Ajit Kumar "Karn" Language: Hindi 334 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next Ajit Kumar "Karn" 20 Nov 2021 · 1 min read मैं लिख जाऊं बारंबार.... मैं लिख जाऊं बारंबार.... ??????? कोई तो है जो करता है मेरा इंतज़ार ! उसकी एक ही जिज्ञासा पे मैं लिख जाऊं बारंबार.... ना करूं कभी उसकी भावनाओं का तिरस्कार... Hindi · कविता 7 6 465 Share Ajit Kumar "Karn" 11 Nov 2021 · 1 min read भला कौन है खुश ? भला कौन है खुश ? ????? उसे भी है दु:ख , मुझे भी है दु:ख , उभय पक्ष है दुखी , भला कौन है खुश ?? दो पक्षों के बीच... Hindi · कविता 10 6 828 Share Ajit Kumar "Karn" 11 Nov 2021 · 4 min read "अठन्नी की कीमत" ( संस्मरण ) "अठन्नी की कीमत" ( संस्मरण ) ________________________ प्रिय दोस्तों.... आज मैं आप सबको खुद पर ही बीती , एक पुरानी कहानी सुनाने जा रहा हूॅं ! उम्मीद है कि यह... Hindi · कहानी 8 6 892 Share Ajit Kumar "Karn" 11 Nov 2021 · 1 min read उदय हो रहा क्षितिज पार.... उदय हो रहा क्षितिज पार.... ???????? प्रकृति कर रही इंतज़ार ! उदय हो रहा क्षितिज पार ! छठ पर्व की ये खुशियाॅं हैं.... कर जल्द ही सूर्य नमस्कार !! स्वरचित... Hindi · मुक्तक 6 6 415 Share Ajit Kumar "Karn" 10 Nov 2021 · 1 min read मनुष्य का जीवन ! मनुष्य का जीवन ! ????? बचपन से बुढ़ापा तक का सफ़र.... जीवन किसी कष्ट में ही गुजरता ! सुख के पल हैं कुछ क्षण के लिए.... फिर तो जीवन दु:ख... Hindi · कविता 5 4 572 Share Ajit Kumar "Karn" 10 Nov 2021 · 2 min read सबकी अपनी-अपनी सोच है.... सबकी अपनी-अपनी सोच है.... ????????? जब किसी भी समारोह में जाता हूॅं , सबसे मिलकर बातें जब करता हूॅं , किसी मुद्दे पर राय उनकी लेता हूॅं , तब बड़े... Hindi · कविता 5 2 1k Share Ajit Kumar "Karn" 10 Nov 2021 · 1 min read "मुक्तक": ( कुछ दोस्त यूॅं ही.... ) "मुक्तक": ( कुछ दोस्त यूॅं ही.... ) ????????? कुछ दोस्त यूॅं ही बकवास करते हैं । पर कुछ ऐसे हैं जो ख़ास करते हैं । ख़ास लोगों से ख़ास बातें... Hindi · मुक्तक 5 448 Share Ajit Kumar "Karn" 9 Nov 2021 · 2 min read कल पे ना छोड़ें.... कल पे ना छोड़ें.... ?????? कल पे कुछ भी ना छोड़ें.... हर काम आज ही कर डालें ! आपको तो ये पता ही होगा.... कि वैसा कल नहीं कभी आता... Hindi · कविता 9 6 611 Share Ajit Kumar "Karn" 7 Nov 2021 · 1 min read प्रेम के ऑंगन में ही जीना सीखा ! प्रेम के ऑंगन में ही जीना सीखा ! ?????????? जो प्रेम के ऑंगन में ही जीना सीखा , उसने ही प्रेम पे कुछ सवाल उठाया ! ओह ! ये कैसी... Hindi · कविता 6 4 487 Share Ajit Kumar "Karn" 7 Nov 2021 · 1 min read ज़रूरी है क्या....?? ज़रूरी है क्या....?? ?????? बर्थ डे की कोई पार्टी ज़रूरी है क्या ? पश्चिम की ये परिपाटी ज़रूरी है क्या ? ये तो पैसे और वक्त की बर्बादी है..... औरों... Hindi · मुक्तक 6 4 372 Share Ajit Kumar "Karn" 7 Nov 2021 · 1 min read "मुक्तक" : ( कुछ लोग लगते अच्छे हैं ) "मुक्तक" : ( कुछ लोग लगते अच्छे हैं ) ??????????? कुछ लोग लगते अच्छे हैं । कुछ दिल से बड़े सच्चे हैं । जिन्हें कुछ समझ ना आता, वे अक्ल... Hindi · मुक्तक 5 301 Share Ajit Kumar "Karn" 7 Nov 2021 · 1 min read "ये रिश्ते" "ये रिश्ते" ??? ये रिश्ता नाता कुछ स्वार्थ वश है , ये सब तो वास्ते इक मकसद है , हर रिश्ते एक दूसरे पर निर्भर हैं , इसमें छुपे सबके... Hindi · कविता 7 8 811 Share Ajit Kumar "Karn" 6 Nov 2021 · 1 min read "दीपक को बनाकर हथियार"? ?"दीपक को बनाकर हथियार"? ?????????? दीपक को बनाकर हथियार । करता जा रहा सब पर वार । खामखा इल्ज़ाम लगा करके , खुद जीतता जा रहा संसार ।। स्वरचित एवं... Hindi · मुक्तक 6 247 Share Ajit Kumar "Karn" 6 Nov 2021 · 2 min read "धरती माता" "धरती माता" ???? ये धरती माता है, क्या - क्या नहीं सहती ! एक माॅं की ही तरह हर दु:ख वो हैं सहती ! हर अच्छे-बुरे कर्मों का गवाह वो... Hindi · कविता 6 2 754 Share Ajit Kumar "Karn" 5 Nov 2021 · 1 min read त्योहार के बहाने ही सही.... त्योहार के बहाने ही सही.... ???????? त्योहार के बहाने ही सही.... दूर कर लें अपने वे विकार ! मन में छुपे हैं जो कुविचार.... छोड़कर जिसे लाएं सुविचार !! सालों... Hindi · कविता 4 2 491 Share Ajit Kumar "Karn" 4 Nov 2021 · 1 min read देखो ! आया त्योहार आया.... देखो ! आया त्योहार आया.... ???????? घर - घर मन रही , खुशियों की दीवाली । पग - पग सज रही , दीपमाला कितनी सारी ।। देखो ! आया त्योहार... Hindi · कविता 6 2 511 Share Ajit Kumar "Karn" 4 Nov 2021 · 1 min read "बड़ी नादान है वो !" "बड़ी नादान है वो !" ?????? क्या करूं समझ नहीं आता , बड़ी हैरान है वो । गलतियाॅं तो की है उसने पर बड़ी नादान है वो।। दिल कोई सस्ती... Hindi · कविता 5 2 473 Share Ajit Kumar "Karn" 3 Nov 2021 · 1 min read ? दीपावली कुछ ख़ास है ! ? ? दीपावली कुछ ख़ास है ! ? ????????? लोगों में आज खुशियाॅं अपार है , काफ़ी दिनों पर आई जो बहार है ! बच्चों में ग़ज़ब का ही उत्साह है... Hindi · कविता 6 4 376 Share Ajit Kumar "Karn" 3 Nov 2021 · 1 min read "कुण्डलिया" "कुण्डलिया" ???? दीवाली की धूम है , रौशन सब घर - बार । आज नाचे गाएं हम , खुशियों की भरमार ।। खुशियों की भरमार , कैसा ये पर्व सुहावन... Hindi · कुण्डलिया 5 629 Share Ajit Kumar "Karn" 2 Nov 2021 · 2 min read अन्याय का प्रतिकार.... अन्याय का प्रतिकार.... ??????? मैं अभी शांत हूॅं... क्यों मैं शांत हूॅं...? चारों तरफ़ हो रहे अन्याय को ही देखकर मैं अभी भी शांत हूॅं !! ये कोई चुप्पी नहीं...... Hindi · कविता 5 893 Share Ajit Kumar "Karn" 31 Oct 2021 · 2 min read बड़े दिनों के बाद आई ऐसी दिवाली ! बड़े दिनों के बाद आई ऐसी दिवाली ! ?????????? बड़े दिनों के बाद आई ऐसी दिवाली ! चारों ओर ही लाई कितनी खुशहाली !! कोरोना का तांडव जैसे थम सा... Hindi · कविता 7 2 497 Share Ajit Kumar "Karn" 29 Oct 2021 · 1 min read "घमंडी" ?"