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1035 posts
Page 4
माँ
माँ
लक्ष्मी सिंह
माँ की दुआ इस जगत में सबसे बड़ी शक्ति है।
माँ की दुआ इस जगत में सबसे बड़ी शक्ति है।
लक्ष्मी सिंह
दर्पण जब भी देखती खो जाती हूँ मैं।
दर्पण जब भी देखती खो जाती हूँ मैं।
लक्ष्मी सिंह
बचपन
बचपन
लक्ष्मी सिंह
बचपन की अठखेलियाँ
बचपन की अठखेलियाँ
लक्ष्मी सिंह
होठों पर मुस्कान,आँखों में नमी है।
होठों पर मुस्कान,आँखों में नमी है।
लक्ष्मी सिंह
मुझे इश्क से नहीं,झूठ से नफरत है।
मुझे इश्क से नहीं,झूठ से नफरत है।
लक्ष्मी सिंह
आधुनिक बचपन
आधुनिक बचपन
लक्ष्मी सिंह
मौन में भी शोर है।
मौन में भी शोर है।
लक्ष्मी सिंह
कुछ यादें जिन्हें हम भूला नहीं सकते,
कुछ यादें जिन्हें हम भूला नहीं सकते,
लक्ष्मी सिंह
उदासी एक ऐसा जहर है,
उदासी एक ऐसा जहर है,
लक्ष्मी सिंह
मौत के लिए किसी खंज़र की जरूरत नहीं,
मौत के लिए किसी खंज़र की जरूरत नहीं,
लक्ष्मी सिंह
बरसात (विरह)
बरसात (विरह)
लक्ष्मी सिंह
बिन मौसम बरसात
बिन मौसम बरसात
लक्ष्मी सिंह
एक ऐसा मीत हो
एक ऐसा मीत हो
लक्ष्मी सिंह
लिव-इन रिलेशनशिप
लिव-इन रिलेशनशिप
लक्ष्मी सिंह
फकीरी/दीवानों की हस्ती
फकीरी/दीवानों की हस्ती
लक्ष्मी सिंह
होली (विरह)
होली (विरह)
लक्ष्मी सिंह
हम बच्चों की आई होली
हम बच्चों की आई होली
लक्ष्मी सिंह
शिष्टाचार
शिष्टाचार
लक्ष्मी सिंह
जीवन
जीवन
लक्ष्मी सिंह
एक अजब सा सन्नाटा है
एक अजब सा सन्नाटा है
लक्ष्मी सिंह
जले स्नेह का दीप।
जले स्नेह का दीप।
लक्ष्मी सिंह
हाथ माखन होठ बंशी से सजाया आपने।
हाथ माखन होठ बंशी से सजाया आपने।
लक्ष्मी सिंह
चंद्र शीतल आ गया बिखरी गगन में चाँदनी।
चंद्र शीतल आ गया बिखरी गगन में चाँदनी।
लक्ष्मी सिंह
बच्चे थिरक रहे हैं आँगन।
बच्चे थिरक रहे हैं आँगन।
लक्ष्मी सिंह
जब हम छोटे से बच्चे थे।
जब हम छोटे से बच्चे थे।
लक्ष्मी सिंह
बचपन बेटी रूप में
बचपन बेटी रूप में
लक्ष्मी सिंह
कवि के उर में जब भाव भरे
कवि के उर में जब भाव भरे
लक्ष्मी सिंह
गुब्बारा
गुब्बारा
लक्ष्मी सिंह
नारी का क्रोध
नारी का क्रोध
लक्ष्मी सिंह
इतने मधुर बनो जीवन में।
इतने मधुर बनो जीवन में।
लक्ष्मी सिंह
ढ़ूंढ़ रहे जग में कमी
ढ़ूंढ़ रहे जग में कमी
लक्ष्मी सिंह
मोहिनी
मोहिनी
लक्ष्मी सिंह
जन्माष्टमी
जन्माष्टमी
लक्ष्मी सिंह
कृष्ण पधारो आँगना
कृष्ण पधारो आँगना
लक्ष्मी सिंह
पावस
पावस
लक्ष्मी सिंह
पावस की ऐसी रैन सखी
पावस की ऐसी रैन सखी
लक्ष्मी सिंह
अमृत महोत्सव आजादी का
अमृत महोत्सव आजादी का
लक्ष्मी सिंह
शाम सुहानी सावन की
शाम सुहानी सावन की
लक्ष्मी सिंह
तुम न आये मगर..
तुम न आये मगर..
लक्ष्मी सिंह
देखो-देखो आया सावन।
देखो-देखो आया सावन।
लक्ष्मी सिंह
जब सावन का मौसम आता
जब सावन का मौसम आता
लक्ष्मी सिंह
दूर क्षितिज के पार
दूर क्षितिज के पार
लक्ष्मी सिंह
तुम पतझड़ सावन पिया,
तुम पतझड़ सावन पिया,
लक्ष्मी सिंह
भोजन
भोजन
लक्ष्मी सिंह
मेरी प्यारी बूढ़ी नानी ।
मेरी प्यारी बूढ़ी नानी ।
लक्ष्मी सिंह
श्वेतानन सुरपूजिता
श्वेतानन सुरपूजिता
लक्ष्मी सिंह
सरस्वती स्तुति
सरस्वती स्तुति
लक्ष्मी सिंह
ताला
ताला
लक्ष्मी सिंह
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