Anamika Singh Language: Hindi 379 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 4 Next Anamika Singh 6 Jul 2022 · 1 min read मैं पुकारती रही मैं तुम्हें पुकारती रही और तुम मुह मोड़ कर निकल गए। मैं इंतजार में रही खड़ी और तुम बहुत दूर निकल गए। ज़्यादा कुछ नही मांगी थी तुमसे मांगा था... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 256 Share Anamika Singh 6 Jul 2022 · 1 min read दिल ने आज दिल ने पुरानी जख्मों से हाथ जोड़कर फरियाद किया है मत आए अब वह हमारी जिन्दगी में वह मेरा गुजरा पल बनकर ही रहे। न दस्तक दे दिल पर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 223 Share Anamika Singh 5 Jul 2022 · 1 min read कृपा कर दो ईश्वर ईश्वर करे इस जहां कोई गम न रह जाएँ हर जगह खुशी बिखरे और हर चेहरा मुस्कुराए न तम भरा हो किसी मन मे और न दर्द कही रह जाएँ।... Hindi · मुक्तक 4 2 373 Share Anamika Singh 5 Jul 2022 · 3 min read जब मर्यादा टूटता है। आज में एक ऐसी कहानी लिखने जा रही हूँ।जिसकी न शुरूआत सही थी और न ही अंत। क्योकि इस कहानी की शुरूआत प्यार पर नही बल्कि हवस पर टिकी हुई... Hindi · कहानी 4 295 Share Anamika Singh 5 Jul 2022 · 1 min read लेखनी मैनें दर्द को अपनी लेखनी बनाया ताकि जब चाहूँ मै दर्द को मिटा सकूं और जब चाहूँ तो मै दर्द को फाड़कर हटा सकू। ~अनामिका Hindi · मुक्तक 5 4 552 Share Anamika Singh 5 Jul 2022 · 1 min read देश के नौजवानों देश के मेरे नौजवानों सुन लो मेरी बात , दुश्मन छुपा हुआ है घर मे लगाकर अपना घात। चाह रहा है आपस में लड़वाना हमारी एकता में मतभेद लाना। तरह-तरह... Hindi · कविता 8 8 367 Share Anamika Singh 5 Jul 2022 · 1 min read जीवन और दर्द मैने अपने जीवन में दर्द को कलमों से आगे आने न दिया लाख कोशिश करती रही मेरे जीवन मै आने के लिए पर मैंने भी उसको पन्नो पर लिख कर... Hindi · मुक्तक 3 6 739 Share Anamika Singh 4 Jul 2022 · 1 min read तकदीर तकदीर ने भी कैसा खेल दिया मुझे खेलने को आँसु के साथ बोला मुझे आंख-मिचौली खेलने को। ~अनामिका Hindi · शेर 3 2 285 Share Anamika Singh 4 Jul 2022 · 1 min read हर किसी की बात नही किसी को पंसद कर लेना किसी का पंसद बन जाना बड़ा ही आसान होता है पर उस पंसद को जीवन भर निभाना और उस पंसद के साथ टिक कर रह... Hindi · मुक्तक 4 4 256 Share Anamika Singh 4 Jul 2022 · 1 min read समय और मेहनत सोचो न जिन्दगी से तुम्हे क्या मिला है सोचना ही है तो सोचो जिन्दगी से तुम्हे आगे क्या लेना है जो बीत गई उस पर सोचने से तुम्हे क्या लाभ... Hindi · कविता 3 2 301 Share Anamika Singh 4 Jul 2022 · 1 min read अब नही छल सकते हो मेरे आँखो को छलने वाले अब नही छल सकते हो बहुत धोखा देते आए तुम अब नही दे सकते हो मैने भी अब सीख लिया आँखो की गहराई को पढना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 280 Share Anamika Singh 4 Jul 2022 · 1 min read खामोशी जब खामोशी की आवाज सुनी मैने उसमें भी एक खामोशी थी दर्द चीख चीख कर चिल्ला रहा था पर उसमें भी एक खामोशी थी खामोशी को कहना था बहुत कुछ... Hindi · मुक्तक 2 2 235 Share Anamika