Suryakant Dwivedi 339 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Suryakant Dwivedi 18 Nov 2024 · 1 min read लैपटॉप उम्मीदों के लैपटॉप पर जब उंगलियां नाचती हैं सामने होती है तहरीर और आँखों में तस्वीर। कौन कहता है, हम नहीं नाचते छोटा सा शब्द हमको भी नचा देता है... Hindi · कविता 18 Share Suryakant Dwivedi 9 Nov 2024 · 1 min read करते हैं संघर्ष सभी, आठों प्रहर ललाम। करते हैं संघर्ष सभी, आठों प्रहर ललाम। एक अकेले तुम नहीं, जो लेते हो नाम।। चंदा करता रोशनी, सूरज करे प्रणाम मेघों से है कब डरा, धरती का परिणाम।। सूर्यकांत Quote Writer 29 Share Suryakant Dwivedi 1 Nov 2024 · 4 min read कहां गई वो दीवाली और श्रीलक्ष्मी पूजन कहां गई वो दीवाली और श्रीलक्ष्मी पूजन सूर्यकांत द्विवेदी श्रीलक्ष्मी एक हैं। लेकिन इनका स्वरूप बदलता रहता है। यह कभी एक जगह रहती ही नहीं। परिवर्तनशील हैं। मुद्रा का स्वभाव... Hindi · लेख 29 Share Suryakant Dwivedi 27 Oct 2024 · 1 min read चलो ऐसा भी करते हैं चलो ऐसा भी करते हैं चलो वैसा भी करते हैं इसी उलझन में है दुनिया चलो कैसा भी करते हैं।। सूर्यकांत Quote Writer 33 Share Suryakant Dwivedi 27 Oct 2024 · 1 min read भगवन तेरे द्वार पर, देखे अगणित रूप भगवन तेरे द्वार पर, देखे अगणित रूप जकड़ी माया मोह में ,हर चौखट पर धूप। अपने-अपने फायदे, धन दौलत व्यापार। मन मंदिर सूने पड़े, बाहर लगी कतार।। सूर्यकांत Quote Writer 40 Share Suryakant Dwivedi 23 Oct 2024 · 1 min read आओ फिर गीत गंध के गाएं प्रण के उपवन में आओ फिर गीत गंध के गाएं। श्वासों का संगीत सुनें फिर प्राणों को बहलाएं।। रूठा है क्यों?, आज समर्पण आत्म भाव के पथ पर सहमा सहमा... Hindi · गीत 35 Share Suryakant Dwivedi 20 Oct 2024 · 1 min read हास्य घनाक्षरी ( करवा चौथ) हास्य घनाक्षरी ( करवा चौथ) चंदा से चकोर गाल, भूख प्यास से बेहाल आई करवा चौथ तो, लगी पुचकारने सोलह श्रृंगार करे, अंखियों से वार करे बूँद बूँद जल की... Hindi · हास्य 24 Share Suryakant Dwivedi 20 Oct 2024 · 1 min read करवा चौथ घनाक्षरी ( हास्य) करवा चौथ घनाक्षरी ( हास्य) बैठी बैठी खोई खोई, अपनी तो राज रानी सोच रही पल पल, चांद कब आएगा देखे मुख बार बार, इतराए बार बार आया नहीं, आया... Hindi · हास्य 31 Share Suryakant Dwivedi 16 Oct 2024 · 1 min read कुंडलियां लिखने वाले क्यों पढ़ें, कोई तेरा गीत। जब कवियों की बज्म में, सबका निज संगीत सबका निज संगीत, अजब है पाठक माया कर देते हैं वाह, देखकर कंचन काया कहे... Hindi · कुण्डलिया 25 Share Suryakant Dwivedi 26 Sep 2024 · 1 min read सांसों की इस सेज पर, सपनों की हर रात। सांसों की इस सेज पर, सपनों की हर रात। आँख खुली तो कुछ नहीं, भूल गए सब बात। यानी जीवन रोशनी, यह सपने का सार बुनते यहां जो दिन में,... Quote Writer 42 Share Suryakant Dwivedi 23 Sep 2024 · 1 min read बेटी का बाप हूँ न बेटी का बाप हूँ न क्या कहूँ तुझको बेटी क्या उपमा दूँ मैं बेटी तुझे बेटी कहूँ दुलारी कहूँ.. लाड़ली कहूँ जो कहूँ, शब्द निःशब्द हैं तू प्यार की वो... Hindi · कविता 40 Share Suryakant Dwivedi 22 Sep 2024 · 1 min read जीवन हो गए गीत तेरे अधरों पर जब, मैंने