sushil sarna 1178 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 21 Next sushil sarna 28 Jan 2024 · 1 min read बिना अश्क रोने की होती नहीं खबर बिना अश्क रोने की होती नहीं खबर याद ने तेरी रोने का सलीका सिखा दिया सुशील सरना / 28-1-24 Quote Writer 154 Share sushil sarna 28 Jan 2024 · 1 min read छान रहा ब्रह्मांड की, छान रहा ब्रह्मांड की, परतों को विज्ञान । लेकिन उसको आज तक, मिला नहीं भगवान ।। सुशील सरना / 28-1-24 Quote Writer 158 Share sushil sarna 27 Jan 2024 · 1 min read खुश्क आँखों पे क्यूँ यकीं होता नहीं खुश्क आँखों पे क्यूँ यकीं होता नहीं ग़म की चादर में अश्क भी छुपाये जाते हैं सुशील सरना / 27-1-24 Quote Writer 223 Share sushil sarna 27 Jan 2024 · 1 min read मुक्तक हुई छलकते जाम से, मस्त नशीली शाम। नज़रों के खंजर चले, इश्क हुआ बदनाम। बाहों में फिर हुस्न का, ऐसा चढ़ा सुरूर - तन्हाई में दे दिया, उल्फत को अंजाम।... 152 Share sushil sarna 27 Jan 2024 · 1 min read मौसम तुझको देखते , मौसम तुझको देखते , झड़े उम्र के पात । आँखों में बस रह गई, यादों की बरसात ।। सुशील सरना / 27-1-24 Quote Writer 167 Share sushil sarna 26 Jan 2024 · 1 min read जाति धर्म के नाम पर, चुनने होगे शूल । जाति धर्म के नाम पर, चुनने होगे शूल । तभी देश में प्यार के, सुरभित होंगे फूल । आजादी से हिन्द की,मत करना खिलवाड़ - कमतर इसको आंकना, होगी भारी... Quote Writer 185 Share sushil sarna 26 Jan 2024 · 1 min read दीमक .... ये किस दीमक ने अपने घर को कमजोर कर दिया शहीदों की कसमें किर्चियों सी बिखरने लगीं उनका सपना एक सपना बन कर रह गया कल वीरों ने कसमें खाईं... 63 Share sushil sarna 26 Jan 2024 · 1 min read आजाद ... आजाद .... हाँ हम आज़ाद हैं अब अंग्रेज़ नहीं हम पर हमारे शासन करते हैं अब हंटर की जगह लोग आश्वासनों से पेट भरते हैं महंगाई,भ्रष्टाचार और रोटी की मरीचिका... 124 Share sushil sarna 26 Jan 2024 · 1 min read अंजाम .... एक चौराहा लाल बत्ती एक हाथ में कटोरा भीख का एक हाथ में झंडा बेचता कागज़ का न भीख मिली न झंडा बिका कैसे जलेगा चूल्हा शाम का क्या यही... 78 Share sushil sarna 26 Jan 2024 · 1 min read जाने कितने चढ़ गए, फाँसी माँ के लाल । जाने कितने चढ़ गए, फाँसी माँ के लाल । मिट कर उन्नत कर गए, भारत माँ का भाल । । सुशील सरना / 26-1-24 Quote Writer 196 Share sushil sarna 25 Jan 2024 · 1 min read तन के लोभी सब यहाँ, मन का मिला न मीत । तन के लोभी सब यहाँ, मन का मिला न मीत । छलिया इस संसार में, मिले न सच्ची प्रीत ।। सुशील सरना / 25-1-24 Quote Writer 155 Share sushil sarna 24 Jan 2024 · 1 min read धन तो विष की बेल है, तन मिट्टी का ढेर । धन तो विष की बेल है, तन मिट्टी का ढेर । विषय वासना पंक है, जन्म कर्म का फेर ।। सुशील सरना / 24-1-24 Quote Writer 164 Share sushil sarna 23 Jan 2024 · 1 min read