Taj Mohammad Language: Hindi 1360 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 19 Next Taj Mohammad 24 Apr 2022 · 1 min read एक दिन यह समझ आना है। लो ये हमारा अहद नामा है,,, नाम तुम्हारे हमारा सारा ही खज़ाना है।। देखते हैं अब तुम कैसे जीते हो,,, लोगों को और खुद को कितना खुश रखते हो।। यूं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 267 Share Taj Mohammad 24 Apr 2022 · 1 min read हम गरीब है साहब। आलीशान कमरों में हमें नींद नहीं आती है। हम गरीब है साहब आदत है फुटपाथ पे सोने की।।1।। जिदंगी यूं बदलेगी कभी सोचा ही नहीं था। थक कर सोएंगे मुझे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 4 582 Share Taj Mohammad 24 Apr 2022 · 1 min read ज़माने की नज़र से। जमाने की नजर से कभी तुम ना देखना हमको। जमाना है फरेबी तुम फरेबी ना समझना हमको।।1।। गर मौत जुदा कर दे कभी जिंदगी में हमें तुमसे। तुम सदा बद... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 425 Share Taj Mohammad 24 Apr 2022 · 1 min read चलो स्वयं से इस नशे को भगाते हैं। प्रबल इच्छा शक्ति दिखाते हैं,,, चलो स्वयं से इस नशे को भगाते हैं!!! नशा हमसे से या हम नशे से है,,, आज से अभी से इस नशे को ये बताते... Hindi · कविता 906 Share Taj Mohammad 23 Apr 2022 · 1 min read सारे निशां मिटा देते हैं। जख्म देकर खुद ही मरहम लगा देते हैं। ऐसे गुनाह करके वो सारे निशां मिटा देते हैं।।1।। गंदगी से दिल उनका बड़ा अफरोज है। पर वुजू से खुद को पाक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 263 Share Taj Mohammad 23 Apr 2022 · 1 min read हम भी है आसमां। अगर तू जमीं है जहां की तो हम भी हैं आसमां। आ मिलकर बना लें हम अपना मुकम्मल जहां।।1।। चलो दो जिस्म एक जां बनकर इश्क करते हैं। किताबों में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 371 Share Taj Mohammad 23 Apr 2022 · 1 min read यूं काटोगे दरख़्तों को तो। यूं काटोगे दरख़्तों को तो फिजाओं का क्या होगा। हर साख ही रो रही है अब इन परिंदों का क्या होगा।।1।। बना करके आज बस्ती फिर तुम इसको उजाड़ोगे। यहां... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 387 Share Taj Mohammad 23 Apr 2022 · 1 min read करते रहो सितम। करते रहो सितम हम उफ ना करेंगे। पर गैर बनने की सोची तो चुप ना रहेंगे।।1।। खुद से ज्यादा चाहते है हम तुमको। जरा सी नफरत तुम्हारी सह ना सकेंगे।।2।।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 440 Share Taj Mohammad 22 Apr 2022 · 1 min read दिल टूट करके। दिल टूट करके इश्क की यादों में रह गया है। हमारें जिस्मों जां का मालिक हमसे रूठ गया है।।1।। अब तन्हाई में बैठ कर हम उससे मिलते है। जिसका दर्द... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 338 Share Taj Mohammad 22 Apr 2022 · 1 min read खुशबू चमन की किसको अच्छी नहीं लगती। खुशबू चमन की किसको अच्छी नहीं लगती। आबरू अब किसी में हमें सच्ची नहीं दिखती।।1।। हया लाज़ भी गहना होता है लड़कियों का। सयानी हो गईं है बिटिया यूं बच्ची... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 304 Share Taj Mohammad 22 Apr 2022 · 1 min read परवाना बन गया है। इश्क में लुटकर देखो दिवाना बन गया है। दिल ए शम्मा में जलकर परवाना बन गया है।।1।। बहुत कम रुबरु होते थे हम यूं अंजनो से। देखो अपना बना कर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 309 Share Taj Mohammad 22 Apr 2022 · 6 min read जिदंगी के कितनें सवाल है। जिदंगी के कितने सवाल है। कहीं मिलते नहीं ढूढें बहुत ज़वाब है।।1।। बात ना करो तस्वुर्र की तुम। झूठे देखे रातों के सभी यह ख़्वाब है।।