वंदन लिखा प्यार के वही पल तो, जीवन हो गए संग संग हम चले साज सरगम सजे आया इक पपिहा और प्यास बन गए... Hindi · गीत 44 Share Suryakant Dwivedi 22 Sep 2024 · 1 min read रात रात भर रजनी (बंगाल पर गीत) गीत (बंगाल पर) रात रात भर रजनी जागे सहमी भोर दुलारी जब आंखें मूंदे जमघट हो क्या कहती बेचारी दिल भी रीता, आँखें सूखी शोर न करती वाणी सन्नाटे को... Hindi · गीत 47 Share Suryakant Dwivedi 22 Aug 2024 · 1 min read अपने वही तराने गीत मन करता है मैं भी गाऊं, अपने वही तराने। जिन पर मेरा बचपन झूमा,पर-पर परी बहाने।। धीरे-धीरे, हौले-हौले अपनी सजी सवारी नजर बचावे टीका मां का पुच-पुच कर पुचकारी... Hindi · गीत 70 Share Suryakant Dwivedi 19 Aug 2024 · 1 min read विदाई गीत विदाई गीत -------- इक दिन ऐसा भी आएगा साथ न देंगे तेरे अपने तन मन से फिर घायल होगा कांच कांच से टूटे सपने। संन्यासी जब सांसें हों जा भंग... Hindi · गीत 1 53 Share Suryakant Dwivedi 9 Aug 2024 · 1 min read पश्चातापों की वेदी पर गीत पश्चातापों की वेदी पर लेकर अपने पाप बढ़े जब भी तोली, कीमत अपनी मोल हमारे आप बढ़े ली चांद ने अंगड़ाई तो सूरज ने तरुणाई ली घर अपना ही... Hindi · गीत 71 Share Suryakant Dwivedi 5 Aug 2024 · 1 min read रातें सारी तकते बीतीं पहली ग़ज़ल दिल का दिल पर असर नहीं है जो भी कह लो, सबर नहीं है रातें सारी तकतें बीती फिर भी उनको खबर नहीं है गर ना होती दिल... Hindi · कविता · ग़ज़ल 66 Share Suryakant Dwivedi 3 Aug 2024 · 1 min read तमाम रातें तकतें बीती तमाम रातें तकतें बीती कहीं किसी को खबर नहीं है जो न होती हमारी सरगम साँसों का फिर सफर नहीं है। हालात सारे कह रहे हैं कहीं किसी को खबर... Quote Writer 62 Share Suryakant Dwivedi 2 Aug 2024 · 1 min read राहों से हम भटक गए हैं राहों से हम भटक गए हैं अपनी कोई राह नहीं है ढो रहे हैं हम सब ही रिश्ते दिलों में मगर चाह नहीं है।। सूर्यकांत Quote Writer 78 Share Suryakant Dwivedi 31 Jul 2024 · 1 min read दीवारों के कान में दीवारों के कानों में ये, क्या किसने कह दिया दूर हो गये घर के अपने, बस मालिक रह गया खोज रहा है घर दोबारा, दफन हुए जो सपने आते जाते... Hindi · कविता 66 Share Suryakant Dwivedi 30 Jul 2024 · 1 min read परिवार हमारा गीत शब्द शब्द आकाश किरण परिवार हमारा आंखों आंखों ढूंढ रहा हूं प्यार तुम्हारा।। किस्मत के अभिलेखों से अंजान रहा हूं जान बूझ कर भी कितना नादान रहा हूं परम... Hindi · गीत 65 Share Suryakant Dwivedi 29 Jul 2024 · 1 min read जो बरसे न जमकर, वो सावन कैसा जो बरसे न जमकर, वो सावन कैसा जो तरसे न जमकर, वो साजन कैसा मेघों की मणियां, रह तुमको बुलातीं जो भीगे न जमकर, वो आंगन कैसा।। सूर्यकांत Quote Writer 79 Share Suryakant Dwivedi 27 Jul 2024 · 1 min read उदासी की यही कहानी उदासी की यही कहानी टपके बूंदें, बहता पानी रहता कब, सावन का दरिया मेघों की है, यही जवानी।। सूर्यकांत Quote Writer 89 Share Suryakant Dwivedi 22 Jul 2024 · 1 min read मोहल्ला की चीनी मुहल्ले जब से कॉलोनी हुए हैं पता ही नहीं चलता पड़ोसी के घर क्या पका है। पहले कटोरी ले चीनी मांगते थे आये दिन चीनी खत्म हो जाती पड़ोस में... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 85 Share Suryakant Dwivedi 21 Jul 2024 · 1 min read मिलना यह हमारा, सुंदर कृति है मिलना यह हमारा, सुंदर कृति है पढ़ ले इस पीर को, सुंदर कृति है यूं ही नहीं कहते, कैसे हो तुम..? दिल का व्याकरण है, सुंदर कृति है।। सूर्यकांत Quote Writer 100 Share Suryakant Dwivedi 19 Jul 2024 · 1 min read कोई बोले नहीं सुन ले, होता है कब कहां कोई बोले नहीं सुन ले, होता है कब कहां देखा जो हमने मात को, होता है सच यहां पढ़ लेती है हर बात को, अपने अहसास से आई थी वो... Quote Writer 60 Share Suryakant Dwivedi 18 Jul 2024 · 1 min read अपना दर्द छिपाने को अपना दर्द छिपाने को सबका दर्द भुलाने को पढ़ते यूं पीर पराई वाह वाह बस पाने को।। सूर्यकांत Quote Writer 1 82 Share Suryakant Dwivedi 14 Jul 2024 · 1 min read तुमने मुझको कुछ ना समझा तुमने मुझको कुछ ना समझा मैने भी तुमको कब समझा इसी बात पर लड़ी जिंदगी कुछ ना समझा, कुछ ना समझा।। सूर्यकांत Quote Writer 1 71 Share Suryakant Dwivedi 14 Jul 2024 · 1 min read अपने दिल में चोर लिए बैठे हैं अपने दिल में चोर लिए बैठे हैं आंसू आंसू मोर लिए बैठे हैं हँसते हैं तो अंगारे भी हँसते जाने कितना शोर लिए बैठे हैं।। सूर्यकांत Quote Writer 94 Share Suryakant Dwivedi 13 Jul 2024 · 1 min read बहुत कहानी तुमने बोई बहुत कहानी तुमने बोई तुमने ढोई, हमने रोई इतिहासों के शिलालेख पर पलकें झपकीं, आँखें धोई।। करते क्यों हो अब कोलाहल थकी थकी जब आँखें सोई।। सूर्यकांत Quote Writer 1 96 Share Suryakant Dwivedi 12 Jul 2024 · 1 min read जो बरसे न जमकर, वो सावन कैसा जो बरसे न जमकर, वो सावन कैसा जो तरसे न जमकर, वो साजन कैसा मेघों की मणियां, रह तुमको बुलातीं जो भीगे न जमकर, वो आंगन कैसा।। सूर्यकांत Quote Writer 69 Share Suryakant Dwivedi 11 Jul 2024 · 1 min read कलश चांदनी सिर पर छाया कलश चांदनी सिर पर छाया कैसी उसकी अमृत माया ममता का है हर जग आँचल जैसे बादल, अम्बर काया।। सूर्यकांत Quote Writer 78 Share Suryakant Dwivedi 11 Jul 2024 · 1 min read तारों की बारात में तारों की बारात में सपनों की रात में पूछा मां ने, कैसे हो? पाकर इस सौगात में।। सूर्यकांत Quote Writer 1 77 Share Suryakant Dwivedi 9 Jul 2024 · 1 min read बदरी बदरी..! तुम वही तो हो जो कल भी आई थीं मिटा दिया था तुमने खुद को प्रेम में.. उफ़न पड़ी थीं नदियाँ बह गये थे टापू/ शहर एक कपास से... Hindi · कविता 77 Share Suryakant Dwivedi 7 Jul 2024 · 1 min read बदल गई काया सुनो, रहा रूप ना रंग। बदल गई काया सुनो, रहा रूप ना रंग। आंखों में इतिहास है, थर थर कांपे अंग।। देख रहा मैं दूर तक, जीवन का उत्थान ढलता सूरज कह रहा, अभी आत्मा... Quote Writer 110 Share Suryakant Dwivedi 4 Jul 2024 · 1 min read दिल में बहुत रखते हो जी दिल में बहुत रखते हो जी दिल में बहुत कहते हो जी माना तूफां हैं हजारों दिल में बहुत सहते हो जी।। सूर्यकांत Quote Writer 71 Share Suryakant Dwivedi 3 Jul 2024 · 1 min read दोहे दिल से दिल की बात सुन, दिल से कर विश्वास। दिल से बड़ा न बावरा, दिल से बड़ी न आस।। 