Singh 4 Jul 2022 · 1 min read आया सावन ओ साजन ओ साजन मेरे,ओ साजन प्यारा मौसम लेकर आया है फिर से यह सावन,फिर से यह सावन ऐसे में यह नयन हमारे ढूँढ रहा है तुम्हें साजन ओ साजन मेरे ओ... Hindi · गीत 3 4 392 Share Anamika Singh 3 Jul 2022 · 1 min read मेरा साया मुझे सकुन मे बैठा देख मेरा साया भी मुझसे जल उठा सोचने लगा वह बेचैनी के साथ अँधेरा कर दिया था मैंने इसके जीवन मै फिर यह रोशनी से कैसे... Hindi · मुक्तक 2 4 961 Share Anamika Singh 3 Jul 2022 · 1 min read कमियाँ अपनी -अपनी कमियाँ अगर हम समझ जाते छोटी-छोटी बातो पर यू घर न टूट जाते न दिलो मे होती करवाहट न रिश्तो मे होते काँटे अगर एक-दूसरे को हम थोड़ा... Hindi · मुक्तक 4 4 288 Share Anamika Singh 3 Jul 2022 · 1 min read दर्दे दिल किसी ने हाथ छोड़ दिया किसी ने हाथ थाम लिया यह दर्दे दिल था मेरा जिसने न हँसने दिया न रोने दिया। ~अनामिका Hindi · मुक्तक 2 6 271 Share Anamika Singh 3 Jul 2022 · 1 min read दोस्त हो तो ऐसा लाख मेरे दुश्मन मुझे दे रहे थे बद्दुआ पर मेरे दोस्तो ने मुझ पर बद्दुआ का असर होने न दिया अपनी दुआ से मुझे बद्दुआ को छुने न दिया निभाकर... Hindi · मुक्तक 1 4 715 Share Anamika Singh 3 Jul 2022 · 1 min read चाँद और चाँदनी का मिलन चाँद ने जब पहना चाँदनी रंग का परिधान कितने दिलो को घायल कर दिया। दिखाकर चाँदनी से अपना यह खूबसूरत सा मिलन कितने दिलो मे आग लगा दिया। धरती पर... Hindi · कविता 4 4 293 Share Anamika Singh 2 Jul 2022 · 1 min read यह दिल दिल मे फूल की तरह महकता है वह जहन मे काँटो की तरह चूभता है आशिक था वह मेरा पुराना वफा कर नही सका था भुल गई थी मै उसे... Hindi · शेर 6 6 339 Share Anamika Singh 2 Jul 2022 · 1 min read सुरज और चाँद सुरज को दिन मिला चाँद को मिला रात दोनो ने मिलकर धरती को दिया सुन्दर सा सौगात एक ने धरती पर प्रकाश फैलाया दूसरे ने धरती पर बिखेरा चाँदनी दोनो... Hindi · मुक्तक 3 4 405 Share Anamika Singh 2 Jul 2022 · 1 min read यह कैसा प्यार है यह कैसा मौसम आया है यह कैसी चली बयार है अपने ,अपनो को रौंद रहे है यह कैसा अपनत्व का श्रृंगार है पुछँ रही है अनामिका अपनो से यह कैसा... Hindi · मुक्तक 3 4 387 Share Anamika Singh 2 Jul 2022 · 1 min read नादानियाँ धूप मे चलती रही मै छाँव की तलाश करती रही मैं इस क्रम मे कभी उल्टा कभी सीधा पाँव धरती रही मैं नादानियाँ बहुत थी जीवन में इसलिए गलत और... Hindi · मुक्तक 3 2 448 Share Anamika Singh 2 Jul 2022 · 1 min read दुनिया की फ़ितरत यह दुनिया भी अजीब है कभी भीड़ मे भी मुझे तन्हा कर देती है और कभी तनहाई मे भी अपने होने का एहसास कराती है कभी घाव देकर दिल पर... Hindi · कविता 2 4 264 Share Anamika Singh 2 Jul 2022 · 1 min read ख्वाब आए हो तुम ख्वाब में तो थोड़ी देर ठहर जाओ ख्वाब पुरे बुन लूँ मैं इतनी देर तुम रुक जाओ।। माना यह ख्वाब मेरा सच नहीं हो सकता है पर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 4 403 Share Anamika Singh 2 Jul 2022 · 1 min read मेरी छवि मेरी छवि कुछ ऐसी है मै सबको याद रहती हूँ यह अलग बात है की दोस्तो की दुआ मै याद रहती