Dr fauzia Naseem shad 2955 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 21 Next Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read वो पढ़ लेगा मुझको (12) सफ़र इश्क का मुश्किल बहुत है । कुछ तो नहीं, दर्द हासिल बहुत है । इज़हार-ए-उल्फ़त कर न सके जो । दिल ये हमारा बुज़दिल बहुत है ।। तरसती... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 14 366 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read बिछड़ा हो खुद से (11) बिछड़ा हो खुद से, वो मिलता कहां है। पत्थर हो दिल से, वो पिघलता कहां हैं।। किसी हाल में इसको खोने न देना। सिरा जिंदगी का मिलता कहां हैं... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 12 212 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read तुम्हारे हमारे एहसासात की है (10)) तुम्हारे हमारे एहसासात की है। ज़िंदगी मौत के सवालात की है ।। कहानी के अंदर नया कुछ नहीं है। ये बात बस दिल-ए-जज़्बात की है।। वाकिफ़ है इससे तू... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 12 649 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read अजनबी जैसा हमसे (9) अजनबी जैसा हम से मिलता है। दर्द आँखों से तब पिघलता है ।। जान जाती है उस के जाने से । ख़्वाहिशों का भी दम निकलता है ।। टूटता... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 11 397 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read वो तुम्हीं तो हो (8) मेरी जिंदगी वो तुम्ही तो हो मेरी हर खुशी वो तुम्ही तो हो मेरी उम्मीद वो तुम्हीं तो हो दिल की धड़कने वो तुम्हीं तो हो मेरे हमनवां वो... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 11 606 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read कभी हक़ किसी पर (7) कभी हक़ किसी पर जताया नहीं है। ख़्वाहिश है क्या ये बताया नहीं है।। नाराज हो कर भी देखा है हमने। किसी ने भी हमको मनाया नहीं है।। कसमों... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 12 455 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read एक है ईश्वर (6) एक है ईश्वर एक है दुनिया । भेद क्यों फिर सारे हुए हैं ।। जीत वो कैसे सकते हैं। खुद से जो हारे हुए हैं ।। आसमां उनसे भरा... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 13 427 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read अपने दिल से (5) अपने दिल से लगा भी सकते हैं । तेरे नज़दीक आ भी सकते हैं ।। कोई परदा नहीं है तुझसे मेरा । अपनी नज़रें झुका भी सकते हैं।। ज़िन्दगी... Poetry Writing Challenge 16 1 319 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read सच तो यह है (4) सच तो यह है कि प्यार तुमसे है। बेहद और बे'शुमार तुमसे है ।। दिल का तुम पर एतमाद क्या कहिये। मेरा मुझे पर एतबार तुमसे है ॥ लौट... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 13 257 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read दिल में भी (3) दिल में भी इत्मिनान रक्खेंगे। फासला दर्मियान रक्खेंगे ।। आप की सोच मुखल्लिफ हम से। हम भी इस का ध्यान रक्खेंगे ।। वार तुम पर तो कर नहीं सकते।... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 13 346 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read मेरी ख़्वाहिश ने (2) मेरी ख़्वाहिश ने मुझ को लूटा है। ख्वाब देखा जो मैंने, झूठा है ।। यूँ ही तुम से खफा नहीं हैं हम। दिल नहीं, ऐतबार टूटा है।। कुछ नहीं... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 13 380 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read तुम से मिलना था (1) फूल से हम जो खिल नहीं पाये। तुम से मिलना था मिल नहीं पाये ।। दर्द रिसता है आज भी उन से। ज़ख्म दिल के जो सिल नहीं पाये।।... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 14 693 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 2 min read नैतिकता ज़रूरत है वक़्त की फिलहाल में हमारे देश में जिस प्रकार का असंतोष का वातावरण बना और जिस प्रकार हमारे समाज और देश को तोड़ने वाली जो समस्याएं उत्पन्न हुई उसके पीछे राजनीति, नफ़रत,... Hindi · लेख 10 411 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read कुछ भी रहता नहीं है कुछ भी रहता नहीं है यादों में । वक़्त लम्हों में बीत जाता है ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 8 367 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read खुल के सच को अगर कहा जाए शर्म से आंख फिर नहीं झुकती । खुल के सच को अगर कहा जाए ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 9 149 Share Dr fauzia Naseem shad 26 May 2023 · 1 min read चुभती है रौशनी तारीकियां सी हैं आंखों में आजकल । चुभती है रौशनी आंखों में आजकल ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 8 247 Share Dr fauzia Naseem shad 26 May 2023 · 1 min read देर तक मैंने मुझमें मुझसा नज़र नहीं आया । देर तक मैंने आईना देखा ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 7 114 Share Dr fauzia Naseem shad 25 May 2023 · 1 min read ज़िंदगी ऐसी चन्द सिक्को के लिए बेबसी का हुनर बिकता है। ज़िन्दगी ऐसी कि हर सांस में दम घुटता है ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 12 293 Share Dr fauzia Naseem shad 25 May 2023 · 1 min read या'रब किसी इंसान को एहसास - ए - मुफ़लिसी सबसे बड़ा ग़म है गरीब का । या'रब किसी इंसान को इंसान का मोहताज न बनाए ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 11 229 Share Dr fauzia Naseem shad 25 May 2023 · 1 min read ज़िंदगी का सवाल रहता है ज़िन्दगी की हर एक ज़रूरत में । ज़िन्दगी का सवाल रहता है ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 9 170 Share Dr fauzia Naseem shad 25 May 2023 · 1 min read कोशिशें हमने करके देखी हैं मात दी है हमें मुकद्दर ने । कोशिशें हमने कर के देखी हैं ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 10 108 Share Dr fauzia Naseem shad 25 May 2023 · 1 min read याद रखना याद रखना हमें दु'आओं में । ओढ़ कर जब ज़मीन सो जायें ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi 10 225 Share Dr fauzia Naseem shad 24 May 2023 · 14 min read गज़ले 1, कुछ नमी अपने साथ लाता है । जब भी तेरा ख़याल आता है।। देख कर ही सुकून मिलता है । तेरा चेहरा नज़र को भाता है ।। कुछ भी... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 16 4 260 Share Dr fauzia Naseem shad 24 May 2023 · 1 min read कोई किसी का कहां हुआ है ज़रूरतों के हैं बस तकाज़े । कोई किसी का कहां हुआ है ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 10 164 Share Dr fauzia Naseem shad 24 May 2023 · 1 min read ख़ुदी के लिए ख़ुदी के लिए खुद को तन्हा करो तुम । ज़रूरी बहुत है खुद को महसूस करना ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 10 453 Share Dr fauzia Naseem shad 22 May 2023 · 1 min read ज़िंदगी इस क़दर सूख जाते हैं आंख में आंसू । ज़िंदगी इस क़दर रूलाती है ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 11 185 Share Dr fauzia Naseem shad 21 May 2023 · 1 min read कुछ नमी कुछ नमी अपने साथ लाता है । जब भी तेरा ख़याल आता है।। देख कर ही सुकून मिलता है । तेरा चेहरा नज़र को भाता है ।। कुछ भी रहता... Hindi · ग़ज़ल 12 2 613 Share Dr fauzia Naseem shad 19 May 2023 · 1 min read समझा दिया है वक़्त ने समझा दिया है वक़्त ने दुनिया का फलसफा। हमको भी अब किसी से शिकायत नहीं रही ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 8 532 Share Dr fauzia Naseem shad 9 May 2023 · 1 min read कैसे आंखों का मेरी फ़ितरत में है हर काम मुकम्मल करना । कैसे आंखों का कोई ख़्वाब अधूरा रखते ॥ डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 15 424 Share Dr fauzia Naseem shad 9 May 2023 · 1 min read माँ नहीं मेरी जिसकी यादें हयात हैं मुझमें । कैसे कह दूँ कि माँ नहीं मेरी ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 13 277 Share Dr fauzia Naseem shad 9 May 2023 · 1 min read माँ तेरी याद बन के आँसू कब नहीं आती। माँ तेरी याद कब नहीं आती ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 13 3 331 Share Dr fauzia Naseem shad 8 May 2023 · 1 min read जो किसी से उसका अपना कोई नहीं होता । जो किसी से ख़फ़ा नहीं होता ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 13 516 Share Dr fauzia Naseem shad 8 May 2023 · 1 min read जिसमें हर सांस जिसमें हर सांस हो सज़ा जैसे । मुफ़लिसी, एक बददुआ जैसे ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 