यादों से कह दो न छेड़ें हमें यादों से कह दो न छेड़ें हमें तन्हाई हमें रास आने लगी है । सुशील सरना / 23-1-24 Quote Writer 179 Share sushil sarna 23 Jan 2024 · 1 min read रामायण के राम का , पूर्ण हुआ बनवास । रामायण के राम का , पूर्ण हुआ बनवास । आज अवध में हर तरफ, छाया है उल्लास । भक्तों का सैलाब अब, चला अयोध्या धाम - राम लला के देख... Quote Writer 193 Share sushil sarna 23 Jan 2024 · 1 min read मेरे अंतस में ...... मेरे अंतस में .... कौन मेरी हथेली की लकीरों में आसमान लिख गया स्मृति मेघ की बूंदों से मन विहग के संचित सारे अरमान लिख गया मैं देखती रही अपलक... 1 119 Share sushil sarna 23 Jan 2024 · 1 min read जब साँसों का देह से, जब साँसों का देह से, होता है संग्राम । नर्तन करते नेत्र में, कर्मों के परिणाम ।। सुशील सरना / 23-1-24 Quote Writer 115 Share sushil sarna 22 Jan 2024 · 1 min read गूँगी गुड़िया ... गूँगी गुड़िया .... कितनी प्रसन्न दिख रही हो सुनहरे बाल छोटी सी फ्रॉक छोटे - पांवों में लाल रंग की बैली नटखट आँखें नृत्य मुद्रा में फ़ैली दोनों बाहें बिन... 1 115 Share sushil sarna 22 Jan 2024 · 1 min read राम लला की हो गई, राम लला की हो गई, प्राण प्रतिष्ठा आज । दरस मात्र से जीव के, पूरन होंगे काज ।। सुशील सरना / 22-1-24 Quote Writer 140 Share sushil sarna 21 Jan 2024 · 1 min read चील ..... चील ........ कभी आसमान में उड़ती चीलों के जमघट से जमीन पर किसी जानवर के मरने का एहसास होता था सड़ने गलने से पहले ही चीलें उनके गोश्त को समाप्त... 152 Share sushil sarna 21 Jan 2024 · 1 min read पूछा किसी ने इश्क में हासिल है क्या पूछा किसी ने इश्क में हासिल है क्या चश्म से आँसू उबल कर गिर पड़ा सुशील सरना / 21-1-24 Quote Writer 161 Share sushil sarna 21 Jan 2024 · 1 min read ईमानदारी. . . . . लघुकथा ईमानदारी .... "अरे भोलू ! क्या हुआ तेरे पापा 4-5 दिन से दूध देने नहीं आ रहे ।"सविता ने भोलू के बेटे को दूध का भगोना देते हुए पूछा ।... 132 Share sushil sarna 21 Jan 2024 · 1 min read मुक्तक रामायण के राम का , पूर्ण हुआ बनवास । आज अवध में हर तरफ, छाया है उल्लास । भक्तों का सैलाब अब, चला अयोध्या धाम - राम लला के देख... 64 Share sushil sarna 21 Jan 2024 · 1 min read भोर अगर है जिंदगी, भोर अगर है जिंदगी, साँझ अन्त का बिम्ब । रैन मौन संघर्ष का, जीवित आशा डिम्ब ।। सुशील सरना / 21-1-24 Quote Writer 164 Share sushil sarna 20 Jan 2024 · 1 min read खामोश अवशेष .... खामोश अवशेष ... गोली बारूद धुआँ चीत्कार रक्तरंजित गर्द में डूबा अन्धकार शून्यता इस पार भी और उस पार भी बिछ गयी लाशें हदों के इस पार भी और हदों... 1 221 Share sushil sarna 20 Jan 2024 · 1 min read गीत रीते वादों का ..... गीत रीते वादों का ...... मैं गीत हूँ रीते वादों का , मैं गीत हूँ बीती रातों का। जो मीत से कुछ भी कह न सका,वो गीत हूँ मैं बरसातों... 