VINOD CHAUHAN Tag: V9द चौहान 248 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 4 Next VINOD CHAUHAN 14 Jun 2023 · 1 min read मैं तो महज संसार हूँ मैं तो महज संसार हूँ मैं तो महज संसार हूँ जीव-जंतु हैं जो आए सारे मुझमे हैं समाए मैं तो महज संसार हूँ आते हैं सब जाते हैं मुझे यही... Poetry Writing Challenge · V9द चौहान · कविता 2 221 Share VINOD CHAUHAN 14 Jun 2023 · 1 min read मैं तो महज आईना हूँ मैं तो महज आईना हूँ चेहरे दिखलाता हूँ सच्च ही बताता हूँ मैं तो महज आईना हूँ मेरा शौंक सभी को मैं हूँ भाता सभी को मैं तो महज आईना... Poetry Writing Challenge · V9द चौहान · कविता 3 155 Share VINOD CHAUHAN 14 Jun 2023 · 1 min read मैं तो महज तकदीर हूँ मैं तो महज तकदीर हूँ किसी की मैं अच्छी हूँ मैं किसी की बुरी मैं तो महज तकदीर हूँ मेहनत से बदल जाऊँ रूठूँ ऐसी हाथ न आऊँ मैं तो... Poetry Writing Challenge · V9द चौहान · कविता 2 515 Share VINOD CHAUHAN 14 Jun 2023 · 1 min read मैं तो महज इंसान हूँ मैं तो महज इंसान हूँ मेरा वजूद क्या है पानी है कि हवा है मैं तो महज इंसान हूँ माटी का पुतला हूँ घमंड ने कुचला हूँ मैं तो महज... Poetry Writing Challenge · V9द चौहान · कविता 2 341 Share VINOD CHAUHAN 14 Jun 2023 · 1 min read मैं तो महज एक नाम हूँ मैं तो महज एक नाम हूँ अल्लाह कहो यशु कहो राम चाहे वाहेगुरू कहो मैं तो महज एक नाम हूँ धर्मों में मैने बाँटा नहीं है भेद कोई छाँटा नहीं... Poetry Writing Challenge · V9द चौहान · कविता 3 415 Share VINOD CHAUHAN 14 Jun 2023 · 1 min read मैं तूफान हूँ जिधर से गुजर जाऊँगा मैं तूफान हूँ जिधर से गुजर जाऊँगा बस तबाही का मंजर मैं कर जाऊँगा ढ़ूंढोगे निशां पर मिलेंगे कहाँ तोड़कर सब कुछ मैं यूँ बिखर जाऊँगा मैं तूफान हूँ............ मैं... Poetry Writing Challenge · V9द चौहान · कविता 2 164 Share VINOD CHAUHAN 14 Jun 2023 · 1 min read सागर से अथाह और बेपनाह सागर से अथाह और बेपनाह भला कौन होगा सागर से बड़ा इतना गहरा पड़ा भला कौन होगा बस एक ही कमी का ये मारा है पानी मीठा नहीं इसका खारा... Poetry Writing Challenge · V9द चौहान · कविता 2 280 Share VINOD CHAUHAN 14 Jun 2023 · 1 min read अधखिला फूल निहार रहा है अधखिला फूल निहार रहा है जीवन को जैसे निखार रहा है जीवन को जैसे........ सवेरा हुआ जब लगा लहराने कलियों के संग लगा मुस्कुराने ख्वाबों को दिल में उतार रहा... Poetry Writing Challenge · V9द चौहान · कविता 2 226 Share VINOD CHAUHAN 14 Jun 2023 · 1 min read सफर अंजान राही नादान सफर अंजान राही नादान मंजिल हो पास तो भी दिल क्या करे सफर......... हमसफर भी नहीं रहगुजर भी नहीं मंजिल हो पास तो भी दिल क्या करे सफर.......... न कोई... Poetry Writing Challenge · V9द चौहान · कविता 2 410 Share VINOD CHAUHAN 13 Jun 2023 · 1 min read मैं तो महज एक माँ हूँ मैं तो महज एक माँ हूँ कहीं छाँव सी कहीं नाँव सी मैं तो महज एक माँ हूँ सुंदर या बदसूरत हूँ मैं ममता की मूरत हूँ मैं तो महज... Poetry Writing Challenge · V9द चौहान · कविता 3 277 Share VINOD CHAUHAN 13 Jun 2023 · 1 min read मैं तो महज आग हूँ मैं तो महज आग हूँ कभी मन में लगी कभी तन में लगी मैं तो महज आग हूँ कभी नफरत की कभी हसरत की मैं तो महज आग हूँ घर... Poetry Writing Challenge · V9द चौहान · कविता 3 281 Share VINOD CHAUHAN 13 Jun 2023 · 1 min read मैं तो महज नीर हूँ मैं तो महज नीर हूँ कहीं बर्फ सफेद मैं कहीं बरसता मेघ मैं मैं तो महज नीर हूँ सागर मैं अथाह हूं फिर भी मैं चाह हूँ मैं तो महज... Poetry Writing Challenge · V9द चौहान · कविता 2 174 Share VINOD CHAUHAN 13 Jun 2023 · 1 min read मैं तो महज शमशान हूँ मैं तो महज शमशान हूँ अमीर का गरीब का राजा या फकीर का मैं तो कब्रिस्तान हूँ मैं तो महज शमशान हूँ जिंदगी की दौड़ में पड़ा हूँ एक छोर... Poetry Writing Challenge · V9द चौहान · कविता 4 231 Share VINOD CHAUHAN 13 Jun 2023 · 1 min read मैं तो महज संघर्ष हूँ मैं तो महज संघर्ष हूँ कहीं राज का कहीं ताज का मैं तो महज संघर्ष हूँ कभी जिंदगी में कभी मौत से मैं तो महज संघर्ष हूँ या दुश्मनों से... Poetry Writing Challenge · V9द चौहान · कविता 4 277 Share VINOD CHAUHAN 13 Jun 2023 · 1 min read मैं तो महज पहचान हूँ मैं तो महज पहचान हूँ गूंगे की बहरे की दुल्हे के सेहरे सी मैं तो महज पहचान हूँ महकता सा पर्व मैं हर किसी का गर्व मैं मैं तो महज... Poetry Writing Challenge · V9द चौहान · कविता 3 194 Share VINOD CHAUHAN 13 Jun 2023 · 1 min read मैं तो महज इत्तिफ़ाक़ हूँ मैं तो महज इत्तिफ़ाक़ हूँ हर रोज की मैं बात हूँ वियोग हूँ मुलाकात हूँ मैं तो महज इत्तिफ़ाक़ हूँ जिंदगी की राहों में आ जाऊँ मैं बाहों में मैं... Poetry Writing Challenge · V9द चौहान · कविता 3 183 Share VINOD CHAUHAN 13 Jun 2023 · 1 min read मैं तो महज आवाज हूँ मैं तो महज आवाज हूँ कभी अपनों की कभी सपनें की मैं तो महज आवाज हूँ दूर तक मैं गुंजती ठोर कोई मैं ढूंढती मैं तो महज आवाज हूँ फड़फड़ाते... Poetry Writing Challenge · V9द चौहान · कविता 2 167 Share VINOD CHAUHAN 13 Jun 2023 · 1 min read मैं तो महज वक्त हूँ मैं तो महज एक वक्त हूँ कहीं समय का फेर हूँ कहीं घड़ी भर देर हूँ मैं तो महज एक वक्त हूँ न कोई सीमा मेरी न कोई गरीमा मेरी... Poetry Writing Challenge · V9द चौहान · कविता 3 289 Share VINOD CHAUHAN 13 Jun 2023 · 1 min read मैं तो महज एहसास हूँ मैं तो महज एहसास हूँ कभी अपनों सा कभी सपनों सा मैं तो महज एहसास हूँ दिल में सुकून सा मन में जुनून सा मैं तो महज एहसास हूँ दबी... Poetry Writing Challenge · V9द चौहान · कविता 3 224 Share VINOD CHAUHAN 31 May 2023 · 2 min read कौआ और कोयल ( दोस्ती ) एक बार की बात है एक बाग में सभी पक्षी अपनी मधुर आवाज से वातावरण में मिश्री घोल रहे थे । तभी उऩ्हे एक कर्कश आवाज सुनाई दी । उन्होंने... दोस्ती- कहानी प्रतियोगिता · V9द चौहान · कहानी 7 338 Share VINOD CHAUHAN 31 May 2023 · 2 min read कौआ और कोयल (दोस्ती) एक बार की बात है, एक बाग में सभी पक्षी अपनी अपनी मधुर आवाज से वातावरण में मिश्री घोल रहे थे। तभी कहीं से एक कर्कश आवाज आई । सभी... Hindi · V9द चौहान · कहानी 2 565 Share VINOD CHAUHAN 31 Jan 2023 · 1 min read इश्क़ का दस्तूर इश्क़ बदनाम है पर इश्क़ मसहूर है देखो इश्क़ बदनाम है पर इश्क़ का दस्तूर है देखो आशिकी करते हैं पर कोई दिखाता नहीं हर कोई आशिक है पर कोई... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 3 168 Share VINOD CHAUHAN 30 Jan 2023 · 1 min read फ़रियाद पहली फ़रियाद भी तुम आखिरी फरियाद भी तुम कल भी तो याद थे तुम आज भी हमें याद हो तुम पहली फ़रियाद..................... तुमको देखा तो लगा जैसे जिंदगी हो गई... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 2 213 Share VINOD CHAUHAN 16 Jan 2023 · 1 min read मजबूर दिल की ये आरजू मजबूर दिल की ये आरजू बस आरजू ही रह गई बेकसूर दिल की ये आरजू अश्क बनकर बह गई मजबूर दिल...........…... उधर वो चले इधर हम चले ना वो ही... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 2 325 Share VINOD CHAUHAN 16 Jan 2023 · 1 min read दो कदम साथ चलो हमसफर तुमको बना लूँ ग़र दो कदम साथ चलो अपनी पलकों पे बिठा लूँ ग़र दो कदम साथ चलो हमसफर तुमको बना लूँ................... मुश्किल सफर ये जिंदगी का यूँ आसान... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 2 437 Share VINOD CHAUHAN 16 Jan 2023 · 1 min read तिल,गुड़ और पतंग तिल,गुड़ और पतंग की रिवाज है लुभाती बहुत ये सभी को आज है तिल,गुड़................ छोटे-बड़े ये सब चाव से खाते हैं लेकर पतंग छत पर चढ़ जाते हैं तिल,गुड़................ चारों... Hindi · V9द चौहान · कविता 2 608 Share VINOD CHAUHAN 14 Jan 2023 · 1 min read कैसे तेरा दीदार करूँ कम्बख़्त पर्दा है कैसे तेरा दीदार करूँ जरा सा पर्दा हट जाए तो मैं दीदार करूँ जरा सा पर्दा................ मैने मोहब्बत की है खुदा कसम तुझसे मुझे बता कब तलक... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 2 258 Share VINOD CHAUHAN 14 Jan 2023 · 1 min read ये हवाएँ जाने क्यों बदहवाश हैं ये हवाएँ कैसा रूठा सा कयास हैं ये हवाएँ समेटना चाहा कई बार हमने इन्हे जैसे बिखरा अहसास हैं ये हवाएँ जैसे बिखरा............... खुशबू लिए हैं... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 2 362 Share VINOD CHAUHAN 10 Jan 2023 · 1 min read सब्र रख सब्र रख सच्च है क्या तुम जान जाओगे मैं जो कहता हूँ खुदा कसम मान जाओगे न तेरा दिल होगा न जिस्म बस राख होगी तूँ सूरत पर न इतरा... Hindi · V9द चौहान · कविता 3 301 Share VINOD CHAUHAN 6 Jan 2023 · 1 min read हर आईना मुझे ही दिखाता है हर आईना हमेशा मुझे ही दिखाता है जिसमें देखूँ मेरा अक्स नजर आता है कोई दिखाता है मुझको ये सूरत मेरी हाल-ए-दिल कोई कभी नहीं सुनाता है कोई दिखाता है... Hindi · V9द चौहान · गीतिका 3 2 591 Share VINOD CHAUHAN 9 Nov 2022 · 1 min read तुमको पाकर जानें हम अधूरे क्यों हैं ख़्वाहिश झूठी ख्वाब अधूरे क्यों हैं तुमको पाकर जानें हम अधूरे क्यों हैं तुमसे मिलकर भी अजनबी हैं हुए मेरे हमराज मेरे हमदम अधूरे क्यों हैं नहीं सजती मेरे दिल... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 3 227 Share VINOD CHAUHAN 8 Nov 2022 · 1 min read खुशबू बनके हर दिशा बिखर जाना है क्या पता कौन दिशा में किसे जाना है किसी को इधर किसी को उधर जाना है तुम सूरज नहीं हो और हम चँदा नहीं कौन देखे दिशा हमको किधर जाना... Hindi · Daily Writing Challenge · V9द चौहान 7 390 Share VINOD CHAUHAN 13 Oct 2022 · 1 min read तन्हाँ-तन्हाँ सफ़र तन्हाँ-तन्हाँ सफर डराता है हमें बिन तुम्हारे कुछ न भाता है हमें तन्हाँ-तन्हाँ सफ़र.................. यूँ तो पहले भी हम अकेले थे अब अकेले न चैन आता है हमें तन्हाँ-तन्हाँ सफ़र..................... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 6 4 218 Share VINOD CHAUHAN 13 Oct 2022 · 1 min read सदा सुहागन रहो सदा सुहागन रहो दुआ करते हैं ये व्रत सफल रहे दुआ करते हैं सदा सुहागन रहो................ तुम प्रीत हो तुम ही प्यार सुनो तुम पर कितना एतबार सुनो सदा सुहागन... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 4 2 817 Share VINOD CHAUHAN 13 Oct 2022 · 1 min read बेताब दिल बेताब दिल धड़कता है बस तुम्हारे ही नाम से बस तूँ मिल जाए करना है क्या सारे जहान से बेताब दिल धड़कता है कोई कुछ कहे कहता रहे कोई फिक्र... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 4 445 Share VINOD CHAUHAN 12 Oct 2022 · 1 min read करवा चौथ ये आ गया फिर करवा चौथ सुहाग की निशानी का लम्बी उम्र पतियों की हो पत्नियों की मेहरबानी का ये आ गया फिर करवा चौथ..…....................... दिन भर रहें भूखी सभी... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 3 227 Share VINOD CHAUHAN 10 Oct 2022 · 1 min read एक रात का मुसाफ़िर एक रात का मुसाफ़िर यूँ आकर चला गया वो आया और दिल की लगाकर चला गया एक रात का मुसाफ़िर............ पहली नजर में ही उनको चाहने लगे थे हम खयालों... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 5 464 Share VINOD CHAUHAN 9 Oct 2022 · 1 min read कितने सावन बीते हैं कितने सावन बीते हैं यूँ उनके इंतजार में कितने सावन बीते हैं भीगे हमें फुहार में ना वो आए ना ही कोई खबर होता नहीं है अब दिल में सब्र... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 3 200 Share VINOD CHAUHAN 9 Oct 2022 · 1 min read आज फिर इन आँखों में आँसू क्यों हैं आज फिर इन आँखों में आँसू क्यों हैं आज फिर इन .............. फिर हमें याद आ रहे हैं वो बीते लम्हे दिल मेरा तड़पा रहे हैं वही बीते लम्हे आज... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 3 217 Share VINOD CHAUHAN 4 Oct 2022 · 1 min read तुम्हारी शोख़ अदाएं तुम्हारी शोख़ अदाएं खुदा बचाए हमें तुम्हारी शोख़ अदाएं.................... मृग से नयना तुम्हारे बहुत निराले हैं इन्ही से दिल में हमारे हुए उजाले हैं ये दिल पे तीर चलाएं खुदा... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 4 224 Share VINOD CHAUHAN 30 Sep 2022 · 1 min read रूठे रूठे से हुजूर रूठे रूठे से हुजूर यूँ चले जाते हैं क्या पता क्या खता हुई है हमसे न वो बताते हैं न हम जान पाते हैं सामने रहकर भी वो करते नहीं... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 4 341 Share VINOD CHAUHAN 30 Sep 2022 · 1 min read वक्त गर साथ देता वक्त गर साथ देता अंधेरे भी उजाले होते वक्त गर साथ देता हमने गम न पाले होते कुछ को मिल जाता है बिन मांगे कुछ को हक भी न मिले... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 4 317 Share VINOD CHAUHAN 29 Sep 2022 · 1 min read कोई कह दे क्यों मजबूर हुए हम कोई कह दे क्यों मजबूर हुए हम एक दूजे से क्यों ऐसे दूर हुए हम कोई कह दे क्यों................. जान बाकि है मगर जिंदगी नहीं चाह जिंदगी की खो गई... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 5 316 Share VINOD CHAUHAN 26 Sep 2022 · 1 min read प्यार जताना न आया अफ़सोस है कि प्यार जताना न आया हमे अफ़सोस है कि हमने क्यों न मनाया तुम्हे अफ़सोस है कि प्यार जताना हैं तन्हाँ अभी हम पहले कभी ऐसा न हुआ... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 5 582 Share VINOD CHAUHAN 20 Sep 2022 · 1 min read मगर अब मैं शब्दों को निगलने लगा हूँ जमाने के रंगों में मैं यूँ ढ़लने लगा हूँ । न चाहकर भी खुद को बदलने लगा हूँ ।। कभी सोचा था जिन राहों पे चलना । जाने क्यों उन्ही... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 8 4 255 Share VINOD CHAUHAN 20 Sep 2022 · 1 min read मैं ख़ुद से बे-ख़बर मुझको जमाना जो भी कहे लोग कहते हैं लो वो पागल वो दिवाना आया मैं ख़ुद से बे-ख़बर मुझको जमाना जो भी कहे लोग कहते हैं.............. तेरी दिवानगी में कुछ ऐसी ही हालत है मेरी... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 3 171 Share VINOD CHAUHAN 18 Sep 2022 · 1 min read ये संगम दिलों का इबादत हो जैसे ये संगम दिलों का इबादत हो जैसे ये संगम ना हो तो मोहब्बत हो कैसे ये संगम दिलों का...................... तेरे-मेरे दिल की ये कहानी नहीं है कयामत तलक भी रवानी... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 2 224 Share VINOD CHAUHAN 15 Sep 2022 · 1 min read तेरी बाहों के घेरे कहाँ जाएँ कहाँ जाएँ बता अ दिलबर मेरे मेरी तो जिंदगी हैं तेरी बाहों के घेरे तेरे बिन जिंदगी ये जिंदगी तो नहीं है तुम्ही को पूजा हमने तूँ ही... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 3 2 354 Share VINOD CHAUHAN 15 Sep 2022 · 1 min read फ़साने तेरे-मेरे फ़साने तेरे-मेरे ये तन्हाँ दिल जलाते हैं फ़साने तेरे-मेरे ये दर्द-ए-दिल जगाते हैं मै सोचूँ मैं ही तन्हाँ हूँ पर देखा तो है चाँद भी तन्हाँ तन्हाँ चाँद से तन्हाई... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 3 189 Share VINOD CHAUHAN 14 Sep 2022 · 1 min read हिंदी से सीखा है हमने हिंदी से सीखा है हमने ये जीवन का व्यवहार हिंदी से सीखा है हमने ये जीवन में सदाचार हिंदी देन है ये पुर्खों की हिंदी से गहरा नाता है हिंदी... Hindi · V9द चौहान · कविता 4 444 Share Previous Page 4 Next