Taj Mohammad 1392 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 28 Taj Mohammad 25 Nov 2021 · 1 min read पीर की फकीरी। उसको तो नशा चढ़ा है बस पीर की फकीरी का। जानें क्यों उतार फेंका है उसने अपना चोला अमीरी का।।1।। असर में है बडी उसकी सारी ही रब से मांगी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 584 Share Taj Mohammad 25 Nov 2021 · 1 min read वह जब भी मिलते हैं। वह जब भी मिलते हैं मुझसे बात करते हैं अजनबियों की तरह | अब तो वह लगते हैं मुझे किताबों में रखे सूखे फूलों की तरह ||1|| न जाने कितने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 264 Share Taj Mohammad 25 Nov 2021 · 1 min read तो खुदा मिलता नहीं। बिन कलमा के कोई मुसलमाँ होता नहीं | अगर ना हो नमाजें तो खुदा मिलता नहीं ||1|| क्यों ढूढता है तू ऐसे उनके मोजीजे को | ये मोहम्मद का असर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 332 Share Taj Mohammad 24 Nov 2021 · 1 min read मुझको सिखाया तो बहुत। दोस्तों नें मेरे मुझको सिखाया तो बहुत किअब दुश्मनों की मुझको जरूरत नहीं | दे दिया है हमनें जिसको कुछ भी सही फिरसे पानें की उसको मुझे हसरत नहीं ||1||... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 194 Share Taj Mohammad 24 Nov 2021 · 1 min read फलख के चाँद तारों। फलख के चाँद तारों से कह दो यूँ ऐसे इतरायें ना कि वह आयें हैं | उनकी चाँदनी की अब मुझको कोई जरूरत नहीं कि वह आये हैं ||1|| बड़ा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 295 Share Taj Mohammad 24 Nov 2021 · 1 min read दिखते नहीं परिंदें। दिखते नहीं परिंदे उन दरख्तों की शाखों पर | नाजिल हुआ है कैसा कहर तुम्हारें मकानों पर ||1|| वीरानियां ही वीरानियां है हर सम्त ही शहर में | ऐसा क्या... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 180 Share Taj Mohammad 24 Nov 2021 · 1 min read तुझको पढ़नें की आदत। बार-बार तुझको पढनें की आदत सी हो रही है | उफ ये सादगी तुम्हारी तो कयामत सी हो रही है ||1|| फिर आया हवा का झोंका तेरी खुशबू लेकर |... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 396 Share Taj Mohammad 24 Nov 2021 · 1 min read उर्दू को मुसलमाँ। यही तो दिक्कत है तुम्हारी तुम उर्दू को मुसलमाँ समझते हो। पैदाइश है ये हिन्दुस्ताँ की तुम इसे गैरो की जुबाँ समझते हो।।1।। ये कौन सा बाजार है जहाँ इंसानो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 5 221 Share Taj Mohammad 24 Nov 2021 · 1 min read वहाँ ज़िन्दगी खड़ी थी। कुछ थे सवाल तेरे तो कुछ थे सवाल मेरें | कुछ थे जवाब मेरें तो कुछ थे जवाब तेरे | परेशानियों के साये हम दोनों को ही थे घेरें ||1||... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 350 Share Taj Mohammad 24 Nov 2021 · 1 min read अश्क़। अश्कों की कहानी हम तुम्हें क्या बतायें। हो खुशी या गम यें तो दोनों में ही आयें।।1।। हर अश्क की होती है इक ना इक दास्ताँ। वरना बिन वजह के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 444 Share Taj Mohammad 24 Nov 2021 · 1 min read बेचैन हो रहा हूं। ऐसा क्या है उसमें जो उसकी दूरी से इतना बेचैन हो रहा हूं मैं | उसके बगैर सांसे क्यों ऐसे अपनी रुक-रुक कर ले रहा हूं मैं ||1|| वक्त की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 328 Share Taj Mohammad 23 Nov 2021 · 1 min read सपना सजने लगा है। तोहमतों का बाजार देखो बड़ा चलने लगा है। आदमीं ही आदमीं को अब तो खलने लगा है।।