Vaishnavi Gupta (Vaishu) 162 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 4 Vaishnavi Gupta (Vaishu) 29 Jul 2022 · 1 min read अमावस के जैसा अंधेरा है इस दिल में, अमावस के जैसा अंधेरा है इस दिल में, पूनम के जैसी रोशनी है तुम्हारी, समंदर के जैसे मझधार है इस दिल में, सहारे के जैसी कस्ती है तुम्हारी, मुझमे हर... Hindi 3 2 260 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 28 Jul 2022 · 1 min read ✍️न जाने वो कौन से गुनाहों की सज़ा दे रहा है, ✍️न जाने वो कौन से गुनाहों की सज़ा दे रहा है, रात से सुबह हो गई दिल अब भी सिसकियां ले रहा है। Hindi 5 4 354 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 28 Jul 2022 · 1 min read नाराज़ होकर नाराग़ज़ी से मेरी, नाराज़ होकर नाराग़ज़ी से मेरी, उसने मुँह मोड़ लिया, मैंने हाथ छुड़ाने की कोशिश क्या की, उसने झट से हाथ छोड़ दिया। ✍️वैष्णवी गुप्ता कौशांबी Hindi 5 6 186 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 26 Jul 2022 · 1 min read ✍️रात का माहौल✍️ आज रात बहुत घनी लग रही है, चारों तरफ निस्तबता मानो सब कहीं चले गए हो, इस सन्नाटे मे सिर्फ़ एक आवाज़, पत्तों के टकराने की, हवा की गति तेज... Hindi 3 4 197 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 26 Jul 2022 · 1 min read वक़्त ✍️ तेरे कदमो में सितारे बिछाने को, मैं अपनी ज़मी दे दू, काश कभी तू वक़्त मांगे, और मैं पूरी ज़िंदगी दे दू। ✍️वैष्णवी गुप्ता कौशांबी Hindi 3 4 119 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 24 Jul 2022 · 1 min read गिरती रही मैं राहों में उन्होंने संभाला हैं मुझे, गिरती रही मैं राहों में उन्होंने संभाला हैं मुझे, ज़िंदगी की हर मुसीबत से बाहर निकाला हैं मुझे, कहते तो सभी हैं हम तुम्हारे अपने हैं, पर ज़िंदगी ने सिखा... Hindi 4 4 153 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 22 Jul 2022 · 1 min read किससे किस लहजे मे बात करनी है, किससे किस लहजे मे बात करनी है, हम बखूबी जानते है, अपनो मे कितने अपने है, अच्छे से पहचानते है। -वैष्णवी गुप्ता कौशांबी Hindi · कविता 3 4 342 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 26 Apr 2022 · 1 min read सिर्फ तुम्हारे हैं ना जाने कितने दिन तेरे बिना गुज़ारे हैं, हर लम्हा तेरी यादों के सहारे हैं, किसी गलतफहमी में मत रहना मेरी जान, तुमसे दूर होकर भी हम सिर्फ तुम्हारे हैं,... Hindi · कविता 6 10 214 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 25 Apr 2022 · 1 min read मेरे पापा मैंने रब से ख्वाहिश की, जिसे पूरा किया मेरे पापा ने, मैंने चलने की कोशिश की, मुझे रास्ता दिया मेरे पापा ने, मैंने उड़ने की कोशिश की, मुझे आसमाँ दिया... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 13 16 413 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 23 Apr 2022 · 1 min read सीख लिया है हारती हुई बाज़ी को जीत जाना सीख लिया हैं हमने, हारती हुई बाज़ी को जीत जाना सीख लिया हैं हमने, अब कोई कितना भी दिल दुखाए, हंसकर गम भुलाना सीख... Hindi · कविता 11 8 369 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 19 Apr 2022 · 1 min read जादूगर...... एक जादूगर की कहानी उसकी परी की ज़ुबानी, एक प्यारी सी परी थी एक जादूगर के पास, वह उसके लिया थी बेहद खास, रोज़ सुबह वह उसे जगाता, खुले आसमां... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 17 16 802 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 19 Apr 2022 · 1 min read कुछ कहना है.. पापा आपसे कुछ कहना है बात सुनेंगे क्या, कुछ वक़्त चाहिये आपका साथ चलेंगे क्या, बहुत कुछ कहना चाहती हुँ पर नहीं कह पाती क्यों क्युंकि डरती हुँ आपसे, बहुत... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 23 18 901 Share Previous Page 4