seema sharma 150 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid seema sharma 17 Nov 2024 · 1 min read *विधा: दोहा *विधा: दोहा *शांत रस* *सृजन शब्द -दिव्य रूप दर्शन मिले, दिव्य रूप दर्शन मिले, आयी प्रभु के द्वार। हाथ जोड़ दासी कहे,अब बरसाओ प्यार।। जीवन संध्या हो चली, सुध लो... 17 Share seema sharma 17 Nov 2024 · 1 min read दोहा *शांत रस* *सृजन शब्द- क्यों भटके मन बावरा* विधा - दोहा क्यों मन भटके बावरा, ईश्वर जब हैं साथ। प्रभु चरणों मे टेक दे,झुक कर अपना माथ।। तेरा मेरा छोड़... 15 Share seema sharma 17 Nov 2024 · 1 min read डमरू घनाक्षरी 8888 डमरू घनाक्षरी नद बह कल- कल, धवल- धवल जल, बढ़ चल पथ पर, थम मत बस चल। असफल कब तक, कर करम अथक, थक कर मत रह, मर मत... 13 Share seema sharma 17 Nov 2024 · 1 min read दोहा *विधा: दोहा *शांत रस* *सृजन शब्द -कंटक सी यह राह है। कंटक सी यह राह है,चुभते लाखों शूल। हाथ पकड़ लो साँवरे, मुझे गए क्यों भूल ।। मोह उठा संसार... 13 Share seema sharma 17 Nov 2024 · 1 min read दोहा *विधा: दोहा *शांत रस* *सृजन शब्द -बैरागी मन* बैरागी मन चाहता, प्रभु चरणों की धूल। हर पल सिमरन मैं करूँ, सकल जगत को भूल।। रिश्ते सारे नाम के, दुख का... 13 Share seema sharma 17 Nov 2024 · 1 min read दोहा *विधा: दोहा *शांत रस* *सृजन शब्द -हृदय सुमन* हृदय सुमन अर्पण करूँ, नाथ करो स्वीकार। नैना दर्शन चाहते, आओ प्रभु इक बार ।। जग की माया झूठ है, साँच तुम्हारा... 13 Share seema sharma 17 Nov 2024 · 1 min read आल्हा छंद सृजन शब्द-रोष आल्हा छंद = चौपाई छंद + चौपई 31 =16+15 पदांत पर गुरु लघु अनिवार्य भगत सिंह ने था ये ठाना, रखनी है भारत की आन। सबक सिखाना अंग्रेजों... 12 Share seema sharma 17 Nov 2024 · 1 min read आल्हा छंद आल्हा छंद = चौपाई छंद + चौपई 31 =16+15 पदांत पर गुरु लघु अनिवार्य सृजन शब्द- कुर्बानी कर्म वीर बांका अलबेला,उसका विक्रम बत्रा नाम, वीर देश का बड़ा निराला,पालमपुर में... 15 Share seema sharma 17 Nov 2024 · 1 min read आल्हा छंद सृजन शब्द-सीमा 16,15 चोपाई+चौपई 4+4+4+4, 4+4+4+21 सीमा पर ही लड़ते-लड़ते, फौजी हो जाते हैं कुर्बान। डटे रहे वो सर्दी गर्मी,आये कितने ही तूफान। आँख दिखाए दुश्मन उनको, ले लेते हैं... 12 Share seema sharma 17 Nov 2024 · 1 min read सजल 1222 1222, 1222,1222 नमन कर आज हिंदी को, गूंथे संस्कार हैं सारे सरल इजहार की भाषा, सजे हैं भाव भी न्यारे । यही पहचान है सबकी,जुबा दिन रात है कहती,... 13 Share seema sharma 17 Nov 2024 · 1 min read डमरू घनाक्षरी घनाक्षरी सफल रहत तब, धरम करम सब सत पथ पर चल, सरस वचन कह। अथक यतन कर, सफल सपन कर, मनस पटल पर, छल बल तज रह। वहम दहन कर,... 12 Share seema sharma 17 Nov 2024 · 1 min read दोहा *विधा - दोहा* *रस - रौद्र रस* तोड़ भरोसा है दिया, था तुम पर अभिमान। पर ओरत के साथ हो, किया प्रेम अपमान।। नयन नीर है बह रहा,आँख क्रोध से... 