घमंडी"? ????? "घमंडी" लोग हर जगह ही होते , अपने आप पे वे खूब गर्व करते , उन्हें आम लोगों की परवाह नहीं , बस, खुद को ही सर्वेसर्वा समझते... Hindi · कविता 6 2 1k Share Ajit Kumar "Karn" 28 Oct 2021 · 1 min read खट्टी-मीठी खुशियाॅं.... खट्टी-मीठी खुशियाॅं.... ?????? खट्टी-मीठी खुशियाॅं वो हैं , जिनमें खुशियाॅं तो होती , पर ग़म के साये में होती ! खुश तो होते हैं पर हॅंसी , खुल के प्रकट... Hindi · कविता 7 2 596 Share Ajit Kumar "Karn" 28 Oct 2021 · 1 min read चोरी तेरी कल पकड़ी गई है... चोरी तेरी कल पकड़ी गई है... ???????? खुद को कितना छुपाओगे.... हक़ीक़त हर कोई जानता है ! आईने में कितना निहारोगे.... तू तो खुद को पहचानता है !! चोरी तेरी... Hindi · कविता 5 493 Share Ajit Kumar "Karn" 27 Oct 2021 · 2 min read जगमग-जगमग जब सारे दीप जलेंगे.... जगमग-जगमग जब सारे दीप जलेंगे.... ??????????? कार्तिक अमावस्या की काली सी रात , प्रभु श्रीराम लौटे थे माॅं सीता के साथ , खुशी में अयोध्यावासी खूब झूम उठे थे... जलाकर... Hindi · कविता 7 2 592 Share Ajit Kumar "Karn" 25 Oct 2021 · 1 min read रचना की गुणवत्ता पर ही ध्यान दें ! रचना की गुणवत्ता पर ही ध्यान दें ! ✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️ जिस रचना का कोई सार नहीं , ना हो पाठकों का लगाव कोई , फ़ालतू का समय लगा कर के.... ना... Hindi · कविता 5 2 786 Share Ajit Kumar "Karn" 24 Oct 2021 · 2 min read अब तुम अकेली नहीं हो.... जब भी कोई वारदातें होती , या कोई परेशान तुझे करता , तुम बेझिझक जवाब दो उसे , क्योंकि तुम अकेली नहीं हो ! हाॅं, अब तुम अकेली नहीं हो!!... Hindi · कविता 7 2 572 Share Ajit Kumar "Karn" 24 Oct 2021 · 1 min read सतयुग की झलक दिख जाए ! सतयुग की झलक दिख जाए ! ################# जब कोई ख़ुश कभी होता है तो मुझे भी ख़ुशी मिलती है ! और कोई दुखी जब होता है तो मैं भी दुखित... Hindi · कविता 7 4 585 Share Ajit Kumar "Karn" 22 Oct 2021 · 1 min read कोई भी वैसा नहीं मिलता.... कोई भी वैसा नहीं मिलता.... ################ कोई वैसा नहीं मिलता.... जैसा हम-सब खोजते हैं !! बिस्तर से सुबह उठते ही , ऑंखें कुछ तलाशती है ! कोई वैसा नहीं मिलता....... Hindi · कविता 5 2 563 Share Ajit Kumar "Karn" 20 Oct 2021 · 2 min read रिश्तों को बदला नहीं जा सकता ! रिश्तों को बदला नहीं जा सकता ! ################### हरेक इंसान में अनेकानेक गुण होते हैं.... और कुछ-न-कुछ खामियाॅं भी होती हैं ! इसी में से कुछ हमारे रिश्तेदार होते हैं... Hindi · कविता 6 2 533 Share Ajit Kumar "Karn" 20 Oct 2021 · 2 min