Mamta Singh Devaa Language: Hindi 444 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 4 Next Mamta Singh Devaa 27 Dec 2020 · 2 min read " मेरे बचपन का एक राज़ " मेरा बचपन शैतानी और समझदारी दोनों से भरा था शतप्रतिशत एकदम तपे सोने जैसा एकदम खरा था , शैतानियाँ निराली थीं रोज़ नित नयी शैतानी की सवारी थी अम्माँ की... Hindi · कविता 1 6 312 Share Mamta Singh Devaa 27 Dec 2020 · 1 min read ' दिखावा ' तस्वीरों में खूब हँसना - मुस्कुराना हाथों में हाथ डाल तस्वीरें खिंचवाना , क्या वास्तव में इतना आसान होता होगा झूठे आडंबर पर दिल कितना रोता होगा , अगर सच... Hindi · कविता 2 4 478 Share Mamta Singh Devaa 27 Dec 2020 · 1 min read ' संरक्षक बनाम भक्षक ' हाँ ! मैने भी देखा है एक वट वृक्ष विशाल अचंभित थी देख उसकी विशालता कमाल , अपने आप को कुछ ज़्यादा सघन कर रहा था धीरे - धीरे वो... Hindi · कविता 2 2 222 Share Mamta Singh Devaa 27 Dec 2020 · 2 min read " नौ दो ग्यारह " संस्मरण सन 2005 की बात है हमें नये घर में आये कुछ ही दिन हुये थे घर दो छोटे बच्चों का काम उपर से रसोई में रच - रच कर... Hindi · कहानी 2 962 Share Mamta Singh Devaa 27 Dec 2020 · 1 min read ' हर शाम दोस्तों के नाम ' शाम सुनहरी हो या एक सिंदूरी शाम हो अगर दोस्त ना हों तो हर शाम आम हो , चाहे जितनी भी लड़ाई हो बातों से कुटाई हो हर वो शाम... Hindi · कविता 2 453 Share Mamta Singh Devaa 27 Dec 2020 · 1 min read ' आँख का पानी ' ये दर्पण भी अजीब हैै सबको सच दिखलाता है पर कोई कभी भी सच को कहाँ देख पाता है , सबने गंधारी की तरह अपनी सोच में जीने के लिए... Hindi · कविता 1 2 410 Share Mamta Singh Devaa 27 Dec 2020 · 1 min read ' जासूसी ' आजकल... अजीब सी घबराहट दिमाग से उतर कर पूरे शरीर में घूमती और मैं... हैरान - परेशान अपने आप से पूछती की ये कौन है ? जो बिना पूछे इधर... Hindi · कविता 2 360 Share Mamta Singh Devaa 27 Dec 2020 · 1 min read ' कमाई ' रीना अपनी सास के साथ साड़ी खरीदने गई जो साड़ी पसंद आई वो सोलह हजार की थी...सास ने कहा मुझे पैसे दे दो मैं काउंटर पे पेमेंट कर देती हूँ... Hindi · लघु कथा 2 274 Share Mamta Singh Devaa 27 Dec 2020 · 1 min read ' नये जीवन की शुरुआत ' मधु के अर्से से चल रहे प्रेम संबंध को विवाह की मुहर लग गई तो उसे लगा की वो गंगा नहा आई । शान - शौकत और विधि - विधान... Hindi · लघु कथा 2 264 Share Mamta Singh Devaa 27 Dec 2020 · 1 min read ' समझौता ' जया कपूरिया बड़े घर की सीधी सी लड़की बहुत अच्छे संस्कारों के साथ पली - बढ़ी और विवाह भी बड़े अरोड़ा परिवार में हुआ लेकिन ससुराल पिता से कमतर था... Hindi · लघु कथा 2 2 266 Share Mamta Singh Devaa 15 Dec 2020 · 1 min read ' उपर वाले की लाठी ' कैसा कोरोना काल था अजब सबका हाल था वहीं एक घर में दादी का खाना भी मुुुहाल था , सब अपने में मदमस्त अपने में चूर देखो कैसे विपदा में... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 43 100 1k Share Mamta Singh Devaa 18 Nov 2020 · 1 min read " नादानी " संस्मरण मैं दस - ग्यारह साल की थी हमारे घर से सटा जो घर था उसमें एक बूढ़े दंपति रहते थे उनका घर बन रहा था , मैं छत से... Hindi · लघु कथा 1 4 1k Share Mamta Singh Devaa 18 Nov 2020 · 1 min read " ज़रा सी ख्वाहिश " वो जी भर - भर कर औरों को सुख देतीं हैं खुद की ' ज़रा सी ख्वाहिश ' के लिए किसी कोने अतरे में छिप कर हिचक - हिचक के... Hindi · कविता 2 4 358 Share Mamta Singh Devaa 18 Nov 2020 · 3 min read " सोच का फर्क " बेटी को स्कूल के लिए तैयार करती कोमल सोच रही थी की घर में सबको बताये की ना बताये समझ नही पा रही थी , उसको पता था की बताते... Hindi · कहानी 398 Share Mamta Singh Devaa 18 Nov 2020 · 1 min read " क्यों..." क्यों... लड़के मस्ती करते हैं तो बात आम होती है लड़कियाँ करती हैं तो बतंगड़ होती है ? क्यों... पुरूष बिना कहे बाहर जायें बात आम होती है औरत जाये... Hindi · कविता 1 289 Share Mamta Singh Devaa 18 Nov 2020 · 1 min read ज़िंदगी दो चौराहों पर अजीब सी ज़िंदगी है आजकल दो चौराहों पर जहाँ से आठ रास्ते जाते हैं अलग अलग राहों पर , कहाँ जाये कौन सा रास्ता चुनें समझ से बाहर भ्रमित हो... Hindi · कविता 215 Share Mamta Singh Devaa 18 Nov 2020 · 1 min read ' दोहरी जिंदगी...एक छलावा ' दोहरी ज़िंदगी...ये भी कोई ज़िंदगी है दोहरी ज़िंदगी... नही कोई बंदगी है , दोहरी ज़िंदगी... कैसे कोई जीता है दोहरी ज़िंदगी...मन का कोना जैसे रीता है , दोहरी ज़िंदगी...खुद से... Hindi · कविता 1 803 Share Mamta Singh Devaa 18 Nov 2020 · 2 min read ' मन का तम और प्रज्वलित दीप ' ' मन '...हमारे शरीर का वह हिस्सा जिसके आगे दिमाग भी हार जाता है और जिसे हम अपनी अन्तरात्मा कहते हैं इसकी गति का अनुमान तक लगाया नही जा सकता... Hindi · लेख 401 Share Mamta Singh Devaa 18 Nov 2020 · 1 min read ' परिभाषा गर्व की ' गर्व उस पर किया जाता है... जो निज स्वार्थ से परे होकर नि:स्वार्थ भाव से जीता है अपना फटा छोड़ कर दूसरों का फटा सीता है , गर्व उस पर... Hindi · कविता 583 Share Mamta Singh Devaa 18 Nov 2020 · 3 min read ' सब ऊपर वाले की दया है ' संस्मरण ये घटना मेरी दीदी के घर आजमगढ़ की सन् 1990 की है दिसंबर का महीना टॉंस नदी के किनारे दीदी का घर...सूरज अस्त होने वाला था मैने देखा गेट... Hindi · कहानी 431 Share Mamta Singh Devaa 30 Oct 2020 · 2 min read जैनरेशन गैप राघव...राघव निर्मला जोर जोर से बेटे को पुकार रही थी लेकिन राघव को सुनाई दे तब ना उसने कान में ईयर फोन जो ढूँस रखे हैं निर्मला गुस्से में राघव... Hindi · लघु कथा 2 241 Share Mamta Singh Devaa 29 Oct 2020 · 1 min read " होशियारी " सगे , सुंदर और प्यारे रिश्तों को संभालने में लगे हैं आप हम इसी सबके बीच आइये परिचय कराते है आभासी रिश्तों से हम , जो रिश्ते सदियों से चले... Hindi · कविता 248 Share Mamta Singh Devaa 29 Oct 2020 · 1 min read " सुनहरी यादें " खुशी के दो पल थे वो कहते थे हम बचपन जिसको हमें ना कोई चिंता अपनी हमारी फिकर थी अपनों को , मस्तमौला थी मैं तो जहाँ गई वहीं खा... Hindi · कविता 517 Share Mamta Singh Devaa 29 Oct 2020 · 1 min read " आज का रावण.... चतुर - चालक " आज का रावण भी शिक्षित है आज का रावण अमर्यादित भी आज का रावण भी अहंकारी ये सर्वज्ञ जगत को विदित भी , लेकिन वो रावण अमर्यादित होकर भी हमेशा... Hindi · कविता 263 Share Mamta Singh Devaa 29 Oct 2020 · 1 min read " चमड़ी " मेघा के विवाह को तीन महीने ही हुये थे जो लोग विवाह में नही आ पाये थे वो भी आकर उसको देख