12 Share seema sharma 17 Nov 2024 · 1 min read सजल सजल 1222,1222, 1222,1222 डराता अक्स अपना ही,नयन हैं खोफ में रहते। बनेंगे और अफसाने, तभी चुपचाप हैं सहते।। सुनाये दर्द भी कैसे, सुनेगा कौन दुनियां में, यहाँ हैं लोग मतलब... 13 Share seema sharma 17 Nov 2024 · 1 min read दोहा दोहा छंद गात बाॅंध हनुमान का, लाये हैं दरबार। उजड़े उपवन हैं सभी, मारा अक्ष कुमार।। हनुमत कहते सुन जरा, रावण को ललकार। लौटा दे सिय राम को, मत कर... 12 Share seema sharma 17 Nov 2024 · 1 min read दोहा दोहा छंद *विषय-धनुष तोड़ने पर परशुराम का क्रोध* सभा सजी है राजसी, सिया स्वयंवर योग। भूप गए सब हारते, करके बल उपयोग।। गुरु की आज्ञा से चले, राम धनुष की... 12 Share seema sharma 17 Nov 2024 · 1 min read सजल सजल 1222,1222, 1222,1222 एक बूढ़ा व्यक्ति तपती धूप में हाँफते हुए रिक्शा पर सवारी खींच रहा है। बदन कमजोर है उसका,बुढ़ापे का सताया है, सवारी खींचता है वो,अयस रिक्शा चलाया... 12 Share seema sharma 17 Nov 2024 · 1 min read सजल सजल-12221222,1222 1222 रस-करुण रस- कुपोषित ओर फटेहाल बच्चा असर है भूख का ऐसा, कटोरा हाथ में आया। सड़क पर भीख माँगता, तनय किसी का जाया।। फटा है चीर तन नंगा,... 12 Share seema sharma 17 Nov 2024 · 1 min read सजल सजल-12221222,1222 1222 कहे है बाप से बेटी, कहाँ से दायजा लाऊँ, करें ये माँग पैसे की,नहीं तो मार मैं खाऊँ। सदा ही सास ताने दे, ससुर भी खार खाते हैं,... 12 Share seema sharma 17 Nov 2024 · 1 min read सजल सजल-12221222,1222 1222 कहे है बाप से बेटी, कहाँ से दायजा लाऊँ, करें ये माँग पैसे की,नहीं तो मार मैं खाऊँ। सदा ही सास ताने दे, ससुर भी खार खाते हैं,... 12 Share seema sharma 17 Nov 2024 · 1 min read सजल सजल *बह्र -- 1222 1222, 1222 1222* *रस-- करुण रस* शीर्षक--वृद्ध माता बहू लाये जो समझ लक्ष्मी, करे दुश्वार है जीना, सजल है नैन माता के, फटा है दर्द से... 12 Share seema sharma 17 Nov 2024 · 1 min read डमरू घनाक्षरी डमरू घनाक्षरी 8 8 8 8 चमक दमक मत , सत कर अवगत, छल बल मत कर, घर कर हर मन। वचन अटल कह, भजन मगन रह, हरदम रब भज,... 10 Share seema sharma 17 Nov 2024 · 1 min read सजल 1222 1222 1222 1222 सजल जवानी जोश में रहती, करे क्या होश की बातें, उसे क्या फर्क पड़ता है, किसी ने प्राण है हारा। बड़ी रफ्तार में गाड़ी, किसी ने... 11 Share seema sharma 17 Nov 2024 · 1 min read सजल 1222 1222 1222 1222 सजल सितम गर आप हो या मैं, किसी दिन फिर बताएंगे। कहा तुम मान लो मेरा, सितारे तोड़ लाएंगे।। जरा तुम आँख भर देखो, मुहब्बतों के... 11 Share seema sharma 17 Nov 2024 · 1 min read सजल सजल-12221222,1222 1222 रस-करुण रस- दृश्य-युद्ध भूमि मिला क्या युद्ध को कर के, जमाना आज है रोता , किसी की जान जाती है,किसी का चैन है खोता। धरा भी लाल हो... 10 Share seema sharma 17 Nov 2024 · 1 min read सजल सजल-1222 1222, 1222 1222 विषय -कुपोषित बालिका, रस-करुण रस- नशे में बाप रहता है,गरीबी राज करती है, निकाले क्षोभ वो अपना,सुता को मार पड़ती है। मिली है यातना क्यों कर,यही... 