लक्ष्मी सिंह 1035 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 19 Next लक्ष्मी सिंह 18 Apr 2017 · 1 min read भगवन नाम (1) भगवन नाम सचमुच एक रत्न है। इससे ही शांति और आनंद है। (2) भगवन नाम में अपनी निजी शक्ति होती है। मन एकाग्र होता है और गहरी अनुभूति होती... Hindi · Quote Writer · कोटेशन 1 676 Share लक्ष्मी सिंह 16 Apr 2017 · 1 min read मोहब्बत (1)???? एक फूल मोहब्बत का खिलायेगें हम....... हमारे दरमिया ना रहेगा कोई गम......... ????? (2) ???? मोहब्बत की चाबी से दिल का दरवाजा खुलता है, दिल से दिल तक पहुँचने... Hindi · कोटेशन 1 552 Share लक्ष्मी सिंह 15 Apr 2017 · 1 min read दर्द की बात ना करो ????? दर्द की बात ना करो, हम तो दर्द में ही रहते हैं। हर रोज घुटते-मरते हैं, पर किसी से नहीं कहते हैं। वक्त ने जो भी किया सितम सब... Hindi · कविता 1 1 507 Share लक्ष्मी सिंह 14 Apr 2017 · 2 min read जिन्दगी की परिभाषा ????? जिन्दगी एक अभिलाषा है। इसकी अलग-अलग परिभाषा है। ? जिन्दगी विधाता का दिया अद्भुत उपहार है। कुदरत ने जो धरती पर बिखेरा वो प्यार है। ? जिन्दगी बहुत खूबसूरत... Hindi · कोटेशन 1 1 1k Share लक्ष्मी सिंह 13 Apr 2017 · 1 min read कुछ मन की कर जाऊँ ???? आज मैं कुछ मन की कर जाऊँ। बिना पंख गगन में उड़ जाऊँ। ? चाँद सितारे तोड़ के लाऊँ। अपने बगिया में मैं लगाऊँ। ? प्रकृति से मैं रंग... Hindi · कविता · बाल कविता 393 Share लक्ष्मी सिंह 12 Apr 2017 · 1 min read बचपन की हर बात निराली ????? बचपन तो बचपन है बचपन की हर बात निराली। गुड्डा गुड़िया,खेल खिलौने बस यादें रह जाती है सारी। कभी याद कर हम बीते दिनों की कहनी। कभी हम मुस्कुराते... Hindi · कविता · बचपन 704 Share लक्ष्मी सिंह 11 Apr 2017 · 1 min read इन्सान नहीं वह दरिंदा है ???? इन्सान नहीं वह दरिंदा है, धरती आकाश जिससे शर्मिन्दा है। मासुम को नोच कर खाता है, इन्सान के रूप में भेड़िया है। पति-पिता के सामने ही बेटी को, नोचकर... Hindi · कविता 387 Share लक्ष्मी सिंह 9 Apr 2017 · 1 min read मेरी रूह (1)???? मेरी रूह मुझे छोड़ गई.... मेरे हाथों से निकलकर तेरी यादों से लिपट गई..... ????? (2)???? मेरी रूह मेरी जिस्म छोड़ कर चली........ तेरी यादों की खुश्बू में तितली... Hindi · कोटेशन 372 Share लक्ष्मी सिंह 8 Apr 2017 · 1 min read कान्हा,कन्हा मैं करूँ ?????? कान्हा,कन्हा मैं करूँ, मेरा कान्हा है चितचोर। ? चैन चुराकर, नींद उड़ाकर, वो बैठा कित ओर। ? मैं बावली, हुई दीवानी, क्यों ना देखे मेरी ओर? ? इत उत... Hindi · कविता 342 Share लक्ष्मी सिंह 7 Apr 2017 · 1 min read मैं हूँ एक फूल सुर्ख गुलाब ?????? मैं हूँ एक फूल सुर्ख गुलाब। जिधर से भी मैं गुजरूँ, छोड़ जाऊँ खुश्बू बेहिसाब। ?? मेरा जीवन काँटों की चुभन, चेहरा खिला मुस्कुराता गुलाब। मेरे अंग-अंग में सुन्दरता,... Hindi · कविता 1 1 552 Share लक्ष्मी सिंह 6 Apr 2017 · 1 min read मेरी माँ मुझे कितना याद आती है ????? मत पूछो मुझसे कि, मेरी माँ मुझे कितना याद आती है। ? पलकें बंद करूँ तो, सामने साक्षात माँ मुस्कुराती है। माथे पर बड़ी-सी बिंदी, कानों में सोने की... Hindi · गीत · माँ 547 Share लक्ष्मी सिंह 5 Apr 2017 · 1 min read मैं लिखती हूँ ????? मैं क्या लिखती हूँ और क्यों लिखती हूँ स्वयं मैं नहीं जानती बस लिखती हूँ.. मैं लिखती हूँ.. ? अपनी प्रतिभा से यत्र-तत्र बिखरे सौन्दर्य को संकलित करके एक... Hindi · कविता 398 Share लक्ष्मी सिंह 4 Apr 2017 · 1 min read जिन्दगी को गुजार दो ???? जिंदगी को गुजार दो खिलखिलाते हँसते हँसते। न जाने किस वक्त,कब कहाँ, जिंदगी निकल जाए हाथ से फिसल के। बहुत नज़दीक से देखा है जिंदगी को तड़पते बिलखते। एक... Hindi · कविता 470 Share लक्ष्मी सिंह 3 Apr 2017 · 1 min read हे पवन पुत्र ???? हे पवन पुत्र तुम तो हो, शिव शंकर के अवतारी। हे अंजनी लाल जग में, तेरी महिमा न्यारी। बजरंगी है नाम तुम्हारा, श्री राम के आज्ञाकारी। लाल-लाल है रूप... Hindi · कविता · भजन · वंदना 524 Share लक्ष्मी सिंह 2 Apr 2017 · 1 min read मन में ख्यालों के ???? मन में ख्यालों के बुल बुले उठटते हैं। कुछ सुलझे, कुछ अनसुलझे हैं। ? कुछ दिलों में सूल बनकर। तो कुछ खिलते फूल बनकर। ? मन भी एक अजीब... Hindi · कविता 1 568 Share लक्ष्मी सिंह 1 Apr 2017 · 1 min read तेरे बगैर (1)???? एक कमी है मुझ में जो तेरे पास आकर पूरी होती है, तेरे बगैर मेरी शक्सियत अधूरी है। ???? (2)???? अकेली होकर भी मैं अकेली नहीं होती..... तेरा ख्याल... Hindi · कोटेशन 448 Share लक्ष्मी सिंह 1 Apr 2017 · 1 min read आदत नहीं ????? आदत नहीं जीने की तुझ से जुदा होकर.... कभी ना जाना तुम मुझे अकेला छोड़कर.... जी ना पाऊँगी मैं तुझ बिन तन्हा रहकर... जिन्दगी मुस्कुराती है मेरी सिर्फ तेरे... Hindi · मुक्तक 1 387 Share लक्ष्मी सिंह 31 Mar 2017 · 1 min read प्रजापति (कुम्हार) ????? हम जुड़े देश की माटी से वही पुराने संस्कार की घाटी से । मिट्टी के हम दीये बनाते, उसी से अपना घर चलाते। आदि यंत्र कला का प्रवर्तक, मिट्टी... Hindi · कविता 703 Share लक्ष्मी सिंह 30 Mar 2017 · 1 min read माँ मेरा मन ???? माँ मेरा मन, तेरी गोदी ढूंढता है। माँ मेरा तन, तेरी वही स्पर्श चाहता है। माँ मेरा अन्तस, हर पल तुझे पुकारता है। तू आ जाये काश अभी, हर... Hindi · कोटेशन 995 Share लक्ष्मी सिंह 29 Mar 2017 · 1 min read कितना बेबस, कितना दीनहीन लाचार ????? कितना बेबस,कितना दीनहीन लाचार, सामने कटोरा, गोद में बच्चा बिमार। उफ,ऐ दाता!