Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
138 posts
Page 3
पोषण दर्द का
पोषण दर्द का
पंकज परिंदा
हर ज़िल्लत को सहकर हम..!
हर ज़िल्लत को सहकर हम..!
पंकज परिंदा
क़त्ल होंगे तमाम नज़रों से...!
क़त्ल होंगे तमाम नज़रों से...!
पंकज परिंदा
आँखें कुछ ख़फ़ा सी हो गयी हैं,,,!
आँखें कुछ ख़फ़ा सी हो गयी हैं,,,!
पंकज परिंदा
आपके दिल में क्या है बता दीजिए...?
आपके दिल में क्या है बता दीजिए...?
पंकज परिंदा
जन्म जला सा हूँ शायद...!
जन्म जला सा हूँ शायद...!
पंकज परिंदा
लौ मुहब्बत की जलाना चाहता हूँ..!
लौ मुहब्बत की जलाना चाहता हूँ..!
पंकज परिंदा
आखिर तो हूँ एक
आखिर तो हूँ एक "परिंदा"
पंकज परिंदा
देखकर तुम न यूँ अब नकारो मुझे...!
देखकर तुम न यूँ अब नकारो मुझे...!
पंकज परिंदा
काम तुम बेहिसाब कर दो ना,,,!
काम तुम बेहिसाब कर दो ना,,,!
पंकज परिंदा
अब बदला हिंदुस्तान मियां..!
अब बदला हिंदुस्तान मियां..!
पंकज परिंदा
आइना फिर से जोड़ दोगे क्या..?
आइना फिर से जोड़ दोगे क्या..?
पंकज परिंदा
मन के मनके फोड़ा कर...!!
मन के मनके फोड़ा कर...!!
पंकज परिंदा
दुनिया वाले कहते अब दीवाने हैं..!!
दुनिया वाले कहते अब दीवाने हैं..!!
पंकज परिंदा
सबका अपना दाना - पानी.....!!
सबका अपना दाना - पानी.....!!
पंकज परिंदा
नीयत में पैमान मिलेगा।
नीयत में पैमान मिलेगा।
पंकज परिंदा
----- स्वप्न सलौने -----
----- स्वप्न सलौने -----
पंकज परिंदा
बचपन की वो बिसरी यादें...!!
बचपन की वो बिसरी यादें...!!
पंकज परिंदा
ज़िन्दगी..!!
ज़िन्दगी..!!
पंकज परिंदा
मैं
मैं "परिन्दा" हूँ........., ठिकाना चाहिए...!
पंकज परिंदा
कुछ यक्ष प्रश्न हैं मेरे..!!
कुछ यक्ष प्रश्न हैं मेरे..!!
पंकज परिंदा
तेरे साथ गुज़रे वो पल लिख रहा हूँ..!
तेरे साथ गुज़रे वो पल लिख रहा हूँ..!
पंकज परिंदा
आसमां में चाँद...
आसमां में चाँद...
पंकज परिंदा
ज़िन्दगी लाज़वाब,आ तो जा...
ज़िन्दगी लाज़वाब,आ तो जा...
पंकज परिंदा
जख़्म अपने मैं यारो दिखाने चला..!!
जख़्म अपने मैं यारो दिखाने चला..!!
पंकज परिंदा
जपले प्रभु का जाप परिंदे...!!
जपले प्रभु का जाप परिंदे...!!
पंकज परिंदा
इश्क़ मशहूर हो गया साहब..!
इश्क़ मशहूर हो गया साहब..!
पंकज परिंदा
इश्क़ ज़हर.... ओ पागल...!!
इश्क़ ज़हर.... ओ पागल...!!
पंकज परिंदा
सम्भव कैसे मेल सखी...?
सम्भव कैसे मेल सखी...?
पंकज परिंदा
आदमी इंसानियत खोता हुआ..!
आदमी इंसानियत खोता हुआ..!
पंकज परिंदा
जितनी  ज्यादा   चाह  परिंदे।
जितनी ज्यादा चाह परिंदे।
पंकज परिंदा
है गुज़ारिश बख्श दो तक़दीर को..!
है गुज़ारिश बख्श दो तक़दीर को..!
पंकज परिंदा
छोड़ अलस मन चंचल..!
छोड़ अलस मन चंचल..!
पंकज परिंदा
कुछ यक्ष प्रश्न हैं मेरे..!
कुछ यक्ष प्रश्न हैं मेरे..!
पंकज परिंदा
तुम नहीं जी सकोगी हमारे बिना..!
तुम नहीं जी सकोगी हमारे बिना..!
पंकज परिंदा
जीवन
जीवन
पंकज परिंदा
आजकल कुछ सुधार है प्यारे...?
आजकल कुछ सुधार है प्यारे...?
पंकज परिंदा
आज नहीं तो कल निकलेगा..!
आज नहीं तो कल निकलेगा..!
पंकज परिंदा
Page 3
Loading...