सुखविंद्र सिंह मनसीरत Language: Hindi 2395 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 30 Next सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 Oct 2020 · 1 min read दीदार ए हुस्न **दीदार ए हुस्न** ************** दिल ने उसे पुकारा तुम बिन न गुजारा आओ मेरे साहिल हो गया हूँ बेसहारा लगती है सूनी सूनी रौनक और बहारां हो जाए चार चाँद... Hindi · कविता 1 198 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 23 Oct 2020 · 1 min read दीवानगी का असर ** दीवानगी का असर ** ******************** तेरी दीवानगी का असर ख़िदमत ए नजराना नजर तेरे आने से बहार है आई गया है सुनहरा वक्त ठहर दुनियादारी को भूले बैठे यह... Hindi · कविता 2 290 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 23 Oct 2020 · 1 min read सुन लो यार **** सुन लो यार ***** ******************* सुन लो यार हो गई शाम प्रतीक्षा में हैं मय के जाम पूरे हो गए होंगें सब काम मिलते हैं कहीं बीच मुकाम मिल... Hindi · कविता 236 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Oct 2020 · 1 min read फूल.बने अंगारे **** फूल बने अंगारे **** ********************* ये फूल बन जाते हैं अंगारे शूल बिन हो जाते बेसहारे सुगंधि को रहते हैं बिखेरते धीरे धीर से रहें पाँव पसारे आते जाते... Hindi · कविता 926 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Oct 2020 · 1 min read चुनाव दौर डल गए हैं चुनावी वोट किसको मिली है सपोर्ट डंके की लगी है जो चोट किसमें कितना है खोट किसकी किस्मत बुलंद ईवीएम में हो गई है बंद जनता किस... Hindi · कविता 346 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 Oct 2020 · 1 min read प्यार ******* प्यार ******** ******************** प्यार हो जो गर जिस्मानी कहें लोग उसे है बेईमानी फब्तियां और छेड़खानी हरकतें होती हैं बचकानी प्रेम रूह से गर जुड़ जाए कहते लोग उसे... Hindi · कविता 245 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 Oct 2020 · 1 min read मतदाता जागरुक **मतदाता जागरूकता** ******************** जागो मतदाता जागो रे लालच मन से त्यागो रे मदारी आए खेल दिखाने तमाशा देख कर भागो रे तरह तरह के लोभ भी देंगे लोलुपता से सुदूर... Hindi · कविता 638 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 Oct 2020 · 1 min read शहीद ए आजम भगत सिंह *** शहीद ए आजम भगत सिंह *** **************************** भारत की आन बान शान पर कुर्बान शहीद भगत सिंह जी महान है महान बंगा गांव में पैदा हुआ सपूत सरदार देशहित... Hindi · कविता 1 325 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 19 Oct 2020 · 1 min read जनता जाएगी चुनाव हार * जनता जाएगी चुनाव हार * *********************** बिहार में आ गया है चुनाव दूर हो जाएंगें सारे मनमुटाव चायवाले आएंगे चाय पिलाने विफलताओं के बताने बहाने झूठ के खुलेंगे फिर... Hindi · कविता 1 216 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 19 Oct 2020 · 1 min read ईश्क के आँधी तूफान ** ईश्क के आँधी तूफान** ********************** ईश्क के आँधी तुफानों संग अंबर में बादल मंडराते हैं अनुरागी बूंदों में कब बरसेंगे चातक बहुत ही से प्यासे हैं ये झुकी झुकी... Hindi · कविता 1 1 354 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 19 Oct 2020 · 1 min read तुम बिन मैं नही तुम बिन मैं नहीं ************ तुम बिन मैं नहीं मैं बिन तुम नहीं मैं तुम से हम हैं हम से मैं तुम हैं जब मैं तुम हम फिर क्यों है... Hindi · कविता 1 1 215 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 19 Oct 2020 · 1 min read स्वार्थ ************** स्वार्थ *********** ****************************** स्वार्थ निस्वार्थ पर सदैव क्यों है भारी लोग अक्सर भूल जाते हैं अपनी बारी सत्य वैसे तो असत्य पर जीतता आया पर सत्य को चुकानी पड़ती... Hindi · कविता 1 233 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 19 Oct 2020 · 1 min read प्रतिष्ठा प्रत्यंचा दांव पर *** प्रतिष्ठा प्रत्यंचा दांव पर *** ************************* प्रतिष्ठा प्रत्यंचा लगी है दांव पर