1 169 Share sushil sarna 20 Jan 2024 · 1 min read बेशर्मी के कहकहे, बेशर्मी के कहकहे, नग्न हुआ शृंगार । लाज हीन लज्जा हुई, ऐसी चली बयार ।। सुशील सरना / 20-1-24 Quote Writer 298 Share sushil sarna 19 Jan 2024 · 1 min read मैं .... मैं .... मैं कल भी ज़िंदा था आज भी ज़िंदा हूँ और कल भी ज़िदा रहूंगा । फ़र्क सिर्फ़ इतना है कि मैं कल गर्भ था आज देह हूँ कल... 1 211 Share sushil sarna 19 Jan 2024 · 1 min read सीता ढूँढे राम को, सीता ढूँढे राम को, गली-गली में आज । लूट रहे हर मोड़ पर, देखो रावण लाज़।। सुशील सरना / 19-1-24 Quote Writer 1 159 Share sushil sarna 19 Jan 2024 · 1 min read तुम आये तो हमें इल्म रोशनी का हुआ तुम आये तो हमें इल्म रोशनी का हुआ बरसों याराना रहा अंधेरों से अपना सुशील सरना / 19-1-24 Quote Writer 162 Share sushil sarna 19 Jan 2024 · 1 min read मानव इनको हम कहें, मानव इनको हम कहें, या जहरीले नाग । मीठा बनकर विष भरी, हरदम उगलें झाग।। सुशील सरना / 19-1-24 Quote Writer 104 Share sushil sarna 19 Jan 2024 · 1 min read अधमी अंधकार .... अधमी अन्धकार ...... जलता रहा एक दिया अंधेरों को रोशनी देने के लिए करता रहा प्रहार तम अधम निर्बल लौ पर लगातार रोशनी को हराने के लिए हार गई आख़िर... 2 167 Share sushil sarna 19 Jan 2024 · 1 min read दोहा त्रयी. . . सन्तान दोहा त्रयी. . . सन्तान बना लिये सन्तान ने ,अपने अपने नीड़ । वृद्ध हुए माँ बाप अब, तन्हा बाँटें पीड़ ।। अर्थ लोभ हावी हुए, भौतिक सुख विकराल ।... Quote Writer 145 Share sushil sarna 19 Jan 2024 · 1 min read दोहा त्रयी. . . सन्तान दोहा त्रयी. . . सन्तान बना लिये सन्तान ने ,अपने - अपने नीड़ । वृद्ध हुए माँ बाप अब, तन्हा बाँटें पीड़ ।। अर्थ लोभ हावी हुए, भौतिक सुख विकराल... 151 Share sushil sarna 18 Jan 2024 · 1 min read शून्य .... शून्य .... संख्याओं से पहले है या बाद में शून्य क्या है शून्य किस अभिव्यक्ति का विस्तार है शून्य पूर्ण है या अपूर्ण है शून्य हर संख्या पूर्ण होती है... 130 Share sushil sarna 18 Jan 2024 · 1 min read मौन सभी मौन सभी दंडित हुए प्रतिबन्ध खंडित हुए रोम रोम पर देह के स्पर्श स्वर मंडित हुए सुशील सरना Quote Writer 1 185 Share sushil sarna 18 Jan 2024 · 1 min read मौन देह से सूक्ष्म का, जब होता निर्वाण । मौन देह से सूक्ष्म का, जब होता निर्वाण । अनुत्तरित है आज तक, कहाँ गए वो प्राण ।। सुशील सरना / 18-1-24 Quote Writer 168 Share sushil sarna 18 Jan 2024 · 1 min read उल्फ़त का आगाज़ हैं, आँखों के अल्फाज़ । उल्फ़त का आगाज़ हैं, आँखों के अल्फाज़ । नूर हुस्न का दे रहा, ख़्वाबों को परवाज़ । । सुशील सरना / 18-1-24 Quote Writer 179 Share sushil sarna 18 Jan 2024 · 1 min read काँटा ... मैं काँटा हूँ जाने कितने काँटे चुभा दिये लोगों ने मेरे बदन में अपने शूल शब्दों के जमाने ने देखी तो सिर्फ मुझसे मिलने वाली वेदना को देखा मेरी तीक्ष्ण... 163 Share sushil sarna 17 Jan 2024 · 1 min read दोहे. . . . जीवन दोहे . . . . जीवन झुर्री-झुर्री पर लिखा, जीवन का संघर्ष । जरा अवस्था देखती, मुड़ कर बीते वर्ष ।। क्या पाया क्या खो दिया, कब समझा इंसान ।... 