12 192 Share Dr fauzia Naseem shad 8 May 2023 · 1 min read ज़िंदगी थी कहां एहसास कुछ तो होता मुझे अपने वजूद का । ज़िन्दगी थी कहां जो आकर गुज़र गई ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 13 343 Share Dr fauzia Naseem shad 8 May 2023 · 1 min read शौक़ इनका भी शौक़ इनका भी अपना होता है । क़िस्मते भी मज़ाक करती हैं ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 11 186 Share Dr fauzia Naseem shad 6 May 2023 · 1 min read देर तक मैंने आईना देखा मुझमें मुझसा नज़र नहीं आया । देर तक मैंने आईना देखा ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 9 409 Share Dr fauzia Naseem shad 5 May 2023 · 1 min read मुफ़लिसी एक बद्दुआ जिसमें हर सांस हो सज़ा जैसे । मुफ़लिसी, एक बददुआ जैसे ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 7 437 Share Dr fauzia Naseem shad 5 May 2023 · 1 min read कोई मोहताज उसकी रहमत पे छोड़ दो खुद को । कोई मोहताज फिर नहीं होता ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 8 220 Share Dr fauzia Naseem shad 5 May 2023 · 1 min read तेरी नियत में कभी न करना उससे, उसकी नेमतों का गिला । तेरी नियत में छुपा है तेरी इबादतो का सिला ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi 7 184 Share Dr fauzia Naseem shad 4 May 2023 · 1 min read अच्छा अख़लाक़ आपके अच्छे अख़लाक़ से बेहतर दीन की दावत देने का कोई और माध्यम नहीं हो सकता इसलिए अपने अख़लाक़ को बेहतर से बेहतर करने की कोशिश करें । डाॅ फौज़िया... Hindi · कोटेशन 9 575 Share Dr fauzia Naseem shad 3 May 2023 · 1 min read स्वयं ही स्वयं का अगर सम्मान करे नारी ईर्ष्या का अगर परित्याग करे नारी। स्वयं ही स्वयं का अगर सम्मान करे नारी।। सम्भव नहीं फिर नारी का अपमान करे नारी। शिक्षा को अगर स्वयं में आत्मसात करे नारी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 8 778 Share Dr fauzia Naseem shad 3 May 2023 · 1 min read रिश्ते वही अनमोल रिश्ते वही अनमोल और दिल के करीब होते हैं जहां एक दूसरे को समझने के लिए लफ़्ज़ों की नहीं एहसास की ज़रूरत हो । डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · कोटेशन 9 148 Share Dr fauzia Naseem shad 3 May 2023 · 1 min read ज़िंदगी में बेहतर ज़िंदगी में बेहतर नज़र आने का मतलब ये नहीं होना चाहिए, कि आपकी बनावट में आपका अपना वजूद ही गुम हो जाए, बदलाव आपके अंदर से आना चाहिए न कि... Hindi · कोटेशन 10 298 Share Dr fauzia Naseem shad 3 May 2023 · 1 min read जीने की मुझसे इस ज़िंदगी की अदावत थी इसलिए । जीने की ख़्वाहिशों में मुझे मैं भी चाहिए था ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 8 587 Share Dr fauzia Naseem shad 2 May 2023 · 1 min read स्वयं का बैरी मानव मानव का दुश्मन क्यों है ? सरल सा जीवन दुर्लभ क्यों है ? जाति, धर्म, संप्रदाय की उलझन में, प्रत्येक व्यक्ति उलझा क्यों है ? समाज में विद्रूपता का... Hindi · शेर 6 690 Share Dr fauzia Naseem shad 2 May 2023 · 1 min read ज़िन्दगी तुमको ढूंढ ही लेगी ज़िन्दगी तुमको ढूंढ ही लेगी । ख़्वाहिशों के सवाल जितने हों ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 6 476 Share Dr fauzia Naseem shad 2 May 2023 · 1 min read नाम इंसानियत का सबक़ नफ़रतों के सभी पढ़ा देना, चिराग घरों के सभी बुझा देना । इंसा होना अगर समझ नहीं आये। नाम इंसानियत का मिटा देना । तेरी दुनिया और तुम ख़ुदा... Hindi 6 619 Share Dr fauzia Naseem shad 29 Apr 2023 · 1 min read एहसास दिला देगा वक़्त किसे कहतें हैं तुझे एहसास दिला देगा। पहुंचा के बुलंदी पर तुझे मिट्टी में मिला देगा ।। गुज़रेगा कभी ऐसे भी तेरी पहचान मिटा देगा। अपने और पराये का... Hindi · मुक्तक 8 353 Share Dr fauzia Naseem shad 29 Apr 2023 · 1 min read आहत न हो कोई आहत न हो कोई, व्यवहार ऐसा रक्खो । मन में सदैव अपने उत्तम विचार रक्खो ।। क्षण-क्षण के मूल्य को स्वयं पर उधार रक्खो । उद्देश्य पूर्ण अपने जीवन का... Hindi · मुक्तक 7 486 Share Dr fauzia Naseem shad 22 Apr 2023 · 1 min read कुछ याद बन गये लम्हें जो ज़िन्दगी के आकर गुज़र गये । कुछ याद बन गये, कुछ याद रह गये ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 7 219 Share Previous Page 21 Next