2 माना मुद्दा है बड़ा, अफवाहें भी तेज़। दिल थामे... Hindi · दोहा 49 Share Suryakant Dwivedi 1 Jul 2024 · 1 min read सुंदर सुंदर कह रहे, सभी यहां पर लोग सुंदर सुंदर कह रहे, सभी यहां पर लोग लेखन तो प्रसाद है, जैसे छप्पन भोग पूनम यह संसार है, पूनम ही उद्गार रखो प्रेम की वीथिका, मत समझो यह रोग।।... Quote Writer 63 Share Suryakant Dwivedi 28 Jun 2024 · 1 min read माना तुम रसखान हो, तुलसी, मीर, कबीर। माना तुम रसखान हो, तुलसी, मीर, कबीर। कलम-कलम की बात है, किसकी क्या तहरीर।। सूर्यकांत Quote Writer 1 60 Share Suryakant Dwivedi 28 Jun 2024 · 1 min read धन, दौलत, यशगान में, समझा जिसे अमीर। धन, दौलत, यशगान में, समझा जिसे अमीर। हाथ पसारे वो चला, बनकर एक फ़कीर।। सूर्यकांत Quote Writer 2 99 Share Suryakant Dwivedi 27 Jun 2024 · 1 min read बूंद बूंद में प्यास है, बूंद बूंद में आस। बूंद बूंद में प्यास है, बूंद बूंद में आस। बूंद बूंद उल्लास है, बूंद बूंद इतिहास। सूर्यकान्त Quote Writer 88 Share Suryakant Dwivedi 26 Jun 2024 · 1 min read धरती सा धीरज रखो, सूरज जैसा तेज। धरती सा धीरज रखो, सूरज जैसा तेज। मन अपना आकाश हो, सागर जैसी सेज।। सूर्यकांत Quote Writer 1 1 100 Share Suryakant Dwivedi 26 Jun 2024 · 1 min read दोहा धरती सा धीरज रखो, सूरज जैसा तेज। मन अपना आकाश हो, सागर जैसी सेज।। सूर्यकांत Hindi · Quote Writer · दोहा 47 Share Suryakant Dwivedi 26 Jun 2024 · 1 min read होते फलित यदि शाप प्यारे होते फलित यदि शाप प्यारे अभिशापों को कौन नकारे बैठा-बैठा सोच रहा मनु देख ले श्रद्धा, धरती- तारे।। सूर्यकांत Quote Writer 3 74 Share Suryakant Dwivedi 24 Jun 2024 · 1 min read दोहे करते सच से सामना, दिल में रखते चोर। देखे अपने पांव को, रोवे आंगन मोर।। 2 कह न सके निज भाव को, बड़े-बड़े उस्ताद। लेते रहे वो उम्र भर, पर... Hindi · दोहा 102 Share Suryakant Dwivedi 24 Jun 2024 · 1 min read करते सच से सामना, दिल में रखते चोर। करते सच से सामना, दिल में रखते चोर। देखे अपने पांव को, रोवे आंगन मोर।। 2 कह न सके निज भाव को, बड़े-बड़े उस्ताद। लेते रहे वो उम्र भर, पर... Quote Writer 56 Share Suryakant Dwivedi 23 Jun 2024 · 1 min read अब न रूप न रंग अब न रूप रहा न रंग धन न दौलत रिश्ते न नाते प्यार न यार शोहरत न नाम कितना बदल गया हूँ न मैं... खूँटी पर टँगे कपड़े कब से... Hindi · कविता 67 Share Suryakant Dwivedi 23 Jun 2024 · 1 min read राजनीतिक योग राजनीतिक योग गहरी साँस लीजिये तीन उंगली आंख पर लगाइये अंगूठे से कान बन्द कीजिये आँख ऐसे बन्द कीजिये कि बाहर का कुछ दिखाई न दे दोनों कान भी इस... Hindi · Satire · हास्य-व्यंग्य 47 Share Suryakant Dwivedi 22 Jun 2024 · 1 min read आँखों में सपनों को लेकर क्या करोगे आँखों में सपनों को लेकर क्या करोगे कुछ बोओगे कुछ काटोगे क्या करोगे कोई न जाने इनकी क्या राम कहानी आँचल में ले टूटे तारे, क्या करोगे।। सूर्यकांत Quote Writer 1 77 Share Suryakant Dwivedi 20 Jun 2024 · 1 min read घनाक्षरी घनाक्षरी मन में उमंग रख, तन में तरंग रख सोच, सोच हर पल, कैसे आगे बढ़ना राम सा चरित रख, कृष्ण सा फलित रख सीख जा रे सीख जा, दुख... Quote Writer 1 69 Share Page 1 Next