read वो कौन सी चिरैया ले आऊं.... वो कौन सी चिरैया ले आऊं.... ################# वो कौन सी चिरैया ले आऊं.... जिसके पंख पकड़ उड़ जाऊं !! दिन रात ही मेहनत करता हूॅं ! ईमानदारी में विश्वास रखता... Hindi · कविता 6 4 754 Share Ajit Kumar "Karn" 19 Oct 2021 · 1 min read दिल जीत जाना है ! दिल जीत जाना है ! ########### लिखना हो तो देश के लिए लिखो ! औरों को क्षतिग्रस्त कितना करोगे ? मरना हो तो सदा देश पे मर मिटो ! दुश्मन... Hindi · कविता 6 4 620 Share Ajit Kumar "Karn" 18 Oct 2021 · 1 min read गलतियाॅं कभी-कभी हो जाती हैं ! गलतियाॅं कभी-कभी हो जाती हैं ! ################### चाहे लाख कोशिशें आप कर लें.... हर दफा कितना भी सतर्क रह लें.... चित्त अपनी बिल्कुल एकाग्र कर लें... स्वेच्छानुसार पूर्वाभ्यास भी कर... Hindi · कविता 7 6 579 Share Ajit Kumar "Karn" 17 Oct 2021 · 1 min read "हाइकु" "हाइकु" ##### ये दशहरा बहुत अच्छा रहा खुशी की बात । ************* शांतिपूर्ण था यह शुभ त्यौहार खुशहाली थी । ************* पर्व - त्यौहार का सिलसिला शुरू थोड़े दिनों पे... Hindi · हाइकु 8 2 643 Share Ajit Kumar "Karn" 17 Oct 2021 · 1 min read सबकी अच्छाई चुरा लो ! सबकी अच्छाई चुरा लो ! ############## सबकी अच्छाई चुरा लो सबकी खामियाॅं भुला दो बहुत बड़ा तुम बन जाओगे गर बिल्कुल ऐसा ही कर दो ! सबमें ही गुण-अवगुण होते... Hindi · कविता 7 4 761 Share Ajit Kumar "Karn" 15 Oct 2021 · 1 min read आपस में सभी भाई-भाई हैं ! आपस में सभी भाई-भाई हैं ! ################ लड़ते हैं...., झगड़ते हैं.... कभी गले भी मिलते हैं ! एक साथ उठते, बैठते हैं ! किसी-किसी बात पर तो.... शिकवा,शिकायत भी करते... Hindi · कविता 8 748 Share Ajit Kumar "Karn" 13 Oct 2021 · 1 min read किसी का बुरा नहीं चाहते कवि ! किसी का बुरा नहीं चाहते कवि ! ################## कभी भी किसी का बुरा नहीं चाहते कवि ! ना ही कभी धूमिल होने देते वे अपनी छवि! उन्हें तो स्वच्छंद उड़ान... Hindi · कविता 7 4 487 Share Ajit Kumar "Karn" 13 Oct 2021 · 1 min read आज खुशियाॅं लौटी हैं ! आज खुशियाॅं लौटी हैं ! ############# बहुत दिनों के बाद.... आज खुशियाॅं लौटी हैं ! दहक रहा था.... तन - बदन मेरा ! उखड़ा-उखड़ा सा था.... नादां ये मन मेरा... Hindi · कविता 7 4 670 Share Ajit Kumar "Karn" 10 Oct 2021 · 1 min read सफ़र को यादगार बना जाना ! सफ़र को यादगार बना जाना ! ################# चला जा रहा हूॅं.... चला जा रहा हूॅं.... सफ़र में बस यूॅं ही , चला ही जा रहा हूॅं !! ना कोई मंज़िल... Hindi · कविता 5 4 636 Share Ajit Kumar "Karn" 10 Oct 2021 · 1 min read त्योहार के इस मौसम में.... त्योहार के इस मौसम में.... ############### कुछ बेहतर करने का हम प्रण लें ! त्योहार के इस मौसम शानदार में !! उन सारी खामियों को जड़ से भूलें... जो