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4410.*पूर्णिका*
4410.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
4409.*पूर्णिका*
4409.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
रूबरू  रहते हो ,  हरजाई नज़र आते हो तुम ,
रूबरू रहते हो , हरजाई नज़र आते हो तुम ,
Neelofar Khan
निगाहे  नाज़  अजब  कलाम  कर  गयी ,
निगाहे नाज़ अजब कलाम कर गयी ,
Neelofar Khan
कुछ ज़ब्त भी
कुछ ज़ब्त भी
Dr fauzia Naseem shad
खामोशी इबादत है ,सब्र है, आस है ,
खामोशी इबादत है ,सब्र है, आस है ,
Neelofar Khan
4408.*पूर्णिका*
4408.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ग़ज़ल _ नसीबों से उलझता ही रहा हूँ मैं ,,
ग़ज़ल _ नसीबों से उलझता ही रहा हूँ मैं ,,
Neelofar Khan
4407.*पूर्णिका*
4407.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"बस्तर के मड़ई-मेले"
Dr. Kishan tandon kranti
यह कैसी आस्था ,यह कैसी भक्ति ?
यह कैसी आस्था ,यह कैसी भक्ति ?
ओनिका सेतिया 'अनु '
" चापड़ा-चटनी "
Dr. Kishan tandon kranti
परिदृश्य
परिदृश्य
Vivek Pandey
4406.*पूर्णिका*
4406.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*जिंदगी के  हाथो वफ़ा मजबूर हुई*
*जिंदगी के हाथो वफ़ा मजबूर हुई*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
बिटिया नही बेटों से कम,
बिटिया नही बेटों से कम,
Yogendra Chaturwedi
मन के मनके फोड़ा कर...!!
मन के मनके फोड़ा कर...!!
पंकज परिंदा
दुनिया वाले कहते अब दीवाने हैं..!!
दुनिया वाले कहते अब दीवाने हैं..!!
पंकज परिंदा
सबका अपना दाना - पानी.....!!
सबका अपना दाना - पानी.....!!
पंकज परिंदा
नीयत में पैमान मिलेगा।
नीयत में पैमान मिलेगा।
पंकज परिंदा
आख़िर तुमने रुला ही दिया!
आख़िर तुमने रुला ही दिया!
Ajit Kumar "Karn"
आप कितने अपने हैं....
आप कितने अपने हैं....
TAMANNA BILASPURI
कितना अच्छा होता .....
कितना अच्छा होता .....
sushil sarna
क्षणिका ....
क्षणिका ....
sushil sarna
क्षणिका  ...
क्षणिका ...
sushil sarna
शेष है अभी...
शेष है अभी...
sushil sarna
एक रुबाई...
एक रुबाई...
आर.एस. 'प्रीतम'
लोगों की मजबूरी नहीं समझ सकते
लोगों की मजबूरी नहीं समझ सकते
Ajit Kumar "Karn"
कुंडलिया
कुंडलिया
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
लौट कर आने की अब होगी बात नहीं।
लौट कर आने की अब होगी बात नहीं।
Manisha Manjari
सब भूल गये......
सब भूल गये......
Vishal Prajapati
"युग -पुरुष "
DrLakshman Jha Parimal
हौसला है कि टूटता ही नहीं ,
हौसला है कि टूटता ही नहीं ,
Dr fauzia Naseem shad
तमाम बातें मेरी जो सुन के अगर ज़ियादा तू चुप रहेगा
तमाम बातें मेरी जो सुन के अगर ज़ियादा तू चुप रहेगा
Meenakshi Masoom
*दिल का कद्रदान*
*दिल का कद्रदान*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
" हकीकत "
Dr. Kishan tandon kranti
" नाम "
Dr. Kishan tandon kranti
"ये आईने"
Dr. Kishan tandon kranti
सुबह हर दिन ही आता है,
सुबह हर दिन ही आता है,
DrLakshman Jha Parimal
कश्ती का सफर
कश्ती का सफर
Chitra Bisht
जो कि मैं आज लिख रहा हूँ
जो कि मैं आज लिख रहा हूँ
gurudeenverma198
पाखंड का खेल
पाखंड का खेल
पूर्वार्थ
धर्म का पाखंड
धर्म का पाखंड
पूर्वार्थ
#लंबी_कविता (तवील नज़्म)-
#लंबी_कविता (तवील नज़्म)-
*प्रणय प्रभात*
"अबला" नारी
Vivek saswat Shukla
कवि प्रकृति के विपरीत है...!
कवि प्रकृति के विपरीत है...!
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
Sometimes even after finishing the chapter and bidding it a
Sometimes even after finishing the chapter and bidding it a
Chaahat
बहकते हैं
बहकते हैं
हिमांशु Kulshrestha
शुभांगी छंद
शुभांगी छंद
Rambali Mishra
प्यार समर्पण माँगता,
प्यार समर्पण माँगता,
sushil sarna
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