1।। सबकी ही है अदावत यहाँ किसी ना किसी से। बिना तपिश के ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 267 Share Taj Mohammad 22 Nov 2021 · 1 min read एक तू ही ना मिली। जाने किस देश को तुम हो चली गई| मन मेरा ढूंढता है बस तुम्हें हर घड़ी ||1|| वक्त कटता गया सब सही हो गया | बस मेरी रूह को कुछ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 353 Share Taj Mohammad 22 Nov 2021 · 1 min read ऐ जिंदगी माफ कर दे तू मुझे। ऐ जिंदगी माफ कर दे तू मुझे मैं हर पल तुझको कोसता रहा जब भी मौका दिया तूने मुझे मैं तो सिर्फ तुझको सोचता रहा कितने अरमान थे अपनो के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 421 Share Taj Mohammad 22 Nov 2021 · 1 min read लिखता हूं जो। लिखता हूं जो गजल उसका तसव्वुर हो तुम | तुम्हें क्या पता किस तरह खूबसूरत हो तुम ||1|| मेरे सिवा जहां में ना चाहे तुम्हें कोई और | मेरी चाहत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 324 Share Taj Mohammad 22 Nov 2021 · 1 min read मेरी परेशानियों का सबब न पूछ। मेरी परेशानियों का सबब न पूछ तुझको मैं क्या-क्या बताऊं। फेहरिस्त है यह बड़ी लंबी मैं मांगू तो खुदा से क्या-क्या मांगू।।1।। बेबस है मेरी जिंदगी बड़ी कुछ भी कर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 328 Share Taj Mohammad 22 Nov 2021 · 1 min read हिन्दुस्ताँ के लिए। काश मैं मर जाऊं मेरे अपने वतन हिन्दुस्ताँ के लिए। कुछ कर जाऊं अपनी जमीं अपने आशमाँ के लिए।।1।। धरती है ये भगत,आजाद और वीर अब्दुल हमीद की। अहसास ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 360 Share Taj Mohammad 22 Nov 2021 · 1 min read कोई किसी को कितना चाहे? कोई किसी को कितना चाहे कि वह उसको भूल ना पाए | क्यों रास्तों के फूल कहीं कभी किसी दरगाहों पर चढ़ ना पाए ||1|| मेरे गुजरे हुए वक्त में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 266 Share Taj Mohammad 22 Nov 2021 · 3 min read सब कुछ मूझे याद है, क्या तुम्हें भी सब याद है?... एक दिन एकान्त में बैठा था मैं कुछ चिंतन में, सब कुछ शांत था पर मन मेरा कुछ अशांत था। अचानक स्मृति बचपन की याद आयी मेरे ओठों पर यूँ... Hindi · कविता 306 Share Taj Mohammad 21 Nov 2021 · 1 min read इक नजर ही देख लेता इक नजर ही देख लेता तुम्हें जाने से पहले। बुला लेते मुझें यूँ किसी भी बहाने से पहले।।1।। हरआंख-आंख की पसंद हो जरूरी तो नहीं। तुम्हे पूंछना था उससे रिश्ता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 144 Share Taj Mohammad 21 Nov 2021 · 1 min read जय श्री राम के लिए उसकी आवाज है गर्दिश-ए-आवाम के लिए | सर दर्द है वह बड़ा वतन-ए-निजाम के लिए ||1|| बोलता है हमेशा सच किसी के भी सामने | जाना जाता है वह अपनी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 3 228 Share Taj Mohammad 21 Nov 2021 · 1 min read हर नज़र ?????????????? हैं हर नज़र में अब बस मेरा ही घर शहर में। जो मकान था दिवार-ए-दर सजानें से पहले।। ? ?????????????? Hindi · शेर 153 Share Taj Mohammad 21 Nov 2021 · 1 min read कुरबत में देखो फिर ज़िन्दगी सो गई है यूँ ही अपनी गुरबत में। मिलना फिर कभी बात होगी उसकी सारी फुरसत में ।।1।। रोक ही ना पाओगे रोने से तुम खुद को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 123 Share Taj Mohammad 21 Nov 2021 · 1 min read फिर से हसाएंगें उल्फ़ते मोहब्बत में उसकी हम पतंगों की तरह जल जाएंगे। गर आया तूफान तो हम परिंदों की तरह उड़ जाएंगे।।1।। मत दो इतनी भी चाहत ए सनम यूँ इश्क में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 478 Share Taj Mohammad 21 Nov 2021 · 1 min read आज दिल मेरा आज दिल मेरा बड़ा बेकरार है। किसी अपने ने कहा तू बेकार है।।1।। क्या पैसे कमाना ही है ज़िंदगी। शायद जीवन का यही आधार है।।2।। निकल पड़ा हूँ जानिबे मंजिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 137 Share Taj Mohammad 21 Nov 2021 · 1 min read मैं बतानें के काबिल नहीं क्या तुम भी परेशां होते हो आजकल मेरी तरह। ऐसे ही यूँ भटकते हो क्या हर वक़्त शामो सुबह।।1।। मैं बताने के काबिल नही हूँ अपनी खैरों खबर। क्या तुम्हारा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 190 Share Taj Mohammad 21 Nov 2021 · 1 min read फरिश्तों सा कमाल है इक तुम्हारी ही नजर में बस वह सवाल है | बाकी सारी ही दुनिया के लिए बेमिसाल है ||1|| कभी वक्त मिले तो उससे भी बात करना | बदल जाएगा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 248 Share Taj Mohammad 21 Nov 2021 · 1 min read तेरा इन्तिज़ार ए ज़िन्दगी कब से है तेरा इन्तिज़ार ए ज़िन्दगी। अरसा हुआ मायूसी का ए ज़िन्दगी।।