2।। देखने से जी ना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 322 Share Taj Mohammad 21 Apr 2022 · 1 min read सच में ईश्वर लगते पिता हमारें।। देव तुल्य है पृथ्वी पे पिता हमारे। हम जीवन जीते जिनके सहारे।। उनको जीवन में नमन करे हम। ऐसे ह्रदय के अच्छे पिता हमारे।। सबके दुख हर लेते पिता हमारे।... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 4 267 Share Taj Mohammad 21 Apr 2022 · 1 min read बड़े करीब होता है। पुत्री वात्सल्य ह्रदय में खूब होता है। पिता बिटिया के बड़े करीब होता है।। ✍✍ताज मोहम्मद✍✍ Hindi · शेर 73 Share Taj Mohammad 21 Apr 2022 · 1 min read एक पिता की जान। बड़ा तन्हा हो गया है वो बागवान। परिंदे सारे उड़ गए रह गया वो बेजान।।1।। रोपे थे शजर अपने हाथों से कभी। हो गए सारे के सारे वो उससे अंजान।।2।।... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल/गीतिका 3 6 302 Share Taj Mohammad 21 Apr 2022 · 1 min read पिता कुछ भी कर जाता है। स्वयं हारकर पुत्र को जिताता है। पुत्र की विजयी मुस्कान से खुश हो जाता है।।1।। पिता है पिता कुछ भी कर जाता है। कठिन परिश्रम करके वह घर को चलाता... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 272 Share Taj Mohammad 21 Apr 2022 · 1 min read पिता का साथ जीत है। दृढ़ता का ये प्रतीक है। पिता का साथ जीत है।।1।। यूं अनसुना ना करना। पिता की बातें सीख है।।2।। कर्म करना सिखाता है। फ्री में मिलती भीख है।।3।। कहदो जोभी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 366 Share Taj Mohammad 20 Apr 2022 · 1 min read पिता का कंधा याद आता है। थक कर जब चूर हो जाता हूं। तो पिता का कंधा याद आता है।।1।। संगति में जब बिगड़ जाता हूं। तो पिता का गुस्सा याद आता है।।2।। मुसीबत में जब... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 478 Share Taj Mohammad 20 Apr 2022 · 1 min read अहसासों से भर जाता हूं। आदाब बजा लाता हूं। जब पापा के पास आता हूं।। मुस्तकबिल सजा लेता हुं। जब पापा के साथ जाता हुं।। कुछ गम मिटा लेता हूं। जब पापा को सब बता... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 484 Share Taj Mohammad 20 Apr 2022 · 2 min read सुंदर सृष्टि है पिता। ईश्वर की अति उत्तम कृति है पिता,,, धैर्य की संयम रूपी सुंदर सृष्टि है पिता!!! परिवार रूपी बगिया को,,, माली बनकर जीवन भर लहू से सीचता है!!! प्रत्येक दिन पिता... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 6 445 Share Taj Mohammad 19 Apr 2022 · 2 min read पिता ईश्वर का दूसरा रूप है। पिता ईश्वर का दूसरा रूप है,,, इस पृथ्वी पर ब्रह्मा,विष्णु,महेश है!!! यदि ना हों खेलने को कुछ भी तो,,, पिता खिलौना बन जाता है!!! कभी कभी यह पिता,,, अपने बच्चों... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 5 10 321 Share Taj Mohammad 18 Apr 2022 · 1 min read गांव के घर में। शायद कोई किस्सा उठा है गांव के घर में। और मेरा भी हिस्सा लगा है गांव के घर में।। मैंने सबकुछ छोड़ दिया था बहुत पहले ही। बटवारे में जलजला... Hindi · शेर 867 Share Taj Mohammad 18 Apr 2022 · 1 min read चलों मदीने को जाते हैं। चलों मदीने को जाते है। दुआओं का असर लेकर आते है।।1।। सुना है दर है खुदा का। तमां सुकूं वहां पे जीकर आते है।।2।। नशा है वहां खुदाई का। हम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 375 Share Taj Mohammad 18 Apr 2022 · 1 min read तुम जो मिल गई हो। तुम जो मिल गई हो तमन्ना ना कोई बची है। वरना अब तक तो जिन्दगी सजा में कटी है।।1।। परिंदों सा था भटकता रहता था यूँ जहाँ में। अब समझ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 422 Share Taj Mohammad 17 Apr 2022 · 1 min read जानें कैसा धोखा है। जानें कैसा धोखा है। ये इश्क मजा है या सजा है।।