हूँ और दुश्मनों की बद्दुआ मै याद रहती हूँ... Hindi · मुक्तक 4 4 1k Share Anamika Singh 1 Jul 2022 · 1 min read मेरी आँखे बोझ मेरे सपनो का मेरी आँखो से भी सहा न गया थक गई वह बेचारी भी मेरे सपनो को बुनते-बुनते आखिर टूट गया एक दिन उसका भी सब्र का बाँध... Hindi · कविता 3 2 357 Share Anamika Singh 1 Jul 2022 · 1 min read रास्ता अपनो को मंजिल तक पहुंचाने के लिए मै रास्ता बन गया सब चले गए मंजिल तक मुझको रोंद कर और मै वही पड़ा जर्जर हो गया। ~अनामिका Hindi · मुक्तक 2 2 444 Share Anamika Singh 1 Jul 2022 · 1 min read इंसानो की यह कैसी तरक्की यह कैसी तरक्की हुई इंसानो की इंसानियत को छोड़कर हैवान बनने लगा बुझाकर खुन से अपना प्यास खुन की नदियाँ बहाने लगा बन गए इंसान से दंरिदा यह कैसी तरक्की... Hindi · मुक्तक 4 4 424 Share Anamika Singh 1 Jul 2022 · 1 min read मेरा जीवन नए दिन ,नए सवेरे के साथ मेरे जीवन का एक नया पन्ना खुल गया कौड़ा था जो जीवन मेरा वह उलझ कर रह गया कैसे सुलझाऊँ जीवन के, इस मनहूस... Hindi · कविता 3 279 Share Anamika Singh 30 Jun 2022 · 1 min read जिंदगी का राज जिन्दगी मेरे लिए है क्या जब यह बात लोगो को बतानी पड़ी कुछ बोल कर मै खामोश हो गई बोल देती तो खुल जाता कितने का राज जिसे अब तक... Hindi · मुक्तक 4 4 403 Share Anamika Singh 30 Jun 2022 · 1 min read आग लगी जब आग किसी के घर में लोगों ने बुझाने के बदले हवा देना शुरू कर दिया जो आग बुझने वाली थी उसे ज्वाला बना दिया। ~ अनामिका Hindi · मुक्तक 4 6 217 Share Anamika Singh 30 Jun 2022 · 1 min read आज मानवता दम तोड़ रहीं हैं आज मानवता एक बार फिर शर्मसार हो गई है। इंसान को इंसान होने पर प्रश्न लग गई है। इंसान की इंसानित आज कहाँ खो गई है ! लगता है जैसे... Hindi · कविता 3 4 124 Share Anamika Singh 30 Jun 2022 · 1 min read जिन्दगी मे कोहरा चाहे जिन्दगी मे कितना भी बेपनाह कोहरा क्यो न हो जिन्दगी का मजा लेने न तुम छोड़ो अगर रोक दिये तुम कदम अपना कोहरे के डर से पुरी उम्र गुजर... Hindi · मुक्तक 4 2 196 Share Anamika Singh 30 Jun 2022 · 1 min read तुम बहुत खूबसूरत हो तुमने आईना क्या देखा आईना टूट गया यह तुम्हारे खूबसूरती का असर था या तुमसे था आईने का जलन यह मुझे पता नही। ~अनामिका Hindi · मुक्तक · हास्य-व्यंग्य 6 2 499 Share Anamika Singh 30 Jun 2022 · 1 min read मजदूर हाथ हो गया अब मेरा पत्थर का चट्टान को भी झटके से तोड़ दू। अंगार से अब डर नहीं लगता मिलाकर आँखे अंगार का भी मुख मोड़ दूँ। कुदरत ने... Hindi · कविता 4 210 Share Anamika Singh 30 Jun 2022 · 1 min read दर्द दर्द हुआ था मुझे बहुत अफसोस था की मै उन्हें बचा न पाया था जब काल की आँधियों ने उन्हें गिराया जिसने कभी मुझे जिन्दगी में जीना और हँसना सिखाया... Hindi · मुक्तक 3 298 Share Anamika Singh 30 Jun 2022 · 1 min read यह दुनियाँ यह दुनियाँ भी अजीब है यारों पहले धक्का देकर हमें गिराती है और फिर उठाने के बहाने न जाने कितने एहसान हम पर जताती है। ~अनामिका Hindi · मुक्तक 4 3 245 Share Anamika Singh 30 Jun 2022 · 1 min read मृत्यु जिस वक्त सोया हमेशा के लिए चिता