1।। ऐसा ना हो कि तू आये देर से बाद में। जीत जाएं तुझसे मौत की यह घड़ी।।2।।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 110 Share Taj Mohammad 21 Nov 2021 · 1 min read चंद लकीरों में रहता हूँ भीड़ में शौक नहीं ये मजबूरी है मेरी। डरता हूँ तन्हाई से तुम कहीं याद आ ना जाओ।।1।। घूमता हूँ इधर उधर आजकल मैं यूँ ही रातों दिन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 167 Share Taj Mohammad 21 Nov 2021 · 1 min read वह याद आया कल फिर वह याद आया हमें बड़ी सिद्दतों से | वैसे तो इंतजार है हमें उनका बड़ी मुद्दतों से ||1|| अन्देशों की गुंजाइश ना थी हमें अपनी जिंदगी में |... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 261 Share Taj Mohammad 21 Nov 2021 · 1 min read पुरानी कोठी के ताख पर जलता हुआ चिराग देखा पुरानी कोठी के ताख पर | क्या अब चाँद की चाँदनी आती नहीं इसके मेहराब पर ||1|| इतनी खामोशी क्यूँ है छाई इसके दर-ओ-दिवार पर |... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 269 Share Taj Mohammad 21 Nov 2021 · 1 min read हम बुरों को बुरा ही कहना कुर्आन की हर आयत से जिंदगी को समझना | यूं दिखावे की खातिर मस्जिदों में नमाजें ना पढ़ना ||1|| क्यों लगे रहते हो हर वक्त यूं फिक्रे खुदा में |... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 294 Share Taj Mohammad 21 Nov 2021 · 1 min read दिन होगा कायामत का बन्द कर दो तुम दिखावा ज़िन्दगी मे अपनी शराफ़त का | होगा हिसाब इक दिन तेरा भी वो दिन होगा कायामत का ||1|| अभी भी वक़्त है तौबा कर ले... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 161 Share Taj Mohammad 21 Nov 2021 · 1 min read मेरी दिल्लगी मेरी दिल्लगी देखो आज मेरे काम आ गई | मेरे नाम उनकी कई हसीन शाम आ गई ||1|| पाना तेरा इत्तेफाक ना था कोई भी मेरा | यह मेरी ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 185 Share Taj Mohammad 21 Nov 2021 · 1 min read बुजुर्गों की जायदाद से देखो बुजुर्गों की जायदाद से आज हम बेदखल हो गए हैं | ऐसे लगे जैसै हमारे ही घर में हम अपनों से कतल हो गए हैं ||1|| कोई सीरत ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 151 Share Taj Mohammad 21 Nov 2021 · 1 min read खैर-औ-खबर के लिए शहर शहर घूमता हूं तेरी एक नजर के लिए | हर सुबह यूं ही तैयार होता हूं एक अनजानें सफर के लिए ||1|| खामों खाँ नजरे उठती हैं महफिल में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 135 Share Taj Mohammad 21 Nov 2021 · 1 min read शोर... ?????????????? हर इंसान की एक उम्र है वह मैदानें हस्र को जाएगा जरूर। समझाओ कोई उनको उसकी मौत पर ये शोर क्यों मचा है?।। ? ?????????????? Hindi · शेर 579 Share Taj Mohammad 21 Nov 2021 · 1 min read सौदागर... ?????????????? कहते हैं लोग उसको मौत का सौदागर। फिर क्यों दुनिया उसकी इतनी दीवानी है।। ? ?????????????? Hindi · शेर 347 Share Taj Mohammad 21 Nov 2021 · 2 min read काश मेरे भी पास होती पूछते पुछते पहुँचा उस बाजार में जहाँ रौनक-ए- महफिलें थी बड़ी | बिकनें के लिये हर दुकान पर वहाँ कई ज़िन्दगीयाँ थी खड़ी ||1|| हर सम्त ही शऱाब-ओ-सबाब की महकी-महकी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 442 Share Taj Mohammad 21 Nov 2021 · 1 min read नूर... ?????????????? वह पढ़ता है अक्सर नमाजें तन्हाइयों मे जाकर तन्हा। चमक जो है उसके चेहरे पर वो नूर है खुदा की इबादत का।। ? ?????????????? Hindi · शेर 359 Share Taj Mohammad 21 Nov 2021 · 1 min read तुम अभी आना नहीं शहर की आब-ओ-हवा है ठीक नही तुम अभी आना नही। हर सम्त ही क़यामत है आयी यहाँ तुम अभी आना नही।।1।। सियासत की है बड़ी मजहब पर इन स्याह सियासतदानों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 390 Share Taj Mohammad 21 Nov 2021 · 2 min read मेरी माँ रात भर जागता हूं मैं जाने क्या-क्या सोचा करता हूं | जिंदगी रुक सी गई है अब तो हर रोज यही किया करता हूं ||1|| सुबह उठता हूं मायूसी के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 454 Share Previous Page 28