धूप भारी होने लगी है छांव पर मानव हैवान बन करे अपमान इंसानियत निचले पायदान पर नहीं... Hindi · कविता 1 336 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 Oct 2020 · 1 min read शेरांवाली माँ ****** शेरांवाली माँ ****** *********************** शेरांवाली शेर सवार आई है पीछे पीछे भक्त कतार आई है पर्वत शिखर निवास मैया का पहाड़ों से शीतल बयार आई हैं सिर पर सुन्दर... Hindi · कविता 234 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 Oct 2020 · 1 min read रमणीय ख्वाब ***** रमणीय ख्वाब ***** ********************** हम तुम्हे दिल में ही बसा लेते अगर तुम रमणीय ख्याब होते हम कभी पीते मय को नहीं हैं हम नशीले नैनों में नवाब होते... Hindi · कविता 1 363 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 16 Oct 2020 · 1 min read अंधेरों का शहर ******* अंधेरों का शहर ******** **************************** अंधेरों के शहर में दीप जलाता रहा भटके राहगीरों को राह दिखाता रहा जिसका भी भला किया बुराई मिली बुराइयों के छत में झरोखे... Hindi · कविता 2 206 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 16 Oct 2020 · 1 min read आस्तीन के सांप ******* आस्तीन के सांप ******* **************************** दुश्मन न करे कुटुंबी ने काम किया है विश्वास सरेआम कत्लेआम किया है स्वजन मान सम्मान तार तार हैं करते विश्वासघात का ईनाम नाम... Hindi · कविता 1 479 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 16 Oct 2020 · 1 min read पत्नी प्रकृति की सुंदर रचना * पत्नी प्रकृति की सुंदर रचना * ************************* पत्नी प्रकृति की श्रेष्ठ सुंदर रचना क्या मैं वो हूँ पत्नी की कल्पना जिसको सोचा उसने ख्वाबों में सजाया होगा अपने अरमानों... Hindi · कविता 1 550 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 15 Oct 2020 · 1 min read मोहब्बत मुबारक ***** मुबारक मोहब्बत ******** *************************** मुबारक हो तुमको मोहब्बत तुम्हारी मुबारक हो तुमको खुशियाँ तुम्हारी कट जाएगी जिन्दगी यादों के सहारे विरासत हैं मेरी यादें हमारी तुम्हारी किस्सा है बन... Hindi · कविता 1 1 336 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 15 Oct 2020 · 1 min read जीवन रंग *********जीवन रंग******* ************************ जीवन रंग बहुत रंग दिखाता हैं कभी हँसाता कभी रूलाता हैं प्यार रंग तो बहुत जज्बाती है मनुभावों का दरिया बहाता है संयोग रंग बहुत आनंदविभोर है... Hindi · कविता 1 1 218 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 15 Oct 2020 · 1 min read आदमीयत का बाजारू दाम **आदमीयत का बाजारू दाम** ************************* आज भाई चारा गुमनाम हो गया माँ जन्मा भाई भी बेनाम हो गया साथ साथ खेले जो संग संग रहे बातिनी बात में कोहराम हो... Hindi · कविता 1 211 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 11 Oct 2020 · 1 min read माँ मत मार उदर में ***माँ मत मार उदर में*** ********************* माँ मत मार मुझे यूँ उदर में जन्म लेना चाहूँ मैं जठर में पुत्र चाहत में क्यों करे पाप बेटी को क्यों रोके अधर... Hindi · कविता 289 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Oct 2020 · 1 min read बाढ़ ************* बाढ़ ************ ***************************** जब हो भारी मात्रा में पानी अतिप्रवाह जन जीवन बाढ़ग्रस्त क्षेत्र में हो तबाह अत्याधिक बरसात से हो पानी सरोबार निकासी के अभाव में सर्वत्र जल... Hindi · कविता 1 1 463 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Oct 2020 · 1 min read मनोभाव मचले मचले **मनोभाव मचले मचले** ******************** फूल बाग में महके महके उसाँस भी हैं बहके बहके जल रही है काया यहाँ पर अंग प्रत्यंग दहके दहके मचल रहा है मृदुल हृदय श्वास... Hindi · कविता 1 493 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Oct 2020 · 1 min read अवनि अंबर ****अवनि अंबर*** **************** सूरज से धरती मिली अंधेरों की बात कही रवि रौशनी दान दिया प्रकाश से धरा खिली नीले नभ से भू कहे प्यास से प्यासी है मरे मेघों... Hindi · कविता 1 471 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 Oct 2020 · 1 min read बीस वर्षीय बधाई **** बीस वर्षीय बधाई ***** ************************ बीस वर्षों की हुई है कमाई बजती है खुशियों की शहनाई रही गमजदा तो कभी खुशनुमा सांसे खुश्क गले में अटकाई उतार चढाव भरी... Hindi · कविता 448 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 Oct 2020 · 1 min read ख़ौफ़ ए कोरोना ***ख़ौफ़ ए कोरोना*** ****************** हुआ है ख़ौफ़ ए कोरोना जब से आया है कोरोना बेखौफ़ हो कर घूमता है सर्वत्र विराजित कोरोना चहुंओर है रोना धोना रोमांच ले उड़ा कोरोना... Hindi · कविता 171 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 8 Oct 2020 · 1 min read प्रैम का दीप ******* प्रेम का दीप ******* ************************ मिल कर प्रेम का दीप जलाएंगे नफरत को जड़ से हम मिटाएंगे माया मोह ठगनी कर बहिष्कार खुदगर्जियों को पथ से हटाएंगे प्रेम की... Hindi · कविता 200 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 7 Oct 2020 · 1 min read हालात मेरे साथ नहीं ***हालात मेरे साथ नहीं*** ********************** मेरे हालात मेरे साथ नहीं मेरे सिर पर कोई हाथ नहीं कहने को कइयों की सोहबत मौके पर था कोई साथ नहीं परछाइयां सहचार छोड़... Hindi · कविता 300 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 7 Oct 2020 · 1 min read नेक इंसान मिस्त्री महीपाल **नेक इंसान मिस्त्री महीपाल** ************************ संघर्ष की अनोखी सुनो दास्तान मिस्त्री महीपाल है अच्छा इंसान माता पिता दिहाड़ीदार मजदूर पर घर में कायय कायदे दस्तूर तंगहाली में बीता उनका बचपन... Hindi · कविता 389 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Oct 2020 · 1 min read शाह रोशन जी पहुंचे सचखंड दे द्वार Q*शाह रोशन जी पहुंचे सचखंड द्वार * **************************** शाह रोशन जी हो गए परलोक सिधार शाह रोशन जी पहुंच गए सचखंड द्वार रोते बिलखते रहे सत्संगी सभी सारे चहुंओर मच... Hindi · कविता 214 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Oct 2020 · 1 min read शाह रोशन छड चले शाह रोशन छड चले **************** नैन रह गै न प्यासे झूठे मिलन दिलासे शाह रोशन छड चले असीं कल्ले दे कल्ले जग ज्योंदयां दे मेले ओह गुरु असी चेले टूट... Hindi · कविता 193 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Oct 2020 · 1 min read साँईं रोशन जी ******साँईं शाह रोशन जी***** ************************** शाह रोशन जी जैसा न साँईं कोई शीत छाया मिली,प्रेमी हुए हरजाई नूर ए नजर ऐसी,बाँधे प्रेम डोर में दीदार हुजूर के ऐसी जन्नत न... Hindi · कविता 223 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Oct 2020 · 1 min read प्रेम परिंदे उड़ जा रे ****** प्रेम परिंदे उड़ जा रे ****** **************************** उड़ भी जा रे प्रेम परिंदे , उड़ जा रे दे जा कर संदेश परिंदे , उड़ जा रे प्रेम पाखी पंख... Hindi · कविता 1 1 227 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 4 Oct 2020 · 2 min read छोड़ दिया साथ *** छोड़ दिया साथ ***** ********************* आखिर छोड़ ही दिया ना! अधर बीच में मेरा साथ याद है ना वो किया वादा रखकर सिर पर हाथ लेकर हाथों में मेरा... Hindi · कविता 1 252 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Oct 2020 · 1 min read किस बात का रोना *किस बात का रोना* ***************** किस बात का है रोना होगा वहीं ,जो है होना चंद दिनों की मेहमान जिंदगी है ये खिलौना फूलों सी हसीं दुनिया काँटों का हैं... Hindi · कविता 504 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Oct 2020 · 1 min read खनकता ही रहा ***** खनकता ही रहा **** ********************** पायल सा मै खनकता ही रहा अपनों से सदैव ठगता ही रहा अबतक ठोकरें ही ठोकरें खाई जिन्दगी में आगे बढता ही रहा पूर्वा... Hindi · कविता 1 259 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Oct 2020 · 1 min read प्रेम हवा ****** प्रेम हवा ******* ******************** प्रेम हवा है मंद मंद चली खिल गई है दिल की कली मन .