 4 Feb 2023 · 1 min read पापा पापा मेरी आस है तू, क्यों इतना उदास है तू। पापा चाहे कैसा हो, रंक या राजा जैसा हो। हर पापा का सम अभिनन्दन, हरि के जैसा होता बन्दन। समय... Hindi · कविता 1 234 Share Satish Srijan 4 Feb 2023 · 1 min read वह है बहन। वह है बहन" भाई की शरारतों पर, विचार न करे गहन, वह है बहन। मोटी बोलो, छोटी बोलो, चुटकी काटों, चोटी खींचो, मुस्करा के टाल जाती सब कर लेती सहन।... Hindi · कविता · भाई - बहन 503 Share Satish Srijan 4 Feb 2023 · 1 min read नादान बनों बनना है तो नींव की ईंट बनो, न बनो कभी ईंट कंगूरे की। करना यदि प्रीत करो हरि से, न करो कभी प्रीत असत जग की। यदि पाना है ज्ञान... Hindi 1 249 Share Satish Srijan 3 Feb 2023 · 1 min read उगता सूरज उगता सूरज ऊर्जा भरता, खिले पुष्प मुस्कान। भ्रमर सिखाता गुन गुन गाना, कण तुषार उपमान। खग चहकन आह्लाद बिखेरे, खुश हो सकल जहान। अमृत बेले शैय्या त्यागो, है प्रकृति वरदान।... Hindi · कविता 348 Share Satish Srijan 3 Feb 2023 · 1 min read बिगड़े रईस फौजी बनकर कायदे में रहने लगा मैं, वरना अपने वक्त के बिगड़े रईस थे। सतीश सृजन, लखनऊ. Hindi 267 Share Satish Srijan 3 Feb 2023 · 1 min read शुक्र है मौला शुक्र मौला तेरा, करतब नहीं आता मुझको। सुना है तेरे दर पे कमअक्लों की कदर है ज्यादा। सतीश सृजन Hindi 1 251 Share Satish Srijan 3 Feb 2023 · 1 min read बिंदी सजनी माथे पर जब धारे, पिय प्रेम और श्रृंगार बने। रंगरेज बिखेरे कपड़े पर, चुनर का रूप संवार बने। अति सूक्ष्म रूप औकात वृहद, समुचित स्थल पर भार बने। लाली... Hindi 247 Share Satish Srijan 2 Feb 2023 · 1 min read बाईस फरवरी बाइस। रचना तिथि 22/02/22 मंगल दिन ऋतुराज का मौसम, बाईस फरवरी बाइस। सौ वर्षों में ये क्रम आता, ये तिथि कितनी नाइस। पूरी तिथि में एक अंक है, दो दो दो... Hindi · एक खास तारीख · कविता 207 Share Satish Srijan 2 Feb 2023 · 1 min read बड़ा हथियार घाव कहीं से न दिखे, पर अति गहरा वार। जगत में प्रेम बड़ा हथियार। प्रेमशस्त्र से घायल होकर, राम चखे फल खाएं। श्रीकृष्ण भी माखन के बदले, ठुमक कर नाच... Hindi 400 Share Satish Srijan 2 Feb 2023 · 1 min read साहब कहता वेट घटाओ मोटे सिपाही की व्यथा वजन बढ़ा जिसका भी सुन लो, दौड़ो टहलो जिम में जाओ। पी टी करो गेम को खेलो, योग करो या ध्यान लगाओ। जो करना है करो... Hindi 1 206 Share Satish Srijan 1 Feb 2023 · 1 min read पेशावर की मस्जिद में मस्जिद में आबेदीन तमाम, फिदायीन हमले के वक्त। सुर्ख हुई ज़मीं सारी, कुछ घायल कुछ मर गये। पेशावर की मस्जिद में तो, कोई भी न गैर था। कौम इक थी... Hindi 1 168 Share Satish Srijan 1 Feb 2023 · 1 min read पत्नीजी मायके गयी, पत्नी जी मायके गयी, संग सुत गया ननिहाल। सूना सूना लग रहा, घर आँगन चौपाल। घर आँगन चौपाल सकल घर में सन्नाटा। पता अब लगा भाव क्या, नोन तेल या... Hindi · हास्य 2 2 371 Share Satish Srijan 1 Feb 2023 · 1 min read ठग कदम कदम जीवन के प्रति पग, छल करते मिल जाते हैं ठग। जग आये तो मन था कोरा, कुछ भी न था तोरा मोरा। पहली ठगी किया पलना लोरी, माता... Hindi · कविता 1 108 Share Satish Srijan 1 Feb 2023 · 1 min read एक आश विश्वास रहे सन्तुलन सुख और दुख में न बनें कभी निराश। एक भरोसा एक बल एक आश विश्वास। मैं कूकुर दरबार का पट्टा गले पड़ा। मेरा ठाकुर मेरा मालिक, निश दिन... Hindi · कविता 1 188 Share Previous Page 5 Next