कैसी किस्मत की मार, भाग्य में सिर्फ जिल्लत और तिरस्कार। नित धृणा भरी दृष्टि,लोगों की दुत्कार, हाथ जोड़कर... Hindi · कविता 1 439 Share लक्ष्मी सिंह 28 Mar 2017 · 2 min read मेरी नानी माँ ?????? माँ तो प्यारी है ही मुझको, पर माँ से प्यारी नानी माँ। माँ ने तो मुझको जन्म दिया, पर पाली - पोसी नानी माँ। ? प्याली भर कर दूध... Hindi · गीत 2k Share लक्ष्मी सिंह 27 Mar 2017 · 1 min read मुझे अच्छी लगती है। ???? तेरी मीठी -मीठी बातें मुझे अच्छी लगती है। तेरी तारीफों की बरसातें मुझे अच्छी लगती है। तेरे संग बीते दिन- रातें मुझे अच्छी लगती हैं। सुन्दर सपनों की सौगातें... Hindi · कविता 661 Share लक्ष्मी सिंह 27 Mar 2017 · 1 min read माँ मुझे भी दुनिया में लाना ????? ओ माँ! प्यारी माँ! मुझे भी दुनिया में लाना। वो छुअन,वो स्पर्श का अहसास मुझे भी कराना। ? ओ माँ! मुझे भी देना, अपनी ममता का साया। माँ तेरी... Hindi · कविता · बेटी/बेटियां · माँ 2 1 1k Share लक्ष्मी सिंह 25 Mar 2017 · 1 min read ढोंगी पाखंडी ?????? धर्म और संन्यास की आड़ में, साधु का छिपा आसली चेहरा। ये अपराधी, आत्मघाती, दुराचारी कुकर्म करे चौकानेवाला। ये निठल्ले नशे में गोते लगाता। ढोंगी पाखंडियों की अलग होती... Hindi · कविता 1 3k Share लक्ष्मी सिंह 21 Mar 2017 · 1 min read कविता ???? विश्व कविता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं ???? माँ सरस्वती का आशीर्वाद है -कविता। कवि की आत्मा का नाद है —कविता। आलौकिक सृष्टि का सौंदर्य है -कविता। प्रकृति की रमणीय... Hindi · कविता 600 Share लक्ष्मी सिंह 20 Mar 2017 · 1 min read दुनिया के हर माँ को मेरा नमन। ???????? प्रथम स्पर्श, प्रथम आलिंगन, स्नेहमयी प्रथम माँ का चुम्बन। माँ लब्ज में छुपा है बचपन, जिसने दिया है हमको जीवन। दुनिया के हर माँ को मेरा नमन। थपकी, लोरी,... Hindi · गीत 896 Share लक्ष्मी सिंह 20 Mar 2017 · 1 min read बाल कविता —टेडी बेयर बाल कविता—टेडी बेयर ??????? टेडी बेयर, टेडी बेयर, लगता हमको प्यारा। नर्म मुलायम,कोमल -कोमल, मोहक रूप तुम्हारा। ?? मम्मी-पापा ऑफिस जाते, घर में तुम ही रहते। एक अकेलेपन का साथी,... Hindi · कविता · बाल कविता 3 1k Share लक्ष्मी सिंह 19 Mar 2017 · 1 min read आँखें ?????? आँखें शरीर का सुन्दर हिस्सा, छुपा है इस में दिल का किस्सा। आँखें होती है मन का आयना, बयान करती हर एक फसाना। आँखों की अपनी एक बोली, आँखों... Hindi · कविता 693 Share लक्ष्मी सिंह 17 Mar 2017 · 1 min read मैं नारी, सर्वशक्तिशाली हूँ। ???? मैं नारी, सर्वशक्तिशाली हूँ। मैं आदि शक्ति, सृष्टि को रचने वाली हूँ। मैं वेद की ऋचाएँ, गीता की अमृत वाणी हूँ। मैं भागीरथी की गंगा, शंकर की जटा में... Hindi · कविता · नारी शक्ति 1 1 13k Share लक्ष्मी सिंह 17 Mar 2017 · 1 min read बचपन और पेड़ ??????? पेड़ सा ना कोई हितकारी, खाते थे फल करते सवारी। ? माँ की गोद सा हर एक डाली, सुखमय ममता सी हरियाली। ? दे दो छुटपन की वो मारामारी,... Hindi · कविता · बचपन 709 Share लक्ष्मी सिंह 15 Mar 2017 · 1 min read पायल (1)?