1।। साथ साथ रहते है। पर बिना बात किए जीते है।।2।। दिले तमन्ना है बड़ी। जानता हूं होगी नही ये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 4 319 Share Taj Mohammad 17 Apr 2022 · 1 min read कुछ भी ना साथ रहता है। कुछ भी ना हमेशा रहता है। इन्सान बस अपने हालात को जीता है।।1।। खुशी हो या गम जिन्दगी में। कमबख्त यह अश्क नजरों से बहता है।।2।। कोई ना कोई तिश्नगी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 229 Share Taj Mohammad 17 Apr 2022 · 1 min read याद आते हैं। यूं ही कभी कभी हम खो जाते है। उसके साथ बीते पल जब याद आते है।।1।। दस्तूर है यह दुनियां में जिन्दगी का। जो भी बिछड़ जाते है वो याद... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 578 Share Taj Mohammad 17 Apr 2022 · 1 min read यूं रूबरू आओगे। यूं रूबरू आओगे तो अश्क छलक जायेंगे। डरते है मिलने से हम फिरसे बहक जायेंगें।।1।। बड़े मुश्किल से संभाला है मैने यूं दिल को। शांत पड़े दिल ए शोले फिरसे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 284 Share Taj Mohammad 16 Apr 2022 · 1 min read क्या कहते हो हमसे। क्या कहते हो हमसे तुमको मुहब्बत नहीं। झूठ बोलते हो कि बंद आंखों में मेरी सूरत नहीं।।1।। खूब जानता हूं मैं तुम्हारी शैतानियों को। हमारे अलावा तुम्हें किसी की भी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 283 Share Taj Mohammad 16 Apr 2022 · 1 min read जमीं से आसमान तक। जमीं से आसमान तक की ऊंचाई नाप लेना तुम। हमको तुमसे मोहब्बत है उतनी ये मान लेना तुम।।1।। हर मसला हल हो जायेगा परेशां ना होना यूं तुम। शर्त यह... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 387 Share Taj Mohammad 16 Apr 2022 · 1 min read तुम जिंदगी जीते हो। तुम जिंदगी जीते हो बस अपने वास्ते। इसीलिए अलग हो गए ये अपने रास्ते।।1।। हाल ए इश्क इक तरफा क्या पूछते हो। पूछो उससे बर्बाद हुए है जिसके वास्ते।।2।। ले... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 548 Share Taj Mohammad 16 Apr 2022 · 1 min read आंखों का वास्ता। वापस आजा परिंदे तुझे शाखों का वास्ता। रास्ता देखती बूढ़ी मां की आंखों का वास्ता।।1।। इज्जत जिल्लत देना खुदा की खुदाई पे है। मां का दिल बेताब है तुझसे है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 215 Share Taj Mohammad 16 Apr 2022 · 1 min read इश्क था मेरा। इश्क था मेरा कोई सामान ना था। जो तुमने कुछ पैसों में इसका सौदा कर लिया।।1। अपना खुदा माना था मैंने तुमको। इतने बड़े अकीदे पर भी तुमने धोखा दे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 283 Share Taj Mohammad 15 Apr 2022 · 1 min read चांदनी में बैठते हैं। आ चल चांद की चाँदनी में बैठते है। तेरी जुल्फों की शायबानी में बैठते है।।1।। तुम्हें क्या पता तुम क्या हो मेरे लिए। तुमको खुदा की निशानी में देखते है।।2।।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 331 Share Taj Mohammad 15 Apr 2022 · 1 min read अंजान बन जाते हैं। एक दूसरे की खातिर अंजान बन जाते है। जिंदगी जिएंगे भले ही बेजान बन जाते है।।1।। ना तुम मुझे पहचानना ना मैं तुम्हे जानूंगा। अपनी इश्के दास्तांन गुमनाम कर जाते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 408 Share Taj Mohammad 15 Apr 2022 · 1 min read पहचान लेना तुम। जमीं से आसमान तक की ऊंचाई नाप लेना तुम। हमको तुमसे मोहब्बत है उतनी ये मान लेना तुम।।1।। हर मसला हल हो जायेगा परेशां ना होना यूं तुम। शर्त यह... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 482 Share Taj Mohammad 14 Apr 2022 · 1 min read परिंदों सा। तुम जो मिल गई हो तमन्ना ना कोई बची है। वरना अब तक तो जिन्दगी सजा में कटी है।। परिंदों सा था भटकता रहता था यूँ जहाँ में। अब समझ... Hindi · शेर 1 2 260 Share Taj Mohammad 11 Apr 2022 · 1 min read हाल ए इश्क। तुम जिंदगी जीते हो बस अपने वास्ते। इसीलिए अलग हो गए ये अपने रास्ते।। हाल ए इश्क इक तरफा क्या पूछते हो। पूछो उससे बर्बाद हुए है जिसके वास्ते।। ✍✍ताज... Hindi · शेर 1 257 Share Taj Mohammad 11 Apr 2022 · 1 min read इश्क ए दास्तां को। इश्क ए दास्तां को अल्फाज़ नही मिलते है। ये दिल इतना टूटा है कि अब नहीं हंसते है।।1।। जमाने को लगता है बेरूखे हम हो गए है। बिन फूलों के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 214 Share Taj Mohammad 11 Apr 2022 · 1 min read अनजान बन गया है। हमारा उनका रिश्ता कैसा हो गया है। गलती हमारी ही है जो वह यूं अनजान बन गया है।।1।। हमें ना पता था इतना दूर चले जाओगे। अब देखो तो ये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 262 Share Taj Mohammad 11 Apr 2022 · 1 min read इंसाफ हो गया है। आज देखो तो इंसाफ हो गया है। उसको भी किसी ने आज बेवफ़ा जो कह दिया है।।1।। बेरहम को इश्क में तड़पते देखा। थोड़ा ही सही पर सुकूं मेरे भी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 196 Share Taj Mohammad 10 Apr 2022 · 1 min read ज़िंदगी। कैसे बताऊं मैं तुझको हाल जिंदगी का। अच्छा नही कोई यूं आमाल जिंदगी का।।1।। हर रोज ही गुनाह पर गुनाह कर रहा हूं। बेकार गुजर रहा है ये साल जिंदगी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 271 Share Taj Mohammad 10 Apr 2022 · 1 min read हमनें पत्थरों को खुदा बनते देखा है। हमनें पत्थरों को खुदा बनते देखा है। आलीम ए इंसानो को शिर्क करते देखा है।।1।। जो ख्वाब सजाती थी तेरा आंखों में। उन बूढ़ी नजरों को बड़ा बेबस होते देखा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 117 Share Taj Mohammad 8 Apr 2022 · 1 min read आमाल ज़िंदगी का। कैसे बताऊं मैं तुझको हाल जिंदगी का। अच्छा नही कोई यूं आमाल जिंदगी का।। हर रोज ही गुनाह पर गुनाह कर रहा हूं। बेकार गुजर रहा है ये साल जिंदगी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 101 Share Taj Mohammad 7 Apr 2022 · 1 min read सबको बच्चे सा सता रहा हूं। अभी तो गया था अस्पताल से फिर आ गया हूं। क्या बताऊं हाल ए जिन्दगी जीकर पछता रहा हूं।।1।। बड़ा परेशान हो गया हूं आई इन बीमारियों से। कुछ कर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 118 Share Taj Mohammad 7 Apr 2022 · 1 min read अस्पताल। अभी तो गया था अस्पताल से फिर आ गया हूं। क्या बताऊं हाल ए जिंदगी जीकर पछता रहा हूं।। ✍✍ताज मोहम्मद✍✍ Hindi · शेर 98 Share Taj Mohammad 7 Apr 2022 · 1 min read बस मनमानी है। घर घर की यहीं कहानी है। अदब लिहाज़ ना है बस मनमानी है।।1।। मां बाप की बच्चे सुनते नही है। बचाने के लिऐ सबकी दादी नानी है।।2।। बेटा तो था... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 123 Share Taj Mohammad 7 Apr 2022 · 1 min read कहां से लाए अल्फाज़। कहां से लाए अल्फाज़ जिन्दगी तुझको बयां करने का। तुम बात करते हो छत की यहां ना हैं आसमां सोने का।।1।। किससे करे उम्मीद ए वफ़ा हम पाने की इस... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 98 Share Taj Mohammad 5 Apr 2022 · 1 min read हंस रहें है। अब हाल ए ज़िंदगी पर हमारी हंस रहें हो। उम्मीद ए वफ़ा थी जो छोड़कर जा रहें हो।। ✍✍ताज मोहम्मद✍✍ Hindi · शेर 92 Share Taj Mohammad 5 Apr 2022 · 1 min read इश्क करते है। किसी ने पूंछा क्या करते हो। हमने भी कह दिया इश्क करते है।। उसने कहा इसमें क्या मिलता है। हमने कहा यूं ना समझ पाओगे ख़ुद करके देखो।। ✍✍ताज मोहम्मद✍✍ Hindi · शेर 185 Share Previous Page 19 Next