कर चले गये । उस शाम सास -... Hindi · लघु कथा 1 340 Share Mamta Singh Devaa 29 Oct 2020 · 2 min read " मेरे छोटे भाई का आना " पहला अनुभव / प्रथम खुशी ( संस्मरण ) बात सन 1968 जुलाई की है हम सब कलकत्ता में रहते थे मैं दो साल की थी मुझसे बड़ी दो बहने और... Hindi · कहानी 294 Share Mamta Singh Devaa 29 Oct 2020 · 1 min read " उस्ताद अमज़द अली खाँ साहब " पहला अनुभव / प्रथम आकर्षक ( संस्मरण ) जब छोटे थे तो लड़कियों के विवाह की बाते बड़ी आम हुआ करती थीं , आज के समय में बिना लड़की से... Hindi · कहानी 385 Share Mamta Singh Devaa 29 Oct 2020 · 2 min read " लड़ाई हिंदुस्तान - पाकिस्तान की " प्रथम अनुभव / पहला डर ( संस्मरण ) बात मेरे बचपन सन 1971 की है मैं पाँच साल की थी ( मुझे अपने दो साल की उम्र से सारी बातें... Hindi · कहानी 255 Share Mamta Singh Devaa 29 Oct 2020 · 2 min read " मनहूस " कड़कती दिसम्बर की रात घना कोहरा तभी अनीष का फोन बज उठा कंप्यूटर से ऊँगलियाँ रोक फोन उठा कर कान से लगाया और बोला क्या ? कहाँ ? मैं अभी... Hindi · लघु कथा 2 551 Share Mamta Singh Devaa 29 Oct 2020 · 1 min read " निर्ममता " आह ! इतना निर्मम अत्याचार फूल से कोमल हाथ इन हाथों को देना था कलम - दवात का साथ , लेकर इन हाथों से खिलौने रख दिया इटों का भार... Hindi · कविता 241 Share Mamta Singh Devaa 29 Oct 2020 · 1 min read " हाजमोला " हमारे " सभ्य समाज " में इस तरह के " सभ्य व्यक्ति " सबके जीवन में एक ना एक तो होते ही हैं और जिनके जीवन में नहीं हैं वो... Hindi · कविता 298 Share Mamta Singh Devaa 28 Oct 2020 · 1 min read " शर्मसार वर्दी " क्या यूपी क्या राजस्थान क्या दिल्ली क्या महाराष्ट्र क्या जम्मू क्या हिंदुस्तान , सब जगह बस हैवान हैं और जनाब इन सबके हाथों जनता की कमान है , उस बेटी... Hindi · कविता 458 Share Mamta Singh Devaa 28 Oct 2020 · 2 min read " डाक युग ".....हमारा भी एक समय था " डाक युग " वाकई डाक युग एक युग था और हम सबने वो युग बहुत प्यार , अपनेपन और बेसब्री से से उसको जीया है । वो एहसास जो... Hindi · लेख 411 Share Mamta Singh Devaa 28 Oct 2020 · 1 min read " विश्वास " इकलौते बेटे का शव सामने रखा था परंतु माँ - बाप की आँखों में आँसू की एक बूंद नही थी , अभी घंटे भर पहले ही तो दीपक बोल कर... Hindi · लघु कथा 284 Share Mamta Singh Devaa 28 Oct 2020 · 1 min read " बदलते सुर " कोई किसी गलत के खिलाफ जब आवाज़ उठाता है तो उसके विरूद्ध खड़े होकर तुम्हारा सुर एक अलग राग गाता है , थप्पड़ खाने वाला ही तो तिलमिला कर चिल्लाता... Hindi · कविता 307 Share Mamta Singh Devaa 28 Oct 2020 · 2 min read चाची घर में बंटवारे का कलह चरम पर था बड़े बड़े होने के नाते ज्यादा चाह रहे थे छोटे चाचा बराबर की माँग कर रहे थे , कहते है ना जितनी... Hindi · लघु कथा 787 Share Mamta Singh Devaa 28 Oct 2020 · 1 min read सच का दर्पण.... अंतर्मन जो ज़ुबां बोले सब वो मानें किसी के अंतर्मन की कोई ना जाने , तेरे - मेरे सच- झूठ को कोई नही है जाना इस अंतर्मन की कहाँ सुने ज़माना... Hindi · कविता 336 Share Mamta Singh Devaa 28 Oct 2020 · 2 min read वर्तमान मेें कन्या पूजन की सार्थकता या देवी सर्वभूतेषु शक्ति रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।। दुष्टों