Mahender Singh Language: Hindi 831 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Mahender Singh 24 Oct 2024 · 1 min read धर्म और कर्मकांड तुम्हें क्या लगता है, तुम्हारा तथाकथित धर्म आपको बचा लेगा, वह आपकी सुध, बुध से नहीं, आपको कर्मकांड से जोड़ता है .. Hindi 1 169 Share Mahender Singh 23 Oct 2024 · 1 min read भगवता प्रकृति के तांडव को अपनी गनीमत समझो प्रकृति के नृत्य को अपने लिए प्रसाद, तुम खुद को खोज लो, जिसे खोज रहे हो, वह मिले हुआ ही है .।। Hindi 202 Share Mahender Singh 21 Oct 2024 · 1 min read पटकथा कोई आता है कोई जाता है कोई अनजान है किसी को जानना है कोई ईधर की ऊधर अधर पर आई बात, कहने में संकोच करता है, कोई महत्वाकांक्षी व्यक्ति, मिटाने... Hindi 1 192 Share Mahender Singh 16 Oct 2024 · 1 min read विचलित लोग विचलित लोग, सुव्यवस्थित, निर्णायक, विषय के जानकर को, विचलित कर देते है .। ....... एक मरीज चिकित्सक पर, अपनी समस्या को लेकर जाता है, दोनों में संवाद होता है, मगर... Hindi 165 Share Mahender Singh 15 Oct 2024 · 1 min read हरगिज़ नहीं रोक ही लिये जाने चाहिए, नजर दूसरों पर रखने वाले, भ्रमित रहते हैं, भ्रम पैदा करते हैं, न हासिल मुकाम करने वाले, ....... पहुंच जाओगे तुम कैसे,,, इसका पूरा इंतजाम... Hindi 1 2 158 Share Mahender Singh 31 Aug 2024 · 1 min read कल आज और कल कल को जाना, आज को जीना, सुखद कल की चाह, कल आज और कल, .... कल जो बीत गया, पल पल जिसे जीया, क्या खोया, क्या पाया, भविष्य संजोया, .......... Hindi 193 Share Mahender Singh 29 Aug 2024 · 1 min read परख और पारखी लोग दुख भोग रहे हैं, अतीत को ढोह रहे हैं, सुख वर्तमान में है, खोजने की बजाय, मान कर, मान्यताओं में घूसे बैठे हैं .।। ....... स्वाध्याय जरूरी है !... Hindi 355 Share Mahender Singh 11 Aug 2024 · 1 min read आकलन आये थे जो कायनात पर कवायद लिखने, थोडा बेचा अधिक बिक गया देखा सबने. ...... चल छोड़ गाबरू,हांगे की ये सब बात, तू बता कौन डाल-२ , कौन पात पात,,... Hindi 198 Share Mahender Singh 4 Aug 2024 · 1 min read खत और समंवय अतीत के वे किस्से, जिनसे हट सके पर्दे, ख्वाब नहीं वो हकीकत थे, गुलामी जो दे, ....... भूखे को भोजन नहीं,प्यास लगे पानी न दे, मजदूरी बंधवा न करें तो... Hindi 252 Share Mahender Singh 16 Jul 2024 · 1 min read अपनो से भी कोई डरता है हुआ सो हुआ, अपनों से भी, कोई डरता है , अमन चैन सुख शांति के सब मुसाफिर फिर भी क्यों, अखरता है ! ...... क्या मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा क्या, सब... Hindi 203 Share Mahender Singh 14 Jul 2024 · 1 min read पेड़ पौधे और खुशहाली फोटो के बहाने ही सही, एक पौधे की हरियाली, पत्तों के स्पर्श ने हवा ली, ये बात नहीं है ख्याली .। ...... ये रूख दरख़्त सुनो कहानी, फूट आती कोपलें... Hindi 242 Share Mahender Singh 13 Jul 2024 · 1 min read एकमात्र सहारा एक अकेला खड़ा किसके सहारे भरोसे किसी के आग उगलते सूरज की तपन तेज हवाओं के थपेड़े आंधी तूफान में झूले झूल लेता जमीं की गहराई में जमाये जड़ें फल,... Hindi 1 211 Share Mahender Singh 11 Apr 2024 · 1 min read किरदार हो या किरदार हो या किराएदार, संभावनाएं और भी बहुत, जवाबदेह हो या जिम्मेदार, कद्दावर नेता हो या गद्दार. घर घर पहुंचा दो ये खबर, बन जाओ हमारे हमसफर, मगर अकेले तय... Hindi 214 Share Mahender Singh 5 Mar 2024 · 1 min read तंद्रा तोड़ दो सिमट जाया करो, खुद ही खुदी में, बहती धार मिले या शुष्क धरातल . कच्छप हो तुम, तैर जाओ जल में, शुष्क धरातल हो, समाधि हो जाओ. इंद्रियों सिमट जाओ,... Hindi 239 Share Mahender Singh 5 Mar 2024 · 1 min read एक झलक मिलती एक झलक मिलती भले चांदनी नहीं , अंधेरी होती, देखने को आंखें होती आंखें नहीं होती तब भी सुनने में आती, . हर जगह चर्चा यही होती .. एक झलक... Hindi 1 263 Share Mahender Singh 5 Feb 