पर जल रहा था जिस्म मेरा अलावों के साथ और आत्मा घुल रहा था मेरा हवाओ के साथ हो गया था मुक्त मै... Hindi · कोटेशन 3 812 Share Anamika Singh 30 Jun 2022 · 1 min read विनती मेरी इतनी विनती है ईश्वर मेरे अपनो की हिफाजत सदा तुम करना छू न पाएँ कोई गम उन्हें इतनी बस तुम नजर रखना जीवन-भर रहे खुशहाल सदा वें इसका तुम... Hindi · मुक्तक 3 6 469 Share Anamika Singh 30 Jun 2022 · 1 min read जीवन उर्जा ईश्वर का वरदान है। जीवन उर्जा जो दिया है ईश्वर ने इसे अच्छे कार्यो मे खर्च करो। अपनों के संग जीवन मे तुम खुशियों के हर रंग भरो। ह्रदय मे जो अंहकार भरा है... Hindi · कविता 3 4 266 Share Anamika Singh 29 Jun 2022 · 1 min read वेश्या का दर्द दिखावे की जिन्दगी कब तक जिते रहे दर्द छुपाकर कब तक झूठी हँसी हँसते रहे आखिर हम भी तो इंसान है रोने की इच्छा होती है आँसु छुपाकर कब तक... Hindi · मुक्तक 5 6 730 Share Anamika Singh 29 Jun 2022 · 1 min read काँटा और गुलाब जिन्दगी से हमें हमेशा कभी काँटा कभी गुलाब मिला इसी कहानी के बीच में हमारी ज़िन्दगानी टिका रहा। ~अनामिका Hindi · मुक्तक 2 205 Share Anamika Singh 29 Jun 2022 · 1 min read जख्म हर इंसान अपने आप मे जख्मी है किसी को हालात ने जख्मी किया है किसी को अपनो ने यह अलग बात है कि हालात के जख्म समय भर देता है... Hindi · मुक्तक 4 3 747 Share Anamika Singh 29 Jun 2022 · 1 min read जिन्दगी से क्या मिला जिन्दगी मे, मै हुआ कितना लहूलुहान यह मत देखो तुम यारो देखना है तो यह देखो अपनों ने कितने तीर मुझ पर है साधे। गिन सको तो गिन लो इतना... Hindi · कविता 2 2 261 Share Anamika Singh 29 Jun 2022 · 1 min read कोशिश जो न मिल सका जिन्दगी से क्यों उसपर मलाल करते रहे जिन्दगी बहुत खूबसूरत है क्यों न कुछ नया हासिल करने का फिर से नई कोशिश करे। ~अनामिका Hindi · मुक्तक 2 2 306 Share Anamika Singh 29 Jun 2022 · 1 min read ईश्वर का खेल ईश्वर का खेल भी निराला है पहले जीवन देना और फिर जीवन लेना बिछाकर धरती पर अपनी शंतरज का विषाद हम सब इंसान और जीव-जंतु को बनाकर अपना मोहरा ईश्वर... Hindi · कविता 2 370 Share Anamika Singh 28 Jun 2022 · 1 min read मेरा वजूद उड़ते हुए बादल का टुकड़ा हूँ मै दायरा कम है तो क्या हुआ वजूद मेरा तगरा है कहाँ बरसना है मुझे इसका फैसला मेरा है। ~अनामिका Hindi · मुक्तक 5 4 899 Share Anamika Singh 28 Jun 2022 · 1 min read कशमकश चलो एक पहल करते है महिलाओं को उनकी कशमकश की जिन्दगी से बाहर निकालते है बहुत जी लिए उन्होंने इस अधर मे अब इस अधर से बाहर निकालते है। आज... Hindi · कविता 8 15 382 Share Anamika Singh 28 Jun 2022 · 1 min read इंतजार आजकल सच्चाई दबकर रह जाती है झूठ के पुलिंदो के आगे बरसो वर्ष लग जाते है सच को सच साबित करने के लिए इंतजार है अनामिका उस दिन का जब... Hindi · मुक्तक 10 8 430 Share Anamika Singh 28 Jun 2022 · 1 min read मुखौटा आजकल मुखौटा लगाकर शहर में कुछ लोग अपनेपन का ढोंग रच रहे है। लगा चिंगारी अपनो के बीच अपनी रोटियाँ वे सेंक रहे है। इतने वर्षो से जो भाई-भाई बनकर... Hindi · कुण्डलिया 5 6 487 Share Previous Page 4 Next