मेरी पायल घँघरूओं से सजी कुन्दन जड़ी ? (2)?पायल बाजे मधुर गीत सुनाये प्रीत बर्षाये ? (3)?पाँव पायल प्रियतम का प्यार दिलाये याद? (4)?धर्म का मेल पायल की आवाज शुभ... Hindi · हाइकु 1 788 Share लक्ष्मी सिंह 13 Mar 2017 · 1 min read होली का पर्व (1)?????? होली का पर्व प्रेम का संदेशा लाता, मौजमस्ती मनोरंजन से इसका नाता, हँसी-खुशी गीत फगुआ का सब गाता, ईर्ष्या, द्वेष भूल समानता को अपनाता। ?????? (2)????? होली बढाती प्रेम... Hindi · मुक्तक 461 Share लक्ष्मी सिंह 12 Mar 2017 · 1 min read होली रंगों का त्योहार होली की हार्दिक शुभकामनाएं ??????? होली रंगों का त्योहार, वसंत का अनुपम श्रृंगार। ? फागुन महीना पे चढ़ा निखार, सतरंगी हो गया सारा संसार। ? ढोलक,झांझ,मृदंग की झंकार, गीत होली,फगुआ,फाग... Hindi · कविता · होली 675 Share लक्ष्मी सिंह 11 Mar 2017 · 1 min read शिव शंकर जी खेले होली ????? शिव शंकर जी खेले होली मैया पार्वती जी के संग। ? तीन नयन मस्तक पर चमक रहें हैं अर्ध चंद्र। लट बिखरी खुली जटा सिर से छलक रहें गंग।... Hindi · कविता · भजन · होली 920 Share लक्ष्मी सिंह 11 Mar 2017 · 1 min read गुलमोहर (1)?भगवान की मुकुट का श्रृंगार गुलमोहर ? (2)?स्वर्ग का फूल सुन्दरता से पूर्ण गुलमोहर ? (3)?आग का गोला दहकते अंगारा गुलमोहर ? (4)?टाँके सितारे धरा की चुनरी पे गुलमोहर ?... Hindi · हाइकु 1 1 449 Share लक्ष्मी सिंह 8 Mar 2017 · 1 min read नारी शक्ति ????? श्रेष्ठतम संस्कारों से परिष्कृत है नारी। सतत् जाग्रत और सहज समर्पित है नारी। ? जीवन-शक्ति की संरचना करने वाली है नारी। आदिरूपा,आदिशक्ति,महामाया,काली है नारी। ? विश्व ब्रह्मांड में जीवन... Hindi · कविता · नारी शक्ति 1k Share लक्ष्मी सिंह 3 Mar 2017 · 1 min read फूल पलाश (1)?फूल पलाश अनजाना सा राग फगुआ फाग ? (2)?रंग पलाश टहनी फूली आग लगे अंगार ? (3)?खिले पलाश बाँध रही स्वपाश मधुर मास ? (4)?लाल पलाश सूनेपन में आस जीवन... Hindi · हाइकु 1 764 Share लक्ष्मी सिंह 3 Mar 2017 · 1 min read आयो, आयो, आयो रे वसंत ??????? आयो, आयो, आयो रे वसंत, छाई है जग में शोभा अनन्त। बहे मंद - मंद शीतल बयार, छेड़ जाये मेरे मन के तार। खिले हैं सुन्दर फूल पलाश, पीया... Hindi · कविता · वसंत 1 544 Share लक्ष्मी सिंह 3 Mar 2017 · 1 min read नये साल आये, नये साल बीते। ???? नये साल आये, नये साल बीते। ना जाने कितने ही फ्लाइओवर के नीचे, बिना कंबल, रजाई के, ठंड से ठिठुरते। पेट-पीठ एक ना हो इसके, इसी जुगाड़ में समय... Hindi · कविता 473 Share लक्ष्मी सिंह 3 Mar 2017 · 1 min read चलो करें धूम - धड़ाका.. ??