घटित... Hindi · कविता 6 2 595 Share Ajit Kumar "Karn" 6 Oct 2021 · 2 min read "ज़रूरत" "ज़रूरत" ##### सभी भागे भागे फिरते हैं.... अपनी ज़रूरतों के पीछे ! फिर भी ज़रूरतें किसी की , कभी भी पूरे ही ना होते ! कितनी कश्मकश भरी है.... ये... Hindi · कविता 8 9 700 Share Ajit Kumar "Karn" 3 Oct 2021 · 1 min read "हाइकु" "हाइकु" ##### कैसा ज़माना ना है कोई ठिकाना ख़्वाबों में डूबा । कोई इतना परेशां क्यूॅं हो रहा धीरज रखें । बमुश्किल ही मंज़िल मिली हमें दूर ना होंगे ।... Hindi · हाइकु 7 4 728 Share Ajit Kumar "Karn" 2 Oct 2021 · 1 min read क्या सिर्फ़ छू सकता वही आसमान है? क्या सिर्फ़ छू सकता वही आसमान है? ##################### सुधी पाठकों का प्यार जिसने पा लिया , उसने मानो नया इक संसार बना लिया ! उसकी बयानबाजी से क्या फ़र्क पड़ता?... Hindi · कविता 7 610 Share Ajit Kumar "Karn" 2 Oct 2021 · 1 min read 'पूज्य राष्ट्रपिता को प्रणाम' ! 'पूज्य राष्ट्रपिता को प्रणाम' ! ???????? सत्य, अहिंसा का जिसने दिया था सुंदर सा संदेश अहिंसा के जिस पुजारी को नापसंद थी ईर्ष्या,द्वेष सदैव चाहते वे कि आपस में ना... Hindi · कविता 6 10 518 Share Ajit Kumar "Karn" 2 Oct 2021 · 1 min read किसी तरह से उसने आसमान छुआ ! किसी तरह से उसने आसमान छुआ ! ##################### इतने दिनों की उदासी अब ख़त्म हुई ! दिल से दिल की शुरू आज जश्न हुई ! छाया जो था अंधकार सा... Hindi · कविता 5 2 595 Share Ajit Kumar "Karn" 30 Sep 2021 · 2 min read आपस में मिल-जुलकर रहें ! आपस में मिल-जुलकर रहें ! ################ आपस में सदा मिल-जुलकर रहें ! एवं एक दूसरे की भावनाऍं समझें ! हमारा ये जीवन बहुत ही कीमती है ! हरेक कठिनाइयों का... Hindi · कविता 9 4 835 Share Ajit Kumar "Karn" 27 Sep 2021 · 2 min read पुरुषों को भी जीने दें ! पुरुषों को भी जीने दें ! ############# आपको किसने कहा था.... मेरा पीछा करने के लिए ! और यदि पीछा किया भी तो.... बीच राह में साथ छोड़ने के लिए... Hindi · कविता 6 4 618 Share Ajit Kumar "Karn" 25 Sep 2021 · 1 min read विचित्र घड़ी.... विचित्र घड़ी.... ######## बहुत ही विचित्र घड़ी आ गई है ! कोई किसी को पूछ तक नहीं रहा है ! जो आपस में गहरे दोस्त हुआ करते थे ! वो... Hindi · कविता 6 938 Share Ajit Kumar "Karn" 25 Sep 2021 · 2 min read साहित्य का मान बढ़ाएं ! साहित्य का मान बढ़ाएं ! ############## लोग रचना की हर पंक्ति पढ़ते तक नहीं ! कौन सा शब्द सही और कौन सा है गलत, यह देखते तक नहीं ! बिना... Hindi · कविता 8 6 629 Share Ajit Kumar "Karn" 24 Sep 2021 · 2 min read किसी तरह.... किसी तरह.... ######## मेरा ये जीवन यूॅं ही कट जाए किसी भी तरह..... किसी न किसी तरह कष्ट तो बहुत सारे हैं.... जिसे हम सह नहीं पाते हैं पर ईश्वर... Hindi · कविता 5 2 759 Share Previous Page 3 Next