आनंदविभोर हो गया जब .से तुम मुझको मिली जिन्दगी बहुत उदास थी... Hindi · कविता 1 444 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Sep 2020 · 1 min read एक और निर्भया ****** ******एक ओर निर्भया****** ************************* हाथरस जिले की निंदनीय घटना हृदय विदारक अमानवीय घटना निर्भया कांड की बर्बरता गए भूल गुलिस्तां के फूलों के साथ हैं शूल दरिंदों की दरिंदगी... Hindi · कविता 1 231 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Sep 2020 · 1 min read ख्वाहिशें ** ख्वाहिशें ** ************** ख्वाहिशें रह गई अधूरी ख्वाब हैं सब बिखर गए खुशियों ने छोड़ दिया है दामन गमसीन हम जहाँ में हाल बेहाल है स्थिति बद से बदत्तर... Hindi · कविता 1 485 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 29 Sep 2020 · 1 min read प्रेम ताकत ******* प्रेम-ताकत ****** ********************** प्रेम में बहुत ही ताकत है कुदरत ने बख्शी नियामत है अफरातफरी सी मच जाए दिल तोड़ना , बहुत लानत है दिल मिले,तन मिल नहीं पाए... Hindi · कविता 454 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 29 Sep 2020 · 1 min read निगाहों से औझल *********** नजरों से औझल ************ ************************************* नजरों से औझल हो कर दिल में समाई रहती हो जब भी जंभाई लेती होगी याद मुझे ही करती हो नजरें मिलाता हूँ तो... Hindi · कविता 207 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 29 Sep 2020 · 1 min read कोरोना टैस्ट ***** कोरोना टैस्ट ***** ********************* बैठे थे हम यूँही खुशी खुशी कहकहे, ठिठोली और हँसी वार्तालाप में खूब मशगूल फुरसती लम्हें,बातें फिजूल डॉक्टर का था फोन आया कोरोना टैस्ट संदेश... Hindi · कविता 1 195 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Sep 2020 · 1 min read लता सा न कोई सानी लता सा न कोई सानी **************** कोयल सी मधुर वाणी लता सा न कोई सानी जब जब वो कुछ गाए हर दिल को करे पानी सुर सम्राज्ञी कहलाए सारी दुनिया... Hindi · कविता 1 392 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 Sep 2020 · 1 min read सोलह श्रृँगार में सजी दुल्हन सोलह श्रृँगार में सजी दुल्हन ********************** सोलह श्रृँगार में सजी दुल्हन सुन्दरता की मूर्त बनी दुल्हन माथे पर टीका कानों में बाली नाक में नथनी पहनी दुल्हन लंबे लंबे काले... Hindi · कविता 1 176 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 Sep 2020 · 1 min read फूल गुलाब है बेटी ****फूल गुलाब है बेटी***** *********************** घर आँगन का श्रृँगार है बेटी पिता की पगड़ी सत्कार है बेटी चमन मे खिलते फूल तरह तरह गुलिस्तां का फूल गुलाब है बेटी दोनों... Hindi · कविता 2 315 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 26 Sep 2020 · 1 min read नेहा इलाहाबादी ******** नेहा इलाहाबादी ********* ****************************** तेरह भाषाओं की ज्ञाता,हिन्दी पीएचडी राज्यस्तरीय खिलाड़िन नेहा इलाहाबादी आकाशवाणी से प्रसारित होती रचनाएँ मुशायरों की है धड़कन नेहा इलाहाबादी कवि सम्मेलनों में साहित्यिक राग... Hindi · कविता 259 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 26 Sep 2020 · 1 min read कवम से लिखते जाएंगे **** कलम से लिखते जाएंगे *** ************************** धुन की लय पर थिरकते जाएंगे भाव को कलम से लिखते जाएंगे कैसे भी नसीब हो जो हमें पल हर पल आनंद से... Hindi · कविता 1 225 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 26 Sep 2020 · 1 min read पिता का दर्द ***** पिता का दर्द ****** ********************** पिता उम्र भर है दर्द छिपाए दर्द सह कर भी फर्ज निभाए दुलार प्यार से संतान पालता औलाद हो बेकार,कैसे बताए जवान सपूत परलोक... Hindi · कविता 342 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 25 Sep 2020 · 1 min read बेख्याली में ख्याल *** बेख़्याली में ख्याल *** ********************* जब भी तेरा ख्याल आए मन में महक सी खिल जाए ख़्याली बन घूमता फिरूँ बयार में मन संभाल आए भौंरा बन मंडराता रहूँ... Hindi · कविता 1 335 Share Previous Page 30 Next