133 Share sushil sarna 17 Jan 2024 · 1 min read दोहा त्रयी. . . शंका दोहा त्रयी. . . शंका शंका व्यर्थ न कीजिए, यह दुख का आधार । मन का छीने चैन यह , शूलों का संसार ।। शंका का संसार में, कोई नहीं... 2 141 Share sushil sarna 16 Jan 2024 · 1 min read मुक्तक ख़्वाब फिर महके हैं सावन की रात में। जवाँ दिल बहके ..हैं सावन की रात में। बारिश की बूंदों में .उल्फ़त की आतिश- जज़्बात दहके हैं ..सावन ..की रात में।... 95 Share sushil sarna 16 Jan 2024 · 1 min read अधूरी प्रीत से.... अधूरी प्रीत से .... लब खामोश थे पलकें भी बन्द थीं कहा मैंने भी कुछ न था कहा तुमने भी कुछ न था फिर भी इक अनकहा नन्हा सा लम्हा... 132 Share sushil sarna 15 Jan 2024 · 1 min read जाने के बाद .....लघु रचना जाने के बाद ... लघु रचना गुज़र गयी एक आंधी तुम्हारे स्पर्शों की मेरी देह की ख़ामोश राहों से समेटती हूँ आज तक मोहब्बत की चादर पर वो बिखरे हुए... 170 Share sushil sarna 14 Jan 2024 · 1 min read सलाह .... लघुकथा सलाह ...(लघुकथा ) "बाबू जी, बाबू जी । बच्चा भूखा है । कुछ दे दो ।" एक भिखारिन अपने 5-6 माह के बच्चे को अस्त-व्यस्त से कपड़ों में दूध पिलाते... 161 Share sushil sarna 13 Jan 2024 · 1 min read कहानी .... कहानी .......... कहानी कहाँ नहीं है जिन्दगी की हर परत में कसमसाती कोई न कोई कहानी है कल्पना की बैसाखियों पर यथार्थ की हवेलियों में शब्दों की खोलियों में दिल... 143 Share sushil sarna 13 Jan 2024 · 1 min read दोहा मृगनयनी चंचल चले, हिरनी जैसी चाल । अपना यौवन षोडशी ,चलती बड़ा संभाल ।। मद में गौरी जब चले, हिरनी जैसी चाल । आशिक, भौंरे, मनचले, डालें अपना जाल ।।... 153 Share sushil sarna 13 Jan 2024 · 1 min read दोहा संकट हरने आ गए, धरती पर श्री राम। दर्शन करने राम के, चलो अयोध्या धाम।। सुशील सरना / 13-1-24 85 Share sushil sarna 12 Jan 2024 · 1 min read मनका छंद .... मनका / वर्णिका छंद - तीन चरण, पाँच-पाँच वर्ण प्रत्येक चरण,दो चरण या तीनों चरण समतुकांत मस्त जवानी फिर न आनी हसीं कहानी ! * आई बहार अलि गुँजार पुष्प... 130 Share sushil sarna 12 Jan 2024 · 1 min read ये कैसा घर है. . . . ये कैसा घर है .... ये कैसा घर है जहां सब बेघर रहते हैं दो वक्त की रोटी उजालों की आस हर दिन एक सा और एक सी प्यास चेहरे... 2 144 Share sushil sarna 12 Jan 2024 · 1 min read दोहा त्रयी. . . . दोहा त्रयी. . . कितना किसको क्या कहें, लगते सभी सुजान । ज्ञान बाँटना आजकल, जैसे हो अपमान ।। अर्थ आवरण में छुपी, अपनों की पहचान । सुख -दुख सब... 1 189 Share Previous Page 21 Next