11 Share seema sharma 17 Nov 2024 · 1 min read सजल *सजल* *खून से लथपथ लड़की* बह्र - 1222-1222, 1222-1222 पड़ी थी खून से लथपथ, मरी लड़की किसी की थी। बसी थी जान उसमें ही, उसी का दाह करवाया।। बने हैं... 11 Share seema sharma 17 Nov 2024 · 1 min read दुमदार दोहे दुमदार दोहा छंद-13,11 विषय -आधुनिक सास रस-हास्य रस रोज देर से है उठे, वो अलबेली सास। बनती ज्यादा तेज है, समझे खुद को खास।। नित्य वो जिम है जाती। बहू... 12 Share seema sharma 17 Nov 2024 · 1 min read अमत्ता घनाक्षरी अमत्ता घनाक्षरी सृजन शब्द-चलन अमन चलन कर, बढ़ सत पथ पर, नफरत मत भर, पकड सुभग ढब। रख शुभ निज मन, मत कर अनबन, सुख भर हर जन, रख कर... 11 Share seema sharma 17 Nov 2024 · 1 min read अमत्ता घनाक्षरी अमत्ता घनाक्षरी 8,8,8,8 सजल नयन जब, हृदय विकल तब, खुश रख तन-मन, भगवन जप कर । पवन सुखद चल, बरस जलद जल, सरस हृदय पर, हर पल सुख भर ।... 10 Share seema sharma 17 Nov 2024 · 1 min read दुमदार दोहे *दुमदार दोहे* हास्य रस* * विषय-पति* पति बेचारा क्या करे, बीबी आयी तेज। कोसे हरदम भाग्य को, कैसे हो मैनेज।। बना है रामू काका । पड़े है करना फाका। सुबह... 11 Share seema sharma 17 Nov 2024 · 1 min read चोपाई छंद गीत चोपाई छंद गीत छोड़ गए हो हमको भाई। घड़ी कठिन वो क्यों कर आई। यही कहीं हो लगता ऐसे। एक हवा का झोंका जैसे। क्यों कर बोलो प्रीत बढाई। घड़ी... 10 Share seema sharma 17 Nov 2024 · 1 min read दुमदार दोहे *दुमदार दोहे* हास्य रस* * विषय-कविताएं* क्यों कविताएं लिख रही,बोलो मेरी जान। सारा दिन ही फोन पे,रहे तुम्हारा ध्यान।। सजन को देखो जाना। जरा तुम दे दो खाना। जहाँ जहाँ... 11 Share seema sharma 17 Nov 2024 · 1 min read दुमदार दोहे दुमदार दोहे हास्य रस सृजन शब्द -रसोई मुझे रसोई बोलती, आजा मेरी जान। आँख खोल अब जाग जा, जल्दी आटा सान।। टिफिन में डालो खाना । स्कूल है बच्चों जाना... 12 Share seema sharma 17 Nov 2024 · 1 min read दुमदार दोहे दुमदार दोहे दुनियां मुझसे ही चले, फिर भी पग जंजीर। अंबर पर हम आ गए, मेरी क्या तक़दीर ।। आँख से आँसू झरते। मुझे क्यों देवी कहते। पूजी जाती आज... 14 Share seema sharma 17 Nov 2024 · 1 min read दुमदार दोहे दुमदार दोहे नए जमाने की प्रिया, मोबाइल से प्यार। इंस्टा की बस फेन है, खुद को समझे स्टार ।। मेकअप खूब लगाती। रात दिन रील बनाती। पति बेचारा रो रहा,... 12 Share seema sharma 17 Nov 2024 · 1 min read दुमदार दोहे दुमदार दोहे बंधन साजन नेह का, बांधे ऐसी डोर। जादू नज़रों का चले, खींचे तेरी ओर।। प्रीत के झरने बहते। आँख में सपने पलते। भक्ति भाव से बाँधते, प्रभु का... 12 Share seema sharma 17 Nov 2024 · 1 min read दुमदार दोहे दुमदार दोहे सृजन शब्द -नेता अनपढ़ हूँ तो क्या हुआ,माने जनता राज । पांच साल में दीखता, हाथ जोड़ना काज।। माल को अंदर करना। घूस खा कर है पलना ।।... 12 Share seema sharma 17 Nov 2024 · 1 min read सरसी छंद चोपाई छंद गीत 16/16 क्या नारी का हाल बनाया। बोलो कैसा युग है आया।। कैसे पढ़ाये लिखाये इनको। लाड़ो से है पाला जिनको।। डर का रहता इन पर साया। बोलो... 