सभी दोस्तों को क्रिसमस की ढेर सारी शुभकामनाएँ?? ?????? चलो करें धूम-धड़ाका, और खूब ढ़ेर सारी मस्ती। नव वर्ष है आनेवाला, आज क्रिसमस की है छुट्टी। चलो दोस्तों संग मिलकर,... Hindi · कविता · बाल कविता 1 509 Share लक्ष्मी सिंह 1 Mar 2017 · 1 min read मेरी बहना ???? उदास ना हो मेरी बहना, मान ले तुम मेरा कहना। मिल बाट ओढे ओढ़ना, संग- संग सदा है रहना। मुस्किल से ना घबराना, मिलजुल करेगें सामना। बाहों का बना... Hindi · कविता 464 Share लक्ष्मी सिंह 1 Mar 2017 · 1 min read मैं कविता करूँ, तू हँसता रह... ???? मैं कविता करूँ तू हँसता रह..... ? मेरी कोई भी गलती पर बेझिझक तू टोकता रह.... ? मुद्तों से बैठकर मुझ में मुझे तू सुनता रह.... ? रूठ जाऊँ... Hindi · कविता · प्रेम 662 Share लक्ष्मी सिंह 1 Mar 2017 · 1 min read तेरी दुनिया से अलग ???? तेरी दुनिया से अलग मैनें बना ली अपनी दुनिया। जिसके दिन सुहानी और रातें रूहानी। जिसके सुबह दिलकश और शामें दीवानी। जिसकी धूप में नरमी और हवा में रवानी।... Hindi · कविता · प्रेम 499 Share लक्ष्मी सिंह 1 Mar 2017 · 1 min read ठंढ आयी, सर्द हवा चली ???? ठंढ आयी,सर्द हवा चली, दिन छोटे हुए,रात बड़ी, ठंढी तीखी हवा चली, छूते तन पर सूई चूभी, रखी रजाई बाहर निकली। और गर्म लिबादें सभी, घर-घर रूम हीटर जली।... Hindi · कविता 517 Share लक्ष्मी सिंह 28 Feb 2017 · 1 min read माँ ???? हर मोहब्बत आँखों में पानी ला देती है, एक माँ की ममता होठ पर सदा मुस्कुराती है। ???? ???? जब भी माँ याद आती है, एक मीठी-सी लोरी कानों... Hindi · कोटेशन 742 Share लक्ष्मी सिंह 28 Feb 2017 · 1 min read ऐ जिन्दगी (1)???? ऐ जिन्दगी किससे शिकायत करूँ सोना भी छुआ तो कोयला बन गया। रफ्ता -रफ्ता मेरे सभी अरमान जल गए जख्मी हृदय पर अनगिनत फफोला बन गया। ???? (2)???? ऐ... Hindi · कोटेशन 369 Share लक्ष्मी सिंह 28 Feb 2017 · 1 min read सच्ची दोस्ती (1)???? सच्ची दोस्ती को वक्त बार-बार परखता है, सच्चा दोस्त वक्त की कसौटी पर खरा उतरता है। ???? (2)???? सच्ची दोस्ती संसार-सागर की तरंग। विश्व उद्धान का सौरभ, हृदय मंदिर... Hindi · कोटेशन 512 Share लक्ष्मी सिंह 28 Feb 2017 · 1 min read हाथों की मेंहदी चीख रही ट्रेन दुर्घटना में मारे गए यात्रियों को अश्रूपूर्ण श्रद्धान्जली?— ?????? हाथों की मेहदी चीख रही, बिना बाबुल कैसे विदा हो डोली। बेघर मासुम की आँखें, ढूंढे माता-पिता की बोली। कौन... Hindi · कविता 312 Share लक्ष्मी सिंह 28 Feb 2017 · 1 min read दिल्ली में जानलेवा प्रदुषण का कहर। ???? दिल्ली में जानलेवा प्रदूषण का कहर। धीरे - धीरे जिस्म में फैलता जहर। हवा में भरा रोगजनक, एलर्जी कारक। भ्यानक धुन्ध ,जहरीली गैस की चादर। है इसका असर हर... Hindi · कविता 405 Share लक्ष्मी सिंह 28 Feb 2017 · 1 min read छठ चार दिवसीय महापावन व्रत ???? छठ चार दिवसीय महापावन व्रत, व्रती करती महा कठिन तप। रखा जाता पवित्रता का बड़ा ही ख्याल, व्रती रहती निर्जला ,निराहार। चारो दिन सोते जमीन पर चटाई बिछाय। प्रथम... Hindi · कविता 1 574 Share Previous Page 19 Next