का संहार करने वाली मां दुर्गा के आह्वान के लिए इस मंत्र का जाप किया जाता है। राक्षस... Hindi · लेख 492 Share Mamta Singh Devaa 21 Oct 2020 · 1 min read ये सच है ये सच है.... उलझने होती ही हैं सुलझने के लिए इच्छाएँ होती ही हैं मचलने के लिए , सपने होते ही हैं सच करने के लिए बेहूदगी होती ही हैं... Hindi · कविता 2 6 271 Share Mamta Singh Devaa 19 Oct 2020 · 1 min read " स्वाभिमान " ' हरामखोर ! तनख्वाह मुझसे लेती है और रोटियां दुसरों को खिलाती है । " गुस्से से आग बबूला प्रेमा अपनी खाना बनाने वाली राधा पर चिल्ला रही थी ।... Hindi · लघु कथा 2 762 Share Mamta Singh Devaa 19 Oct 2020 · 1 min read " मर्यादापुरूषोत्तम " अजब अवतार थे आप गजब अवतार थे आप सारे अवतारों में सर्वश्रेष्ठ अवतार थे आप , आपने खुद को मनुष्य जाना मर्यादा में रहने का प्रण ठाना , बड़ा अनोखा... Hindi · कविता 4 3 252 Share Mamta Singh Devaa 17 Oct 2020 · 1 min read स्त्री / दुर्गा ये क्या था ??? सोती यशोधरा को यूँ छोड़ कर जाना ? गर्भवती सीता को जंगल पहुँचाना ? नवविवाहिता उर्मिला को चौदह वर्ष की नींद सुला देना ? देवी अहिल्या... Hindi · कविता 2 4 250 Share Mamta Singh Devaa 8 Oct 2020 · 1 min read सच/झूठ हमेशा..... सच के तराजू पर ही सच तौला जाता है कितना कम कितना ज्यादा इस पर फैसला सुनाया जाता है , आओ..... आज हम झूठ तौलते हैं उस झूठ के... Hindi · कविता 1 264 Share Mamta Singh Devaa 5 Oct 2020 · 1 min read " नि:स्वार्थ प्रेम " अजीब सी कशीश है इस प्रेम की अगन में बस झोंक देना है कोई परवाह नही एक परम आनंद है इस लगन में , कैसा खिंचाव है सुध - बुध... Hindi · कविता 1 2 513 Share Mamta Singh Devaa 5 Oct 2020 · 1 min read " हद मत पार करो " हर रिश्ते - संबंधों में एक सीमा रेखा होती है इस सीमा रेखा का हमेशा ध्यान करो किसी भी कीमत पर तुम इसको मत पार करो मत पार करो ,... Hindi · कविता 2 327 Share Mamta Singh Devaa 5 Oct 2020 · 3 min read " पदार्पण देवी दुर्गा का " प्रथम प्रसव / संस्मरण एक ऐसा अनुभव एक ऐसा एहसास जो ऊपर वाले ने हम औरतों को तोहफे में दिया है क्योंकि हम ही हैं जो नौ महीने बहुत धैर्य... Hindi · कहानी 2 891 Share Mamta Singh Devaa 5 Oct 2020 · 2 min read " उम्र का सांध्य पहर " बचपन से जवानी तक जवानी से प्रौढ़ होने का सफर जीवन की सांध्य बेला पर ठहर जाता है उम्र का ये पहर सबके जीवन में आता है , सारी यादें... Hindi · कविता 2 427 Share Mamta Singh Devaa 5 Oct 2020 · 1 min read " हम बच्चों पर दया दिखाइये " हम नन्हीं सी जान हैं कितने हम नाजुक और थोड़े से नादान हैं , दिमाग हमारा बहुत तेज है पर हमारे ये बस्ते देखो इनका हम पर भार बहुत है... Hindi · कविता · बाल कविता 2 296 Share Mamta Singh Devaa 27 Sep 2020 · 1 min read " दृष्टिभ्रम " कोहरे के धुंधलेपन में दूर दिखता क्षितिज मन की धुंधली आशाओं सा धुंधला क्षितिज , आँधियों के गहरे कणों में ढ़कता क्षितिज बची इच्छाओं के कणों सा किरकिराता क्षितिज ,... Hindi · कविता 1 261 Share Mamta Singh Devaa 27 Sep 2020 · 1 min read " ढलती उम्र " ये अजीब सी उम्र है बिन बुलाये ही आ जाती है शान से अपना हक जता कर अपने बारे में बतलाती है , इस ढ़लती उम्र में भी मन पहले... Hindi · कविता 2 1k Share Previous Page 4 Next