2024 · 1 min read यादों की किताब पर खिताब खिताब जीतने के लिए ही सही लिखा तो *स्टार के लिए ही सही, चाहे प्रोत्साहन सिक्कों के लिए ही सही, . देखा एक बिन्दु को, ही सही, दो बिंदुओं के... Hindi 274 Share Mahender Singh 28 Jan 2024 · 1 min read आंखन तिमिर बढ़ा, आंखन तिमिर बढ़ा, बाल हुए सफेद, चमडी पर छाई पड़ी, कहते फिरे वेद. . जाता है तो जा अजगर, घोर किये अपराध, थोथे गाल बहुत बजाए, कह गये समसाध, .... Hindi · Quote Writer 485 Share Mahender Singh 15 Jan 2024 · 1 min read ठिठुरन ये सिहरन ठिठुरन यह सिकुड़ते लोग अहं की दहलीज प्रेम प्यार से दूरी इंसानियत के लिए फंदे तो नहीं कहीं मंथन नहीं न ही मनन कौन कहे मनुष्य, शर्मसार मनुष्यता,... Hindi 641 Share Mahender Singh 15 Jan 2024 · 1 min read प्राण प्रतिष्ठा मन भेद विभिन्नताओं को दर्शाता है, मन विचारों का उद् भव स्त्रोत है, बुद्धि ज्ञान का संग्रह स्थल है, विचार मंथन सचेतन अवस्था है, अवचेतन मन वह संग्रहालय है, जिसमें... Hindi 1 586 Share Mahender Singh 13 Jan 2024 · 1 min read अनजान दीवार कोई दीवार अनजान कैसे हो सकती है ! प्रकृति कोई दीवार रेखा खिंचती। नहीं ! . जो है वे सब काल्पनिक, इस धरा पर पर्वत मालायें है, जीवन है जहां... Hindi 508 Share Mahender Singh 12 Jan 2024 · 1 min read न्याय तो वो होता न्याय तो , वो होता सब साथ मिलकर लड़े थे, अंग्रेजी हुकूमत से, हम बसे है, उनकी भी बसासत होती, उनके स्मारक, हम सबके है. गर हम हिंद के वासी,... Hindi 495 Share Mahender Singh 11 Jan 2024 · 1 min read बिन अनुभव कैसा विश्वास जैसे ही उसने, जेब में हाथ अपना डाला, तुरंत पकडते हुए .... मैं बोला ! मैंने पहचान लिया !! आगे पडताल पुलिस करेगी . वो बोला बाबू जी ! पुलिस... Hindi 291 Share Mahender Singh 7 Jan 2024 · 1 min read अर्जक रह लेता बिन राम, रहमान बिन, वे साकार हैं, मूर्त, तलाश मेरी, उस अमूर्त निराकार जो धड़कन है, स्व-सत्ता खुद ही पास, वह खिलता है, वह सृजन है, वह पालक,... Hindi 570 Share Mahender Singh 3 Jan 2024 · 1 min read बुदबुदा कर तो देखो बुदबुदा कर तो देखो, एक नई कहानी एक नई कहानी, न बन जाये तो कहना लाख लगा दो पहरे, ये दिल्लगी, "बारिश के बहाने, हो कर रहेगी, उठती है अक्सर,... Hindi 1 512 Share Mahender Singh 2 Jan 2024 · 1 min read अर्थव्यवस्था और देश की हालात वर्तमान में समसामयिक घटना-चक्र को समझने और समझाने के लिए :- बढ़िया संपादकीय,, फिलहाल देश में एक ऐसी भीड़ मौजूद है, जो सुनने / सुनाने के लिए तैयार नहीं है.... Hindi 526 Share Mahender Singh 1 Jan 2024 · 1 min read शुभ् कामना मंगलकामनाएं ऋतुओं की पुनरावृत्ति का नाम नव-वर्ष मन्नत मांगने की आदतें पालते नहीं, हठ करना क्यों, व्यवहार शुद्धि ही सही सहज कला स्वयं सृजन, पैदा करती है . व्यर्थ के संकल्प... Hindi 670 Share Mahender Singh 28 Dec 2023 · 1 min read रहस्य-दर्शन छुपे हुआ ओझल नहीं छंट गये बादल तमस न हटे संभव नहीं, बंद आंखें, धोखे तो नही, देखा है हिम्मत नहीं तथ्य रोचक भौचक्के क्यों ! बुद्धि है, प्रयोग नहीं,... Hindi 315 Share Mahender Singh 27 Dec 2023 · 1 min read मी ठू ( मैं हूँ ना ) भाजपा का काम हो जाओ कंगाल, मध्यवर्ग भले न बजाए थोथे गाल .. करती रहेगा ऐसे ही लाखों कमाल, विदेशी कर्ज बढ़ गया, न पूछे सवाल, अन्यथा खड़े हो जायेगा... Hindi 237 Share Mahender Singh 26 Dec 2023 · 1 min read जिम्मेदारी कौन तय करेगा सरकार के पास खुद के data है नहीं . वैश्विक स्तर के निरीक्षण को मंजूरी नहीं है, छप्पर फाड़ G.S.T संग्रह को काबिलियत समझते हैं, किसी केंद्रीय मंत्री की जिम्मेदारी... Hindi 623 Share Mahender Singh 23 Dec 2023 · 1 min read एक तो धर्म की ओढनी एक तो धर्म की ओढनी ऊपर से राजनीतिक छोंक . दोहरी शक्ति का समावेश मिलते नहीं कहीं अवशेष, . तोड़ कर अपनी भाव भंगिमा, महावीर गौतम भंगनवान हुए. . बिछा... Hindi 340 Share Previous Page 2 Next