12 Share seema sharma 17 Nov 2024 · 1 min read सरसी छंद बस यूँ ही (सरसी छंद) सबको खुशियां देते देते, भूले अपना ध्यान। यूं ही सारा जीवन निकला , नहीं हुआ कुछ ज्ञान।। पुल तारीफों के बांधे सबने, काम लिया भरपूर।... 9 Share seema sharma 17 Nov 2024 · 1 min read सरसी छंद सरसी छंद16/11 संयोग सृजन पंक्ति-प्रथम मिलन यह देवी तुमसे, फुलवारी है खिल के महके, छेड़े कोयल साज। प्रथम मिलन यह देवी तुमसे, हृदय बसी तुम आज।। देखा तुमको जब से... 9 Share seema sharma 17 Nov 2024 · 1 min read सरसी छंद सरसी छंद 16/11 शृंगार-संयोग सृजन पंक्ति-जटा सर्प की माला से मैं। मैं गौरी वो गौरी शंकर,जन्म जन्म का साथ। जटा सर्प की माला से मैं, पूजूँ भोले नाथ।। देख तपस्या... 10 Share seema sharma 17 Nov 2024 · 1 min read सरसी छंद सरसी छंद विषय _छम-छम छमकी पायल जैसे, *शृंगार रस - संयोग ( सरसी छंद गीत 16/11 )* फूल तोड़ने आयी सीता, आये रघुवर बाग। छम-छम छमकी पायल जैसे, गाये कोयल... 11 Share seema sharma 17 Nov 2024 · 1 min read सरसी छंद सरसी छंद16/11 दिल है घायल रहता जाने,छिनता है सूकून इक प्याला है मेरी आत्मा, निचड़ा इसमें खून। लोग दर्द ही देते रहते, हैं लगाते घाव। दिए जख्म हैं लाखों मुझको,... 11 Share seema sharma 17 Nov 2024 · 1 min read सरसी छंद सरसी छंद 16/11 शृंगार-संयोग सृजन पंक्ति-जटा सर्प की माला से मैं। मैं गौरी वो गौरी शंकर,जन्म जन्म का साथ। जटा सर्प की माला से मैं, पूजूँ भोले नाथ।। देख तपस्या... 12 Share seema sharma 17 Nov 2024 · 1 min read सरसी छंद सरसी छंद शृंगार संयोग पुष्प वाटिका राम पधारे फुलवारी का कण कण महके,चंदन जैसी धूल। पुष्प वाटिका राम पधारे, चुन चुन रखते फूल ।। पूजा करने आई सीता, राम मिले... 12 Share seema sharma 17 Nov 2024 · 1 min read सरसी छंद सरसी छंद लौट चलूं में अपने बचपन,छोडूं सारे काज। एक बार फिर दिल है चाहे,चल बन बच्चा आज।। मस्ती में फिर जीवन बीते, अल्हड़ से हो खेल। भूलूँ जग की... 1 10 Share seema sharma 17 Nov 2024 · 1 min read सरसी छंद सरसी छंद सजना के हैं नयन कटीले भोले भाले ये दो नयना, देते गहरी पीर। सजना के हैं नयन कटीले, उर में लगते तीर। नजरें उनकी मुझे बुलाती, बढ़ती प्रेम... 1 11 Share seema sharma 17 Nov 2024 · 1 min read सरसी छंद विषय -गाल गुलाबी लगते मेरे *शृंगार रस - संयोग ( सरसी छंद गीत 16/11 )* पिया मिलन को दौड़ी जाऊँ, छोड़ू सारे काज।। गाल गुलाबी लगते मेरे, यही प्रीत का... 1 1 12 Share seema sharma 17 Nov 2024 · 1 min read चौपाई छंद गीत 🌈🌞🌈🌞🌈🌞🌈🌞🌈 प्रभु क्यों तुम हो मुझे बिसारे चौपाई छंद गीत सिया तुम्हारी राह निहारे। प्रभु क्यों तुम हो मुझे बिसारे ।। भूल हुई क्या भगवन मुझसे । प्रीत लगाई सच्ची... 1 1 11 Share seema sharma 17 Nov 2024 · 1 min read अमत्ता घनाक्षरी अमत्ता घनाक्षरी 8,8,8,8 पवन सुखद चल, बरस जलद जल, सरस हृदय पर, पल पल सुख भर । नमन शिवम कर, उर शिव मह धर, निशि दिन दुख हर, भव चल... 1 1 10 Share Page 1 Next